कम जोखिम वाले टॉप १० बिजनेस। Top 10 less risk business in India.

आज बात करेंगे कम जोखिम वाले व्यापारों (Less Risk Business) की, क्या आप खुद का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं? लेकिन ज्यादा जोखिम या रिस्क लेने से डरते हैं। तो क्या कोई ऐसे बिजनेस हैं जिन्हें आप कम जोखिम के साथ शुरू कर सकते हैं? जी हाँ इंडिया में भी ऐसे बहुत सारे बिजनेस हैं, जिन्हे करने में अन्य के मुकाबले रिस्क कम है ।

लेकिन यह तो आप भी अच्छी तरह से जानते होंगे की जिन बिजनेस में रिस्क कम होता है, उनमें कम्पटीशन बहुत अधिक होता है। इसलिए इन बिजनेस में सफल होने के लिए भी उद्यमी को कड़ी मेहनत करने की आवश्यकता होती है।

कहने का आशय यह है की कम जोखिम वाले बिजनेस हैं तो इसका मतलब यह नहीं है की इनमें कमाई करने की संभावना नहीं है। बल्कि सच्चाई यह है की इन बिजनेस में और भी अधिक कमाई करने की संभावना है ।

कम रिस्क वाले टॉप १० बिजनेस आइडियाज (Top 10 Less Risk Business In India)  

चाहें आप कोई भी व्यापार शुरू कर रहे हों उसमें आपको कुछ न कुछ निवेश करने की आवश्यकता अवश्य होती है। भले ही वह आपका समय ही क्यों न हो। बिजनेस में आप अपना पैसा और समय खर्च करने बावजूद भी निश्चित तौर पर कुछ नहीं कह सकते। जिसका मतलब यह है की बिजनेस शुरू करने में जोखिम होता ही होता है।

यदि भारत में आप कोई बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो आप कुछ ऐसे बिजनेस के बारे में भी अवश्य ढूँढेंगे जिनमें जोखिम अन्य के मुकाबले कम हो। तो आइये आगे हम कुछ ऐसे ही बिजनेस के बारे में जान लेते हैं जिनमें अन्य व्यवसायों के मुकाबले जोखिम कम होता है।

इस लिस्ट में हम दो तरह के व्यापारों को शामिल कर रहे हैं, इनमें कुछ ऐसे व्यापार हैं जिनमें निवेश तो अधिक है लेकिन उनके चलने की संभावना भी अधिक है। और दुसरे ऐसे व्यापार हैं जिनमें निवेश कम है, लेकिन यदि वे चल निकले तो उनसे भी अच्छी खासी कमाई की जा सकती है । तो आइये जानते हैं इंडिया में ऐसे टॉप १० बिजनेस आइडियाज कौन से हैं।   

less risk business in India
Image: Less risk business in India in Hindi

पेट्रोल पंप का बिजनेस

यह एक ऐसा बिजनेस है जिसमें कम जोखिम इसलिए है क्योंकि यदि आपने किसी हाईवे के किनारे खुद का पेट्रोल पंप खोल लिया तो वहां पर आपके पेट्रोल पंप पर वाहनों की भीड़ लगनी ही लगनी है । भारत में भी लोगों की डिस्पोजेबल इनकम में हो रही बढ़ोत्तरी के साथ सडक पर चलने वाले दुपहिया, चौपहिया वाहनों की संख्या में भी काफी वृद्धि हो रही है।

जहाँ पहले छोटे छोटे शहरों में जाम जैसी स्थिति देखने को नहीं मिलती थी वर्तमान में वाहनों की संख्या में वृद्धि के कारण छोटे शहरों में भी आपको जाम जैसी स्थिति देखने को मिल जाएगी। बड़े शहरों में पिक ऑवर में पेट्रोल पम्पों पर लम्बी लम्बी कतारें लगना आम बात हो गई है।

पेट्रोल और डीजल इत्यादि की डिमांड तो सभी जगह है ही है, इस बिजनेस का कम जोखिम वाले बिजनेस की लिस्ट में शामिल होने का एक दूसरा कारण यह भी है, की आयल मार्केटिंग कंपनियाँ एक निश्चित जनसँख्या के आधार पर और एक निश्चित एरिया में अपना एक ही पेट्रोल पम्प प्रदान करती हैं ।

लेकिन यदि शहर या नगर की जनसँख्या अधिक है तो आपको एक साथ या कम दूरी पर भी कई पेट्रोल पंप दिखाई दे सकते हैं । इससे आयल मार्केटिंग कंपनियाँ यह सुनिश्चित करना चाहती हैं की जिस भी व्यक्ति ने उनका पेट्रोल पंप लिया है, उसको एक निश्चित मात्रा में बिजनेस मिलता रहे।

सार्वजनिक सर्विस से जुड़ा बिजनेस होने के कारण इस बिजनेस से कमाई की अपार संभावनाएँ हैं। यद्यपि इस बिजनेस को शुरू करने में निवेश अधिक करना पड़ता है, लेकिन एक अच्छी भीड़ भाड़ वाली लोकेशन पर पेट्रोल पंप के होने का मतलब यह है की इससे आप अकूत सम्पति कमा सकते हैं।

यही कारण है की इस तरह का यह बिजनेस शुरू करने की फ़िराक में लगभग सभी लोग रहते हैं। लेकिन पेट्रोल पंप प्रदान करने में आयल मार्केटिंग कंपनियों को भारत सरकार द्वारा निर्धारित नियमों एवं दिशानिर्देशों का पालन करना होता है, इसलिए इसमें कुछ आरक्षित वर्ग जैसे शहीद सैनिकों के परिवार इत्यादि का प्रावधान किया गया है । और इन्हें इस तरह के बिजनेस शुरू करने में प्राथमिकता प्रदान की जाती है।

यह भी पढ़ें – पेट्रोल पंप कैसे खोलें? पेट्रोल पंप का बिजनेस शुरू करने की प्रक्रिया.

एफिलिएट मार्केटिंग का बिजनेस

यदि आपके पास पहले से किसी टॉपिक पर अपना कोई यूट्यूब चैनल या फिर ब्लॉग है तो आप आसानी से एफिलिएट मार्केटिंग बिजनेस शुरू कर सकते हैं। यद्यपि जिन लोगों के पास भी खुद का यूट्यूब चैनल और ब्लॉग है वे अच्छी तरह जानते हैं की उन्हें एफिलिएट मार्केटिंग बिजनेस कैसे शुरू करनी है ।

मान लीजिये की आप कोई टेक ब्लॉगर हैं, और इसी टॉपिक पर आपका यूट्यूब चैनल भी है, तो आप जानना चाहेंगे की आप किस चीज की एफिलिएट मार्केटिंग कर सकते हैं? एक टेक ब्लॉगर इलेक्ट्रनिक उपकरणों से लेकर, डोमेन होस्टिंग इत्यादि की भी एफिलिएट मार्केटिंग कर सकता है ।

लेकिन हाल ही में देखा गया है की ब्लॉग्गिंग के माध्यम से एफिलिएट मार्केटिंग करने वालों से ज्यादा यूट्यूब चैनल के माध्यम से एफिलिएट मार्केटिंग करने वालों का कन्वर्जन रेट अधिक हो रहा है। मान लीजिये की आपने बेस्ट होस्टिंग प्लान पर कोई आर्टिकल लिखा और उसमें एक दिन में 100 लोग आए, लेकिन उन सौ लोगों में से आपके एफिलिएट लिंक से किसी एक ने ही खरीदारी की, तो इस प्रकार से देखें तो कन्वर्जन रेट 1% हुआ।

दूसरी तरफ यदि आप इसी टॉपिक पर कोई विडियो बनाते हैं तो देखा गया है की उस पर कन्वर्जन रेट 2% या उससे भी अधिक हो सकता है । ऐसे में आप यूट्यूब के माध्यम से एफिलिएट मार्केटिंग करने में ज्यादा कमाई कर सकते हैं। एफिलिएट मार्केटिंग कम जोखिम वाला इसलिए है क्योंकि इसमें आपको निवेश करने की आवश्यकता नहीं होती, यदि आपका यह बिजनेस नहीं भी चला तो आपके समय के अलावा और किसी चीज का नुकसान आपको नहीं होता है । लेकिन यदि यह बिजनेस चल गया तो यह आपको करोडपति भी बना सकता है ।

बहुत सारी होस्टिंग कंपनियाँ एक सेल पर एफिलिएट मार्केटर को $25 से $100 तक प्रदान करती हैं। जिसका मतलब यह है की एक ऐसी होस्टिंग कंपनी जो प्रति सेल पर $25  भी प्रदान करती है, उसके साथ जुड़कर महीने में उसकी केवल १०० सेल भी करा दी तो आप $2500 जो भारतीय रुपयों में 2 लाख से ज्यादा होते हैं, कमा सकते हैं।      

गैस एजेंसी का बिजनेस

गांवों में तो खैर एक दिन गैस नहीं भी हो तो लोग लकड़ी के चूल्हे में खाना बना लेते हैं । क्योंकि वहां पर आस पास के जंगलों से लोग लकड़ी का प्रबंध कर लेते हैं। लेकिन जरां सोचिये क्या शहरों में एक दिन भी कोई बिना गैस के रह सकता है। कहने का मतलब यह है की एलपीजी गैस की आवश्यकता हर किसी व्यक्ति को अपने घर के चूल्हे में खाना बनाने के लिए होती है ।

किसी भी एक सामान्य घर में कम से कम एक दिन में तीन बार खाना तो अवश्य बनता है। और वर्तमान में बड़े शहरों में एलपीजी गैस की सप्लाई पाइपलाइन के माध्यम से भी की जा रही है, जिसके मीटर बाहर लगे हुए होते हैं।

लेकिन अभी भी भारतवर्ष में अधिकतर आबादी को एलपीजी सिलिंडर के माध्यम से ही गैस की सप्लाई की जा रही है। ऐसे में बड़ी बड़ी आयल मार्केटिंग कंपनियाँ समय समय पर नई नई लोकेशन के लिए अपनी एजेंसी प्रदान करती रहती हैं।

गैस एजेंसी की भी यही खासियत है की एक कंपनी एक निश्चित एरिया या जनसँख्या के आधार पर अपनी एक ही गैस एजेंसी प्रदान करेगी, जिससे बिजनेस को सुनिश्चित किया जा सके। यही कारण है की इस तरह के इस बिजनेस में आपको पहले से ही मौजूद ग्राहक आधार मिल सकता है, और आप डे वन से ही इस बिजनेस से कमाना शुरू कर सकते हैं।

इंडेंन, भारत, एचपी जैसी कंपनियों का ग्राहक आधार पूरे भारत में फैला हुआ है। ऐसे में यदि आप इनकी गैस एजेंसी लेते हैं तो इस व्यवसाय को शुरू करने में निवेश तो आपको करना होगा, लेकिन इसके असफल की संभावना कम होती है, इसलिए इसे इंडिया में कम जोखिम वाले बिजनेस की लिस्ट में शामिल किया गया है।

यह भी पढ़ें – भारत में खुद की गैस एजेंसी कैसे खोलें?         

तहसील में डॉक्यूमेंटेशन का बिजनेस

यदि आप एक वकील हैं और आपने अपने नजदीकी तहसील में चैंबर के लिए आवेदन किया, लेकिन आपको चैंबर मिल नहीं पाया। तो क्या अब आपको तहसील में काम करने का सपना छोड़ देना चाहिए। नहीं आज भी भले ही बहुत सारे दस्तावेजों को ऑनलाइन कर दिया गया हो, लेकिन इसके बावजूद तहसील परिसर में तरह तरह के काम कराने आए लोगों की अच्छी खासी भीड़ देखी जा सकती है।

चैंबर नहीं मिल रहा है तो क्या हुआ आप चाहें तो तहसील के नज़दीक ही अपनी खुद की दुकान या फिर किराये पर कोई दुकान लेकर खुद का तहसील से सम्बंधित कागजात बनवाने का बिजनेस शुरू कर सकते हैं। लेकिन इसके लिए आपको तहसील के लोगों से काम निकालने के लिए उनसे जान पहचान बनानी होगी ।

किसी को वसीयतनामा कराना हो, बैनामा कराना हो, जमीन की रजिस्ट्री करानी हो, दाखिल ख़ारिज करनी हो, कोई एफिडेविट बनाना हो या फिर अन्य कोई ऐसा कार्य जो तहसील में ही हो सकता है, तो उसके लिए लोग अपने नजदीकी तहसील में ही तो जाते हैं।

आम तौर पर प्रॉपर्टी रजिस्ट्री इत्यादि से सम्बंधित काम मोटे काम होते हैं, तो इन्हें सफलतापूर्वक करवाने के लिए डॉक्यूमेंटेशन इत्यादि कराने के नाम पर मोटी फीस भी वसूली जाती है । कुछ लोग तो एक रजिस्ट्री पर ₹10000 रूपये तक डॉक्यूमेंटेशन चार्जेज ले लेते हैं।

चूँकि लोग भी सोचते हैं की कौन से उन्होंने ये काम बार बार कराने हैं इसलिए वे इस विषय पर ज्यादा बहस भी नहीं करते हैं । यही कारण है की इस तरह का यह बिजनेस भी इंडिया में टॉप १० ऐसे बिजनेस की लिस्ट में शामिल है, जिनमें अन्य के मुकाबले कम जोखिम है ।       

ब्लॉग्गिंग का बिजनेस

यदि आप इस बिजनेस के बारे में नहीं जानते हैं तो आपको बता देना चाहेंगे की किसी विषय पर लिखकर अपना ब्लॉग बनाकर उसमें आर्टिकल पब्लिश करने की प्रक्रिया ब्लॉग्गिंग कहलाती है। जो आर्टिकल आपने अपने ब्लॉग के माध्यम से पब्लिश किया है यदि वह बेहतरीन गुणवत्ता का हुआ तो गूगल उसे अपने सर्च इंजन में शीर्ष स्थान दे सकता है। और जब उस आर्टिकल को गूगल या अन्य कोई प्रसिद्ध सर्च इंजन शीर्ष स्थान पर रखता है, तो लोग उसे पढने के लिए आते हैं । इस तरह से आप अपने ब्लॉग को बाद में गूगल एडसेंस के माध्यम से मोनेटाइज कर सकते हैं।   

ब्लॉग्गिंग एक ऐसा बिजनेस है जिसे आप चाहें तो गूगल के ब्लॉगर प्लेटफोर्म के माध्यम से फ्री में भी शुरू कर सकते हैं। लेकिन यदि आप चाहते हैं की आप कोई ऐसी वेबसाइट या ब्लॉग बनाएँ जिस पर पूरी तरह से आपका नियंत्रण हो तो आप बिना कोडिंग सीखे वर्डप्रेस के माध्यम से अपना ब्लॉग तैयार कर सकते हैं।

इस तरह की प्रक्रिया में आपको डोमेन और होस्टिंग पर कुछ पैसे खर्च करने की आवश्यकता होती है। यह खर्चा आम तौर पर एक साल के लिए ₹5000 से ₹7000 के बीच कुछ भी हो सकता है। चूँकि इसमें निवेश बहुत ही कम है इसलिए इस बिजनेस को भी हमने कम जोखिम वाले बिजनेस में शामिल किया है।

ब्लॉग्गिंग बिजनेस शुरू करने में निवेश तो कम है लेकिन मेहनत बहुत ज्यादा है। इसलिए यदि आप इस बिजनेस में सफल हो गए तो इससे भी आप बढ़िया कमाई कर सकते हैं।

फर्टिलाइजर डिस्ट्रीब्यूशन बिजनेस

फर्टिलाइजेशन डिस्ट्रीब्यूशन यानिकी खाद वितरण बिजनेस को आप सरकारी लाइसेंस लेकर शुरू कर सकते हैं। भारत एक कृषि प्रधान देश है और यहाँ की अधिकांश भूमि पर कृषि की जाती है यही कारण है की यहाँ पर किसानों की कोई कमी नहीं है। यदि आप कोई ऐसे कम जोखिम वाला बिजनेस ढूंढ रहे हैं जिसे आप गांवों से भी शुरू कर सकते हैं तो आप खाद वितरण बिजनेस को शुरू करने पर विचार कर सकते हैं।

इस तरह का यह बिजनेस पूरी तरह से सरकार के नियंत्रण में होता है, इसलिए आपको सिर्फ उन्हीं किसानों को उसी दर पर खाद बेचनी होती है जो सरकार ने निर्धारित किया हो। भले ही इस बिजनेस में बहुत ज्यादा कमाई के अवसर विद्यमान हों या न हों। लेकिन इसमें जोखिम बिलकुल भी नहीं है, क्योंकि सरकार द्वारा किसी एक एरिया विशेष में केवल एक ही खाद वितरण केंद्र खोला जाता है । जिसे यदि किसी एरिया में आपने ले लिया तो उस निश्चित एरिया में उसी तरह का वह केंद्र किसी दुसरे को नहीं मिलेगा।    

यह भी पढ़ें – इंडिया में फर्टीलाइजर डिस्ट्रीब्यूशन बिजनेस कैसे शुरू करें?  

यूट्यूब चैनल का बिजनेस

यदि आप अपने फालतू समय को उपयोग में लाना चाहते हैं तो आप खुद का यूट्यूब चैनल भी शुरू कर सकते हैं। हालांकि इस तरह का यह बिजनेस शुरू करने के लिए आपको कम से कम एक स्मार्टफोन और उसमें इन्टरनेट कनेक्शन की आवश्यकता तो होती ही होती है।

इस तरह का यह व्यापार शुरू करने से पहले आपको अपने स्किल यानिकी इस बात की पहचान करना जरुरी है की आप लोगों को किस तरह की विडियो बनाकर दिखायेंगे? गूगल के बाद यदि कोई दूसरा सबसे बड़ा सर्च इंजन है तो वह यूट्यूब ही है।

एक बार जब आपका यूट्यूब चैनल यूट्यूब द्वारा निर्धारित मोनेटाइजेशन करने के मानकों को पूर्ण कर जाता है तो उसके बाद आप इसे भी गूगल एडसेंस के माध्यम से एड के लिए मोनेटाइज कर सकते हैं।

भारत में कई यूट्यूबर ऐसे हैं, जो आज की तारिख में किसी सेलेब्रिटी से कम नहीं है। और उन्हें इस तरह का यह सेलेब्रिटी बनाने वाला और कोई नहीं उनका यूट्यूब बिजनेस ही है। चूँकि इसमेंशुरूआती दौर में आपको समय के  अलावा और कुछ खर्च नहीं करना है इसलिए यह भी कम जोखिम की लिस्ट में शामिल है ।       

राशन डीलर का बिजनेस

आपने देखा होगा की भारत में जो राशन वितरण प्रणाली है उसमें भी किसी एक निश्चित एरिया या जनसँख्या में केवल एक ही राशन डीलर होता है । जी हाँ राशन डीलर यानिकी जहाँ से आप खाद्य सुरक्षा के तहत महीने का राशन कम कीमतों या आपातकाल में मुफ्त में भी ले रहे होते हैं।

एक बार जब आप इस तरह की दुकान ले लेते हैं तो हर महीने उस क्षेत्र में स्थित जनसँख्या के आधार पर या फिर उस डीलर से जितने भी राशन कार्ड जुड़े हुए हैं उसके आधार पर राशन आपके पास पहुँच जाती है । और आपको उस राशन को लोगों को वितरित करना होता है।

इसमें जोखिम इसलिए नहीं है क्योंकि जितने लोगों को राशन आपको मिलेगा आपने उतने लोगों को राशन सिर्फ बाँटना है। यदि सरकार द्वारा राशन मुफ्त में बाँटा जा रहा है तो सरकार द्वारा आपसे उस राशन की कोई कीमत नहीं ली जाएगी, बल्कि आपको इन्सेन्टिव प्रदान किया जाएगा।

अधिकतर राशन डीलर राशन के अलावा अपनी परचून की दुकान भी चला रहे होते हैं, इसलिए जो लोग राशन लेने आते हैं वे वहां से कुछ न कुछ खरीदते भी अवश्य है। इस तरह के इस बिजनेस में भी अन्य की तुलना में कम जोखिम है।  

यह भी पढ़ें – भारत में राशन डीलर बिजनेस शुरू करने की पूरी जानकारी.    

प्रॉपर्टी डीलिंग का बिजनेस

यह बिजनेस भी एक ऐसा बिजनेस है जिसे आप चाहें तो बिना किसी निवेश के आसानी से शुरू कर सकते । वर्तमान में और कुछ नहीं तो फोन तो हर किसी के पास होता ही है। वैसे देखा जाय तो एक स्मार्टफोन तो कई काम एक साथ कर लेता है , लेकिन एक की पैड वाला सस्ता फोन भी बात करने के काम तो आता ही आता है।

यदि आपकी जान पहचान अच्छी है तो अपनी जान पहचान में फोन घुमाइए और पता कीजिये की जहाँ पर आप रहते हैं वहाँ पर कोई अपनी मकान, प्लाट इत्यादि तो नहीं बेचना चाह रहा है। यदि ऐसा है तो उससे उसकी कीमत पूछिए। और उसके बाद दूसरा फ़ोन यह ढूँढने के लिए घुमाएँ की क्या कोई ऐसा है जो उस एरिया में प्लाट या मकान लेना चाहता है । यदि हाँ तो उसे वह रेट बताएं जिसमें थोड़ा बहुत आपका भी फायदा हो रहा हो ।

आम तौर पर प्रॉपर्टी डीलिंग के बिजनेस को लोग दो तरीके से कर रहे होते हैं। पहला यह की जो अपनी प्रॉपर्टी बेचना चाहता हो उससे 2% तक कमीशन लेना । दूसरा यह की जो प्रॉपर्टी बेचना चाहता है, वह प्रॉपर्टी डीलर को उस प्रॉपर्टी की निश्चित कीमत बता देता है। अब प्रॉपर्टी डीलर उस कीमत से उसे कितने पर भी बेचे या प्रॉपर्टी डीलर का लाभ होता है ।

इस बिजनेस को शुरू करने में खर्चा कुछ नहीं आता है, लेकिन कमाई छप्पर फाड़ हो सकती है। हालांकि वर्तमान में प्रॉपर्टी डीलर के लिए रेरा के तहत प्रॉपर्टी डीलर रजिस्ट्रेशन अनिवार्य कर दिया गया है । लेकिन इसके बावजूद इंडिया में बिना रजिस्ट्रेशन के ही लोग इस तरह का बिजनेस करके बम्पर कमाई कर रहे हैं।     

डिजिटल मार्केटिंग का बिजनेस

इस तरह का यह बिजनेस शुरू करने के लिए आपको डिजिटल मार्केटिंग का ज्ञान होना अनिवार्य है। आपको पता होना चाहिए की सर्च इंजन कैसे काम करता है। सोशल मीडिया प्लेटफोर्म और एड कैंपेन के जरिये किसी बिजनेस को कैसे ग्रो किया जा सकता है।   

वर्तमान में हर छोटा बड़ा बिजनेस ऑनलाइन आबादी को अपने ग्राहक के रूप में परिवर्तित करना चाहता है। इसके लिए वह किसी डिजिटल मार्केटिंग कंपनी से संपर्क करता है। सिर्फ यही नहीं आप चाहें तो भारत में बैठक विदेशी क्लाइंट के लिए भी डिजिटल मार्केटिंग का यह काम कर सकते हैं।

यदि आपको खुद डिजिटल मार्केटिंग की नॉलेज है और आप सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन, सर्च इंजन मार्केटिंग, सोशल मीडिया मार्केटिंग इत्यादि के बारे में गहरी नॉलेज रखते हैं । तो आपके लिए यह बिजनेस कम जोखिम वाला व्यापार (Less Risk Business)  ही कहलाएगा। क्योंकि इसमें आपको अपने समय के अलावा शायद ही कुछ और खर्चा करने की आवश्यकता हो।

FAQ (सवाल/जवाब)  

कम जोखिम वाले टॉप ऑनलाइन बिजनेस कौन से हैं?

ब्लॉग्गिंग, यूट्यूब, एफिलिएट मार्केटिंग और डिजिटल मार्केटिंग कम जोखिम वाले टॉप बिजनेस की लिस्ट में शामिल हैं।     

कम जोखिम वाले बिजनेस से क्या मतलब है?

ऐसे बिजनेस जिनमें जोखिम कम है, यह जरुरी नहीं है की उन्हें शुरू करने में निवेश कम है बल्कि ऐसे बिजनेस जिनमें निवेश ज्यादा है लेकिन उनके असफल होने की संभावना कम हैं वे भी कम जोखिम वाले बिजनेस की लिस्ट में शामिल हैं ।

यदि आपने हमारा यह लेख (Less Risk Business in India in Hindi) अंत तक पढ़ लिया होगा। तो आप समझ गए होंगे की हमने अपने इस टॉप 10 की लिस्ट में इन बिजनेस को क्यों रखा है। इस लिस्ट में हमने उन बिजनेस को शामिल किया है, जिनके फेल असफल होने की संभावना कम है। क्योंकि उनके लिए पहले से ही एक बहुत बड़ा ग्राहकों का आधार तैयार बैठा है।  

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