शुष्क सब्जियों का व्यापार कैसे करें। Dehydrate Vegetable Business plan in Hindi.

Dehydrate Vegetable ka vyapar : को सुखी सब्जियाँ भी कह सकते हैं। जैसा की हम सब अच्छी तरह से जानते हैं की सब्जियाँ विशेष मौसम पर आधारित होती हैं। अलग अलग मौसम में अलग अलग सब्जियाँ होती हैं लेकिन आम तौर पर बरसात में विभिन्न सब्जियों का उत्पादन बड़ी मात्रा में किया जाता है। अधिकतर सब्जियाँ जल्दी खराब होने वाली होती हैं।

इसलिए ऑफ सीजन में यह कम मिलती हैं या फिर मिलती ही नहीं हैं। इसी समस्या को हल करने के लिए डीहाईड्रेट तकनीक को अपनाया जाता है। कहने का आशय यह है की ऑफ सीजन में भी सब्जियों की उपलब्धता बनाये रखने के लिए निर्जलीकरण तकनीक को अपनाया जाता है।

इस पद्यति में सब्जियों को निर्जलित अर्थात सुखाया जाता है जिससे उन्हें लम्बे समय के लिए संरक्षित किया जा सकता है। निर्जलित सब्जियों का बिजनेस कर रहा उद्यमी भी लोकप्रिय सब्जियों को ऑफ सीजन में बेचकर अच्छे लाभ की प्राप्ति कर सकते हैं। तो आइये जानते हैं की यह बिजनेस है क्या? और इस व्यवसाय में उद्यमी किन किन सब्जियों को डीहाइड्रेट कर सकता है।

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डीहाईड्रेट वेजिटेबल क्या है

Dehydrate Vegetable Business Kya hai : वैसे देखा जाय तो धूप में सब्जियों को रखकर सुखाना ही डीहाईड्रेट वेजिटेबल बनाने की सबसे प्राचीन तकनीक है। यही कारण है की आज के समय में यह तकनीक और प्रचलित और सत्यापित हो गई है। कुछ ऐसी सब्जियाँ जिनमें गाज़र, हरी मटर, फूलगोभी, पालक इत्यादि ऐसे हैं। जो ऑफ सीजन में अच्छे दामों में बिक जाती हैं।

हालांकि प्याज और लहसुन के पाउडर की भी वर्ष भर अच्छी मांग रहती है लेकिन ये उत्पाद भी वर्ष भर उपलब्ध रहते हैं। डीहाईड्रेट वेजिटेबल यानिकी ऐसी सब्जियाँ जिन्हें धूप में सुखाकर या अन्य कोई पद्यति का इस्तेमाल करके संरक्षित रखने के लिए तैयार किया जाता है। ताकि ऑफ सीजन में जब उनकी उत्पादकता न हो तब उन्हें लाभदायक दामों में बेचा जा सके।

बिक्री होने की संभावना कितनी है

भारतीय लोगों की भोजन की आदतें इस प्रकार से व्यवस्थित हैं की अधिकांश घरों में हर दिन सब्जियाँ तैयार की जाती हैं। पूरे वर्ष में जलवायु परिस्थितयों और मिटटी के प्रकारों के आधार पर कई तरह की सब्जियों की खेती की जाती है। हरी सब्जियों की यदि हम बात करें तो इन्हें पूर्वनिर्धारित मौसम के अनुसार ही उगाया जाता है।

और पूरे वर्ष भर इनकी उपलब्धता बनाये रखना बड़ी समस्या होती है। इसलिए यदि इन सब्जियों को Dehydrate Vegetable व्यवसाय शुरू करके वर्ष भर उपलब्ध कराया जाता है। तो ये उद्यमी को अच्छा लाभ प्रदान करने में सहायक हो सकते हैं। यद्यपि इस समस्या का हल केवल सब्जियों का निर्जलीकरण करके उन्हें संरक्षित करना ही नहीं है।

बल्कि वर्तमान में ग्रीन हाउस तकनीक का इस्तेमाल करके हरी सब्जियों का उत्पादन भी पूरे वर्ष भर करने की कोशिश की जा रही है। लेकिन ग्रीन हाउस स्थापित करने में भारी निवेश करने की आवश्यकता पड़ती है।

जो इसे कम व्यवहारिक बना देता है। यही कारण है की Dehydrate Vegetable Technique को इससे अधिक महत्व दिया जाता है। लोगों की बढ़ती आमदनी, बदलती जीवन शैली और व्यस्त दैनिक कार्यक्रमों के साथ निर्जलित सब्जियों का बाजार धीरे धीरे विशेष रूप से शहरी आबादी के बीच बढ़ रहा है।

यदि उद्यमी अपने उत्पादों को डिपार्टमेंटल स्टोर, सुपर मार्किट, शॉपिंग मॉल इत्यादि में बिक्री करने में सफल हो गया तो वह इस व्यवसाय में आसानी से सफल हो सकता है। इसके अलावा उद्यमी चाहे तो होटल, ढाबों, रेस्टोरेंट, पांच सितारा होटलों इत्यादि के साथ टाई अप करके भी अपने उत्पाद की बिक्री सुनिश्चित कर सकता है।

डीहाईड्रेट वेजिटेबल बिजनेस कैसे शुरू करें  

Dehydrate Venegtable Business Kaise shuru kare:  यह बिजनेस  शुरू करने के लिए सबसे पहले एक अच्छी सी लोकेशन का चुनाव करने की आवश्यकता होती है। अच्छी लोकेशन से आशय एक ऐसी लोकेशन से है जहाँ पर उद्यमी को उसके उद्यम के लिए कच्चा माल आसानी से मिल जाय।

चूँकि इस व्यवसाय को शुरू करने के लिए कच्चे माल के तौर पर विभिन्न सब्जियों की आवश्यकता होती है। इसलिए उद्यमी किसी ऐसी लोकेशन पर इस तरह का यह उद्यम स्थापित कर सकता है। जिस एरिया में सब्जियों का उत्पादन अधिक होता हो। लोकेशन चयन के अलावा भी उद्यमी को अन्य कई कदम इस तरह का यह व्यवसाय शुरू करने के लिए उठाने पड़ते हैं।

जमीन और बिल्डिंग का प्रबंध करें

शुष्क सब्जियों का व्यापार शुरू करने के लिए भी उद्यमी को चयनित लोकेशन पर जमीन और बिल्डिंग का प्रबंध करने की आवश्यकता होती है। उद्यमी की इकाई ऐसी जगह पर विद्यमान होनी चाहिए जहाँ पर उसे कच्चे माल की उपलब्धता तो आसानी से हो ही जाय। साथ में वहां पर कर्मचारियों की उपलब्धता और स्थानीय मार्किट की दूरी भी अधिक न हो। यदि स्थानीय मंडी के नज़दीक इस तरह की इकाई स्थापित की जाती है तो यह उद्यमी के लिए लाभकारी हो सकती है।

हालांकि इस तरह का यह बिजनेस शुरू करने के लिए उद्यमी को 500 स्क्वायर मीटर जगह की आवश्यकता हो सकती है। 220 स्क्वायर मीटर एरिया को उद्यमी को बिल्ट अप एरिया के तौर पर विकसित करने की आवश्यकता हो सकती है।

सब्जियों को स्टोर करने के लिए लगभग 35 स्क्वायर मीटर जगह की आवश्यकता हो सकती है। 60 Square Meter जगह गोदाम के लिए, सब्जियों को धोने का टैंक रखने या स्थापित करने के लिए जगह, प्रोडक्शन हाल के लिए जगह और ऑफिस इत्यादि स्थापित करने के लिए जगह की आवश्यकता होती है। उद्यमी चाहे तो चयनित लोकेशन पर बनी बनाई बिल्डिंग भी किराये पर ले सकता है।       

वित्त का प्रबंध करें

जहाँ तक शुष्क सब्जियों की परियोजना को शुरू करने में आने वाले खर्चे का सवाल है। यह परियोजना के आकार पर निर्भर करता है। यदि प्लांट की उत्पादन क्षमता अधिक होगी तो उद्यमी को उस प्लांट के लिए ऐसी मशीनरी खरीदनी होगी, जिसकी उत्पादन क्षमता अधिक होगी। इसलिए बड़ा प्लांट शुरू करने में अधिक खर्चा और छोटा प्लांट शुरू करने में कम खर्चा आ सकता है।

लेकिन एक औसतन परियोजना में आने वाली लागत 25 लाख रूपये तक हो सकती है। यद्यपि यह उद्यमी की योजना के मुताबिक अंतरित भी हो सकती है। इसलिए उद्यमी को चाहिए की वह वित्त का प्रबंध करने से पहले परियोजना रिपोर्ट या फिर बिजनेस प्लान तैयार कर ले। ताकि उसे उसकी परियोजना में आने वाली अनुमानित लागत के बारे में पता चल सके।

और वह उसी के मुताबिक वित्त का प्रबंध कर पाए। उद्यमी को सबसे पहले किसी सब्सिडी युक्त सरकारी योजना के बारे में पता करना होगा, की कहीं उस व्यवसाय को शुरू करने के लिए कोई सब्सिडीयुक्त ऋण तो उपलब्ध नहीं है। बैंक से ऋण लेना और पारिवारिक सदस्यों, दोस्तों इत्यादि से वित्त का प्रबंध करने के विकल्प उद्यमी के पास मौजूद हैं।          

आवश्यक लाइसेंस और पंजीकरण प्राप्त करें

Dehydrate Vegetable Business शुरू करने के लिए उद्यमी को निम्नलिखित लाइसेंस और पंजीकरणों की आवश्यकता हो सकती है।

  • सर्वप्रथम उद्यमी को अपने व्यवसाय का नाम सर्च करके उसे एमसीए में रजिस्टर करने की आवश्यकता होती है।
  • अब उद्यमी को अपने व्यवसाय को प्रोप्राइटरशिप, वन पर्सन कंपनी, प्राइवेट लिमिटेड कंपनी इत्यादि में से किसी एक का चुनाव करके रजिस्टर करने की आवश्यकता होती है।
  • जीएसटी रजिस्ट्रेशन और बैंक में चालू खाता और पैन की भी आवश्यकता हो सकती है ।
  • स्थानीय प्राधिकरण से ट्रेड लाइसेंस या फैक्ट्री लाइसेंस की आवश्यकता हो सकती है।
  • फ़ूड लाइसेंस यानिकी एफएसएसएआई लाइसेंस की भी आवश्यकता होती है।
  • उद्यमी चाहे तो अपने व्यवसाय उद्यम रजिस्ट्रेशन भी करा सकता है ।      

प्लांट और मशीनरी की खरीदारी करें

उद्यमी जितनी भी क्षमता का प्लांट स्थापित करना चाहता है। उस उत्पादन क्षमता तक पहुँचने के लिए ताज़ी सब्जियों की आसान उपलब्धता बेहद जरुरी है। तो आइये जानते हैं निर्जलित सब्जियों का व्यापार शुरू करने के लिए उद्यमी को किन किन मशीनरी की आवश्यकता हो सकती है।

  • स्लाइसर, क्यूबर इत्यादि के साथ वेजिटेबल वाशिंग टैंक।
  • थर्मोस्टेट कण्ट्रोल के साथ बैलेंसिंग टैंक।
  • वेजिटेबल के लिए स्टेकिंग ट्रे।
  • वेजिटेबल के लिए प्री कुलिंग फैसिलिटी।
  • वाईब्रेट्री शेकर
  • पूर्ण इलेक्ट्रिकल उपकरणों और अटैचमेंट के साथ डीहाईड्रेट करने के लिए फ्ल्यूडाईजड बेड ड्रायर।
  • अटैचमेंट के साथ हॉट वाटर बायलर।
  • अटैचमेंट के साथ फिलिंग और सीलिंग मशीन।
  • टेस्टिंग उपकरण।

कच्चे माल की खरीदारी

जैसा की हम पहले भी बता चुके हैं की शुष्क सब्जियों के व्यापार में इस्तेमाल में लाये जाने वाला प्रमुख कच्चा माल ताज़ी सब्जियाँ ही होंगी। इसलिए उद्यमी को इस परियोजना को सब्जी उगाने वाले क्षेत्र के नज़दीक ही शुरू करना चाहिए। विभिन्न मौसमों में अलग अलग सब्जियों के उत्पादन के आधार पर उद्यमी अपने उत्पादों की भी बदल सकता है। इसके अलावा उद्यमी को कर्मचारियों की भी नियुक्ति करने की आवश्यकता होगी।    

प्लांट में ट्रायल निर्माण शुरू करें

Dehydrate Vegetable Business में निर्माण प्रक्रिया सब्जियों के आधार पर अलग अलग हो सकती है। मटर के लिए यह प्रक्रिया अलग हो सकती है तो फूलगोभी के लिए यह प्रक्रिया अलग हो सकती है। लेकिन सबसे पहले इन ताज़ी सब्जियों को टैंक में अच्च्की तरह धो लिया जाता है।

उसके बाद छिलके वाली सब्जियों का छिलका उतार दिया जाता है, तो बड़ी सब्जियों जैसे फूलगोभी इत्यादि को छोटे टुकड़ों में काट लिया जाता है। फिर इन्हें ठंडे पानी में ब्लेंचड और ड्राई किया जाता है। यदि सब्जी पालक हो तो इसके डंठल को पत्तों से अलग किया जाता है और धोकर सुखाने की मशीन में सुखाने के लिए छोड़ दिया जाता है।

गाजर को डीहाइड्रेट करने के लिए भी इसे धोया जाता है और फिर इसे क्यूब में काट लिया जाता है और इन्हें ब्लेंचड और सुखाया जाता है। इन सब्जियों की पैकिंग में खास ध्यान दिया जाता है ताकि लम्बे समय तक ये संरक्षित रह सकें।

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