योगा टीचर कैसे बनें। How to become a Certified Yoga Teacher in India.

वर्तमान जीवनशैली में Yoga Teacher का महत्व इसलिए बढ़ जाता है क्योंकि जहाँ पहले विभिन्न प्रकार के योग मनुष्य द्वारा अपने नियमित कार्यों के निष्पादन के दौरान हो जाता था। वही आज मनुष्य के पास शारीरिकी कार्यों की तुलना में मानसिक कार्य अधिक हो गए हैं और पहले की तुलना में मनुष्य जीवन बेहद आसान भी हो गया है। यही कारण है की वर्तमान में शारीरिक कार्यों की कमी एवं मानसिक तनाव अधिक होने के कारण मानव शरीर अनेकों रोगों का घर बनता जा रहा है।

इसलिए मनुष्य शरीर रोगमुक्त एवं स्वस्थ रखने के लिए व्यायाम की आवश्यकता होती है और व्यायाम यदि किसी व्यक्ति द्वारा गलत तरीके से किया जाय तो यह उसे फायदा देने की बजाय नुकसान दे सकता है। यही कारण है की लोगों को सही तरीके से योग करना सिखाने के लिए Yoga Teacher की आवश्यकता होती है। योग की यदि हम बात करें तो यह केवल एक व्यायाम नहीं है बल्कि व्यायाम के साथ साथ यह एक अनुशाषित विज्ञान है जो मनुष्य के मन, शरीर एवं आत्मा के बीच तालमेल बिठाने में मदद करता है।

और इसी तालमेल के कारण मनुष्य को उत्तम स्वास्थ्य एवं शास्वत आनंद प्राप्त करने में मदद मिलती है। इसलिए कहा जा सकता है की एक Yoga Teacher व्यक्तियों को न केवल योग मुद्राएँ एवं प्राणायाम सिखाता है बल्कि उत्तम स्वास्थ्य एवं शाश्वत आनंद प्राप्त करने के तौर पर भी आपका पूरी तरह मार्गदर्शन करता है।

चूँकि वर्तमान जीवनशैली प्रतिस्पर्धात्मकता के आसमान में पहुँच चुकी है और जहाँ प्रतिस्पर्धा होती है वहाँ हर कोई एक दुसरे से आगे निकलने की फ़िराक में दौड़ता रहता है। और यही दौड़ मनुष्य की नींद, आराम, स्वास्थ्य सब कुछ छीन लेती है । इसके अलावा खानपान में मिलावट एवं शारीरिक अकर्मण्यता भी हमारे स्वास्थ्य को धाराशायी करने में लगी रहती हैं। ऐसे में लोग जागरूक हो रहे हैं और उनका रुझान योग की तरफ हो रहा है इसलिए देश में Yoga Teacher की माँग भी तेजी से बढ़ रही है ।

Yoga-Teacher-kaise-bane

कौन होते हैं Yoga Teacher:

कभी कभी Yoga Teacher को Yoga Instructor भी कहा जाता है जैसा की टीचर का मतलब तो हम सभी जानते हैं की टीचर का काम सिखाने का होता है। जिस प्रकार हिंदी पढ़ाने वाले अध्यापक को हिंदी टीचर, इंग्लिश पढ़ाने वाले को इंग्लिश टीचर कहा जाता है ठीक उसी प्रकार योगा सिखाने वाले टीचर को Yoga Teacher कहा जाता है।

एक योग शिक्षक या प्रशिक्षक योगा सीखने के इच्छुक लोगों या विद्यार्थियों को योग का ज्ञान प्रदान करने के लिए योग के अनुशाशन में पारंगत एवं कुशल होता है। कहने का आशय यह है की एक ऐसा शिक्षक जो अपने विद्यार्थियों या प्रशिक्षण प्राप्त कर्ताओं को योग के अनुसाशन, नियमों से जुड़ी जानकारी निपुणता एवं कुशलता के साथ प्रदान कर सके सही मायनों में उसे ही एक योग शिक्षक कहा जा सकता है।

योग शिक्षक बनने के लिए संस्थान एवं पाठ्यक्रम (Courses and institute becoming Yoga Teacher):

यद्यपि अलग अलग राज्यों में योगा के अलग अलग संस्थान हो सकते हैं लेकिन यदि आप बिहार से हैं और Yoga Teacher बनने की सोच रहे हैं। तो बिहार स्कूल ऑफ़ योगा आपके लिए एक बेहतर विकल्प हो सकता है जहाँ से आप कुछ महीनों से लेकर कुछ सालों तक के सर्टिफिकेट एवं डिप्लोमा कोर्स कर सकते हैं।

इसके अलावा कुछ संस्थान ऐसे भी हैं जहाँ व्यक्ति को योगा टीचर बनने के लिए दो से तीन सालों तक की लम्बी ट्रेनिंग पूरी करनी होती है। यद्यपि अधिकतर सर्टिफिकेट एवं डिप्लोमा कोर्स को बारहवीं के बाद किया जा सकता है। इसके अलावा विद्यार्थी चाहे तो बारहवीं के बाद योगा में ग्रेजुएशन की डिग्री भी हासिल कर सकता है। योगा से सम्बंधित कुछ प्रमुख पाठ्यक्रमों की लिस्ट निम्नवत है।

  • योगा में सर्टिफिकेट कोर्स
  • डिप्लोमा इन योगा
  • पीजी डिप्लोमा इन योगा
  • बी.ए. योगा
  • बीएड योगा
  • बैचलर ऑफ़ नेचुरोपैथी एंड योगा साइंस
  • एम. ए. योगा

कुछ प्रसिद्ध संस्थानों की लिस्ट भी निम्नवत है।

  • देव संस्कृति विश्वविद्यालय, हरिद्वार
  • द यूनिवर्सिटी ऑफ़ पतंजलि, हरिद्वार
  • स्वामी विवेकानंद योग अनुष्ठान संस्थान, बंगलौर

योगा टीचर बनने के लिए कौशल (Required Skills to become Yoga Teacher):

यद्यपि एक Yoga Teacher बनने के लिए किसी भी व्यक्ति को एक मान्यता प्राप्त एवं विश्वसनीय योगा स्कूल से ट्रेनिंग प्राप्त करने की आवश्यकता होती है। कहने का आशय यह है की सिर्फ प्रमाण पत्र एवं डिग्री ही एक योगा शिक्षक बनने के लिए काफी नहीं होती है बल्कि इच्छुक व्यक्ति में कुछ और भी कौशल होने चाहिए जिनकी लिस्ट कुछ इस प्रकार से है।

  • योगा शिक्षक को योग में रूचि एवं विश्वास होना बेहद जरुरी है इसके अलावा योग में प्रशिक्षण एवं अनुभव भी बेहद जरुरी है।
  • व्यक्ति की व्यक्तिगत फिटनेस भी अच्छी होनी चाहिए और शारीरिक तौर पर मजबूती एवं लचीलापन भी बेहद जरुरी है।
  • उन्हें दूसरों की परवाह करना आना चाहिए और दुसरे लोगों में रूचि होनी चाहिए। और उनमें समूह या व्यक्तिगत व्यक्तियों को मोटीवेट करने का सामर्थ्य भी होना चाहिए।
  • अपना बिजनेस शुरू करने के लिए अच्छी तरह बात करने का कौशल एवं वाणज्यिक कौशल भी जरुरी है।
  • चूँकि योगा एक ऐसा व्यायाम है जिसे कोई भी मनुष्य कभी भी पूरा नहीं सीख सकता इसलिए एक Yoga Teacher को न सिर्फ योगा सिखाना आना चाहिए बल्कि सीखना भी आना चाहिए।     

योगा टीचर कैसे बनें? (How to become a Certified Yoga Teacher):

जैसा की हम उपर्युक्त वाक्यों में पहले भी बता चुके हैं की एक Yoga Teacher बनने के लिए सर्वप्रथम व्यक्ति को कोई सर्टिफिकेट, डिप्लोमा या फिर योगा में डिग्री कोर्स करना पड़ता है। और सर्टिफिकेट या डिग्री प्राप्त कर लेने के बाद उसे कुछ साल अभ्यास में लगाने चाहिए ताकि वह योगा सम्बन्धी और उच्च जानकारी प्राप्त कर सके। और उसके बाद क्यालिटी काउंसिल ऑफ़ इंडिया में खुद को रजिस्टर एक योगा प्रोफेशनल के तौर पर रजिस्टर कराना चाहिए।

1. बारहवीं पास करें:

यद्यपि Yoga Teacher बनने के लिए व्यक्ति को लोगों को योगा सिखाना आना चाहिए इसलिए एक सर्टिफाइड योग शिक्षक बनने के लिए कहीं पर कोई औपचारिक शिक्षा का जिक्र तो नहीं है। लेकिन विद्यार्थी का कम से कम इंटरमीडिएट पास किया हुआ होना बेहद जरुरी है। यदि विद्यार्थी का बारहवीं में कोई एक विषय योगा भी हो तो बेहद अच्छा रहता है। लेकिन यदि नहीं भी है तो भी विद्यार्थी बी. ए. एवं बीएससी या फिर कोई अन्य डिप्लोमा एवं सर्टिफिकेट कोर्स योगा में कर सकता है।

2. योगा में कोर्स पूरा करें (Complete Yoga Course) :

बारहवीं के बाद Yoga Teacher बनने के इच्छुक विद्यार्थी को अपनी क्षमता के मुताबिक कोई एक कोर्स का चयन करना होगा। विद्यार्थी सर्टिफिकेट, डिप्लोमा या फिर डिग्री कोर्स में से कुछ भी चयन कर सकता है। हालांकि कुछ लोकप्रिय एवं प्रसिद्ध योग विद्यालयों द्वारा एंट्रेंस एग्जाम भी आयोजित किया जा सकता है ।

यदि आप कोई डिग्री कोर्स योगा में करते हैं तो उसके बाद आप योगा में बीएड भी कर सकते हैं और मास्टर डिग्री प्रोग्राम भी ज्वाइन कर सकते हैं। ध्यान रहे योगा में एक महीने से लेकर तीन सालों तक की अवधि के पाठ्यक्रम मौजूद हैं इसलिए पाठ्यक्रमों का चुनाव सोच समझकर करें। और कोर्स या ट्रेनिंग पूरा करने के लिए पूरी लगन से मेहनत करें ताकि आने वाले समय में आप एक सर्टिफाइड Yoga Teacher बनने में कामयाब हो पायें।

3. कुछ साल अभ्यास करें:

योगा में कोर्स कर लेने के बाद Yoga Teacher बनने के इच्छुक व्यक्ति को चाहिए की वह कुछ साल योगा का गहनता से अभ्यास करे। क्योंकि वर्तमान में योग की गुणवत्ता भी बेहद महत्वपूर्ण है। इसलिए क्वालिटी काउंसिल ऑफ़ इंडिया में रजिस्ट्रेशन तभी संभव है जब व्यक्ति के पास सिर्फ सर्टिफिकेट या डिग्री नहीं बल्कि व्यवहारिक ज्ञान भी हो। क्योंकि तभी व्यक्ति योगा रजिस्ट्रेशन बोर्ड द्वारा आयोजित परीक्षा को पास करने में सफल हो पायेगा ।

4. द क्वालिटी काउंसिल ऑफ़ इंडिया में रजिस्ट्रेशन कराएँ:

चूँकि भारत देश को योगा के जनक के तौर पर भी जाना जाता है इसलिए यहाँ अविश्वसनीय योगा संस्थानों एवं योगा टीचरों को हतोत्साहित करने और योग शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने हेतु सरकार ने कई कदम उठाये हैं। कहने का अभिप्राय यह है की सरकार ने योग से सम्बंधित अविश्वसनीय प्रमाण पत्रों एवं शिक्षकों पर अंकुश लगाने की कोशिश की है।

जब पहली बार सम्पूर्ण विश्व में 21, जून 2015 को अंतराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया उसके तुरंत एक दिन बाद भारत सरकार ने योग पेशेवरों के स्वैच्छिक प्रमाणन के लिए एक योजना शुरू की। इस योजना को आयुष विभाग द्वारा परामर्शित किया जा रहा है। और क्वालिटी काउंसिल ऑफ़ इंडिया (QCI) जो विभिन्न क्षेत्रों के लिए गुणवत्ता मानकों को प्रदान करता है ने योग पेशेवरों के लिए इस स्वैच्छिक प्रमाणन योजना को विकसित किया है । इस योजना के तहत सर्टिफिकेशन को तीन लेवल पर विभाजित किया गया है।

  • Level 1 Yoga Protocol Instructor यह सर्टिफिकेट 5 सालों तक वैध होता है।   
  • Level 2 Yoga Wellness Instructor यह सर्टिफिकेट 3 सालों के लिए वैध होता है।
  • Level 3 Yoga Teacher and Evaluator यह सर्टिफिकेट भी 3 सालों के लिए वैध होता है।   

उपर्युक्त में से कोई भी सर्टिफिकेट प्राप्त करने के लिए योगा पेशेवर को अर्थात Yoga Teacher को क्वालिटी काउंसिल ऑफ़ इंडिया द्वारा आयोजित परीक्षा निर्धारित अंकों के साथ पास करनी होती है।

इसलिए यदि आप भी Yoga Teacher बनने के लिए QCI Exam के लिए रजिस्ट्रेशन करना चाहते हैं तो आप अधिकृत पर्सनल सर्टिफिकेशन बॉडी से संपर्क कर सकते हैं। इनकी लिस्ट इसके ऑफिसियल वेबसाइट पर दी गई है। योगा सर्टिफिकेशन बोर्ड ने अलग अलग लेवल के सर्टिफिकेशन के लिए अलग अलग फीस निर्धारित की गई है। इसमें भी नामांकन शुल्क एवं परीक्षा शुल्क अलग अलग निर्धारित किया गया है।

Yoga Teacher के लिए कमाई के अवसर:

Yoga Teacher बनकर व्यक्ति के पास खुद का बिजनेस स्थापित करके कमाई करने के एवं नौकरी करके कमाई करने के दोनों विकल्प विद्यमान होते हैं। वह इसलिए क्योंकि भले ही कुछ साल पहले तक योग को अंतराष्ट्रीय स्तर पर इतना सम्मान न मिलता हो लेकिन जब दिसम्बर 2014 में यूनाइटेड नेशन ने 21 जून को अंतराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में घोषित किया।

और पहला अंतराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून 2015 को मनाया गया तब से केवल भारत में ही नहीं अपितु पूरे विश्व में लोगों ने योगा से होने वाले स्वास्थ्य फायदों को स्वीकार किया और योगा को अपने जीवन का हिस्सा भी बनाया। यही कारण है की वर्तमान में विभिन्न संस्थानों एवं स्वास्थ्य केन्द्रों में भी Yoga Teacher की माँग बनी रहती है।

इसके अलावा छोटी बड़ी सोसाइटी के लोग भी अब किसी योगा टीचर की देखरेख में ही योग करना पसंद करते हैं। योग को स्कूल पाठ्यक्रम में शामिल करने के बाद सरकारी एवं निजी विद्यालयों में भी Yoga Teacher की आवश्यकता होने लगी है। इसके अलावा खाड़ी देशों जैसे दुबई इत्यादि में महिला योग टीचर की काफी मांग होती है।

यह भी पढ़ें:

Leave a Comment