गेस्ट हाउस कैसे शुरू करें? How to start Guest House Business in India in Hindi.

Guest house का इस्तेमाल पर्यटकों या अन्य लोगों द्वारा अस्थायी रूप से रहने के लिए किया जाता है इस व्यवसायिक क्रिया में आये हुए मेहमान एक दिन, दो दिन या फिर इससे भी अधिक दिनों के लिए गेस्ट हाउस के कमरे को किराये पर लेते हैं | कहने का अभिप्राय यह है की वर्तमान में भारतवर्ष में Guest House घर जैसी आरामदायक आवास की व्यवस्था उपलब्ध कराने के पर्याय बन चुके हैं | इसलिए ग्राहकों की भी अपेक्षाएं इस तरह की व्यापारिक इकाइयों से बढती जा रही हैं |

चूँकि बजट होटल की तुलना में किसी गेस्ट हाउस में आने वाले ग्राहकों को लगभग उसी कीमत में बेहतर सुविधा दी जाती है इसलिए वर्तमान में अस्थायी रूप से ठहरने के लिए लोग इनका इस्तेमाल अधिक करने लगे हैं | यदि गेस्ट हाउस किसी ऐसे शहर या लोकेशन में हो जहाँ औद्योगिक इकाइयाँ अधिक हों तो ऐसे में औद्योगिक इकाइयाँ भी अपने कर्मचारियों को अस्थायी तौर पर ठहराने के लिए Guest House का इस्तेमाल करते हैं |

इस तरह का बिज़नेस शुरू करने के लिए भी उद्यमी को अच्छे खासे निवेश की आवश्यकता होती है इसमें जो सबसे प्रमुख चीज है वह है उद्यमी के पास कम से कम 7-8 कमरों वाली कमर्शियल बिल्डिंग का होना | इससे पहले की हम यह जानने की कोशिश करें की इस Guest House Business को शुरू कैसे करें आइये जानते हैं की यह व्यापार होता क्या है |

Guest house business

गेस्ट हाउस व्यापार क्या है (What Is Guest House Business In Hindi):

मान लीजिये की आप कोलकाता में रहते हैं और आपको किसी कारणवश एक दो दिनों के लिए दिल्ली जाना पड़ता है | ऐसे में आप यह अवश्य सोचेंगे की आप इन दो दिनों में कहाँ ठहरेंगे, ऐसे में आपके अंतर्मन में होटल, गेस्ट हाउस, धर्मशाला इत्यादि के नाम उभरकर सामने आ सकते हैं | Guest House का नाम उभरकर सामने इसलिए आ सकता है क्योंकि आप जानते हैं की आप पैसे देकर वहां दो दिनों के लिए आराम से रह सकते हैं |

जी हाँ, प्रमुख तौर पर गेस्ट हाउस में ऐसे गेस्ट ठहरते हैं जो एक दो दिन या इससे अधिक दिनों के लिए किसी कारणवश अस्थायी रूप से उस शहर विशेष में आये होते हैं | हालांकि अधिकतर गेस्ट हाउस अपने गेस्ट को केवल रहने यानिकी आवासीय सुविधा ही उपलब्ध कराते हैं और खानपान का प्रबंध गेस्ट को स्वयं करना होता है | लेकिन कुछ ऐसे भी Guest House होते हैं जो अपने गेस्ट को आवासीय सुविधा उपलब्ध कराने के साथ साथ खाने पीने की भी व्यवस्था उपलब्ध कराते हैं |

गेस्ट हाउस की आवश्यकता:

इसमें कोई दो राय नहीं है की वर्तमान में मनुष्य का एक शहर से दूसरे शहर में कोई न कोई कार्य पड़ता रहता है | जहाँ पहले मनुष्य एक सीमा के अन्दर ही अपना पूरा जीवन व्यतीत कर देता था वर्तमान में इस वैश्वीकरण के दौर में एक शहर से दूसरे शहर, एक देश से दूसरे देश में जाना किसी की मजबूरी तो किसी का शौक हो गया है |

ऐसे में लोगों को ठहरने के लिए होटलों एवं Guest House इत्यादि की आवश्यकता होती है | कहने का अभिप्राय यह है की जल, थल, वायु हर तरह के परिवहन इत्यादि की उचित व्यवस्था होने के कारण शहरों के बीच की ही दूरी नहीं अपितु देशों की दूरी भी कम लगती है इसलिए अक्सर लोग घुमने या निजी एवं व्यवसायिक कारणों से ईधर उधर जाते रहते हैं | और आज घूमना फिरना लोगों की जीवनशैली का हिस्सा बन चूका है | ऐसे में दिनोंदिन Guest House की भी आवश्यकता बढती जा रही है |

गेस्ट हाउस व्यापार कैसे शुरू करें? (How to Start Guest House Business in India in Hindi):

Guest House Business शुरू करना एक जटिल प्रक्रिया है इसमें सबसे पहले इस बात का ध्यान रखना बेहद जरुरी होता है की जिस एरिया या लोकेशन में उद्यमी स्वयं का गेस्ट हाउस खोलने की सोच रहा है क्या उस लोकेशन पर इस तरह का यह बिज़नेस चल पायेगा |

अच्छी बिज़नेस लोकेशन होने के अलावा उद्यमी के पास एक बड़ी से बिल्डिंग जिसमें कम से कम 7-8 कमरे होना भी बेहद जरुरी है | इसके अलावा फर्नीचर एवं फर्निशिंग इत्यादि को मिलाकर उद्यमी को बड़ी मात्रा में निवेश करने की आवश्यकता होती है | फिर भी आज हम हमारे इस लेख के माध्यम से यह जानने का भरसक प्रयत्न करेंगे की कैसे कोई Guest House Business शुरू कर सकता है |

1. लोकेशन का चयन करें:

उद्यमी को Guest House Business शुरू करने से पहले लोकेशन का चयन करना बेहद जरुरी होता है | हालांकि यदि उद्यमी के पास किसी एरिया में अपनी प्रॉपर्टी है तो उस एरिया का इस बिज़नेस के लिहाज से विश्लेषण करना बेहद जरुरी हो जाता है | Guest House Start करने के लिए यदि प्रॉपर्टी किसी बसस्टैंड, रेलवे स्टेशन, औद्योगिक एरिया के आस पास हो तो इस बिज़नेस से कमाई करने के अवसर सुनिश्चित हो जाते हैं |

तात्पर्य यह है की इस बिज़नेस से कमाई सुनिश्चित करने के लिए उद्यमी को अपने बिज़नेस के लिए एक अच्छी लोकेशन का चुनाव करना होगा और उस एरिया में स्थित या बाहर से आने वाले टारगेट ग्राहकों का निर्धारण करना होगा की किस प्रकार के ग्राहकों को अपनी सेवा प्रदान करके वह अधिक से अधिक कमाई कर पाने में सक्षम हो पायेगा |

इसके अलावा यदि उद्यमी पर्यटकों को ध्यान में रखकर यह बिज़नेस शुरू कर रहा हो तो उसे किसी ऐसे क्षेत्र का चयन करना होगा जहाँ पर्यटक अधिक आते हों या गेस्ट हाउस की दूरी पर्यटक स्थलों से कम होनी चाहिए |

2. प्रॉपर्टी का प्रबंध करें:

Guest House खोलने के लिए प्रॉपर्टी का होना अति आवश्यक है पर्यटक मंत्रालय के अनुसार एक Guest House में कम से कम 6 कमरे उचित वेंटिलेशन के साथ होने जरुरी है | इसलिए अब उद्यमी का अगला कदम प्रॉपर्टी का प्रबंध करने का होना चाहिए यदि व्यक्ति के पास पहले से कोई प्रॉपर्टी चयनित एरिया में विद्यमान है तो वह उसमे गेस्ट हाउस शुरू कर सकता है अन्यथा शुरूआती दौर में बिल्डिंग खरीदने की बजाय किराये पर लेना ही उचित होगा |

बिल्डिंग किराये पर लेते वक्त उद्यमी को अनेक बातों का ध्यान रखना होता है की बिल्डिंग ऐसी होनी चाहिए जिसे फायर डिपार्टमेंट से NOC प्राप्त हो | इसके अलावा जो पर्यटन मंत्रालय द्वारा तय मानकों के अनुरूप हो क्योंकि यदि उद्यमी अपने गेस्ट हाउस में पर्यटकों को भी ठहराना चाहता है तो उसे टूरिज्म डिपार्टमेंट से लाइसेंस की आवश्यकता हो सकती है | और टूरिज्म डिपार्टमेंट द्वारा सिर्फ उन्हें ही लाइसेंस जारी किया जाता है जो उनके द्वारा निर्धारित मानकों पर खरे उतरते हों |

3. फर्नीचर एवं फर्निशिंग का काम कराये:

अब यदि Guest House Business शुरू कर रहे व्यक्ति ने बिल्डिंग का प्रबंध कर लिया हो तो अब उसे प्रत्येक कमरे में या पूरे गेस्ट हाउस में फर्नीचर एवं फर्निशिंग का कार्य करना होगा | इसमें सर्दियों के लिए हीटर एवं गर्मियों के लिए एसी का प्रबंध से लेकर पॉवर बैकअप के लिए Diesel Generator का भी प्रबंध करना होगा |

इसके अलावा हर कमरे में बेड, अलमारियाँ, साइड टेबल, टीवी, इण्टरकॉम इत्यादि की व्यवस्था भी करनी होगी | कहने का अभिप्राय यह है की उद्यमी जिस तरह की सर्विस अपने ग्राहकों को देना चाहता है उसे अपने Guest House में उस तरह के कामों को पूर्ण कराना होगा |  

4. आवश्यक वस्तु एवं उपकरण खरीदें:

Guest House Business Start कर रहे उद्यमी को अनेकों वस्तुओं एवं उपकरणों की आवश्यकता हो सकती है जिनमे से कुछ प्रमुख वस्तुओं की सूची निम्नवत है |

  • नहाने के तौलिये
  • हाथ पोछने के तौलिये
  • पानी गरम करने के हीटर
  • बाथरूम मिरर
  • गद्दे , तकिये
  • बेड साइड लैंप
  • मच्छर की जाली
  • बेड शीट एवं तकिये के कवर
  • कम्बल
  • बेड साइड टेबल
  • कपड़े रखने की अलमारियाँ
  • डेस्क
  • किताबे रखने की अलमारियाँ
  • रेफ्रिजरेटर
  • ओवन
  • फोर्क, छुरी, चम्मच
  • खाना बनाने वाले बर्तन
  • कप, गिलास
  • वाटर डिसपेंसर
  • सोफे और टेबल
  • टेलीविज़न
  • केबल सर्विस या सेटलाइट
  • जनरेटर/ इनवर्टर
  • एसी/पंखे
  • बाल्टी एवं सफाई के उपकरण

5. लाइसेंस एवं रजिस्ट्रेशन प्राप्त करें:

Guest house business किसी कमर्शियल बिल्डिंग में ही स्टार्ट किया जा सकता है इसलिए यदि बिल्डिंग रेजिडेंशियल हो तो सबसे पहले उसके इस्तेमाल को बदलना होगा | यह कार्य उद्यमी स्थानीय प्राधिकरण नगर निगम या नगर पालिका के कार्यालय में जाकर कर सकता है | उसके बाद अनेक शहरों में पुलिस डिपार्टमेंट से भी इसकी परमिशन लेनी होती है | और बिल्डिंग अग्नि के लिहाज से सुरक्षित है या नहीं इस बाबत अग्नि विभाग से भी क्लेअरेंस लेनी होती है |  

इसके अलावा यदि व्यक्ति अपने Guest House को पर्यटकों के लिए भी खोलना चाहता है तो उसे पर्यटन मंत्रालय से भी अप्रूवल की आवश्यकता हो सकती है | पर्यटन मंत्रालय ने गेस्ट हाउस के लिए अनेकों मानक निर्धारित किये हैं इसलिए मंत्रालय द्वारा सिर्फ उन्हीं को स्वीकृति प्रदान की जाती है जो उनके मानकों में खरे उतरते हैं | यदि उद्यमी का सालाना टर्नओवर दी गई छूट से अधिक होता है तो उसे जीएसटी पंजीकरण भी अनिवार्य रूप से कराना होगा |

6. स्टाफ की नियुक्ति करें:

यदि उद्यमी अपने Guest house में ग्राहकों को खाने इत्यादि की सुविधा मुहैया नहीं करा रहा हो तो उसे बेहद कम स्टाफ यानिकी 13-15 कमरे सँभालने के लिए केवल 2-3 स्टाफ की आवश्यकता हो सकती है लेकिन इस स्थिति में काउंटर स्वयं उद्यमी को संभालना होगा | इसके अलावा स्टाफ की संख्या गेस्ट हाउस के साइज़ एवं उद्यमी के द्वारा अपने ग्राहकों को दी जाने वाली सुविधाओं पर निर्भर करेगी | कहने का अभिप्राय यह है की चाहे 2-3 या फिर उससे ज्यादा उद्यमी को स्टाफ की नियुक्ति तो करनी ही करनी होगी |

7. मार्केटिंग करें एवं कमाई करें:

अपने Guest House की मार्केटिंग के लिए कंपनियों से संपर्क करें क्योंकि उनके कर्मचारी एवं गेस्ट आते रहते हैं इसके अलावा उद्यमी बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन इत्यादि में पोस्टर इत्यादि भी लगा सकता है | ध्यान रहे उद्यमी के पास जितने अधिक ग्राहक आयेंगे उसकी उतनी ही अधिक कमाई होगी | उद्यमी चाहे तो इन मार्केटिंग के तरीकों को अपनकर भी अपने बिज़नेस की मार्केटिंग कर सकता है |

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