Lottery Business Plan in hindi. लाटरी बिजनेस कैसे शुरू करें?

भारत में Lottery business का नाम सुनते ही इच्छुक उद्यमियों के दिमाग में जो पहला प्रश्न कौंधता है वह यही होता है की क्या भारत में लॉटरी बिजनेस करना कानूनी रूप से वैध है?। क्योंकि अक्सर लॉटरी खेलने को भारत में किसी जुए से कम नहीं माना जाता है जो की सत्य भी है। बहुत सारे लोगों को इसकी ऐसी लत लग जाती है की वे अपनी सारी कमाई को अपना भाग्य आजमाने पर खर्च करने लगते हैं।

इसलिए लोगों के अंतर्मन में यही सवाल हिचकोले ले रहा होता है की भारत में Lottery Business शुरू करना कानूनी रूप से वैध है या फिर सभी लाटरी अवैध तरीके से ही चल रही हैं। आज इस लेख के माध्यम से न सिर्फ लोगों के अंतर्मन में उठ रहे इस प्रकार के सवालों का जवाब देने का प्रयत्न करेंगे। अपितु भारत में कोई उद्यमी इस तरह का बिजनेस कैसे शुरू कर सकता है के बारे में भी जानने का प्रयास करेंगे।

लेकिन उससे पहले हमें यह समझना होगा की आज हम एक ऐसी दुनिया में जी रहे हैं जहाँ हमारे पास हमारे जीवन को बेहतर बनाने के अनेकों अवसर विद्यमान हैं। कहने का आशय यह है की हमारे पास खुद के जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए कमाई करने की आवश्यकता होती है और कमाई करने के लिए हमारे पास अनेकों अवसर विद्यमान हैं। खुद की कमाई करने के लिए अनेकों लोग खुद का बिजनेस करते हैं, तो कोई नौकरी करके अपने जीवन को बेहतर बनाने की कोशिश करते हैं।

वहीँ कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो अमीर बनने के लिए लाटरी के टिकट खरीदकर अपना भाग्य अजमाते हैं। आज के हमारे इस Lottery Business को करने वाले उद्यमी के प्रमुख ग्राहकों में ऐसे ही लोग रहने वाले हैं जो अपने भाग्य पर भरोसा करके लाटरी जीतने की उम्मीद लगाये रहते हैं।

हालांकि बहुत सारे लोग ऐसे भी होते हैं जो लालचवश अपनी मेहनत से कमाई हुई कमाई को लाटरी के कारण गँवा भी देते हैं। तो वहीँ कुछ चन्द लोग ऐसे भी होते हैं जो एकदम से लाखों की लाटरी जीत जाते हैं। इसलिए कहा जा सकता है की लाटरी पूरी तरह से भाग्य पर आधारित खेल है। और भारत में लोग अक्सर भाग्य पर बहुत ज्यादा भरोसा करते हैं इसलिए यहाँ Lottery Business करना एक लाभकारी व्यापार हो सकता है।

Lottery-business-kaise-start-kare
Lottery-business sample banner

लाटरी का व्यापार क्या है (What is Lottery Business in Hindi):

Lottery business को समझने से पहले लाटरी को समझ लेते हैं। लाटरी का अर्थ एक ऐसी प्रक्रिया से लगाया जाता है जिसमें अनेकों क्रमांकित टिकटों को बेचकर धन एकत्रित किया जाता है और फिर लकी ड्रा इत्यादि के माध्यम से जीतने वाले टिकट होल्डर को पुरुस्कार दिया जाता है। यद्यपि लाटरी को एक जुए का स्वरूप के तौर पर भी जाना जाता है क्योंकि जैसा की जुए में होता है कोई बहुत अधिक पैसे जीत जाता है तो कोई अपनी मेहनत से कमाई हुई कमाई को गँवा देता है।

ठीक इसी प्रकार लाटरी निकलने की उम्मीद में भी व्यक्ति लाटरी की टिकटों को खरीदने में अपने पैसे खर्च करने लगता है। हालांकि अलग अलग राष्ट्र एवं राज्य सरकारों ने इन्हें विनियमित करने के लिए अनेकों कानून बनाने हुए हैं और उन्हीं के अनुरूप उस राज्य या राष्ट्र विशेष में Lottery Business को संचालित किया जाता है।

क्या भारत में लाटरी बिजनेस करना वैधानिक है? (Is it legal to start Lottery Business in India):

हालांकि भारत में बहुत सारे लोगों को लगता है की यहाँ लाटरी बिजनेस करना कानूनी रूप से वैध नहीं है। लेकिन यह अर्धसत्य है। कहने का अभिप्राय यह है की भारतीय संविधान ने किसी राज्य विशेष में Lottery Business को वैध या अवैध बनाने का दायित्व राज्य सरकार को ही दिया है। अपने अपने राज्य में लाटरी सम्बन्धी नियम एवं कानून बनाने के अधिकार संविधान ने राज्य को दिए हैं। इसलिए वर्तमान में भारत में कई राज्यों में लाटरी बिजनेस करना वैध है तो कई राज्यों में अवैध भी है।

चूँकि आजकल ऑनलाइन लाटरी का भी चलन काफी बढ़ गया है इसलिए ऐसा भी हो सकता है की कुछ राज्यों में ऑनलाइन लाटरी एवं कुछ राज्यों में भूमिगत लाटरी वैधानिक हो तो कुछ राज्यों में इन पर बिलकुल ही प्रतिबंध हो। Lottery Business की वैधता के बारे में बहुत सारे भ्रम व्यापत हैं वह इसलिए क्योंकि हर राज्य में नियम एवं कानून एक दुसरे से बिलकुल अलग हैं। एक जानकारी के मुताबिक महाराष्ट्र एवं पंजाब में ऑनलाइन लाटरी वैधानिक है तो वही तमिलनाडु एवं कर्णाटक जैसे राज्यों में यह पूरी तरह से प्रतिबंधित है।

इसके अलावा भूमिगत लाटरी भी भारत के लगभग बारह राज्यों जैसे पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, केरल, पंजाब, मध्य प्रदेश, असम, गोवा, सिक्किम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, नागालैंड इत्यादि में वैधानिक है।

यद्यपि यह जानकारी हमने विश्वसनीय स्रोतों से देने की कोशिश की है लेकिन समय के आधार पर प्रतिबंधित या स्वीकृत राज्यों की लिस्ट घट बढ़ सकती है। इसलिए Lottery Business शुरू करने के इच्छुक उद्यमियों से आग्रह है की वे किसी स्थानीय वकील से इस बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए संपर्क कर सकते हैं की उनके राज्य में इस तरह का यह बिजनेस वैधानिक है या नही।

लाटरी बिजनेस के फायदे (Benefits to start Lottery Business):

हालांकि चाहे Lottery Business हो या कोई अन्य हर बिजनेस का मूल मन्त्र कमाई करना अर्थात लाभ प्राप्त करना ही होता है। लेकिन किसी भी बिजनेस में सफल होने के लिए बड़े लम्बे समय तक कड़ी मेहनत करने की आवश्यकता होती है। लेकिन लाटरी का बिजनेस एक ऐसा बिजनेस है जिसकी मार्केटिंग यदि ढंग से की जाय तो यह बड़ी जल्दी बड़ी कमाई का एक बेहतरीन स्रोत बन सकता है। इस व्यापार को शुरू करने के अन्य भी कई फायदे हैं जिनकी लिस्ट कुछ इस प्रकार से है।

  • Lottery Business को कोई भी उद्यमी बेहद कम निवेश यहाँ तक की 30-40 हजार रुपयों से भी शुरू कर सकता है। इस तरह का बिजनेस शुरू करने के लिए उद्यमी को एक दुकान एवं लाटरी के टिकेट प्रिंट आउट कराने एवं स्थानीय प्रशासन से परमिशन इत्यादि की आवश्यकता होती है।
  • इस तरह का यह बिजनेस शुरू करना बेहद आसान है चूँकि इस बिजनेस को शुरू करने में मशीनरी, उपकरण इत्यादि की भी आवश्यकता नहीं होती है। इसलिए कोई भी व्यक्ति सभी प्रकार की कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद इस तरह के बिजनेस को एक हफ्ते के अन्दर आसानी से शुरू कर सकता है।
  • चूँकि उद्यमी द्वारा इसमें सिर्फ विजेताओं को ही पुरस्कृत राशि देनी पड़ती है इसलिए उद्यमी लाटरी टिकट बेचने से पहले ही निर्धारित कर सकता है। की कितनी टिकट बिकने पर कितना ईनाम होगा। इसलिए Lottery Business में नुकसान होने का कोई खतरा नहीं होता है।
  • उद्यमी इसमें अपने लाभ के प्रतिशत की पहले ही योजना बना सकता है और उसके आधार पर ही टिकट बिक्री एवं पुरुस्कार निर्धारित कर सकता है। जिससे उद्यमी उच्च लाभ प्राप्ति कर सकता है।
  • इस बिजनेस को उद्यमी चाहे तो किसी अन्य बिजनेस जैसे ड्राई क्लीनिंग, ट्रेवल एजेंसी इत्यादि के साथ भी शुरू कर सकता है।

लाटरी बिजनेस कैसे शुरू करें? (How to Start a Lottery Business in India):

भारत में निवेश की दृष्टि से Lottery Business करना काफी आसान है वह इसलिए क्योंकि इस तरह का यह बिजनेस शुरू करने में बेहद कम निवेश की आवश्यकता होती है। इसलिए कोई भी उद्यमी इसे खुद के पैसे लगाकर आसानी से शुरू कर सकता है। यद्यपि इस तरह के बिजनेस को शुरू करने में जो सबसे बड़ी चुनौती होती है वह यही होती है की उस राज्य विशेष में इस तरह का यह बिजनेस वैध है की नहीं। इसलिए लाटरी बिजनेस शुरू करने के लिए उद्यमी चाहे तो निम्नलिखित कदम उठा सकता है।    

किसी स्थानीय वकील से मिलें:  

जैसा की हम उपर्युक्त वाक्य में भी बता चुके हैं की Lottery Business को निवेश इत्यादि की दृष्टि से बेहद आसानी से कोई भी व्यक्ति शुरू कर सकता है।

लेकिन यदि उद्यमी द्वारा पब्लिक गैंबलिंग एक्ट 1867 का अनुसरण नहीं किया गया तो वह बहुत बड़े कानूनी पचड़े में पड़ सकता है। इसलिए इस तरह का यह बिजनेस शुरू करने से पहले उद्यमी को उस क्षेत्र में स्थित किसी वकील से परामर्श लेना उचित रहता है की इस बिजनेस के बारे में उस राज्य विशेष में क्या नियम हैं। यदि किसी परमिशन या लाइसेंस की आवश्यकता होती है तो सम्बंधित वकील उसे इस बारे में मदद कर सकता है।   

लाटरी बिजनेस का प्रकार चुनें:

यद्यपि उद्यमी चाहे तो यह पहले ही तय कर सकता है की उसे लाटरी बिजनेस के कौन से प्रकार को चुनना है। आम तौर पर Lottery Business के दो प्रकार होते हैं ऑनलाइन लाटरी एवं भूमिगत लाटरी। ऑनलाइन लाटरी से आशय ऐसी लाटरी से है जिसमें ग्राहक लाटरी की टिकट ऑनलाइन खरीद सकते हैं। और भूमिगत लाटरी से आशय उस प्रक्रिया से है जिसमें उद्यमी किसी दुकान के माध्यम से टिकट बेच रहा होता है।

अर्थात पहली स्थिति में लोगों को लाटरी का टिकट खरीदने के लिए उद्यमी की वेबसाइट पर विजिट करना होता है। जबकि दूसरी स्थिति में उद्यमी की दुकान पर। इसलिए लाटरी बिजनेस शुरू करने के इच्छुक उद्यमी को लाटरी बिजनेस का प्रकार चुनना होगा। यदि उद्यमी ऑनलाइन लाटरी का विकल्प चुनता है तो उसे एक वेबसाइट विकसित करने की आवश्यकता होती है जिसके माध्यम से वह ऑनलाइन टिकटों की बिक्री कर सके।       

दुकान किराये पर लें (Rent a Shop for Lottery Business):

दुकान तो उद्यमी को दोनों प्रकार के Lottery Business चाहे वह ऑनलाइन हो या ऑफलाइन चाहिए ही चाहिए होगी। ऑनलाइन लाटरी बिजनेस शुरू करने के लिए भी दुकान इसलिए आवश्यक है क्योंकि यही वह स्थान होगा जिसका पता उद्यमी अपनी वेबसाइट पर देगा। आम तौर पर लोग जिस वेबसाइट के माध्यम से पैसे का लेन देन करते हैं वे चाहते हैं की उसका एक उचित कार्यालय हो।

जिससे कुछ भी गड़बड़ होने पर वे वहाँ जाकर संपर्क कर सकें। इसके अलावा यदि Lottery Business ऑनलाइन न हो फिर तो उद्यमी को दुकान अनिवार्य रूप से चाहिए होती है क्योंकि यही वह स्थान होता है जहाँ से उद्यमी लाटरी के टिकट बेच रहा होता है।    

मार्केटिंग करें और कमाई करें:

लाटरी को जुए की श्रेणी में रखा गया है जिसका अभिप्राय यह है की लोग यहाँ सिर्फ और सिर्फ अपनी किस्मत आजमाने आते हैं। वे जानते हैं की हो सकता है की लाटरी की लत के चलते या लालचवश वे अपनी हक हलाल से कमाई हुई कमाई को खो भी सकते हैं। इसलिए वे दिमागी तौर पर पैसा खोने एवं पाने के लिए पूरी तरह से तैयार रहते हैं। यही कारण है की Lottery Business करने वाले उद्यमी को अधिक मार्केटिंग करने की आवश्यकता नहीं होती है।

लेकिन उद्यमी चाहे तो लोगों को लाटरी का टिकट खरीदने की ओर प्रेरित करने के लिए अपनी दुकान के बाहर विजेताओं का फोटो एवं उनके द्वारा जीती हुई रकम का पोस्टर लगा सकता है। हालांकि यह सब कुछ करने से पहले उद्यमी को इस बारे में स्थानीय नियम एवं कानूनों के बारे में अच्छे से पता होना जरुरी है। जहाँ तक Lottery Business से कमाई का सवाल है यह बिजनेस एक ऐसा बिजनेस है जो उद्यमी को उसका लाभ का प्रतिशत तय करने की स्वतंत्रता प्रदान करता है।

यह भी पढ़ें:

Leave a Comment