Savitri Jindal : ओपी जिंदल ग्रुप की चेयरपर्सन सावित्री जिंदल की जीवनी और कहानी।

भारत की महिला उद्यमी सावित्री जिंदल देश की ही नहीं अपितु एशिया की सबसे अमीर महिला बन गई हैं। हालांकि अरबपतियों की लिस्ट हमेशा ऊपर नीचे होती रहती है, लेकिन एक बात जो हम हर अरबपति या सफल इन्सान की जानना चाहते हैं, वह है उनकी जीवनी और संघर्ष की कहानी।

आज शायद किसी के लिए भी इस बात को सहर्ष स्वीकार करना आसान नहीं होगा, की एक कम पढ़ी लिखी महिला, जो बिजनेस वीमेन से अधिक कभी एक सफल गृहिणी थी, आज वह एशिया की सबसे अमीर अरबपति महिला हैं।

ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक भारत की महिला उद्यमी जो ओपी जिंदल ग्रुप की चेयरपर्सन हैं, उन्होंने चीन की यांग हुईयान को पछाड़कर एशिया की सबसे अमीर महिला उद्यमी बनने का ख़िताब अपने नाम कर लिया है। लेकिन आज हम सावित्री जिंदल के बारे में सिर्फ इसलिए नहीं लिख रहे हैं, की वह एशिया की सबसे अमीर महिला हैं।

बल्कि हम इस लेख में उनकी जीवनी और जीवन संघर्ष के बारे में भी बात करेंगे, ताकि उनकी जीवनी से प्रेरणा लेकर कोई भी व्यक्ति अथक प्रयत्न करके अपने जीवन की दिशा को बदल सके। तो आइये संक्षेप में एक नजर हम उनके जीवन परिचय पर डालते हैं।

सावित्री जिंदल

सावित्री जिंदल का जीवन परिचय

नामसावित्री देवी जिंदल
उपनामसावित्री जिंदल
जन्म/उम्र  20 मार्च 1950 (72 वर्ष)
जन्मस्थानतिनसुकिया, असम (भारत)
आवास स्थानहिसार, हरियाणा (भारत)
राष्ट्रीयताभारतीय
शैक्षणिक योग्यताडिप्लोमा
पेशा (Occupation)बिजनेस, ओपी जिंदल समूह की चेयरपर्सन
सक्रिय वर्ष2006 से अब तक
वैवाहिक स्थितिविवाहित
पति (Spouse)स्व. ओमप्रकाश जिंदल ( वि. 1970 – 2005)
भाषाहिंदी एवं अंग्रेजी
धर्महिन्दू
राशिमीन राशि

सावित्री जिंदल का प्रारम्भिक जीवन

एशिया की सबसे अमीर महिला सावित्री देवी जिंदल का जन्म भारत के असम राज्य के तिनसुकिया में एक मध्यवर्गीय परिवार में 20 मार्च 1950 को हुआ था। हालांकि सावित्री जिंदल का जन्म आज़ाद भारत में हुआ था, लेकिन कहा यह जाता है की उस समय देश में महिलाओं की स्थिति दयनीय हुआ करती थी।

मध्यमवर्गीय परिवार में जन्म होने के कारण सावित्री जिंदल ने भी बहुत सारे अभावों में अपना बचपन बिताया। इसलिए वे गरीबी को बेहद करीब से जानती हैं ।

सावित्री जिंदल का निजी जीवन

असम के तिनसुकिया में जन्मी पली बढ़ी सावित्री जिंदल का विवाह 1970 में हरियाणा के बिजनेसमैन ओम प्रकाश जिंदल से हुआ था । ओम प्रकाश जिंदल उस समय जिंदल ग्रुप के चेयरपर्सन के अलावा हरियाणा सरकार में मंत्री और हिसार विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से विधायक भी थे। ओपी जिंदल और सावित्री जिंदल के नौ बच्चे हैं ।

वर्ष 2005 में ओपी जिंदल की एक हेलिकॉप्टर दुर्घटना में आकस्मिक निधन हो गया, उसके बाद सावित्री जिंदल ने ओपी जिंदल ग्रुप की बागडोर अपने हाथों में ले ली। आज उनके चार पुत्र रतन जिंदल, पृथ्वीराज जिंदल, सज्जन जिंदल एवं नवीन जिंदल ओपी जिंदल ग्रुप की कंपनियों में प्रमुख पदों पर आसीन होकर अपने अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं।

जबकि सावित्री देवी ने पति द्वारा स्थापित कंपनी को शीर्ष पर ले जाने की बागडोर अपने हाथों में संभाली हुई है। शैक्षणिक योग्यता में केवल डिप्लोमा होते हुए भी वह कंपनी के चेयरपर्सन होने की भूमिका बखूबी निभा रही हैं। शायद उसी का परिणाम है, की आज वे देश की ही नहीं अपितु पूरे एशिया की सबसे अमीर महिला उद्योगपति बन गई हैं । जिनकी सम्पति 89.49 हज़ार करोड़ पर पहुँच चुकी है।

सावित्री जिंदल का संघर्ष

भले ही सावित्री जिंदल का जन्म असम के तिनसुकिया में एक मध्यमवर्गीय वर्गीय परिवार में हुआ था। लेकिन उनकी शादी उस समय के प्रसिद्ध बिजनेसमैन और हरियाणा सरकार में मंत्री ओपी जिंदल से हुई थी । इसलिए उनकी जिन्दगी बड़ी ऐशोआराम से कट रही थी। चूँकि जिंदल दम्पति के नौ बच्चे थे, इसलिए वह अपनी गृहस्थी को सँभालने और बच्चों की देखभाल करने में व्यस्त थी।

लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था, और वर्ष 2005 में उनके पति ओम प्रकाश जिंदल की एक हेलिकॉप्टर दुर्घटना में अकस्मात निधन हो गया। इससे मानो सावित्री देवी पर दुखों का पहाड़ टूट गया। बात कंपनी के दायित्व सम्भालने की आई, तो लोगों को लगा की कम पढ़ी लिखी सावित्री देवी भला इतने बड़े सम्राज्य को कैसे संभाल पाएंगी ।

लेकिन दुनिया की बातों की परवाह किये बिना, सावित्री देवी ने जिंदल ग्रुप की कंपनियों की बागडोर स्वयं के हाथ में ली। और समूह की कंपनियों के चेयरपर्सन के तौर पर खुद को स्थापित किया। बाद में जब धीरे धीरे बच्चों की पढाई –लिखाई भी पूरी हो गई, तो उन्हें भी ओपी जिंदल ग्रुप की कंपनियों में बड़े दायित्व दिए गए।

सावित्री जिंदल की राजनीती यात्रा

जैसा की हम पहले भी बता चुके हैं, की सावित्री जिंदल के पति ओम प्रकाश जिंदल सिर्फ एक बिजनेसमैन नहीं थे। बल्कि जब उनकी हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु हुई थी, तो वे हिसार विधानसभा क्षेत्र के विधायक और हरियाणा सरकार में राज्य मंत्री थे। यही कारण है की सावित्री जिंदल को अपने पति द्वारा निभाए गए सभी दायित्वों को खुद भी बड़ी बखूबी से निभाना था।

पति की मृत्यु के बाद इन्होने अपने पति की राजनितिक विरासत को भी सँभालने की ठानी और पति की मृत्यु के बाद खाली हुई विधानसभा सीट से उपचुनाव में उम्मीदवार बनकर राजनीती के मैदान में उतर पड़ी। इस उपचुनाव में जीतकर वह विधायक भी बन गई।

वर्ष 2013 में सावित्री देवी ने हरियाणा सरकार में कैबिनेट मंत्री का पदभार भी ग्रहण किया, और मंत्री के तौर पर मिली जिम्मेदारियों को अच्छे ढंग से निभाने का भरसक प्रयत्न भी किया ।

ओपी जिंदल ग्रुप की स्थापना

ओपी जिंदल ग्रुप की स्थापना सावित्री देवी के पति ओम प्रकाश जिंदल द्वारा सन 1952 भारत की आज़ादी के कुछ ही सालों बाद कर दी गई थी। उस समय यह कंपनी मुख्य रूप से बिजली पॉवर जैसे क्षेत्रों में काम कर रही थी। लेकिन वर्तमान में यह कंपनी स्टील, पॉवर के अलावा खनन, तेल और गैस जैसे क्षेत्रों में भी काम कर रही है।

जिंदल स्टील भारत में स्टील उत्पादक कंपनियों में से एक प्रमुख कंपनी और देश की तीसरी बड़ी स्टील उत्पादक कंपनी मानी जाती है। जिंदल समूह की कई कंपनियाँ चल रही हैं, इस समूह की प्रमुख सावित्री देवी ही हैं। जबकि इन्होने अपने चारों पुत्रों को अलग अलग कंपनियों का कार्यभार सौंपा हुआ है।

जानकारी के मुताबिक बड़े पुत्र पृथ्वी जिंदल को जिंदल शॉ लिमिटेड, सज्जन जिंदल को जेएसडब्ल्यू ग्रुप ऑफ़ कंपनी, रतन जिंदल को जिंदल स्टेनलेस लिमिटेड और नवीन जिंदल को जिंदल स्टील एंड पॉवर लिमिटेड की कमान दी हुई है।

सावित्री जिंदल के जीवन से जुडी अन्य जानकारी

  • वर्तमान में सावित्री जिंदल ओपी जिंदल समूह की चेयरपर्सन के पद पर विद्यमान हैं।
  • सावित्री जिंदल का जन्म भारत के असम राज्य में लेकिन शादी हरियाणा राज्य के बिजनेसमैन ओपी जिंदल से 1970 में हुई थी।
  • ओपी जिंदल द्वारा जिंदल समूह की स्थापना शादी से बहुत पहले 1952 में कर दी गई थी।
  • सावित्री देवी के पति ओपी जिंदल की मृत्यु 2005 में एक हेलिकॉप्टर दुर्घटना में हो गई थी। जिसके बाद इन्होने पति के बिजनेस और उनकी राजनितिक विरासत को बखूबी संभाला।
  • अपने पति की राजनितिक विरासत को बरकरार रखते हुए, इन्होने वर्ष 2014 में हरियाणा के हिसार विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा, लेकिन वे हार गई वे आज भी इंडियन नेशनल कांग्रेस की सदस्य हैं ।
  • वर्तमान में वर्ष 2022 में सावित्री देवी एशिया की सबसे अमीर महिला हैं, जिनकी कुल सम्पति 89.49 हज़ार करोड़ रूपये है।

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