Gear Box पर बात करना इसलिए जरुरी हो जाता है, क्योंकि मैकेनिकल पॉवर ट्रांसमिशन यानिकी यांत्रिक विद्युत् संचरण में गियर्स प्रमुख भूमिका निभाते हैं । एक गियर या कोगव्हील किसी घुमने वाली मशीन का एक हिस्सा हो सकते हैं, इनमें कटे हुए दांत या कोग होते हैं। और ये टार्क को संचारित करने के लिए दुसरे दांत वाले हिस्से के साथ मिलकर काम करते हैं।
इस तरह के ये गियर उपकरण किसी भी पॉवर सोर्स की स्पीड, टार्क और डायरेक्शन बदल सकते हैं। गियर्स हमेशा ही अपने गियर अनुपात के माध्यम से, एक यांत्रिक लाभ पैदा करते हुए Torque में परिवर्तन पैदा करते हैं। इसलिए इस प्रकार से इन्हें एक साधारण मशीन भी माना जा सकता है।
जिन दो गियर्स द्वारा आपस में मिलकर काम किया जाता है उनके सभी दांतों का आकार एक जैसा होता है। एक ही क्रम में काम करने वाले दो या दो से अधिक मेशिंग गियर को गियर ट्रेन भी कहा जाता है। अनेकों तरह की जटिल मशीनों और साधारण मशीनों में गियर का व्यापक तौर पर इस्तेमाल किया जाता है।
साधारण दीवार घड़ियों, कलाई पर बाँधने वाली घड़ियों से लेकर निर्माण मशीन टूल्स तक ऑटोमोबाइल, विमानन, रक्षा, बड़े जहाजों में तक Gear Box का इस्तेमाल किया जाता है । इनके अलावा क्रेन, पवन टर्बाइन, रेलवे, विमानन, अंतरिक्ष दूरबीन से निर्माण मशीनरी, बांध गेट संचालन और भारी भारोत्तोलन मशीनों और सिस्टम में पॉजिटिव और चरणबद्ध ड्राइव करने के लिए भी Gear Box का इस्तेमाल किया जाता है।
Gear Box क्या है
एक गियर ट्रेन या Gear Box एक मैकेनिकल सिस्टम है जो गियर को माउंट करके एक फ्रेम पर बनाई जाती है। ताकि गियर के दांत एक दुसरे के साथ संग्लग्न होकर काम करते रहें। गियर के दांतों को यह सुनिश्चित करने के लिए डिजाईन किया गया है, की संग्लग्न गियर के पिच सर्किल बिना फिसले दुसरे गियर में रोटेशन और संचरण सुचारू रूप से हो सके।
एक जोड़े संग्लग्न गियर की गति के अनुपात की गणना उसकी पिच सर्किल की त्रिज्या के अनुपात और प्रत्येक गियर पर उपलब्ध दांतों की संख्या के अनुपात के आधार पर की जा सकती है। जोड़े में उपलब्ध दो गियर के बीच घर्षण और घिसाव टूथ प्रोफाइल पर निर्भर करता है। वर्तमान में सबसे अधिक इस्तेमाल में लाया जाने वाला टूथ प्रोफाइल इनवॉल्व प्रोफाइल है।
गियर बॉक्स इंडस्ट्री और बाजार
Gear Box की उपलब्धता और क्षमता इस उद्योग की प्रमुख विशेषता है, यह विशेषता घरेलु और निर्यात क्षमता को बल देती है। एक जानकारी के मुताबिक भारतीय गियर उद्योग अब अधिक परिपक्व हो गया है। इसलिए यह गुणवत्ता वाले उत्पादों की डिजाइनिंग, और वितरण के मामले में वैश्विक खिलाड़ियों के साथ प्रतिस्पर्धा कर सकता है।
इसके अलावा भारत में घरेलु तौर पर भी Gear Box की काफी माँग है, जो काफी तीव्र गति से आगे बढ़ रही है। वैश्विक औद्योगिक गियर बॉक्स का बाजार सीएजीआर 4.4 प्रतिशत की दर से बढ़ने की उम्मीद जताई गई है। और हमारे देश भारत में गियरबॉक्स का उद्योग बड़ी संख्या में मध्यम और छोटे पैमाने के विक्रेताओं से आबाद है।
ऑटोमेटिव क्षेत्र की बात करें तो इनमें 20 बड़ी इकाइयों में भारत गियर्स लिमिटेड, प्रकाश गियर्स, महिंद्रा गियर्स एंड ट्रांसमिशन, राजकोट, गियर्स इंडिया, बजाज ग्रुप, प्रीमियर ऑटोमोबाइल्स लिमिटेड, पंजाब बेवेल गियर्स, बेवेल गियर्स और जेडएफ फ्रेडरिकशाफेन एजी इत्यादि शामिल हैं।
गियर्स और Gear Box ऐसे उत्पाद हैं, जो बहुत विशिष्ट मशीनिकृत घटक हैं । औद्योगिक मशीनरी के निर्माताओं और सभी अंतिम उपयोगकर्ताओं को साधारण तौर पर इन्हें, गियर बॉक्स निर्माण इकाइयों से प्राप्त करना होता है। ऑटोमोबाइल सेक्टर में इस्तेमाल में लाये जाने वाले गियर की आपूर्ति विशेष विशेष विनिर्माण इकाइयों द्वारा की जाती है।
हमारे देश भारत में अकेले औदयोगिक Gear Box के बाजार का आकार 1500 करोड़ रूपये आँका गया है। और आगे आने वाले वर्षों में इस बाजार के 2000 करोड़ रूपये तक पहुँचने की उम्मीद लगाई जा सकती है। इस क्षेत्र में गियर के साथ निर्मित इलेक्ट्रिक मोटर 7.5 किलोवाट से 75 किलोवाट तक की सीमा में चलन के तौर पर सामने आ रहे हैं।
एक आंकड़े के मुताबिक गियर मोटर्स बाजार का सबसे बड़ा हिस्सा 7.5 से 15 किलोवाट तक का है क्योंकि इसमें बड़ी संख्या में एप्लीकेशन विद्यमान हैं। इस तरह के अधिकतर एप्लीकेशन प्रबंधन, खाद्य और पेय, मोटर वाहन क्षेत्रों से जुड़े हुए हैं। उत्पादन, परिवहन और प्रसंस्करण उद्योगों में गियर मोटर्स की मांग बढ़ने की संभावना लगाई जा सकती है।
औद्योगिक मशीनरी और उपकरण क्षेत्र के तेजी से विकास को देखते हुए डिजाईन और निर्माण सुविधाओं और क्षमताओं के साथ गियर और Gear Box निर्माण इकाई के लिए बहुत अच्छे अवसर विद्यमान हैं।
गियर बॉक्स विनिर्माण बिजनेस कैसे शुरू करें
Gear Box विनिर्माण बिजनेस शुरू करने के लिए प्रमोटर को विनिर्माण या मार्केटिंग क्षेत्र में ITI, Diploma या ग्रेजुएट होना चाहिए। हालांकि यहाँ पर किसी भी इच्छुक व्यक्ति को कोई भी व्यवसाय शुरू करने के लिए कोई नहीं रोकता है।
लेकिन यदि प्रमोटर योग्य और क्षमतावान हो, तो व्यवसाय की सफलता की संभावना अधिक हो जाती है। तो आइये जानते हैं की, कोई व्यक्ति खुद का गियर बॉक्स विनिर्माण बिजनेस कैसे शुरू कर सकता है।
1. जमीन और बिल्डिंग का प्रबंध करें
Gear box विनिर्माण बिजनेस शुरू करने के लिए सबसे पहले उद्यमी को जमीन और बिल्डिंग का प्रबंध करना होता है। उद्यमी को कच्चे माल के लिए स्टोर रूम, निर्मित माल के लिए स्टोर रूम, बिजली उपयोगिताओं जैसे जनरेटर इत्यादि के लिए जगह, विनिर्माण क्षेत्र और ऑफिस निर्माण इत्यादि के लिए जगह की आवश्यकता हो सकती है।
इस प्रकार से देखें तो Gear Box Manufacturing शुरू करने के लिए उद्यमी को 3500 से 5000 Square Feet जगह की आवश्यकता हो सकती है। यदि उद्यमी के पास स्वयं की कोई गैर कृषि योग्य भूमि है तो उद्यमी प्लांट लेआउट तैयार करके, उसी में निर्माण कार्य शुरू करवा सकता है। अन्यथा जमीन या बनी बनाई बिल्डिंग लीज या किराये पर लेना सही रहेगा।
ध्यान रहे इस व्यवसाय के लिए जमीन या बिल्डिंग भले ही किसी भीड़ भाड़ या व्यस्त इलाके में न मिले। लेकिन एक ऐसी लोकेशन जहाँ पर बिजली, पानी, सड़क और मुख्य बाजार दस किलोमीटर के दायरे में हो, इसके लिए उपयुक्त लोकेशन हो सकती है।
2. वित्त का प्रबंध करें
वित्त का प्रबंध करने से पहले उद्यमी को Gear Box Manufacturing Business शुरू करने में आने वाले खर्चों का विस्तृत एवं व्यवहारिक आकलन कर लेना चाहिए। वैसे उद्यमी चाहे तो अपने व्यवसाय की प्रोजेक्ट् रिपोर्ट बना सकता है, ताकि यह दस्तावेज उसे बैंक इत्यादि से ऋण लेने में भी सहायक हो। उद्यमी को निम्न खर्चों को अपनी प्रोजेक्ट रिपोर्ट में शामिल करने की आवश्यकता हो सकती है।
- जमीन और बिल्डिंग पर आने वाली लागत।
- प्लांट और मशीनरी की लागत।
- फिक्सचर और इलेक्ट्रिफिकेशन में आने वाले खर्चे।
- लाइसेंस रजिस्ट्रेशन और परिवहन इत्यादि में आने वाले खर्चे।
- कच्चा माल और कर्मचारियों को नियुक्त करने में आने वाला खर्चा ।
- नियमित उपभोग की वस्तुओं पर आने वाले खर्चे।
हालांकि Gear Box की प्रोजेक्ट रिपोर्ट में केवल लागत का ही नहीं, बल्कि अनुमानित बिक्री और कमाई का ब्यौरा होने के साथ साथ, फंडिंग स्रोत इत्यादि का भी बारीकी से उल्लेखन होता है।
3. आवश्यक लाइसेंस और पंजीकरण करें
Gear Box Manufacturing शुरू करने वाले उद्यमी को अपने व्यवसाय को वैधानिक स्वरूप प्रदान करने के लिए निम्नलिखित लाइसेंस और पंजीकरण की आवश्यकता हो सकती है।
- उद्यमी को अपने व्यवसाय को प्रोप्राइटरशिप, वन पर्सन कम्पनी या प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के तौर पर रजिस्टर करने की आवश्यकता हो सकती है ।
- स्टेट इंडस्ट्रियल यूनिट रजिस्ट्रेशन के लिए उद्यमी को DIC जिला उद्योग केंद्र से संपर्क करने की आवश्यकता हो सकती है।
- फैक्ट्री प्लान का रजिस्ट्रेशन और अप्प्रूवल।
- फायर और पोल्यूशन डिपार्टमेंट से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट।
- लेबर लॉ के तहत ईएसआई और ईपीएफ रजिस्ट्रेशन करने की आवश्यकता हो सकती है। हालांकि यह काम करने वाले कर्मचारियों की संख्या पर निर्भर करता है।
- टैक्स रजिस्ट्रेशन और बैंक में चालू खाता खोलने की भी जरुरत हो सकती है।
- उत्पादित उत्पाद को निर्यात करने के लिए इम्पोर्ट एक्सपोर्ट कोड की भी आवश्यकता हो सकती है।
4. प्लांट और मशीनरी का प्रबंध करें
Gear Box Manufacturing Business में इस्तेमाल में लायी जाने वाली मशीनरी और उपकरणों की खरीदारी पर उद्यमी को कई लाख या फिर करोड़ों रूपये भी खर्चा करने की आवश्यकता हो सकती है। चूँकि रकम बड़ी है, इसलिए उद्यमी को मशीनरी और उपकरणों के लिए सप्लायर का चुनाव भी बेहद सावधानीपूर्वक करने की आवश्यकता होती है।
उद्यमी चाहे तो अपने किसी जानकार या फिर ऑनलाइन स्रोतों जैसे इंडियामार्ट, ट्रेडइंडिया जैसी वेबसाइट का भी इस्तेमाल सप्लायर ढूँढने के लिए कर सकता है। उद्यमी को चाहिए की वह पहले ऐसे सप्लायर की लिस्ट बनाए, जो वास्तविक और विश्वसनीय हों, फिर उनमें से कुछ सिलेक्टेड सप्लायर से कोटेशन मंगाए।
और फिर कोटेशन का तुलनात्मक मूल्यांकन करे और उस हिसाब से Gear Box बनाने में इस्तेमाल में लायी जाने वाली मशीनरी और उपकरणों की खरीदारी के लिए सप्लायर का चुनाव करे। कोशिश करें की भुगतान हमेशा डिलीवरी मिलने के बाद ही करें।
5. कच्चे माल और कर्मचारी का प्रबंध करें
आम तौर पर Gear Box Manufacturing में इस्तेमाल में लायी जाने वाली मशीनरी और उपकरणों के सप्लायर के पास कच्चा माल भी मिल जाता है। लेकिन यदि ऐसा नहीं होता है, तो उद्यमी को कच्चे माल के लिए अलग से सप्लायर का चुनाव करने की आवश्यकता होती है।
कच्चे माल के तौर पर विभिन्न ग्रेड का मिश्र धातु स्टील इस्तेमाल में लाया जाता है, क्योंकि इसकी मजबूती और कीमत कम होती है। गियर का निर्माण करने में केवल एक धातु का नहीं अपितु कई अलौह मिश्र धातु, कच्चा लोहा, धातु का पाउडर यहाँ तक की प्लास्टिक का भी इस्तेमाल किया जाता है।
जहाँ तक Gear Box Manufacturing इकाई के लिए कर्मचारियों की बात है इसमें उद्यमी स्किल्ड, सेमी स्किल्ड, सुपरवाईजर, मैनेजर, अकाउंटेंट, मार्केटर इत्यादि को नियुक्त करने की आवश्यकता होती है।
6. निर्माण कार्य शुरू करें (Start Gear box Manufacturing):
Gear Box के निर्माण में इस्तेमाल में लायी जाने वाली सामग्री की गुणवत्ता के आधार पर कई तरह के प्रसंस्करण कार्यों को पूर्ण करने की आवश्यकता होती है। इसके कुछ चरण निम्न हैं।
- सबसे पहले दांतों के साथ या दांतों के बिना ब्लेंक तैयार किये जाते हैं।
- यदि कास्ट स्टील या जाली हो तो ब्लेंक की एनीलिंग की जाती है।
- मशीनिंग द्वारा आवश्यक आयामों के लिए ब्लेंक गियर तैयार किये जाते हैं।
- मशीनिंग द्वारा दांत की उत्पति या इनकी फिनिशिंग की जाती है।
- यदि आवश्यक हो तो मशीनिकृत द्वारा गियर को सख्त किया जाता है।
- यदि आवश्यक को तो दांतों को शेविंग और ग्राइंडिंग की जाती है।
- उसके बाद उत्पादित Gear Box का निरीक्षण किया जाता है।
गियर ब्लेंक यहाँ तक की गियर और उसके दांतों को थोड़ा बहुत मशीनिंग या फिनिशिंग की आवश्यकता होती है, जिन्हें विभिन्न कास्टिंग प्रक्रियाओं द्वारा बनाया जाता है।
- लार्ज कास्ट आयरन गियर, कम स्पीड वाली मशीन और हाथ से संचालित उपकरणों के लिए सैंड मोल्ड कास्टिंग को इस्तेमाल में लाया जाता है।
- छोटे गियरों को समूह में शेल मोल्ड कास्टिंग प्रक्रिया द्वारा उत्पन्न किया जाता है।
- वर्म व्हील के सख्त ब्लेंक, बिना दांतों वाला आउटर रिम जो कच्चे लोहे से निर्मित होता है फॉस्फोर कांस्य या यहाँ तक की स्टील से निर्मित वर्म व्हील को भी सेंट्रीफ्यूगल कास्टिंग द्वारा उत्पादित किया जाता है ।
- माध्यम आकार के Gear Box जिनमें एक्यूरेसी की बहुत अधिक आवश्यकता नहीं होती, इन्हें मेटल मोल्ड कास्टिंग के माध्यम से बनाया जाता है।
- छोटे गियर का अधिकतम या बड़ी मात्रा में उत्पादन डाई कास्टिंग के विधि के माध्यम से किया जाता है।
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