सर्विस बिजनेस की परिभाषा और इन्हें शुरू करने के फायदे ।

यद्यपि यदि हम बिजनेस की बात करें तो इन्हें मुख्य रूप से दो श्रेणियों सर्विस एवं मैन्युफैक्चरिंग में विभाजित किया जा सकता है । इसलिए इन दोनों श्रेणियों की अपनी अपनी अलग अलग विशेषताएं होती हैं यही कारण है की बहुत सारे हमारे आदरणीय पाठकगण यही जानना चाहते हैं की वे सर्विस बिजनेस शुरू करें या फिर मैन्युफैक्चरिंग बिजनेस।

हालांकि यहाँ पर हम किसी भी पाठकगण को कोई भी श्रेणी का बिजनेस करने की कोई डायरेक्ट सलाह तो नहीं दे रहें लेकिन हम इस लेख के माध्यम से जो जानकारी दे रहे हैं उसे पढ़कर व्यक्ति यह फैसला ले पाने में समर्थ हो पायेगा की उसके लिए सर्विस बिजनेस शुरू करना सही होगा या नहीं।

क्योंकि हम यहाँ पर इस श्रेणी की परिभाषा एवं इस श्रेणी से जुड़े बिजनेस करने के फायदों के बारे में बात करने वाले हैं। अक्सर देखा गया है की लोगों को सर्विस बिजनेस नामक इस श्रेणी का नाम तो पता होता है लेकिन इसकी सटीक परिभाषा की जानकारी नहीं होती और इस तरह के बिजनेस शुरू करने के फायदों के बारे में भी लोग अंजान रहते हैं। इसलिए इस विषय पर सटीक जानकारी देने का प्रयास हम इस लेख के माध्यम से कर रहे हैं।

benefits and definition of service business in Hindi

सर्विस बिजनेस की परिभाषा (Definition of Service Business in Hindi):

सर्विस बिजनेस से आशय ऐसे बिजनेस से है जो अपने ग्राहकों को कोई भी एक या एक से अधिक सेवा व्यवसायिक तौर पर प्रदान करते हैं। इस व्यवसाय की मुख्य विशेषता यह है की इसमें उत्पाद मूर्त नहीं होते हैं। इसलिए यह केवल एक व्यवसायिक गतिविधि होती है जिसे उद्यमी अपने ग्राहकों की विभिन्न क्षेत्रों में मदद करने के लिए कार्य में लाता है।

सर्विस बिजनेस को और समझने की कोशिश करेंगे तो हम पाएंगे की ये वे बिजनेस होते हैं जिनमें उद्यमी एक व्यवसायिक उद्देश्य के साथ अपने ग्राहकों को कोई गतिविधि या कार्य प्रदान करते हैं। यह गतिविधि या कार्य किसी व्यवसाय या व्यक्तिगत व्यक्ति को कंसल्टिंग, एकाउंटिंग, ट्रांसपोर्टेशन, क्लीनिंग, हॉस्पिटैलिटी, ट्रेवलिंग, मेंटेनेंस इत्यादि सेवाएं प्रदान करना हो सकता है। साधारण शब्दों में कहें तो इस बिजनेस में उद्यमी कोई प्रोडक्ट न बेचकर, सेवा बेच रहा होता है।

सर्विस बिजनेस के फायदे (Benefits of Service Business)

यद्यपि इसमें कोई दो राय नहीं की सर्विस बिजनेस अन्य बिजनेस की तुलना में कम पारम्परिक होते हैं अर्थात जैसे पहले लोग बैलगाड़ी में जाते थे लेकिन अब गाड़ी इत्यादि में जाते हैं। कहने का आशय यह है की इस तरह के ये बिजनेस गतिशील एवं बहुमुखी होते हैं। लेकिन इनके कुछ प्रमुख फायदे होते हैं जिनकी लिस्ट इस प्रकार से है ।

  • सर्विस बिजनेस को अन्य बिजनेस की तुलना में कम निवेश एवं कम समय के साथ शुरू किया जा सकता है। क्योंकि एक मूर्त उत्पाद को बनाने एवं उसे बेचने में काफी समय, पैसा एवं उर्जा लगती है।
  • सर्विस क्षेत्र से जुड़े बिजनेस अन्य की तुलना में काफी फ्लेक्सिबल होते हैं इसमें उद्यमी जब भी जहाँ से भी चाहे काम कर सकता है । इसके अलावा यदि ग्राहकों को उद्यमी की सेवा में कोई कमी नज़र आ रही है तो वह ग्राहक के फीडबैक के मुताबिक उसमें उसी समय बदलाव कर सकता है। जबकि मूर्त उत्पाद आधारित बिजनेस में यह संभव नहीं है।
  • इसमें उद्यमी को ग्राहक के साथ कनेक्ट रहने एवं नर्चर करने का अधिक समय मिलता है क्योंकि यहाँ पर उद्यमी को उत्पाद बनाने, उसकी क्वालिटी चेक करने इत्यादि में समय नहीं देना पड़ता। इसलिए जब उद्यमी अपने ग्राहकों को अधिक समय देता है तो वह केवल आर्थिक रूप से लाभ नहीं कम रहा होता है। बल्कि दूसरों की मदद करने वाले भाव के कारण उसके अन्दर संतुष्टि का भाव भी पैदा होता है।
  • चूँकि वर्तमान में भारत में भी लोगों की आमदनी बढ़ने के साथ उनकी जीवनशैली में काफी परिवर्तन हो रहे हैं। यही कारण है की जो काम पहले लोग स्वयं कर लिया करते थे आमदनी एवं जीवनशैली में परिवर्तन के कारण वे उसकी सर्विस लेना शुरू कर देते हैं। और सर्विस बिजनेस शुरू करने का फायदा यह है की यह सिलसिला आगे भी ऐसे ही चलता रहेगा। उदाहरणार्थ आमदनी कम होती है तो लोग कपड़े स्वयं ही धोते हैं लेकिन जैसे ही आमदनी बढ़ने लग जाती है वे धोबी या लांड्री को कपड़े देना शुरू कर देते हैं। इसके अलावा खाना बनाना, सफाई करना इत्यादि ऐसे अनेकों सर्विस क्षेत्र से जुड़े बिजनेस हैं जिनका उद्गम लोगों की बढती आमदनी एवं जीवनशैली में हो रहे सुधारों के कारण होता है।
  • इसके अलावा सर्विस बिजनेस के लिए यह भी फायदे की बात रही है लोग अपने खाली समय यानिकी छुट्टियों को सेलिब्रेट करना चाहते हैं। और यह प्रवृत्ति भारत में भी लगातार बढती जा रही है जिसके कारण सर्विस क्षेत्र से जुड़े कुछ व्यवसाय जैसे ट्रेवल एजेंसी, रिसोर्ट, गाइड सेवाएं, गोल्फ कोर्स, स्वास्थ्य क्लब इत्यादि की उच्च मांग को प्रोत्साहन मिला है।
  • वर्तमान में भारत में भी महिलाएं लगातार रसोईघर तक ही सिमित न होकर काम करने को घर की दहलीज से बाहर निकल रहे हैं । कहने का आशय यह है की अपने देश भारत में भी कामकाजी महिलाओं की संख्या लगातार बढती जा रही है। और इसका परिणाम यह हुआ है की सर्विस क्षेत्र से जुड़े कुछ बिजनेस जैसे बच्चों की देखभाल की सेवा, हाउसकीपिंग, drycleaning इत्यादि सेवाओं की माँग बहुत बढ़ी है। इसलिए कामकाजी महिलाओं के कारण भी सर्विस बिजनेस के क्षेत्र को फायदे हो रहे हैं। 
  • उच्च तकनीक वाले उत्पादों जैसे कंप्यूटर, कार, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण इत्यादि के कारण भी सर्विस सेक्टर को प्रोत्साहन मिला है। क्योंकि इन उत्पादों कोई ठीक करने के काम ने भी रफ़्तार पकड़ी है।
  • यह भी सच्चाई है की जैसे जैसे मनुष्य जीवन सरल होता जा रहा है वैसे वैसे जटिल भी होता जा रहा है। और यह जटिल मनुष्य जीवन भी सर्विस सेक्टर को प्रोत्साहित करता है टैक्स प्रीपेयर्स, मनोचिकित्सक, काउंसलर, क़ानूनी सलाहकार इत्यादि इसके अच्छे उदाहरण हैं।
  • सर्विस बिजनेस शुरू करने का एक फायदा यह भी है की वर्तमान में पर्यावरण के प्रति लोगों की जागरूकता बढती जा रही है। जिसके कारण वेस्ट मैनेजमेंट, रीसाइक्लिंग, पर्यावरण एडवोकेसी इत्यादि सर्विस सेक्टर से जुड़े व्यवसायों को प्रोत्साहन मिला है।

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