पिस्टन रिंग बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें । Piston Ring Manufacturing Business.

पिस्टन रिंग  की यदि हम बात करें तो डीजल/पेट्रोल से चलने वाले इंजन का यह एक अहम् हिस्सा है यह एक ओपन रिंग है जो रीसीप्रोकटिंग इंजन जैसे दहन इंजन और भाप इंजन में उपलब्ध पिस्टन के बाहरी व्यास में बने खांचे में फिट होता है । इसके प्रमुख कार्य की बात करें तो इसका कार्य इंजन में दहन चैम्बर और क्रैंककेस के बीच एक सील तैयार करना होता है और इसका लक्ष्य दहन की जाने वाली गैस को क्रैंककेस में पास होने से रोकना है और दहन होने वाले तेल को दहन कक्ष में पास होने से रोकने का होता है। रीस्प्रोकटिंग इंजन में इसके प्रमुख तीन कार्यं इस प्रकार से हैं।

  • कम्ब्यूस्टन या एक्सपेंशन चैम्बर को सील करना।
  • पिस्टन से सिलेंडर वाल तक गर्मी हस्तांतरण का सपोर्ट करना। 
  • इंजन आयल की खपत को विनियमित करना।   

कम्प्रेशन और पॉवर स्ट्रोक के दौरान कम्प्रेशन रिंग दहन गैसों को सील कर देती है और ब्लो-बाय को रोकने में मददगार साबित होती है। हालांकि इस प्रक्रिया में ब्लो-बाय को पूर्ण रूप से नहीं रोका जाता है बल्कि एक स्वीकार्य सीमा तक इसे ज्यों का त्यों भी रखा जाता है।

कम्प्रेशन और निकास स्ट्रोक के दौरान कनेक्टिंग रॉड बेयरिंग से तेल फेंककर सिलेंडर वाल को चिकना कर दिया जाता है और अतिरिक्त तेल को पिस्टन रिंग  द्वारा पोछ लिया जाता है। आयल रिंग के पास ही अकेले सिलिंडर वाल से अतिरिक्त तेल को पोछने की ही जिम्मेदारी नहीं होती है बल्कि अन्य सभी रिंगों द्वारा इस कार्य को साझा करके अंजाम तक पहुँचाया जाता है।

और इन रिंगों द्वारा सिलिंडर वाल पर लुब्रिकेशन के लिए तेल की एक अच्छी परत छोड़ी जाती है। जैसे जैसे इनमें रिंग पहनाये जाते हैं इन फंक्शन की परफॉर्म करने की क्षमता कम होती जाती है परिणामस्वरूप तेल की खपत और ब्लो- बाई प्रभावित होती हैं। और जब ऐसा होता है तो इसका मतलब है की पिस्टन रिंग  के सेट को बदलने का समय हो गया है।

कहने का आशय यह है की यह एक ऐसा उत्पाद है जिसकी आवश्यकता एक ही बार नहीं बल्कि कई बार होती है। इसलिए आज हम हमारे इस लेख में इसी विषय पर जानकारी देने का भरसक प्रयत्न कर रहे हैं।

piston ring

पिस्टन रिंग की बिक्री संभाव्यता ( Potential in Piston ring manufacturing)    

वर्तमान में जैसा की हम सब अच्छी तरह से जानते हैं की डीजल/पेट्रोल इंजन सर्वाधिक चलन में हैं। और जहाँ तक पिस्टन रिंग  की बात है यह डीजल/पेट्रोल इंजन में सबसे अधिक बदला जाने वाला एक पार्ट है। कहने का आशय यह है की नए इंजन बनाने में इसका इस्तेमाल तो किया ही जाता है लेकिन उसके बाद भी डीजल/पेट्रोल इंजन में इसे बार बार बदला जाता है।

यही कारण है की नए इंजन बाजार में तो इसकी मांग है ही, साथ में रिप्लेसमेंट पार्ट के तौर पर भी इसकी बड़े पैमाने पर मांग व्याप्त है। जैसा की हम सब जानते हैं की पिछले कुछ वर्षों में ऑटोमोबाइल उद्योग में नोटिस करने योग्य वृद्धि दर्ज की गई है जो इस उत्पाद के लिए एक बड़े बाजार को जन्म देती है।

और यहाँ पर ध्यान देने वाली बात यह है की पिस्टन रिंग  केवल ऑटोमोबाइल उद्योग में ही इस्तेमाल में नहीं लाये जाते हैं बल्कि अन्य भी कई उद्योगों में इनका इस्तेमाल होता है जिनमें से कुछ की लिस्ट इस प्रकार से है।

  • रेलवे इंजन में भी इनका इस्तेमाल किया जाता है।
  • कंप्रेसर बनाने में भी इनका इस्तेमाल किया जाता है।
  • स्टीम हैमर में भी इनके उपयोग देखे गए हैं।
  • कार के इंजन में
  • रिटेनिंग रिंग्स
  • पम्पस में भी इनका इस्तेमाल किया जाता है
  • औद्योगिक एप्लीकेशन
  • क्रेन
  • गियरबॉक्स     

पिस्टन रिंग के उपर्युक्त उपयोगों को देखते हुए कहा जा सकता है की यह एक ऐसा उत्पाद है जिसके एक नहीं बल्कि कई औद्योगिक इस्तेमाल हैं। इसलिए इस उत्पाद की आवश्यकता किसी एक इंडस्ट्री को नहीं बल्कि कई इंडस्ट्री को होती है और शायद यही कारण है की इस तरह के उत्पाद को बेचने में उद्यमी को अधिक मशक्कत करने की आवश्यकता नहीं होगी।

कोई भी इच्छुक उद्यमी जो किसी विनिर्माण व्यवसाय में निवेश करने का सामर्थ्य रखता हो उसके लिए पिस्टन रिंग विनिर्माण बिजनेस  भी एक बेहद लाभकारी विकल्प हो सकता है ।

पिस्टन रिंग निर्माण बिजनेस कैसे शुरू करें? (How to Start Piston Ring Manufacturing Business):

पिस्टन रिंग का विनिर्माण बिजनेस शुरू  करने वाले उद्यमी को एक बात का ध्यान अवश्य रखना होगा की उसके उत्पाद को खरीदने वाले या तो डीजल/पेट्रोल इंजन बनाने वाली कम्पनियां होंगी या फिर इन्हें ठीक करने वाले कारीगर। यानिकी आम लोग इस उत्पाद के खरीदार कम ही होंगे इसलिए इस व्यवसाय को B2B व्यवसाय भी कह सकते हैं क्योंकि इसमें बिजनेस टू बिजनेस डील हो रही होती है।

इसलिए एक ऐसी लोकेशन जहाँ पर इस तरह की इकाइयाँ स्थापित हों, उद्यमी उसी लोकेशन के नज़दीक अपनी इकाई स्थापित करने के बारे में विचार कर सकता है। इसके अलावा उद्यमी को इस व्यवसाय को शुरू करने के लिए भी वे सारे कदम उठाने की आवश्यकता होती है जो कदम किसी अन्य विनिर्माण व्यवसाय को शुरू करने के लिए जरुरी होते हैं।

जमीन और बिल्डिंग का प्रबंध करें

जब उद्यमी को विनिर्माण इकाई स्थापित करने की सोच रहा होता है तो उसे विनिर्माण स्थल के लिए जगह का प्रबंध, स्टोर रूम इत्यादि के लिए जगह का प्रबंध, बिजली उपयोगिताओं जैसे जनरेटर इत्यादि के लिए जगह का प्रबंध और एक छोटा सा ऑफिस स्थापित करने के लिए भी जगह का प्रबंध करने की आवश्यकता होती है।

इस प्रकार से देखे तो उद्यमी को यह बिजनेस शुरू करने के लिए 1000-1200 Square Feet जगह की आवश्यकता हो सकती है। लेकिन ध्यान रहे जगह या बनी बनाई बिल्डिंग का प्रबंध उद्यमी को उपयुक्त लोकेशन जहाँ पर बिजली, पानी, सड़क, कर्मचारियों की आसान उपलब्धता तो हो ही, साथ में डीजल/पेट्रोल इंजन बनाने वाली इकाइयाँ भी वहां से बहुत अधिक दूर न हों।

ताकि उद्यमी को अपनी फैक्ट्री द्वारा उत्पादित उत्पाद को बेचने के लिए ट्रांसपोर्ट इत्यादि पर अधिक खर्चा न करना पड़े और जब उद्यमी का बिजनेस ठीक ठाक चल जाए तो वह उसे अन्य शहरों या राज्यों की तरफ भी विस्तृत कर सकता है।    

वित्त का प्रबंध करें (Finance arrangement for piston ring manufacturing)

यह बिजनेस  शुरू करने के लिए उद्यमी को अनेकों प्रकार के कच्चे माल और अनेकों प्रकार की मशीनरी और उपकरणों की आवश्यकता हो सकती है जिन्हें खरीदने में उद्यमी को लाख्रों रूपये निवेश करने की आवश्यकता होती है। इसके अलावा जमीन और बिल्डिंग, कर्मचारियों, कंस्ट्रक्शन इत्यादि पर भी लाखों रूपये निवेश करने की आवश्यकता हो सकती है।

हालांकि इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता है की इकाई को स्थापित करने में आने वाली लागत उसकी उत्पादन क्षमता पर निर्भर करती है। इसलिए यदि उद्यमी को अभी तक यह ज्ञात नहीं हो पाया है की उसे उसके व्यवसाय को शुरू करने में कम से कम कितने वित्त का प्रबंध करना होगा तो इसका सीधा सा मतलब यह है की ना ही उद्यमी ने कोई बिजनेस प्लान बनाया है और ना ही कोई प्रोजेक्ट रिपोर्ट।

इसलिए इस व्यवसाय के लिए वित्त का प्रबंध करने से पहले उद्यमी को चाहिए की बिजनेस प्लान और प्रोजेक्ट रिपोर्ट अवश्य बना ले ताकि उसे उसके व्यवसाय में आने वाली लागत का अनुमानित ज्ञान हो पाए, और वह उसी के अनुसार स्थिर लागत और कार्यशील लागत का सरकारी योजनाओं के तहत सब्सिडी ऋण, बैंक ऋण या फिर अपनी व्यक्तिगत बचत से वित्त का प्रबंध कर पाए।     

आवश्यक लाइसेंस और पंजीकरण प्राप्त करें (License for piston ring manufacturing)

पिस्टन रिंग बनाने का बिजनेस  शुरू करने के लिए उद्यमी को निम्नलिखित लाइसेंस और पंजीकरण की आवश्यकता हो सकती है।

  • सबसे पहले उद्यमी को अपने व्यवसाय को रजिस्ट्रार ऑफ़ कम्पनीज में प्रोप्राइटरशिप, वन पर्सन कंपनी, प्राइवेट लिमिटेड कंपनी इत्यादि में से किसी एक का चुनाव करके रजिस्टर करना होगा ।
  • बिलिंग इनवॉइस इत्यादि के लिए जीएसटी रजिस्ट्रेशन
  • स्थानीय प्राधिकरण से ट्रेड लाइसेंस और फैक्ट्री लाइसेंस
  • फायर और पोल्यूशन डिपार्टमेंट से एनओसी
  • उद्योग आधार रजिस्ट्रेशन
  • ट्रेडमार्क रजिस्ट्रेशन
  • बीआईएस रजिस्ट्रेशन IS : 5791-1971 और IS: 8422

मशीनरी और कच्चा माल खरीदें

इस बिजनेस को शुरू करने के लिए इस्तेमाल में लायी जाने वाली प्रमुख मशीनरी की लिस्ट इस प्रकार से है ।

  • 3 एच. पी. मोटर के साथ 1800 MM बेड  लेथ मशीन
  • 2 एच. पी. मोटर के साथ 900 MM बेड लेथ मशीन
  • 4 एच. पी. मोटर के साथ फेस ग्राइंडर विथ स्पेशल अटैचमेंट
  • बेंच ड्रिल मशीन
  • बेंच ग्राइंडर
  • गौगेस, टूल्स और अन्य उपकरण

इसमें कोइ दो राय नहीं की पिस्टन रिंग  को बनाने में इस्तेमाल में लाया जाने वाला कच्चा माल इसकी परफॉरमेंस के लिए महत्वपूर्ण कारक है। वर्तमान में इस तरह का उत्पाद का निर्माण करने के लिए इस्तेमाल में लाये जाने वाले कुछ प्रमुख कच्चे माल की लिस्ट इस प्रकार से है। 

  • कास्ट आयरन
  • कास्ट आयरन एलायड
  • मोड्यूलर कास्ट आयरन
  • ब्रोंज़े
  • एल्युमीनियम ब्रोंज़े
  • फोस्फोर ब्रोंज़े
  • स्टील
  • स्टेनलेस स्टील उच्च तापमान के लिए

पिस्टन रिंग बनाने का कार्य शुरू करें (Start Manufacturing process of Piston Ring)

पिस्टन रिंग  का निर्माण आम तौर पर कास्ट आयरन से किया जाता है आवश्यक आकार एवं वांछित गुणों से युक्त कास्ट रिंग के ब्लेंकस स्थानीय ढलाई करने वालों से खरीद लिए जाते हैं। उसके बाद इन ब्लेंकस को साफ़ किया जाता है उसके बाद इन ब्लेंक को अनेकों प्रक्रियाओं जैसे फेसिंग, रफ़ डायमीटर, रफ़ बोर, फिनिश डायमीटर और फिनिश बोर से होकर गुज़ारा जाता है।

उसके बाद इन ब्लेंक को मशीन के माध्यम से आवश्यक मुड़े हुए आकार में बदल दिया जाता है। उसके बाद फ्री गैप के बराबर सेगमेंट को को रिंग से काट लिया जाता है और इसे ही फ्री शेप मान लिया जाता है जो सिलेंडर में फिट होने के बाद इसे आवश्यक रेडियल प्रेशर डिस्ट्रीब्यूशन प्रदान करेगा।

जब मशीनिंग प्रक्रिया पूर्ण हो जाती है तो उसके बाद इस पिस्टन रिंग  को भण्डारण के लिए उपयुक्त बनाने और इसे जंग से संरक्षण प्रदान करने, इसकी उपस्थित और इसकी उम्र बढ़ाने के उद्देश्य से इसमें निम्नलिखित कोटिंग की जा सकती है।

  • ब्रोंज़े कोटिंग
  • सिरेमिक क्रोम प्लेटिंग
  • क्रोम प्लेटिंग
  • कॉपर प्लेटिंग
  • मॉलिब्डेनम
  • फॉस्फेट कोटिंग
  • प्लाज्मा स्प्रेड कोटिंग
  • टिन कोटिंग 

भण्डारण करने के लिए इसे उपयुक्त बनाने और सुरक्षा प्रदान करने के बाद इसकी निर्माण की प्रक्रिया पूर्ण हो जाती है।

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