फर्नीचर बनाने का व्यवसाय कैसे शुरू करें? Furniture Business Plan in Hindi.

Furniture business start करने के लिए उद्यमी को लकड़ी को विभिन्न वस्तुओं में तब्दील करने की जानकारी होना आवश्यक है। लेकिन यदि व्यक्ति को यदि यह जानकारी नहीं भी हो, तो वह Carpentry business start करने के लिए इसकी training ले सकता है। और ग्रामीण इलाकों में हमने तो देखा है, शायद आपने भी देखा होगा बेरोजगार या कभी कभी काम पाने वाले Carpenters को, जी हाँ दोस्तों Carpenter business start करने वाला उद्यमी इन Carpenters को अपने बिज़नेस का हिस्सा बनाकर उन्हें नियमित रोज़गार दे सकता है।

यदि उद्यमी की Target customers स्थानीय लोग ही हैं, तो Starting में इस बिज़नेस को ग्रामीण इलाकों से बहुत कम (Low) Investment के साथ शुरू किया जा सकता है।

फर्नीचर बनाने का बिजनेस क्या है?:

Furniture Business Kya hai : Hindi में carpenter को बढ़ई, तो carpentry को बढ़ईगीरी कहा जाता है, इस बिज़नेस में लकड़ी को किसी वस्तु जैसे कुर्सी, टेबल, बेड, दरवाजे, खिड़की, रोशनदान इत्यादि में तब्दील किया जाता है। इन्हें ग्राहक के order के अनुरूप या फिर Standard size में तैयार किया जाता है। और इस Material को ग्राहकों की आवश्यकतानुसार Market में बेचकर kamai की जाती है। इसके अलावा Building, भवन, घर इत्यादि बनाने में भी Carpentry work की जरुरत पड़ती ही पड़ती है।

Market scope in Furniture business:

बिना Carpenters के कोई घर, भवन या बिल्डिंग बनाना लगभग असंभव है, हालांकि आजकल लकड़ी के अलावा लोहे, प्लास्टिक इत्यादि से भी Furniture तैयार किये जाते हैं। इसके बावजूद लकड़ी से निर्मित Furniture का उपयोग अधिकाधिक रूप में किया जाता है। Carpentry business की सहायता लिए बिना किसी प्रकार की कोई building या घर को पूर्ण रूप देना संभव नहीं है।

इसके अलावा लोगों को अपने दिन प्रतिदिन के Maintenance हेतु भी Carpenters की जरुरत पड़ती है। चूँकि India Birth rate growth के मामले में Top 100 की लिस्ट में शामिल है, यहाँ पर प्रति 1000 व्यक्तियों पर birth growth rate 22 है। अब जो जनसँख्या बढ़ेगी उसको रहने के लिए घर रोज़गार के लिए भवन, building इत्यादि भी चाहिए होंगे। इसलिए Carpentry business एक ऐसा बिज़नेस है, जो निरंतर चलता रहेगा।

फर्नीचर बिजनेस का मॉडल (Business model for carpentry business)

Furniture business के बहुत सारे model हो सकते हैं, लेकिन जिस business model की हम यहाँ पर बात कर रहे हैं। वह Model कुछ इस प्रकार है की सबसे पहले उद्यमी को बेरोजगार या अनियमित तौर पर काम करने वाले Carpenters को ढूँढना है, फिर उनसे मिलकर रोजगार के प्रति उनकी इच्छा को जानना है।

यदि Carpenters नियमित रोजगार पाने के लिए उत्सुक हैं तो अपना proposal उनके सामने रखना है। Proposal स्वीकृत हो जाने पर उद्यमी को अपने Carpentry business के अनुरूप जगह, वित्त, Raw Materials इत्यादि की व्यवस्था करके अपना business start करना है, और उत्पादित माल को Market में बेच के अपनी Kamai करना है। इसके अलावा उद्यमी नियुक्त Carpenters को अपने Customers की मांग पर Customers के घर या ऑफिस में Maintenance काम के लिए भेजकर भी Kamai कर सकता है।

फर्नीचर बिजनेस कैसे शुरू करें (How to start carpentry business in Hindi)

furniture business start karne ka process
Process to Start Carpentry business

1. सबसे पहले रिसर्च करें

अगर उद्यमी Carpentry business करने का मन बना चूका है, तो सबसे पहले उसे अपने Area में इस व्यवसाय से उत्पादित वस्तुओं जैसे कुर्सी, टेबल, बेड, डबल बेड, अलमारी, खिड़की, रोशनदान, दरवाजों इत्यादि की मांग का जायजा लेना होगा । मांग का विश्लेषण करने के बाद यह जरुरी नहीं है की सभी customers उद्यमी से ही वह वस्तु विशेष खरीदेंगे ।

इसलिए यह विश्लेषण करते वक्त उद्यमी को चाहिए की वह अपने target customers की लिस्ट भी तैयार करे, ताकि उसे इस बिज़नेस से होने वाली Kamai का अंदाज़ा हो सके । यह विश्लेषण करने के बाद यदि उद्यमी को लगता है, की विश्लेषण के आंकड़े Positive result लेके आये हैं । तो उद्यमी को अपने बिज़नेस के लिए Carpenters को ढूंढने की शुरुआत कर देनी चाहिए ।

2. प्रशिक्षण प्राप्त करें (Training for carpentry business)

हालांकि इस business model में उद्यमी को तकनिकी तौर पर Training लेने की आवश्यकता इसलिए नहीं है, क्योंकि वह अपना business carpenters को नियुक्त करके करने वाला है। लेकिन यदि हम इसको एक Profitable business  बनाने के नजरिये से देखें तो उद्यमी का इस बिज़नेस के लिए training उतनी ही जरुरी है जितना अन्य बिज़नेस के लिए आइये जानते हैं क्यों ।

उदाहरणार्थ: यदि नियुक्त किये गए Carpenters एक दिन में एक कुर्सी भी न बना पाए तो उद्यमी कैसे मापेगा की एक दिन की क्या Productivity है। क्योंकि Carpenters तो कह देंगे सर एक कुर्सी बनाने में दो दिन का टाइम लगता है। तो क्या इस स्तिथि में उद्यमी का बिज़नेस एक profitable business हो पायेगा। अब यदि उद्यमी प्रशिक्षण प्राप्त किया होगा तो वह अपने कर्मचारियों द्वारा दी गई performance, productivity का आसानी से मूल्यांकन कर पायेगा, जिससे टारगेट वस्तु समयानुसार तैयार होगी।

3. बिजनेस का नाम और टैक्स रजिस्ट्रेशन कराएँ

वर्तमान में इंडिया में बिज़नेस को Easy बनाने के लिए भारत सरकार ने अनेक कदम जैसे Start up India इत्यादि उठाये हैं, जिसमे उद्यमी को विभिन्न प्रकार से प्रोत्साहित किया जाने का प्रावधान है। लेकिन इन सबका लाभ लेने के लिए उद्यमी का बिज़नेस विभिन्न Business Entities में से किसी एक में Register होना चाहिए। इसके अलावा उद्यमी को चाहिए की वह tax registration भी कराये, क्योकि बिना Tax registration  के corporate इत्यादि के साथ बिज़नेस करना संभव नहीं है।

4. दुकान किराये पर लें (Rent a shop in selected area)

चूँकि हम उपर्युक्त First step में बता चुके हैं की उद्यमी ने जिस भी Business Location का चुनाव किया है, उसको चाहिए की वह उस क्षेत्र में मांग और अपने आंशिक ग्राहकों को पहचाने। Small scale पर carpentry business करने के लिए end users को ध्यान में रखना बेहद जरुरी है। क्योकि इसमें उद्यमी की deal अधिकतर तौर पर end users से होने की ही संभावना है। अब जिस भी लोकेशन को उद्यमी ने अपने बिज़नेस के लिए choose किया हो, वहां पर उसको अपनी आवश्यकतानुसार जगह Rent पर या फिर खरीदनी पड़ेगी।

5. टूल्स उपकरण खरीदें (Purchasing of carpentry tools)

Carpentry business में बहुत सारे hand tools के अलावा कुछ power tools  भी उपयोग में लाये जाते हैं। जिनकी बदौलत Carpenters किसी भी लकड़ी को कोई वस्तु का रूप देने में कामयाब हो पाते हैं। आइये जानते हैं की उद्यमी को यह बिज़नेस करने के लिए कौन कौन से Tools खरीदने पड़ेंगे।

Carpentry tools list in Hindi

कुछ मुख्य Carpentry tool list निम्नलिखित हैं।

  • बसूला ।
  • हथौड़ी ।
  • स्पीड स्क्वायर ।
  • फीता।
  • चाक लाइन क्लैंप।
  • छेनी ।
  • कारपेंटर पेंसिल ।
  • फ्रेमिंग स्क्वायर ।
  • यूटिलिटी चाकू ।
  • फ्रेमिंग हथौड़ा ।
  • स्क्रू ड्राईवर ।
  • ग्रीस पेंसिल ।
  • टूल बेल्ट ।
  • स्टेपल गन ।
  • नेल गन ।
  • आरी या आरा ।
  • ताररहित ड्रिल मशीन विभिन्न Bits के साथ ।
  • वृत्तीय आरा ।
  • कील, स्क्रू एवं अन्य सामान ।
  • विभिन्न प्रकार के Plais ।
  • भिन्न भिन्न प्रकार के जैक एवं ब्लेड ।
  • रैकिंग बार ।

Tools purchase करने के बाद उद्यमी को चाहिए की वह Raw materials खरीदकर Shop पर रख ले ताकि Carpenters नियुक्त किये जाने के बाद production start हो सके ।

6. कारपेंटर की नियुक्ति (Appoint experienced carpenters)

चूँकि उद्यमी ने अपने area में research करके experienced बेरोजगार अनियमित तौर पर काम पाने वाले Carpenters का पता लगा के उनसे बात कर रखी होगी। अब time है उनको काम पर रखकर, अपना Carpentry business चलाने का। उद्यमी को चाहिए की starting में business expansion के बारे में बिलकुल न सोचे बल्कि अपना पूरा ध्यान टारगेट किये हुए Customers को रिझाने और उनकी Carpentry संबंधी जरूरतों को पूरा करने की कोशिश करे।

Furniture business में उद्यमी विशेष तौर पर ग्रामीण उद्यमी नए बनने वाले घर, शादी वाला घर, स्कूलों, कॉलेजों एवं प्रशिक्षण संस्थानों को अपने Target customers के रूप में देख सकता है।

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