नमकीन बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें। Namkeen Banane ka business.

नमकीन का नाम सुनकर आपको किसी पेय चाय या फिर अन्य पेय की याद तो नहीं आ गई। भारत में नमकीन बनाने का बिजनेस (Namkeen Business) कितना फायदेमंद हो सकता है, इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है। की जब भी आपके घर में कोई मेहमान आता होगा आप उसको चाय या कोल्ड ड्रिंक या फिर अन्य किसी पेय के साथ नमकीन जरुर देते होंगे।

सिर्फ मेहमानों के लिए नहीं बल्कि नमकीन का इस्तेमाल बच्चे, बुजुर्गों, घर, ऑफिस इत्यादि सभी जगहों पर किया जाता है। और इनको बनाने में इस्तेमाल में लाये जाने वाले कच्चे माल के आधार पर इन्हें अलग अलग नाम दिया जा सकता है। यदि आप भी इस नमकीन बनाने के बिजनेस को शुरू करने पर विचार कर रहे हैं, लेकिन आप समझ नहीं पा रहे हैं की इस बिजनेस को आप कैसे शुरू करेंगे, तो आज हम हमारे इस लेख के माध्यम से इस बिजनेस से जुड़ी हर एक बात को विस्तार से बताने वाले हैं। लेकिन उससे पहले यह जान लेते हैं की नमकीन होती क्या है?

नमकीन बनाने का बिजनेस

नमकीन क्या होती है (What is Namkeen)

नमकीन शब्द की उत्पति इसमें निहित शब्द नमक से हुई है। चूँकि हर प्रकार की नमकीन बनाने में नमक का इस्तेमाल किया ही किया जाता है इसलिए इसे नमकीन कहा जाता है। हिंदी में इस शब्द को स्वाद से जोड़कर देखा जाता है, और जब भी कोई नमकीन शब्द सुनता है, तो उसे इसकी स्वाद की अनुभूति होने लगती है। क्योंकि यह एक ऐसा स्नैक्स आइटम है जिसका स्वाद हर किसी को पता है। उसका कारण यह है की नमकीन बेहद कम कीमत यहाँ तक ५ रूपये के पैक में भी बाज़ारों में उपलब्ध हैं, और किसी भी आर्थिक वर्ग से जुड़े लोग इन्हें आसानी से खरीद सकते हैं।

भारत में इन्हें बनाने में कई तरह के मसालों, दालों, नट्स और विशेष तौर पर काले नमक या सफ़ेद नमक दोनों का इस्तेमाल किया जाता है। भुजिया, चिप्स, खारा, फरसान, चिवड़ा इत्यादि नमकीन के ही अन्य स्वरूप हैं। भारत में इंदौर और रतलाम की नमकीन अपने अनोखे स्वाद के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध हैं।

नमकीन को मुख्य भोजन के रूप में नहीं खाया जाता है, बल्कि इसे स्नैक्स आइटम के रूप में या फिर किसी पेय पदार्थ के साथ खाया जाता है। वर्तमान में बाज़ारों में हल्दीराम, बीकानेर, बाबाजी एवं अन्य कई प्रसिद्ध कंपनियों की नमकीन छोटे ५ रूपये वाले पैक से लेकर बड़े पैकों में उपलब्ध हैं। लेकिन इसके बावजूद इस बिजनेस (Namkeen Business) में अपार संभावनाएँ मौजूद हैं।          

नमकीन बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें ( How to start Namkeen Business in India)       

जहाँ तक नमकीन बनाने का सवाल है लोग अपने घरों में भी अपने खाने के लिए नमकीन बनाते हैं। और आपने बाज़ारों में भी कुछ ऐसी नमकीन देखी होंगी, जो या तो खुले में बिकती हैं, या उनकी पैकिंग सादी ट्रांसपेरेंट प्लास्टिक की पन्नी में हुई होती है। अर्थात ऐसी नमकीन में किसी कंपनी या ब्रांड का नाम नहीं होता है, वह इसलिए नहीं होता है क्योंकि वह किसी उद्यमी द्वारा अपने घर पर बनाकर बाज़ारों में बेची गई होती है।

कहने का आशय यह है की आपके पास भी इस बिजनेस को शुरू करने के दो विकल्प मौजूद होते हैं, यदि आप मशीनरी, उपकरणों, जगह, कर्मचारियों इत्यादि पर बहुत अधिक खर्चा नहीं करना चाहते, और आप नमकीन बनाने की कला को जानते हैं, तो आप इस बिजनेस को अपने घर से भी शुरू कर सकते हैं। लेकिन यदि आप हल्दीराम, बीकानेर, बाबाजी इत्यादि कंपनियों की तर्ज पर अपने ब्रांड नाम के साथ इसे शुरू करना चाहते हैं, तो फिर आपको एक लम्बी प्रक्रिया जिसका वर्णन आगे हम इस लेख में करेंगे से गुजरना होगा।  

जगह का चयन करें (Select Location for Namkeen Business):  

चूँकि आपको नमकीन बनाने का बिजनेस शुरू करने के लिए जगह ढूंढनी है, न की नमकीन की दुकान खोलने के लिए । इसलिए ध्यान रहे यह जरुरी नहीं है की आप किसी बाज़ार में बीच में ही अपने व्यवसाय के लिए जगह तलाश करें। बल्कि इस व्यवसाय के लिए आप कोई भी ऐसी जगह तलाश कर सकते हैं, जो आपको सस्ती पड़ती हो। हाँ इतना जरुर है की वहां पर मूलभूत सुविधाओं जैसे बिजली, पानी, सड़क इत्यादि का अभाव नहीं होना चाहिए, और स्थानीय मार्किट से १० किलोमीटर से अधिक दूरी भी नहीं होनी चाहिए।

एक ऐसा प्लांट जिसमें प्रत्येक वर्ष लगभग ९६००० किलो नमकीन का उत्पादन किया जा सकता हो, उसके लिए आपको लगभग १५०० से १८०० स्क्वायर फीट जगह की आवश्यकता हो सकती है। जिसका किराया लोकेशन इत्यादि के आधार पर अलग अलग हो सकता है। लेकिन यदि आप इससे छोटा प्लांट शुरू करना चाहते हैं तो कम जगह और इससे भी बड़े आकार में नमकीन बनाने का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं, तो ज्यादा जगह की आवश्यकता होगी। ध्यान रहे जमीन या बिल्डिंग किराये या लीज पर लेते समय उसका रेंट एग्रीमेंट या लीज एग्रीमेंट अवश्य बनाएँ। इसे आप व्यवसाय के पता प्रमाण के तौर पर तो इस्तेमाल कर ही पाएंगे इसके अलावा यह आपको उस जगह के प्रति सिक्यूरिटी की अनुभूति कराएगा।

आवश्यक लाइसेंस एवं रजिस्ट्रेशन प्राप्त करें (Get License and Registration)

यदि आप अपना ब्रांड स्थापित करके अपने ब्रांड नाम और कंपनी नाम से नमकीन बनाकर बेचना चाहते हैं। तो आपको निम्नलिखित लाइसेंस एवं रजिस्ट्रेशन प्राप्त करने की आवश्यकता हो सकती है। हालांकि यह लिस्ट भी राज्य और स्थान के आधार पर अंतरित हो सकती है।

  • बिजनेस रजिस्ट्रेशन – प्रोप्राइटरशिप फर्म, वन पर्सन कंपनी, पार्टनरशिप फर्म, प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी इत्यादि में से किसी एक के तहत पंजीकरण।
  • टैक्स रजिस्ट्रेशन –   जीएसटी रजिस्ट्रेशन।
  • फायर और पोल्यूशन डिपार्टमेंट से एनओसी।
  • फ़ूड लाइसेंस – भारतीय खाद्य सुरक्षा प्राधिकरण (FSSAI) से फ़ूड लाइसेंस।
  • ट्रेडमार्क रजिस्ट्रेशन – ब्रांड नाम को सुरक्षित करने के लिए।
  • अन्य रजिस्ट्रेशन – दुकान एवं प्रतिष्ठान रजिस्ट्रेशन, फैक्ट्री अधिनियम के तहत रजिस्ट्रेशन।  

मशीन और उपकरण खरीदें

मैन्युअल तरीके से यानिकी बेहद कम या बिना मशीन की मदद से भी कई तरह की नमकीन बनायीं जा सकती हैं। लेकिन इस तरह की प्रक्रिया में मशीन की तुलना में काफी समय लगता है, इसलिए इसकी लागत बढ़ जाती है। और दूसरी बात यह है की मैन्युअल तरीके से बनी नमकीन मशीन से निर्मित नमकीन की तुलना में कम गुणवत्तापूर्ण होती है। इस बिजनेस (Namkeen Business) में इस्तेमाल में लायी जाने वाली प्रमुख मशीनरी एवं उपकरणों की लिस्ट इस प्रकार से है।

  • बेसन या अन्य पदार्थ को गूंथने वाली मशीन (Dough Mixer)
  • कच्चे माल से भूजिया या अन्य तरह की नमकीन बनाने वाली मशीन (Bhujia sev Machine)
  • डीजल बर्नर के साथ आयताकार बैच टिल्टिंग फ्रायर – इसमें नमकीन को उचित समय तक फ्राई या पकाया जाता है।
  • मसाला ड्रम – इस ड्रम में नमकीन के साथ नमक एवं अन्य मसाले, फ्लेवर इत्यादि मिलाये जाते हैं।
  • पैकेजिंग मशीन – इस मशीन के माध्यम से आप अपने नमकीन की अलग अलग पाउच जैसे 50 ग्राम, १०० ग्राम, २५० ग्राम, ५०० ग्राम, १ किलो इत्यादि में पैक करके उसे सील कर सकते हैं।

मशीन और उपकरणों की इंस्टालेशन करें

मशीन और उपकरणों की खरीदारी के बाद उनको उचित जगह पर इंस्टाल करना भी नितांत आवश्यक हो जाता है। मशीन और उपकरणों को निर्माण एरिया में इंस्टाल किया जाना चाहिए। वहां पर मशीनों तक विद्युत् इत्यादि पहुँचाने की उचित एवं सुरक्षित व्यवस्था हो। यदि आपके पास इन मशीन और उपकरणों की इंस्टालेशन को लेकर कोई योजना नहीं हैं, तो जहाँ से आपने यह मशीन और उपकरण खरीदें हैं, आप इनको इंस्टाल करने में उनकी मदद ले सकते हैं।

कर्मचारियों की नियुक्ति करें

यदि आप प्रति वर्ष ९६००० किलो क्षमता वाला नमकीन इकाई स्थापित कर रहे हैं, तो खादी ग्रामोद्योग की एक परियोजना रिपोर्ट के अनुसार उसमें आपको कम से कम 6 कर्मचारियों की आवश्यकता शुरूआती दौर में हो सकती है। जिसमें एक स्किल्ड जो आपके ऑफिस और सुपरवाइजिंग इत्यादि का काम कर ले और लगभग ५ अनस्किल्ड कर्मचारियों की आवश्यकता होगी।

हालांकि आपके लिए यह जरुरी नहीं है की आप अनुभवी कर्मचारियों की तलाश करें, बल्कि आप किसी को भी जो थोड़ी कम सैलरी में अच्छा काम करने को राजी हो जाएँ, उन्हें काम पर रख सकते हैं।

कच्चे माल की खरीदारी करें (Raw Material ):

कई तरह के कच्चे माल को इस्तेमाल में लाकर अलग अलग तरह की नमकीन बनाई जाती है। लेकिन इस बिजनेस में जो भी कच्चा माल इस्तेमाल में लाया जाता है वह भारत के किसी भी कोने में स्थित स्थानीय बाज़ार में आसानी से उपलब्ध है। वैसे तो आप अपनी स्थानीय मार्किट में उपलब्ध किसी दुकान से ही अपने व्यवसाय के लिए कच्चा माल खरीद सकते हैं, लेकिन यदि आप एक साथ अधिक कच्चा माल खरीदना चाहते हैं, तो आप वहां पर उपलब्ध थोक विक्रेताओं या सप्लायर से भी संपर्क कर सकते हैं।

नमकीन बनाने के लिए इस्तेमाल में लाये जाने वाले कच्चे माल की लिस्ट इस प्रकार से है ।

  • बेसन – चने से निर्मित आटा किसी भी स्थानीय बाज़ार में आसानी से उपलब्ध है।
  • तेल – नमकीन को फ्राई करने के लिए तेल की आवश्यकता होती है।
  • नमक मसाले – इनका इस्तेमाल नमकीन को स्वादिष्ट, चटपटा बनाने के लिए किया जाता है।
  • दाल – कई तरह की दाल जैसे मूंग, उड़द, मसूर इत्यादि से नमकीन बनाई जाती है।
  • मूंगफली और नट – काजू, अखरोट, मूंगफली, बादाम एवं अन्य नट का इस्तेमाल भी कई तरह की नमकीन बनाने में किया जाता है।
  • आलू – इसका इस्तेमाल कई तरह के चिप्स और आलू भुजिया नामक एक प्रसिद्ध नमकीन बनाने के लिए किया जाता है।    

नमकीन बनाना शुरू करें (Start Namkeen Manufacturing)

अब जब आपने अपने व्यापार के लिए सभी प्रक्रियाएं पूर्ण कर दी हों, तो उसके बाद आपको उसमें उत्पादन की प्रक्रिया को शुरू कर देना चाहिए।जिस मशीनरी उपकरणों का जिक्र हमने अपने इस लेख में किया है उनके माध्यम से नमकीन बनाने की प्रक्रिया बेहद ही आसान है।लेकिन इसके बावजूद आप चाहें तो मशीन बेचने वाले सप्लायर से इसका प्रशिक्षण देने के लिए कह सकते हैं।

  1. सबसे पहले नमकीन बनाने के लिए कच्चे माल को तैयार किया जाता है जैसे यदि आपने बेसन की भुजिया बनानी है तो सबसे पहले बेसन गूंथने वाली मशीन (Dough Mixer) के माध्यम से आपको बेसन को तैयार करना होगा।
  2. उसके बाद भुजिया बनाने वाली मशीन यानिकी वह मशीन जो गूंथे हुए बेसन को आकृति देगी का उपयोग करके इसे आकृति देनी होगी।
  3. जब गूंथे हुए बेसन को भुजिया की आकृति मिल जाएगी तो इसे तीसरी मशीन जिसे फ्राई करने वाली मशीन भी कह सकते हैं, के जरिये उचित समय तक फ्राई करना होगा।
  4. और जब नमकीन फ्राई हो जाती है तो उसके बाद मसाला बनाने वाले ड्रम की मदद से इसमें कई तरह के मसाले, नमक एवं अन्य फ्लेवर मिक्स कर दिए जाते हैं ।
  5. और जब नमकीन पूरी तरह तैयार हो जाती है तो पाउच पैकिंग मशीन की मदद से उसे अलग अलग मात्रा वाले पाउच में पैक कर दिया जाता है।    

नमकीन बनाने का बिजनेस शुरू करने में कितना खर्चा आएगा

इस बिजनेस को शुरू करने में आने वाला खर्चा इस बात पर निर्भर करता है, की आप इसे किस स्तर पर शुरू करना चाहते हैं। यदि आप इसे अपने घर के एक कमरे से शुरू करके बिना ब्रांड या कंपनी रजिस्टर करके इसे शुरू करना चाहते हैं। तो आप इसे शुरू करने के लिए शुरूआती दौर में अपने घर में उपलब्ध गैस चूल्हे से लेकर अन्य बर्तनों का इस्तेमाल इसके लिए कर सकते हैं।

और इस तरह से इसमें आपका खर्चा केवल और केवल कच्चे माल को खरीदने में होने वाला है। और शुरूआती दौर में इस कच्चे माल को आप १० या २० हज़ार या इससे भी कम में बाज़ार से खरीद सकते हैं। लेकिन इस तरीके से नमकीन बनाने में आपका समय अधिक लग सकता है, इसलिए नमकीन बनाने की लागत बढ़ सकती है।

लेकिन यदि आप प्रति वर्ष ९६००० किलों क्षमता वाला प्लांट स्थापित करना चाहते हैं तो इसको स्थापित करने में १४ से १८ लाख रूपये का निवेश संभावित है । बाकी इससे कम आकार वाला प्लांट कम में और इससे अधिक उत्पादन क्षमता का प्लांट लगाने के लिए अधिक निवेश करने की आवश्यकता होती है।

भारतीय खाने में चटपटे खाद्य का अपना एक महत्व है, और नमकीन लोगों के इस चटपटे खाने की चाहत को पूर्ण करती हुई दिखाई देती है। यही कारण है की भारत में यह उद्योग (Namkeen Business) बड़ी तीव्र गति से तरक्की कर रहा है।        

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