छोले भटूरे बेचने का बिजनेस कैसे शुरू करें। Chole Bhature Business Plan in Hindi.

अख़बार की उन सुर्ख़ियों पर जिसमें छोले का व्यापार (Chole Bhature Business) शुरू करके एक सख्स ने लाखो रूपये महीने के कमाए क्या आपकी भी नज़र गई है? गई तो आप सोच रहे होंगे की एक चोट सा बिजनेस यानिकी छोले भठूरे बेचकर कोई महीने में लाखों रूपये की आमदनी कर सकता है क्या? जी हाँ बिलकुल कर सकता है, क्योंकि हम अपने अन्य लेखों में भी बार बार यही कहते रहे हैं की बिजनेस कोई भी हो छोटा या बड़ा नहीं होता?

इसलिए इसमें कोई आश्चर्य नहीं की एक बेहद कम निवेश के साथ शुरू किया जाने वाला बिजनेस छोले भठूरे का बिजनेस भी आपको लाखों रूपये का प्रॉफिट कमाकर दे सकता है । छोले भठूरे को उत्तरी भारत में बहुत ज्यादा पसंद किया जाता है वैसे इसे प्रसिद्ध पंजाबी खाने के रूप में देखा जाता है ।

यह भोजन विशेषकर बच्चों, किशोरों, युवाओं के बीच काफी प्रसिद्ध है। इसके अलावा नौकरीपेशा लोगों के बीच सुबह के नाश्ते के रूप में भी यह काफी लोकप्रिय है । यही कारण है की हल्दीराम, बीकानेर, ओम स्वीट, श्याम स्वीट जैसे प्रसिद्ध ब्रांड भी अपने स्टोरों पर छोले भठूरे बनाकर बेच रहे होते हैं।

भारत में खान पान से जुड़े बिजनेस की सफलता की सम्भावना तो अधिक रहती ही है। अच्छी बात यह है की इस तरह के व्यवसायों को शुरू करने में बहुत अधिक निवेश करने की भी आवश्यकता नहीं होती है। यदि आप भी कम पैसों में किसी ऐसे बिजनेस को शुरू करने पर विचार कर रहे हैं, जिसमें कमाई की असीमित संभावनाएँ हैं, तो आप खुद का छोले भठूरे बिजनेस शुरू करने पर विचार कर सकते हैं।

chole bhathure business

छोले भटूरे की बिकने की संभावना

छोले भटूरे की डिमांड इतनी अधिक है की मजबूरन मिठाई बेचने वाली बड़ी बड़ी ब्रांड एवं शुद्ध शाकाहारी भोजनालयों में भी इन्हें बिकते हुए आसानी से देखा जा सकता है। उत्तर भारत में तो यह बहुत लोकप्रिय है ही इसके साथ ही धीरे धीरे यह भारत के अन्य क्षेत्रों  में भी लोकप्रिय हो रहा है।

यही कारण है की वर्तमान में आपको लगभग हर जगह पंजाबी खाने के तौर पर आपको छोले भठूरे देखने को मिल ही जाते हैं । फूले फूले गरमा गरम भठूरे और उसके साथ चटपटे छोले एवं हरी मिर्च का आचार किसी के भी मुहँ में पानी लाने के लिए काफी है।

बहुत बार ऐसा होता है की हम यदि घर से कुछ खा पीकर भी निकलते हैं, लेकिन रस्ते में किसी को स्वादिष्ट छोले भठूरे बेचते हुए देखते हैं, तो हमसे रहा नहीं जाता है। और हम कम से कम एक प्लेट जिसमें दो भठूरे और छोले आते हैं खा ही लेते हैं।

वे लोग जो किसी कारण वश घर में नाश्ता नहीं कर पाए या दिन में लंच ले जाना भूल गए वे भी अक्सर छोले भठूरे की तलाश में रहते हैं। और यदि वे इनसे सही से पेट भरना चाहें तो उन्हें कम से कम दो प्लेट छोले भठूरे तो लेने ही पड़ेंगे।

हालांकि यह सब भठूरे के साइज़ और एक प्लेट में भठूरों की संख्या पर निर्भर करता है। यदि एक प्लेट में कोई चार भठूरे दे रहा है तो एक आदमी के लिए चार भठूरे पर्याप्त हैं। लेकिन यदि कोई दो भठूरे भी दे रहा है लेकिन उनका साइज़ बड़ा है तो उस स्थिति में एक आदमी के लिए दो भठूरे भी काफी हैं।

हालांकि बुजुर्ग लोग एवं बीमार लोग जिन्हें तला, भुना हुआ खाने से डॉक्टर ने मना किया है । वे चाहकर भी छोले भठूरे नहीं खाते हैं, लेकिन बच्चों, किशोरों और युवाओ के बीच यह काफी लोकप्रिय है।

छोले भटूरे बेचने का बिजनेस कैसे शुरू करें

छोले भटूरे बेचने का बिजनेस शुरू करना भिबहुत अधिक कठिन प्रक्रिया नहीं है। लोग अक्सर अपने घरों में भी कई अवसरों पर छोले भठूरे बनाते रहते हैं, क्योंकि इन्हें भी तेल में पूरी की तरह ही तलकर बनाया जाता है। फर्क सिर्फ इतना है की पूरी बनाने के लिए गेहूँ के आटे का इस्तेमाल किया जाता है जबकि भठूरे बनाने के लिए मैदे का इस्तेमाल किया जाता है ।  तो आइये जानते हैं की आपको छोले भठूरे का बिजनेस शुरू करने के लिए किन किन प्रक्रियाओं से होकर गुजरना होता है ।

अच्छे एरिया का चयन करें

अच्छे एरिया से आशय एक ऐसी लोकेशन से है जहाँ पर अधिकतर ऐसे लोग आते हों जो अपने घर से खाना या नाश्ता करके नहीं आते हैं । इसमें अधिकतर वे लोग हो सकते हैं जिन्हें सुबह सुबह ड्यूटी पर जाने की जल्दबाजी होती हो, या फिर वह जो दूर यात्रा करके आए हों, या फिर वे अन्य लोग जो शौक के लिए छोले भठूरे खाना पसंद करते हों ।

ऐसे लोग आपको किसी रेलवे स्टेशन के नज़दीक, बस स्टैंड के नज़दीक, टैक्सी स्टैंड के नज़दीक, स्थानीय बाज़ार में, किसी इंडस्ट्रियल एरिया में किसी यूनिवर्सिटी कॉलेज के परिसर में मिल सकते हैं। अच्छे एरिया का मतलब यही है की जिस एरिया में आपके टारगेट ग्राहकों की संख्या अधिक हो ।

इसलिए इस बिजनेस (Chole Bhature ka Business) शुरू करने के लिए सबसे पहला कदम अपने व्यवसाय के लिए एक अच्छे एरिया का चयन करके वहां पर दुकान या स्टाल के लिए जगह का प्रबंध करना होता है ।  

छोले भटूरे की दुकान या स्टाल का निर्णय लें

अब जब आपने उस एरिया का चयन कर लिया हो जहाँ पर आप अपना छोले भठूरे का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं, तो अब आपका अगला कदम इस बात का निर्णय लेने का होना चाहिए, की आप इसे दुकान किराये पर लेकर शुरू करने वाले हैं या फिर छोले भठूरे का स्टाल या रेहड़ी लगाकर इसे शुरू करने वाले हैं।

क्योंकि जैसा की आप भी जानते होंगे की भारत में अधिकतर स्ट्रीट फ़ूड बिजनेस रेहड़ी या स्टाल लगाकर ही किये जाते हैं । वह इसलिए क्योंकि सड़क के किनारे उपलब्ध इन स्टालों की विजिबिलिटी अच्छी होती है और लोग इनकी ओर जल्दी से आकर्षित होते हैं। दूसरा इस तरह के व्यवसायों को शुरू करने में दुकान स्थापित करने की तुलना में खर्चा भी कम आता है।

शुरूआती दौर में उद्यमी को चाहिए की वह इस बिजनेस को स्टाल लगाकर ही शुरू करे, क्योंकि इसमें उद्यमी को सुबह सुबह मात्र कुछ घंटे ही काम करने की आवश्यकता होगी । उसके बाद वह चाहे तो अपना कोई अन्य काम भी कर सकता है।

जरुरी बर्तन और कच्चा माल खरीदें

भठूरे तलने के लिए आपको एक बड़ी सी कढ़ाई की आवश्यकता होती है। तले हुए भठूरे तेल से  निकालने के लिए तारों से निर्मित एक छन्नी की आवश्यकता होती है। एक बड़ी परात की आवश्यकता होती है, जिसमें मैदे को भठूरे बनाने के लिए गूँथा जाएगा। छोले उबालने के लिए कुकर की आवश्यकता होती है, और एक बड़े पतीले की आवश्यकता होती है, जिसमें आप छोले बनाकर रख सकते हैं । और जरुरत पड़ने पर उन छोलों को गरम भी कर सकते हैं ।

कच्चे माल के तौर पर उद्यमी को मैदे, तेल, छोले, प्याज, टमाटर, मसाले, धनिया, बेकिंग पाउडर और हरी मिर्च के आचार की आवश्यकता हो सकती है । कुल मिलाकर देखा जाय तो इस व्यवसाय में इस्तेमाल में लाये जाने वाले सभी बर्तन और कच्चा माल आपको आपके स्थानीय मार्किट में ही आसानी से मिल जाएगा।    

छोले भटूरे बनाएँ और बेचें

जैसा की हम पहले भी बता चुके हैं की छोले भठूरे बनाना बहुत ही आसान प्रक्रिया है कुछ लोग तो इन्हें हमेशा अपने घरों में बनाते भी हैं। इसके लिए आपको सबसे पहले मैदे को गूँथना होता है, इसे बहुत ढीला करके गूंथने की आवश्यकता हो सकती है। भठूरे तेल में अच्छी तरह फूल जाएँ इसके लिए मैदे में थोड़ा बहुत बेकिंग पाउडर भी मिलाया जाता है।

फिर इस गुंथे हुए मैदे को कुछ घंटों के लिए छोड़ दिया जाता है । उसके बाद इनकी लोई बनाकर हाथ से इन्हें भठूरे का आकार देकर कढाई में किये गए गरम तेल में डालना होता है । और थोड़ी ही देर में भठूरा फूलकर पक जाता है। उसके बाद भठूरे को तेल की कढ़ाई से छन्नी का इस्तेमाल करके निकाल दिया जाता है।

छोले बनाने की प्रक्रिया बिलकुल सब्जी बनाने की तरह ही है सर्वप्रथम छोलों को भिगो दिया जाता है उसके बाद कुकर में इनको सीटी लगाई जाती है। जब ये उबल जाते हैं तो इनमें प्याज टमाटर एवं अन्य मसालों का तड़का लगाकर इनमें थोड़ी गिरेवि बनाकर इसे चटपटा बनाया जाता है। जहाँ तक बात हरी मिर्च के आचार की है यह है बाज़ार में बना बनाया भी मिल जाता है।

भठूरे बेचने के लिए आपको कागज या पत्तों से निर्मित दोने इत्यादि की भी आवश्यकता होती है । वैसे यदि आपके स्टाल पर पानी की अच्छी व्यवस्था है तो आप स्टील की प्लेट का भी इस्तेमाल अपने ग्राहकों को छोले भठूरे बेचते समय कर सकते हैं ।        

छोले भटूरे का बिजनेस शुरू करने में आने वाली लागत     

छोले भटूरे का बिजनेस शुरू करने में आने वाली लागत उद्यमी के बिजनेस मॉडल यानिकी स्थायी दुकान स्थापित करके या फिर पार्ट टाइम स्टाल लगाकर वह किस मॉडल का चुनाव करके यह बिजनेस करना चाहता के आधार पर अलग अलग हो सकती है।

लेकिन शुरूआती दौर में यदि उद्यमी छोले भटूरे का स्टाल लगाकर इस बिजनेस (Chole Bhature Ke Business) को शुरू कर रहा है तो उसे ₹30000 से ₹41000 के बीच कुछ भी खर्चा करने की आवश्यकता हो सकती है ।

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