डाटा एंट्री का व्यापार कैसे शुरू करें। How to start data entry business in India.

देखा जाय तो Data Entry Business भी ऑनलाइन एवं इन्टरनेट की श्रेणी से जुड़ा हुआ एक ऐसा बिजनेस है जिसे शुरूआती दौर में बेहद कम पैसों के साथ भी शुरू किया जा सकता है । हालांकि यह तब मुमकिन है जब व्यक्ति व्यक्तिगत तौर पर इस बिजनेस को शुरू कर रहा हो। यदि व्यक्ति स्वयं की कंपनी खोलकर इस तरह का व्यापर शुरू करने की सोच रहा है तो उसे अधिक निवेश की आवश्यकता हो सकती है।

जैसा की हम सबको विदित है की मंदी के दौरान किसी भी देश में बेरोजगारी के स्तर में थोड़ी बहुत वृद्धि तो होती ही होती है इसका मुख्य कारण मौजूदा कम्पनियों का अपने खर्चों को कम करने के लिए कुछ कर्मचारियों को नौकरी से निकाल देना एवं नई भर्तियाँ न करना ही हैं। वही इस सिक्के के दुसरे पहलू की यदि हम बात करें तो हम पाएंगे की मंदी के दौरान अधिकतर कम्पनियाँ अपने छोटे मोटे कार्यों को निष्पादित करने के लिए नियुक्तियाँ करने की बजाय इन्हें व्यक्तिगत व्यक्तियों या छोटे बिजनेस को  आउटसोर्स कर देती हैं।

यही कारण है की मंदी में भी Data Entry Business छोटे स्तर पर आसानी से शुरू किया जा सकता है। कहने का अभिप्राय यह है की इस तरह का यह बिजनेस एक ऐसा बिजनेस है जो सामान्य स्थितियों में तो शुरू किया ही जा सकता है। लेकिन आर्थिक मंदी में भी Data Entry Business करना लाभकारी हो सकता है। हालांकि भारत जैसे विशालकाय देश में डाटा एंट्री का काम देने का प्रलोभन देकर लोगों से पैसों की ठगी भी होती रही है। यही कारण है की भारत में डाटा एंट्री जैसे काम को गंभीरता से नहीं लिया जाता था ।

लेकिन इसके उलट एक सच्चाई यह भी है की लोगों ने इस तरह का बिजनेस करके अच्छी खासी कमाई भी की है। और इस तरह का यह व्यापर पिछले कुछ सालों से भारत में लोकप्रियता प्राप्त कर रहा है। क्योंकि वर्तमान में हर छोटा बड़ा संगठन अपने हर प्रकार के डाटा का डिजिटलीकरण करने के लिए प्रयासरत है। इसलिए इस क्षेत्र में काम की अपार संभावनाएं हैं। और चूँकि कोई भी मनुष्य काम से ही कमाई कर पाने में समर्थ होता है। इसलिए आज इस लेख के माध्यम से कमाई के एक और तरीके Data Entry Business के बारे में वार्तालाप हो रही है।

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डाटा एंट्री व्यापार क्या है (What is data entry business in Hindi):  

Data Entry Business को समझने से पहले हम डाटा एंट्री को समझ लेते हैं अर्थात यह जान लेते हैं की डाटा एंट्री होती क्या है? डाटा एंट्री ऐसा कार्य होता है जिसमें कोई व्यक्ति किसी फॉर्म, रजिस्टर या अन्य दस्तावेजों से डाटा को कीबोर्ड की मदद से कंप्यूटर में डालता है। कहने का आशय यह है की डाटा के डिजिटलीकरण हेतु उसकी एंट्री कंप्यूटर में कराना ही डाटा एंट्री कहलाती है।

लेकिन यहाँ पर हम Data Entry Business की बात कर रहे हैं तो इसमें उद्यमी अनेक छोटी बड़ी कम्पनियों से काम लेकर उस काम का निबटान अपने ऑफिस में आकर करता है। हालांकि यदि व्यक्ति व्यक्तिगत तौर पर यह बिजनेस करना चाहता हो तो वह अनेकों ऑनलाइन प्लेटफॉर्म जहाँ पर आये दिन ऐसे काम लोग पोस्ट करते हैं। जैसे Freelancer, Elance के माध्यम से भी काम प्राप्त करके इस तरह का बिजनेस शुरू कर सकता है।

वर्तमान में इस डिजिटल युग में एक छोटे विक्रेता से लेकर बड़े कॉर्पोरेट घरानों तक सभी अपने व्यापार सम्बन्धी डाटा को बनाये रखते हैं। यही कारण है की वे यह चाहते हैं की उनका यह डाटा सही एवं चतुराई से संग्रहित करके रखा जाय।  Data Entry Business कर रहा उद्यमी डाटा प्रविष्टि सर्विस के अलावा डाटा के रखरखाव एवं स्टोरेज की फैसिलिटी भी अपने ग्राहकों को प्रदान करता है।

इसलिए उद्यमी के लक्ष्यित ग्राहक के तौर पर एक ओर ऐसी छोटी बड़ी कम्पनियाँ रहती हैं जो अपने पुराने रिकॉर्ड को डिजिटाइज करना चाहती हैं। और दूसरी ओर ऐसे संगठन या व्यवसाय जो अपने डाटा को बनाये रखने के लिए इस काम को आउटसोर्स कर देते हैं।             

भारत में डेटा एंट्री बिजनेस की गुंजाइश (Scope of Data Entry Business in India):  

यद्यपि वैश्वीकरण के इस दौर ने भारत को कई आउटसोर्सिंग व्यापार करने के अवसर प्रदान किये हैं लेकिन Data Entry Business इन सब व्यवसायों में से सबसे लोकप्रिय व्यापर रहा है। चूँकि भारत में आईटी क्षेत्र तेजी से विकास के रस्ते पर अग्रसित है इसलिए इस तरह के व्यवसाय के लिए यहाँ पर्याप्त गुंजाइश है। डिजिटल इंडिया जैसे कार्यक्रम के माध्यम से भी इस तरह के व्यवसायों को प्रोत्साहन मिला है इसके अलावा उद्यमी के पास बाहरी देशों से काम प्राप्त करके कमाई करने के अवसर भी समान रूप से उपलब्ध हैं।

डाटा एंट्री की बुनियादी सेवाओं की बात करें तो इनमें सरकारी उद्यमों के फॉर्म भरना, निजी एवं सार्वजनिक क्षेत्र की आईटी कम्पनियों के जटिल डाटा का रूपांतरण करना इत्यादि शामिल हैं। जो Data Entry Business को बार बार एवं कभी खत्म न होने वाले प्रोजेक्ट प्रदान करते हैं। चूँकि किसी भी बिजनेस के लिए उसका डाटा बेहद महत्वपूर्ण होता है इसलिए उसका रखरखाव भी अनिवार्य हो जाता है।

इसलिए यदि आप इस तरह की बिजनेस करने की सोच रहे हैं तो आपको इस बात की चिंता करनी छोड़ देनी चाहिए की आपको प्रोजेक्ट अर्थात काम कहाँ से मिलेगा। बल्कि यह चिंता करनी चाहिए की काम कैसे मिलेगा? इसलिए यदि आप ग्राहकों को अधिग्रहण करने की कला रखते हैं, तो आपके लिए डेटा  एंट्री व्यवसाय कमाई करने का एक बेहतरीन अवसर है।

डेटा एंट्री बिजनेस के लिए आवश्यक कौशल (Skills Required To Start Data Entry Business):

हालांकि यदि उद्यमी ऑनलाइन वेबसाइट जैसे Freelance, Elance इत्यादि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से इस तरह का बिजनेस शुरू करना चाहता है। तो उसे कंप्यूटर की बुनियादी जानकारी के साथ टाइपिंग का ज्ञान होना भी अति आवश्यक है। इसके अलावा टाइपिंग स्पीड भी इस बिजनेस को प्रभावित करती है। लेकिन जब उद्यमी खुद की कंपनी शुरू करके इस तरह का बिजनेस शुरू करना चाहता हो तो उसे डेटा एंट्री और प्रबंधन के लिए आवश्यक कौशल के अलावा उत्कृष्ट व्यवसाय प्रबंधन कौशल भी होना चाहिए।

चूँकि डेटा एंट्री सर्विसेज के अंतर्गत उद्यमी अपने ग्राहकों को सेवाओं की एक सारणी प्रदान कर सकता है इसलिए प्रदान की जाने वाली सेवाओं के अनुरूप आवश्यक कौशल भी अलग अलग हो सकते हैं। लेकिन Data Entry Business शुरू करने के लिए कुछ आवश्यक सामान्य कौशलों की लिस्ट निम्नवत है।

  • प्रवीणता एवं स्पीड के साथ टाइपिंग कौशल ।
  • शुद्धता एवं सटीकता के साथ दस्तावेजों का डिजिटलीकरण करने का कौशल।
  • विशिष्ट सेवाएँ प्रदान करने के लिए आईटी कौशल एवं सॉफ्टवेर का ज्ञान।
  • पढने का श्रेष्ठ कौशल।
  • प्रभावी तौर पर निर्धारण करने का कौशल।
  • फ्रीलांसरों और कर्मचारियों का प्रबंधन का कौशल।
  • मौखिक एवं लेखन दोनों में उत्कृष्ट संचार कौशल।
  • प्रबन्धीय कौशल के साथ समन्वय क्षमता।
  • डेडलाइन एवं समय सीमा का प्रबंधन ।

डेटा एंट्री व्यापार कैसे शुरू करें (How to Start Data Entry Business in India):

भारत में Data Entry Business को कोई भी इच्छुक व्यक्ति दो तरीकों से शुरू कर सकता है। इस तरह का यह बिजनेस करने का जो पहला तरीका है वह ऐसा है की उसे उद्यमी बेहद कम या फिर व्यक्ति के पास स्वयं का कंप्यूटर, लैपटॉप, इन्टरनेट इत्यादि हो तो इसे व्यक्ति बिना किसी निवेश के भी शुरू कर सकता है। इस तरीके में व्यक्ति को स्वयं को Freelancer, Elance जैसी वेबसाइट में डेटा एंट्री एक्सपर्ट के तौर पर रजिस्टर करना होता है।

और जिसे इस तरह का कार्य कराने की आवश्यकता होगी वह व्यक्ति से संपर्क कर सकता है। और जब धीरे धीरे व्यक्ति को इन वेबसाइट से काम मिलना शुरू हो जाता है तो ग्राहक फीडबैक देते हैं यदि आपका फीडबैक अच्छा रहा तो ये वेबसाइट डेटा एंट्री का काम करवाने के इच्छुक व्यवसायों को आपकी प्रोफाइल पहले दिखाना शुरू कर देते हैं।

इस प्रकार धीरे धीरे आपको और अधिक काम मिलना शुरू हो जाता है और जब आपको इतना काम मिलना शुरू हो जाए की आप उसे अकेले न कर पायें तो आप इस तरह के कार्य को अपने आस पास व्यक्तियों में बाँट सकते हैं। अर्थात आप उनसे कम पैसों में काम कराके कमीशन के तौर पर भी अपनी कमाई कर सकते हैं। Data Entry Business शुरू करने का दूसरा तरीका खुद की कम्पनी खोलकर इस तरह का बिजनेस करने का है। इसके लिए उद्यमी को अनेकों गतिविधियों का अनुसरण करना पड़ सकता है। जिनका संक्षिप्त वर्णन निम्नवत है ।

1. खुद के कौशल का आकलन करें:

Data Entry Business तकनीक पर आधारित बिजनेस है इसलिए इसे शुरू करने से पहले उद्यमी को खुद के कौशल का आकलन करना होगा। ध्यान रहे एक ऐसे उद्यमी जिसे न तो कंप्यूटर का ज्ञान हो और न ही टाइपिंग का, के लिए इस तरह का बिजनेस करना नुकसानदेह हो सकता है।

यही कारण है की भले ही खुद का बिजनेस करने के लिए सभी समान रूप से स्वतंत्र हैं लेकिन हर बिजनेस के लिए किसी न किसी कौशल की आवश्यकता होती ही होती है। इसलिए उद्यमी को चाहिए की उपर्युक्त उल्लेखित लिस्ट के आधार पर खुद के अन्दर समाहित कौशल का अवलोकन करे और उसके बाद ही Data Entry Business के बारे में कोई निर्णय करे।   

2. एकल स्वामित्व या पार्टनरशिप का चुनाव करें :

यद्यपि इस तरह का यह बिजनेस शुरू करने में उद्यमी को बहुत ज्यादा निवेश करने की आवश्यकता शुरूआती दौर में नहीं होती है। इसलिए उद्यमी चाहे तो एकल स्वामित्व के तहत भी Data Entry Business को शुरू कर सकता है। लेकिन इस बिजनेस में समय एवं तकनीक के साथ अपडेट होने की आवश्यकता होती है इसलिए इस बिजनेस में बौद्धिक क्षमता की अत्यंत आवश्यकता होती है। इसी बात को ध्यान में रखकर उद्यमी चाहे तो किसी ऐसे पार्टनर का चुनाव कर सकता है जिसे इस क्षेत्र में अनुभव प्राप्त हो।

ताकि दोनों पार्टनर अपने बिजनेस को बढाने के लिए नए नए आईडिया लायें एवं उन पर विचार करके आगे बढ़ें। पार्टनरशिप में लाभ का बँटवारा तो होता है लेकिन जोखिम भी कम होता है । इसलिए उद्यमी को इस बात का निर्णय लेना होगा की वह यह बिजनेस पार्टनरशिप में करना चाहता है या फिर एकल स्वामित्व के तौर पर।      

3. बिजनेस रजिस्टर करें (Register your Data Entry Business):  

यद्यपि उद्यमी चाहे तो व्यक्तिगत तौर पर भी Data Entry Business शुरू कर सकता है जिसके लिए उसे कुछ ऑनलाइन प्लेटफोर्म जैसे फ्रीलांसर, ईलांस इत्यादि वेबसाइट के साथ खुद को डाटा एंट्री ऑपरेटर के तौर पर रजिस्टर करने की आवश्यकता होती है। लेकिन यदि उद्यमी छोटी बड़ी कम्पनियों से बड़े बड़े आर्डर प्राप्त करना चाहता है तो उसे अपने बिजनेस को रजिस्ट्रार ऑफ़ कम्पनीज में रजिस्टर करके इनकारपोरेशन सर्टिफिकेट प्राप्त करना होगा।

कहने का आशय यह है की कॉर्पोरेट ग्राहकों के साथ काम करने के इच्छुक उद्यमी को अपने बिजनेस को वैधानिक रूप से एक कम्पनी की शक्ल देनी होगी। भारत में कंपनी खोलने की प्रक्रिया जानने के लिए आप यह लेख पढ़ सकते हैं। इसके अलावा उद्यमी को बिजनेस के नाम से चालू खाता एवं पैन नंबर इत्यादि की भी आवश्यकता हो सकती है।    

4. ग्राहकों से मिलें:

Data Entry Business कर रहे उद्यमी के मुख्य ग्राहकों के तौर पर सभी छोटी बड़ी कम्पनियाँ होती हैं। इसलिए सभी कार्य पूर्ण हो जाने के बाद उद्यमी या उसकी टीम को अपने आंशिक ग्राहकों से मिलने की लगातार कोशिश करनी चाहिए। हालांकि पश्चिमी देशों की कम्पनियों से इस तरह का कार्य अधिक मिलने की संभावना रहती है।

क्योंकि उन देशों की तुलना में उन्हें भारत के लोगों से काम करवाना बेहद सस्ता पड़ता है इसलिए विभिन्न मल्टी नेशनल कम्पनियाँ इस तरह का कार्य Data Entry Business करने वाले उद्यमियों को प्रदान करते हैं। इसके अलावा एक बात का विशेष ध्यान रखें की अपने आंशिक ग्राहकों से मिलने से पहले अपने बिजनेस की वेबसाइट एवं कंपनी प्रोफाइल अवश्य तैयार कर लें। और यदि उद्यमी कार्य को सटीकता एवं दक्षता के साथ करे तो वह इस बिजनेस से अच्छा खासा लाभ प्राप्त करने में सक्षम हो सकता है।

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