आसानी से आप भी शुरू कर सकते हैं Latex Foam बनाने का व्यापार।

ब्यूरो ऑफ़ इंडिया स्टैण्डर्ड के IS मानकों के अनुसार Rubber Latex Foam का इस्तेमाल परिवहन और पर्यटन उद्योग के क्षेत्र में किया जाता है । खास तौर पर इसका इस्तेमाल वाहनों की सीटों में लगने वाले गद्दों, सोफे की सीट अन्य फर्नीचर की सीट बनाने के लिए किया जाता है।

हमारे देश भारत में त्रिपुरा एवं केरल यह दो राज्य प्राकृतिक रबर उत्पादक राज्य के रूप में देखे जाते हैं। इसलिए यहाँ पर इस तरह के उद्योग को संसाधन आधारित उद्योग के तौर पर देखा जा सकता है। लेकिन इसके बावजूद भी यह उत्पाद ऐसा है की, इसके कच्चे माल की कीमत और तैयार माल की कीमत में काफी अंतर होता है।

इसी बात के मद्देनजर Latex Foam Manufacturing के इस व्यवसाय को भारत के किसी भी कोने से शुरू किया जा सकता है। क्योंकि इसका तैयार उत्पाद, कच्चे माल की कीमत, परिवहन लागत और मुनाफा निकालने में भी पूरी तरह से सक्षम है। इसलिए यह प्रोजेक्ट देश में कहीं भी शुरू किया जा सकता है।

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लेटेक्स फोम क्या है और इसके अनुप्रयोग

Rubber Latex Foam से बनने वाले यानिकी इस पर आधारित उत्पादों जैसे ऑटो मोबाइल सील, बेकरेस्ट, सोफे, गद्दे एवं अन्य फर्नीचर का देश में काफी बड़ा एवं पर्याप्त बाजार उपलब्ध है। जिस तरह से लेटेक्स फोम से निर्मित गद्दे और तकिये लोगों द्वारा पसंद किये जा रहे हैं, उससे तो यही संभावना जताई जा रही है की, भविष्य में इसके बाजार में और विस्तार होगा।

Latex Foam से निर्मित लेटेक्स गद्दे और कोयर फोम से निर्मित गद्दे भी काफी लोकप्रिय हैं, इसलिए इनका उत्पादन भी बड़ी मात्रा में किया जाता है। ऐसे गद्दों की पडोसी देशों जैसे पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका इत्यादि में बड़ी मांग है। यही कारण है की इनको इन देशों को निर्यात किया जाता है। इसलिए इस तरह का व्यवसाय शुरू करके उद्यमी अच्छी खासी कमाई भी कर सकता है।

लेकिन इस तरह के इस व्यवसाय को कोई भी आम व्यक्ति शुरू करके इसे सफलतापूर्वक चलाकर लाभ कमा पायेगा। यह मुश्किल है, इसलिए यदि प्रमोटर यानिकी यह बिजनेस शुरू करने वाला व्यक्ति रसायन विज्ञान से स्नातक हो, और उसे इस व्यवसाय की जानकारी भी हो तो वह इस Latex Foam Manufacturing Business से दौलत, शौहरत और इज्जत सब कुछ कमा पाने में कामयाब हो सकता है।

Latex Foam Industry और ट्रेंड्स

Latex Foam Rubber की यदि हम बात करें तो यह अपने भौतिक प्रदर्शन गुणों को वल्केनाइजेशन प्रक्रिया द्वारा प्राप्त करता है। यह मजबूत क्रॉस लिंक्ड बांड के साथ एक लम्बी आणविक श्रृंखला बनाता है। विरूपण से उबरने के लिए एनआर लेटेक्स फोम की क्षमता और इससे बने उत्पादों के आधार पर यह लेटेक्स फोम के नए अनुप्रयोगों के लिए अवसर खोलती है।

उदाहरण के लिए एनआर लेटेक्स फोम को आर्थोपेडिक अनुप्रयोगों में इस्तेमाल में लाया जा सकता है। जबकि आम तौर पर इसमें सिंथेटिक मेमोरी फोम का इस्तेमाल होता है, क्योंकि इनमें उपलब्ध मेमोरी विशेषता शरीर के आकार के अनुरूप सतह के दबाव को छोड़ने की अनुमति देती है।

Latex Foam Rubber में आम तौर पर उच्च घनत्व होता है, और यह नरम होता है। इसलिए इसका इस्तेमाल सीमित मात्रा में बंधुआ कालीन, कुशन इत्यादि के निर्माण के लिए किया जाता है। लेटेक्स फोम का निर्माण करने वाले विनिर्माणकर्ताओं के पास अधिक पकड़ वाली भी लेटेक्स होती है। जिन्हें लम्बे समय तक चलने और स्थायित्व प्रदान करने के लिए डिजाईन किया जाता है।

Latex Foam का बाजार और परेशानियाँ

जैसे जैसे विकाशशील देशों में डिस्पोजेबल आय बढ़ रही और विकसित देशों की अर्थव्यवस्था में ठहराव सा आ गया है। वैसे वैसे कई उत्पाद ऐसे हैं जिनकी माँग वैश्विक स्तर पर बढती जा रही है, Latex Foam से निर्मित गद्दे भी इसी श्रेणी में आते हैं। कुल मिलाकर देखा जाय तो वैश्विक स्तर पर समृद्ध लोगों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है।

और जैसे जैसे समृद्ध लोगों की संख्या में वृद्धि होती है, वैसे वैसे विलासितापूर्ण वस्तुओं की मांग भी बढती जाती है। क्योंकि सक्षम और समृद्ध व्यक्ति अपने जीवन को सरल और आसान बनाने के लिए तरह तरह की चीजें खरीदते रहते हैं। Latex Foam से निर्मित गद्दे भी इन्हीं उत्पादों की श्रेणी में आते हैं, जो उत्कृष्ट आराम और अच्छी नींद का वादा करते हैं।

इसके अलावा वर्तमान में नींद पूरी न होने के कारण शरीर में अनेकों तरह के विकार आने की संभावना रहती है। इसलिए लोगों में प्रीमियम गद्दों को खरीदने की होड़ सी लगी रहती है, ताकि उन्हें इन आरामदायक गद्दों में अच्छी नींद आ सके।

उभरती और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं में निर्माण गतिविधियों के बढ़ने और उनसे उत्पन्न होने वाली तमाम तरह की स्वास्थ्य समस्याओं के चलते भी आरामदायक गद्दों की माँग तीव्र गति से बढती जा रही है। लोगों की जीवनशैली में हो रहे परिवर्तन, दिखावेबाजी का बढ़ता प्रचलन भी Latex Foam से निर्मित फर्नीचर इत्यादि की मांग को काफी बढ़ा रहा है।

Latex Foam manufacturing कैसे शुरू करें

Latex Foam Manufacturing बिजनेस शुरू करने के लिए भी उद्यमी को वे सभी कदम उठाने की आवश्यकता होती है, जो किसी अन्य विनिर्माण बिजनेस को शुरू करने के लिए। यह हमेशा से पाया गया है की, विनिर्माण व्यवसायों को शुरू करने में सर्विस व्यवसायों की अपेक्षा अधिक लागत आती है। इस व्यवसाय को शुरू करने में भी उद्यमी को पचास लाख से भी अधिक का निवेश करने की आवश्यकता हो सकती है।

प्लांट और मशीनरी और वर्किंग कैपिटल पर उद्यमी को सबसे अधिक खर्चा करने की आवश्यकता हो सकती है। इसके अलावा यदि जमीन और बिल्डिंग भी उद्यमी की खुद की न हो तो, उसे एक मोटी रकम किराये के तौर पर भी खर्चा करने की आवश्यकता होती है। तो आइये जानते हैं की, कैसे कोई व्यक्ति खुद का लेटेक्स फोम बनाने का व्यवसाय शुरू कर सकता है।

1. जगह एवं बिल्डिंग की व्यवस्था करें

यद्यपि उद्यमी को खुद का Latex Foam Manufacturing शुरू करने के लिए कितनी जगह की आवश्यकता होगी। यह इस बात पर निर्भर करेगा की, वह अपने व्यवसाय को किस स्तर पर शुरू करना चाहता है, यानिकी वह कितनी उत्पादन क्षमता का प्लांट लगाने की योजना बना रहा है।

लेकिन एक औसतन प्लांट स्थापित करने के लिए उद्यमी को 2500 से 3000 Square Feet जगह की आवश्यकता होती है। यदि उद्यमी के पास खुद की जमीन है, तो वह उसी जमीन पर प्लांट का लेआउट बनाकर निर्माण कार्य शुरू कर सकता है।

यदि उद्यमी के पास खुद की जमीन नहीं है तो, उसे जमीन खरीदनी नहीं चाहिए, बल्कि जमीन को लीज पर या किराये पर लेना चाहिए। ऐसा करने से इस व्यवसाय को शुरू करने में आने वाली लागत थोड़ी कम हो जाएगी। इसके अलावा उद्यमी को कमर्शियल बिजली, पानी के कनेक्शन की आवश्यकता होती है।         

2. वित्त का प्रबंध करें

संभव हो तो, वित्त का प्रबंध करने से पहले अपने Latex Foam Manufacturing बिजनेस की प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कर लें। क्योंकि प्रोजेक्ट रिपोर्ट के माध्यम से उद्यमी इस व्यवसाय में आने वाली लागत और एक निश्चित समय के बाद होने वाली कमाई का भी ब्यौरा जान पाएगा।

प्रोजेक्ट रिपोर्ट के आधार पर ही उद्यमी, अपने व्यवसाय के लिए सटीक एवं सही मात्रा में वित्त का प्रबंध कर पाएगा। और चूँकि इस दस्तावेज में फण्ड के स्रोतों का भी पहले से ही उल्लेख होगा, तो उद्यमी उन निश्चित फण्ड के स्रोतों जैसे बैंक से ऋण, एंजेल इन्वेस्टर के माध्यम से या अन्य कोई स्रोत से वित्त का प्रबंध कर पाएगा।

3. जरुरी लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन करें

Latex Foam Manufacturing Business शुरू करने के लिए उद्यमी को निम्नलिखित लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन की आवश्यकता हो सकती है।

  • कॉम्प्रेस गैस को हैंडल करने ट्रांसपोर्ट करने और स्टोरेज करने के लिए The Static and Mobile Pressure Vessels (Unfired) Rules, 1981 के तहत रजिस्ट्रेशन की आवश्यकता होती है।
  • खतरनाक केमिकल को स्टोर करने, ट्रांसपोर्ट करने इत्यादि के लिए The Manufacture, Storage and Import of Hazardous Chemicals Rules (MSIHC), 1989  के तहत रजिस्ट्रेशन की आवश्यकता होती है।
  • फैक्ट्री लाइसेंस The Factories Act, 1948 and State Factories Rules के तहत आवश्यकता हो सकती है।
  • व्यवसाय को वैधानिक स्वरूप प्रदान करने के लिए कम्पनी रजिस्ट्रेशन की आवश्यकता हो सकती है।
  • टैक्स रजिस्ट्रेशन और बैंक में चालू खाता खोलने की आवश्यकता हो सकती है।
  • उद्यम आधार पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन की आवश्यकता हो सकती है।
  • Latex Foam Manufacturing व्यवसाय शुरू करने के लिए अनेकों प्रकार के कच्चे माल की आवश्यकता होती है। इसलिए हो सकता है की, उद्यमी को पोल्यूशन और फायर डिपार्टमेंट से भी नों ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट की आवश्यकता पड़ जाए।
  • स्वयं का ब्रांड स्थापित करने और उसे कॉपी होने से बचाने के लिए, ट्रेडमार्क रजिस्ट्रेशन करने की भी आवश्यकता होती है।

 4. प्लांट और मशीनरी का प्रबंध करें

प्लांट और मशीनरी के तौर पर उद्यमी को निम्नलिखित मशीनरी और उपकरणों की आवश्यकता हो सकती है।

  • 400 लीटर क्षमता का डीमोनीटेशन टैंक
  • 300 लीटर क्षमता का प्लेनेटरी मिक्सर
  • एचपी मोटर के साथ 12 जार पॉट मिल
  • 1 एच पी मोटर के साथ हाई स्पीड मिक्सर
  • 3 एच पी मोटर के साथ बायलर
  • स्टीम वल्कनाइजर, फोम स्क्विजिंग मशीन, ट्रे मौल्ड्स और टेस्टिंग उपकरण

5. कच्चा माल और कर्मचारीयों का प्रबंध करें

Latex Foam Manufacturing Business में इस्तेमाल में लाये जाने वाला, प्रमुख कच्चा माल 60 NR Latex है। और यदि उद्यमी इसे स्थानीय तौर पर खरीदना चाहता है तो, इसके लिए वह स्थानीय रबर बोर्ड से संपर्क कर सकता है। यह कच्चा माल इकाई में इस्तेमाल में लाये जाने वाले कुल कच्चे माल का लगभग 75% चाहिए होता है।

इसके अलावा कच्चे माल के तौर पर विभिन्न केमिकल जैसे पोटेशियम ओलेट सोप सोल्यूशन, सल्फर, वल्काफोर जेडडीसी/एमबीटी, नॉनॉक्स बी/एसपी, चाइना क्ले, जिंक ऑक्साइड इत्यादि की भी आवश्यकता होती है। यह कच्चा माल रबर बोर्ड के पास उपलब्ध होता है। लेकिन इसकी कीमत समय एवं परिस्थितियों के आधार पर अंतरित होती रहती है।

उद्यमी को अपनी Latex Foam Unit में कर्मचारी नियुक्त करने की भी आवश्यकता होती है। इनमें मशीन संचालक, हेल्पर्स, प्रोडक्शन सुपरवाइजर, अकाउंट और स्टोर असिस्टेंट, ऑफिस बॉय इत्यादिशामिल हैं।         

6. निर्माण कार्य शुरू करें

अब उद्यमी को Latex Foam Manufacturing प्रक्रिया को शुरू कर देना चाहिए। इस प्रक्रिया में सबसे पहले लेटेक्स को डीमोनाइज किया जाता है, और इसे स्टेबलाइजर फोमिंग एजेंट एवं सेंसिटाइज़र के साथ मिला लिया जाता है। एक प्लेनेटरी मिक्सर में मिक्स करके इसे झाग के तौर पर परिवर्तित किया जाता है।

फोम के निर्माण में सतह के नीचे बहती हवा से भी सहायता मिलती है, मूल तरल के 4 से 6 गुना अवशेषों के बाद इसे शेष अवयवों से जोड़ा जाता है, ताकि बुलबुलों को समाप्त करके एक समान संरचना प्राप्त करने में मदद मिल सके।

Latex Foam Manufacturing Process में उसके बाद फोम को सांचों में इंजेक्ट कर दिया जाता है, और लगभग 100 Degree सेल्सियस पर 35 से 45 मिनट के लिए, भाप द्वारा इसे वल्केनाइज कर दिया जाता है। हालांकि इसमें कितना समय लगेगा यह फोम की मोटाई पर निर्भर करता है।

वल्केनाइजेशन प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद मोल्ड को ठंडा कर दिया जाता है, और मोल्ड से निकलने वाले फोम को रोलर्स के बीच से पास कराया जाता है। ये रोलर्स इसे निचोड़ देते हैं, उसके बाद इन्हें धोकर इनका परीक्षण कर, इन्हें पैक करके, मार्किट में बेचने के लिए भेज दिया जाता है।

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