अक्सर लोगों द्वारा बिटकॉइन के बारे में यही प्रश्न पूछा जाता रहा है की आखिर Bitcoin है क्या? तो हम अपने आदरणीय पाठक गणों को बता दें की बिटकॉइन सबसे पुरानी अर्थात जिसकी शुरुआत अन्य से पहले हुई, एक क्रिप्टो करेंसी या डिजिटल करेंसी है | हालांकि इस प्रश्न का थोड़ा सा विस्तृत सा जवाब हम नीचे देने की कोशिश करेंगे लेकिन इस सवाल के अलावा भी लोगों के अंतर्मन में ढेरों सवाल जैसे इसकी शुरुआत कब हुई, किसके द्वारा हुई? यह नेटवर्क कैसे कार्य करता है?
क्या वास्तव में लोग इस तरह की डिजिटल करेंसी का इस्तेमाल करते हैं? आने वाले समय में यह कहाँ तक पहुचं सकता है? क्या इस करेंसी को अन्य करेंसी की तरह छू सकते हैं, क्या यह करेंसी अवैध गतिविधियों को प्रोत्साहित करने में सहायक हैं? क्या इसका लेन देन क़ानूनी रूप से वैध है इत्यादि बहुत सारे प्रश्न आते होंगे | इसलिए आज का हमारा यह लेख इन्हीं सब सवालों के जवाब देने की कोशिश करेगा |
बिटकॉइन क्या है (What is bitcoin in Hindi):
Bitcoin kya hai : यह एक ऐसी नई भुगतान प्रणाली है जो आम सहमती नेटवर्क पर आधारित है इसे हम Crypto Currency, डिजिटल करेंसी या फिर इन्टरनेट करेंसी भी कह सकते हैं कहने का आशय यह है की जैसे हम अन्य मुद्रा को अपने घर या बटुए में भंडारित करके रख सकते हैं इसे हम ऐसा नहीं कर सकते लेकिन इसका हम केवल आभास कर सकते हैं | यह एक विकेंद्रीकृत करेंसी होती है जिस पर किसी भी सरकार या अथॉरिटी का नियमतिकरण नहीं हैं |
यह करेंसी Peer to peer पर आधारित अपने उपयोगकर्ताओं द्वारा ही संचालित है | जहाँ तक दुसरे प्रश्न इस करेंसी की शुरूआत का सवाल है कहा यह जाता है की सर्वप्रथम Crypto Currency की अवधारणा का वर्णन 1998 में Wei Dai नामक व्यक्ति द्वारा किया गया था |
लेकिन बिटकॉइन Crypto currency की शुरुआत करने का श्रेय Satoshi Nakamoto को जाता है जिन्होंने इसकी शुरुआत सन 2009 में की थी लेकिन 2010 में उन्होंने इसे छोड़ भी दिया था उसके बाद इसकी कमान कई अन्य डेवलपर्स ने अपने कंधो पर ली और उसके बाद यह समुदाय विश्व में तेजी से बढ़ता गया |
बिटकॉइन कैसे काम करता है (How does bitcoin work)
जैसा की हम उपर्युक्त वाक्य में बता चुके हैं की बिटकॉइन विकेंद्रीकृत तौर पर काम करता है, कहने का आशय यह है की इसका कोई Owner नहीं है यह तकनीक दुनिया भर में फैले बिटकॉइन Users द्वारा ही नियंत्रित होती है | इसको आसान भाषा में समझने के लिए हम कह सकते हैं की जिस तरह से वर्तमान में चालित Email Technology का कोई Owner नहीं है ठीक उसी प्रकार इस तकनीक का भी कोई मालिक नहीं है हालांकि डेवलपर्स इसे और बेहतर बनाने के लिए इसे संसोधित करने में क्रियाशील हैं |
सामान्य भाषा में बिटकॉइन एक सॉफ्टवेर होता है जिसका उपयोग कोई भी व्यक्ति स्वतंत्र रूप से कर सकता है | इसमें खास बात यह है की यह पीयर टू पीयर प्रणाली होने के कारण एक दूसरे के अनुकूल बनना अति आवश्यक होता है इसलिए इसके सभी Users को एक ही नियम पर चलने वाले सॉफ्टवेर का इस्तेमाल करना पड़ता है |
कहने का आशय यह है की यह तभी ढंग से कम करता है जब इसके सभी उपयोगकर्ताओं में पूर्ण सहमती विद्यमान हो | अगर एक यूजर की नज़र से बिटकॉइन को परिभाषित करेंगे तो हम पाएंगे की उस यूजर की नज़र में यह एक एप्लीकेशन, कंप्यूटर प्रोग्राम या सॉफ्टवेर से अधिक कुछ नहीं है क्योंकि इसके अंतर्गत उन्हें Individual Bitcoin Wallet प्राप्त होता है |
यदि हम इसकी कार्यप्रणाली पर एक नज़र डालेंगे तो हम पाएंगे की Behind the scene बिटकॉइन का नेटवर्क एक पब्लिक बही खाता शेयर कर रहा होता है, इसी खाते में सभी लेन देन हो रहे होते हैं जो बिटकॉइन Users को कंप्यूटर के माध्यम से हर एक लेन देन की वैधता की पुष्टी करने की छूट देते हैं |
इस तरह से प्रत्येक ट्रांजेकसन की प्रमाणिकता डिजिटल हस्ताक्षर द्वारा सुरक्षित होती है | इस प्रक्रिया में Users का अपने द्वारा की जाने वाली गतिविधि अर्थात पैसे भेजने इत्यादि पर पूरा नियंत्रण होता है | बिटकॉइन की माइनिंग के लिए एक विशेष hardware की Computing Ability का इस्तेमाल किया जाता है |
बिटकॉइन माइनिंग क्या है (What is bitcoin mining)
Bitcoin Mining Kya hai : इससे हमारा आशय ऐसी गतिविधि करने से है जिसमे कंप्यूटिंग क्षमता की लेन देन की प्रक्रिया, नेटवर्क की सुरक्षा एवं अन्य क्रियाकलाप जिसे इस प्रणाली में उपयोग में लाया जाता है पर खर्च किया जाता है | यह एक डेटा सेण्टर की तरह कार्य करती है चूँकि यह पूरी तरह से विकेंद्रीकरण पर आधारित व्यवस्था है इसलिए अधिकतर देशों में इसकी माइनिंग की जाती है लेकिन किसी का भी इस नेटवर्क पर नियंत्रण नहीं होता है |
जहाँ तक Miners बनने का सवाल है इसे एक बिज़नेस Opportunity भी कहा जा सकता है अर्थात एक विशेष हार्डवेयर के साथ सॉफ्टवेर चालित करके कोई भी व्यक्ति बिटकॉइन Miners बन सकता है कहने का आशय यह है की यह माइनिंग सॉफ्टवेर Peer to peer network के माध्यम से ट्रांजेकसन को रिकॉर्ड करता है और इसकी पुष्टि करने हेतु आवश्यक कार्य भी करता है जिसके बदले बिटकॉइन माइनर कुछ शुल्क लेकर अपनी कमाई कर सकते हैं |
बिटकॉइन के फायदे (Advantage of Bitcoin in Hindi):
जहाँ तक बिटकॉइन नामक इस डिजिटल करेंसी के फायदों की बात है इनमे कुछ मुख्य फायदों की लिस्ट निम्नवत है |
- बिटकॉइन के माध्यम से दुनिया में किसी भी जगह अर्थात दुनिया के किसी भी कोने में कितने भी पैसे भेजने की स्वतन्त्रता है इसमें यह बिलकुल नहीं होता है की आज बैंक बंद है तो पैसा भेजने वाला भेज नहीं सकता और लेने वाला ले नहीं सकता इसलिए कहा जा सकता है की Bitcoin users को भुगतान किन स्वतन्त्रता प्राप्त है |
- यद्यपि साधारण परिस्थितियों में इससे Payment करने पर किसी प्रकार का कोई शुल्क नहीं लगता है और यदि कुछ विशेष परिस्थतियों में शुल्क लगता भी है तो वह बेहद कम यानिकी नाममात्र होता है | इसलिए क्रेडिट कार्ड या अन्य अन्तराष्ट्रीय भुगतान चेनलों के मुकाबले यदि फीस ली भी जाती है तो वह बहुत कम होती है |
- अन्य भुगतान की तुलना में इसमें व्यापारियों को कम जोखिम होता है क्योंकि इसके अंतर्गत होने वाले सभी लेन देन सुरक्षित एवं बदलाव योग्य नहीं होते | और इस प्रणाली में ग्राहकों की व्यक्तिगत जानकारी शामिल नहीं होती है जो धोखधडी इत्यादि से बचाने में सहायक है |
- बिटकॉइन नामक यह पेमेंट प्रणाली उपयोगकर्ताओं को उनकी Identity theft के खिलाफ बहुत ही उच्च सुरक्षा प्रदान करता है क्योंकि इसके भुगतान करने के लिए किसी प्रकार की व्यक्तिगत जानकारी देने की आवश्यकता नहीं होती है |
- चूँकि इस प्रणाली पर किसी संगठन या व्यक्ति का नियंत्रण नहीं है कहने का आशय यह है की बिटकॉइन के प्रोटोकॉल पर किसी व्यक्ति या संगठन द्वारा हेरफेर या नियंत्रण नहीं किया जा सकता | इसलिए इस प्रणाली को निष्पक्ष एवं पारदर्शी कहा जा सकता है |
बिटकॉइन की त्रुटियाँ (Disadvantage of Bitcoin in Hindi):
बिटकॉइन से जुड़ी कुछ प्रमुख त्रुटियाँ इस प्रकार से हैं |
- अभी भी इस डिजिटल करेंसी को बहुत कम लोग जानते हैं और उससे भी कम लोग इसे विभिन्न कार्यों को निष्पादित करने के लिए स्वीकार करते हैं | हालांकि इसकी विशेषताओं एवं लाभों के मद्देनज़र कुछ बड़ी बड़ी कंपनियों द्वारा तक इसे इस्तेमाल किया जा रहा है लेकिन अभी इनकी लिस्ट बहुत छोटी है | कहने का आशय यह है की अभी मनुष्य अपनी रोजमर्रा की जरुरत का सामान इस प्रकार की क्रिप्टो करेंसी द्वारा नहीं ले सकता है |
- यह करेंसी नई होने के साथ साथ रोमांच से भी भरी हुई है इसलिए इसमें हमेशा अस्थिरता बनी रहती है | इसका अंदाजा शायद कोई नहीं लगा सकता की आने वाले समय में इस तरह की करेंसी का क्या हश्र होगा | इसलिए इसमें आने वाले समय में भी अस्थिरता बने रहने की संभावना है |
- इस प्रणाली को आम जनता के उपयोग के लिए सरल बनाने हेतु जोरों शोरों से काम चालू हैं इसलिए इसे हम एक विकास शील करेंसी तो कह सकते हैं | लेकिन भविष्य में इसका विकास होगा या यह लुप्त हो जाएगी अभी यह कहना मुश्किल है |
क्रिप्टो करेंसी की अन्य खामियों के लिए पढ़ें |
बिटकॉइन को कैसे प्राप्त करें (How to get Bitcoin in India):
वर्तमान में यदि एक बिटकॉइन की तुलना हम भारतीय रूपये से करें तो एक बिटकॉइन की कीमत लगभग 14,02,377.82 रूपये है जो की घटती बढती रहती है | जिस प्रकार 100 पैसे से मिलकर 1 रूपये बनता है ठीक उसी प्रकार लगभग 10 करोड़ Satoshi से मिलकर 1 bitcoin बनता है कहने का आशय यह है की इसको इसके छोटे रूप Satoshi में भी व्यय एवं कमाया जा सकता है | इसे प्राप्त करने के कुछ मुख्य तरीके इस प्रकार से हैं |
- अपने पास उपलब्ध वस्तु या सेवा को बेचकर भुगतान के रूप में बिटकॉइन प्राप्त करना |
- बिटकॉइन एक्सचेंज से बिट कॉइन खरीदकर भी प्राप्त किये जा सकते हैं |
- किसी नजदीकी व्यक्ति के साथ लोकल बिटकॉइन एक्सचेंज करके भी बिट कॉइन प्राप्त किये जा सकते हैं |
- बिट कॉइन माइनिंग करके भी बिट कॉइन कमाए जा सकते हैं |
क्या बिटकॉइन से पैसे कमाए जा सकते हैं (Can we earn money from bitcoin)
किसी भी व्यक्ति को बिटकॉइन या अन्य कोई नई उभरती तकनीक के माध्यम से जल्दबाजी में अमीर बनने की चाहत नहीं रखनी चाहिए | ऐसी कोई भी तकनीक, कंपनी इत्यादि जो आधारभूत आर्थिक नियमों का पालन नहीं करते उनसे हमेशा सावधान रहना चाहिए | जहाँ तक इसका सवाल है यह भुगतान क्षेत्र या लेन देन के क्षेत्र में एक नई तकनीक है जिसमे व्यवसाय अर्थात व्यापार के अवसर विद्यमान तो हैं लेकिन यह सब जोखिमों से परिपूर्ण हैं |
हालांकि यदि बिटकॉइन की पिछले वर्षों को देखते हुए इसकी प्रगति का आकलन करेंगे तो हम पाएंगे की यह बेहद तीव्र गति से विकसित हो रहा है, लेकिन इस बात का कोई साक्ष्य मौजूद नहीं है की यह आगे भी ऐसे ही प्रगति के पथ पर बढ़ता रहेगा |
Bitcoin के माध्यम से पैसे बनाने के जितने भी विकल्प जैसे माइनिंग, बिटकॉइन को संग्रहित करके रखना, या कारोबार शुरू करना हैं इन सबमे पहले से प्रतिस्पर्धा है एवं लाभ ही होगा यह भी तय नहीं है | यह व्यक्ति व्यक्ति पर निर्भर करता है की वह इस प्रोजेक्ट से जुड़ी लागत एवं जोखिमों का मूल्यांकन किस तरह से करेगा | बिटकॉइन के साथ पैसे बनाना या न बनाना भी इन्ही सब बातों पर निर्भर करता है |