Recurring Deposit क्या है? इसकी विशेषताएं फायदे नियम एवं खोलने की प्रक्रिया |

बैंकिंग का मनुष्य की बचत एवं कमाई में अहम योगदान है इसलिए आज हमने हमारे विषय के रूप में Recurring Deposit का चुनाव किया है | ऐसे लोग जिनकी हर महीने नियमित तौर पर एक निश्चित आमदनी होती है वे बैंकिंग के इस निवेश टूल का लाभ ले सकते हैं | Recurring Deposit एक अंग्रेजी शब्द है जिसका हिंदी में अर्थ आवर्ती जमा से लगाया जाता है वहीँ यह अपने संक्षिप्त रूप RD के तौर पर विश्वविख्यात है |

हालांकि वर्तमान में बैंकिंग से भारत का हर क्षेत्र जुड़ा हुआ है इसलिए वर्तमान में हर नागरिक चाहे वह आर्थिक रूप से सशक्त हो या अशक्त बैंकिंग प्रणाली से या तो जुड़ चूका है या जुड़ने को प्रयासरत है | जैसा की हम सबको विदित है की बचत भी मनुष्य जीवन में उतनी ही आवश्यक है जितनी की कमाई, इसलिए हर मनुष्य अपनी कमाई में से कुछ न कुछ हिस्सा बचाने को हमेशा प्रयासरत रहता है |

पैसा बचाने एवं पैसे से पैसे कमाने के लिए मनुष्य को अपना पैसा निवेश करना होता है, हालांकि मनुष्य के पास पैसे निवेश करने के अनेकों बैंकिंग एवं नॉन बैंकिंग विकल्प हमेशा उपलब्ध रहते हैं लेकिन नॉन बैंकिंग विकल्प ज्यादा जोखिमपूर्ण होते हैं | इसलिए अधिकतर लोग बैंकिंग निवेश टूलों के माध्यम से ही निवेश करना पसंद करते हैं | Recurring Deposit भी इन्हीं सुरक्षित विकल्पों में शामिल है |

Recurring-Deposit

आरडी क्या है (What is Recurring Deposit in Hindi):  

एक Recurring Deposit या RD बैंकों या वित्तीय संस्थानों द्वारा ग्राहकों को प्रदान की जाने वाली एक अलग ही प्रकार की अवधि जमा खाता है | यह एक ऐसा निवेश उपकरण है जो नियमित तौर पर जमा कर सकने वाले व्यक्तियों को उनके निवेश पर एक आदर्श रिटर्न कमाई करने का अवसर प्रदान करता है | Recurring Deposit भी फिक्स्ड डिपाजिट की ही भांति होता है लेकिन फिक्स्ड डिपाजिट में एकमुश्त राशि एक अवधि विशेष के लिए जमा करनी पड़ती है |

जबकि RD में निवेशकर्ता को हर महीने एक निश्चित आय Recurring Deposit के अंतर्गत जमा करनी होती है | इस निवेश उपकरण में निवेश करके निवेशकर्ता आसानी से यह पता लगाने में सक्षम होता है की उसके द्वारा निवेश की जाने वाली राशि और उस पर अर्जित ब्याज उसके इमरजेंसी के समय के लिए पर्याप्त है | Recurring Deposit की राशि निवेशकर्ता अपने महीने के खर्चों को देखते हुए तय कर सकता है इसलिए इस तरह का निवेश करने से निवेशकर्ता के अन्य काम जराँ से भी प्रभावित नहीं होते हैं |

आवर्ती जमा की विशेषताएं (Features of recurring Deposit in Hindi):

Recurring Deposit नामक यह निवेश टूल निवेशक को एक पूर्व निर्धारित अवधि या परिपक्वता के समय तक निवेश की गई राशि पर एक निश्चित दर से ब्याज प्रदान करता है | परिपक्वता का समय पूर्ण होने पर निवेशक को उसके द्वारा निवेश की गई राशि एवं अर्जित ब्याज का भुगतान किया जाता है | Recurring Deposit यानिकी RD की कुछ मुख्य विशेषताएं इस प्रकार से हैं |

  • आवर्ती जमा योजनाओं यानिकी RD Schemes के माध्यम से लोगों में नियमित रूप से बचाने की प्रवृत्ति पैदा होती है |
  • यद्यपि कम से कम जमा की जा सकने वाली धनराशि अलग अलग बैंक के आधार पर अलग अलग हो सकती है | लेकिन यह इतनी कम होती है की कोई भी आसानी से इसमें निवेश कर सकता है | यद्यपि इसकी शुरुआत 10 रूपये से भी की जा सकती है |
  • इसमें जमा की न्यूनतम अवधि भी बेहद कम है अर्थात निवेशक छह महीने से लेकर दस साल तक के लिए RD account open कर सकता है |
  • इस जमा योजना के तहत मिलने वाला ब्याज अन्य जमा योजनाओं से अधिक होता है लेकिन यह फिक्स्ड डिपाजिट के बराबर हो सकता है |
  • इस जमा योजना में परिपक्वता से पहले पैसे निकासी की अनुमति नहीं होती है | लेकिन कभी कभी बैंक कुछ पेनल्टी लगाकर खाते को समय से पहले बंद करने की अनुमति दे सकते हैं |
  • Recurring Deposit को जमानत के तौर पर मानकर बैंक निवेशक को जमा धनराशि के 80 से 90% तक का लोन भी दे सकते हैं |
  • RD में पैसे निर्देशों के मुताबिक समय समय पर जमा किया जाता है इसमें निवेश्हक बैंक को अपने बचत खाते या चालू खाते से हर महीने एक निश्चित राशि काटकर Recurring Deposit Account में जमा करने को निर्देशित करता है |

आवर्ती जमा योजना के तहत निवेश करने के फायदे (Benefits of Recurring Deposit in Hindi).

Recurring Deposit में निवेश करना कमाई की दृष्टी से इसलिए लाभकारी है क्योंकि इसमें जमा की जाने वाली मूल राशि का तो वापस मिलना तय ही होता है, लेकिन साथ में इस पर आकर्षक ब्याज भी मिलता है | RD की यही खूबी इसे एक स्मार्ट निवेश के विकल्प के तौर पर लोगों के सामने लाती है | इसके अलावा Recurring Deposit खाते में निवेश करने के कई अन्य फायदे हैं जिनका वर्णन इस प्रकार से है |

  • यह एक बेहद ही सरल वित्तीय उत्पाद है जिससे यह आर्थिक रूप से सशक्त एवं अशक्त दोनों लोगों को आसानी से समझ में आ जाता है | इसके अलावा इसमें निवेश करने की प्रक्रिया भी बेहद सरल है | वर्तमान में Recurring Deposit Account Open करने के लिए बैंकों के चक्कर काटने की भी आवश्यकता नहीं होती है | बल्कि निवेशक चाहे तो ऑनलाइन बैंकिंग या मोबाइल बैंकिंग के माध्यम से इस प्रक्रिया को अंजाम दे सकता है |
  • इसमें निवेशक को एक निश्चित अवधि में निश्चित मात्रा में रिटर्न की गारंटी होती है जबकि इक्विटी एवं म्यूच्यूअल फंडों में इसकी कोई गारंटी नहीं होती है |
  • चूँकि Recurring Deposit के अधीन निवेशक कम से कम छह महीने एवं अधिक से अधिक दस साल के लिए निवेश कर सकता है इसलिए वह अपनी सुविधानुसार कोई भी पीरियड चुन सकता है | इसके अलावा महीने में कम से कम 100 रूपये निवेश करके भी RD account open किया जा सकता है | हालांकि यह सीमा बैंकों के आधार पर अलग अलग हो सकती है |
  • यदि निवेशक को परिपक्वता से पहले ही किसी इमरजेंसी की वजह से पैसे निकालने की आवश्यकता होती है तो वह अपनी RD Account से समय से पहले भी पैसे निकाल सकता है | लेकिन इसके बदले बैंकों द्वारा निवेशक से पेनल्टी वसूली जा सकती है |
  • जमा राशि के बदले बैंक निवेशक को आसानी से लोन दे देते हैं | एक निवेशक अपने RD Account में उपलब्ध राशि का 80-90% तक लोन ले सकता है |
  • Recurring Deposit का लचीलापन भी इसके लाभों में शामिल है | लचीलापन से आशय उस स्थिति से है जिसमे कोई निवेशक कम से कम राशि एवं समय के अलावा किसी भी अन्तराल एवं राशि को इसके अंतर्गत निवेश कर सकता है |

आवर्ती जमा खाते के नियम (Rules of recurring Deposit in Hindi):

Recurring Deposit के कुछ नियमों का उल्लेख हम उपर्युक्त वाक्यों में भी कर चुके हैं लेकिन इनके अलावा अन्य नियम भी हैं जिनका उल्लेख हम इस लेख में अब कर रहे हैं |

  • यदि किसी निवेशक द्वारा Recurring Deposit Account परिपक्वता से पूर्व पुनर्निवेश के लिए बंद किया जाता है तो इस स्थिति में निवेशक को मिलने वाले ब्याज को 1% तक कम नहीं किया जायेगा | लेकिन यह तब होगा जब पुनर्निवेश की गई धनराशि की अवधि मौजूदा बची हुई अवधि से अधिक होगी |
  • खाताधारक द्वारा खाते की परिपक्वता से पूर्व RD account से पैसे निकालने की स्थिति में उसे नियमों के अनुसार ही ब्याज में कटौती करके बाकी धनराशि वापस मिलेगी |
  • यदि पुनर्निवेश के बाद खाताधारक द्वारा परिपक्वता से पूर्व ही पैसे निकाल लिए जाते हैं तो इसमें भी नियमों के मुताबिक जुर्माना लगाकर बाकी धनराशि खाताधारक को वापस कर दी जाएगी | वर्तमान में यह 1% है | अलग अलग बैंकों में पुनर्निवेश एवं निकासी सम्बन्धी नियम अलग अलग हो सकते हैं |
  • यदि खाताधारक अपनी परिपक्वता से पहले ही RD Account Close कर देता है , तो प्राप्त ब्याज दर उस अवधि के लिए लागू होगी जिसके लिए जमा बैंक के साथ बनी हुई है । समयपूर्व वापसी के लिए बैंक द्वारा 1% जुर्माना भी लगाया जाएगा ।
  • आमतौर पर, Recurring Deposit Account के लिए न्यूनतम लॉक-इन अवधि 3 महीने की होती है । यदि इस अवधि से पहले समयपूर्व निकासी की जाती है, तो खाताधारक शून्य ब्याज अर्जित करेगा और केवल जमा की गई मूल राशि बैंक द्वारा उसे वापस कर दी जाएगी ।
  • बैंकों द्वारा Recurring Deposit की आंशिक वापसी की अनुमति प्रदान नहीं की जाती है । कहने का आशय यह है की ज्यादातर बैंक आंशिक निकासी की अनुमति नहीं देते हैं, कुछ बैंक ऋण या ओवरड्राफ्ट सुविधा के रूप में एक विकल्प प्रदान करते हैं जो आरडी खाते में शेष राशि को जमानत के रूप में वचनबद्ध करके उपलब्ध कराया जाता है ।
  • भले ही बैंकों द्वारा आंशिक निकासी की अनुमति न हो लेकिन यदि आप कम से कम एक वर्ष के लिए डाकघर के साथ RD करते हैं तो आप ऐसा कर सकते हैं । वास्तव में, वापस ले ली गई राशि को ऋण माना जाता है, जिसे आप एकमुश्त राशि के रूप में चुका सकते हैं ।
  • Recurring Deposit को जुर्माने के साथ समयपूर्व बंद किया जा सकता है |
  • Recurring Deposit के तहत अर्जित किये गया ब्याज यदि रूपये दस हज़ार से अधिक है तो वह कर के योग्य माना जाता है | इस पर लगने वाला TDS जमाकर्ता की सालाना आय पर निर्भर करता है | अलग अलग स्लैब में आने वाले लोगों पर अलग अलग दर से TDS लागू होता है |

TDS की अधिक जानकारी के लिए यह पढ़ें.

आरडी में निवेश करने से पहले क्या देखें (Check Things before applying Recurring Deposit):

Recurring Deposit एक निवेश उत्पाद है जो आम तौर पर बैंकों एवं डाकघर द्वारा उपलब्ध कराया जाता है । निवेश की गई मूल राशि नियमित अंतराल पर ब्याज कमाती है और परिपक्वता के समय जमा राशि एवं अर्जित ब्याज को निवेशकर्ता को एकमुश्त सौंप दिया जाता है । हालांकि आवर्ती जमा एक सुरक्षित निवेश विकल्प है और निवेश पर वापसी की गारंटी होती है, लेकिन फिर भी RD Account Open करने से पहले निम्न बातों पर अवश्य विचार करना चाहिए ।

  • निवेशक को Recurring Deposit में पैसा लगाने से पहले यह अवश्य चेक करना चाहिए की उसे उस पर किस दर से ब्याज मिलेगा | क्योंकि इस पर दी जाने वाली ब्याज दर अलग अलग बैंकों में अलग अलग हो सकती है | आम तौर पर RD Account पर 5% से 8.5% तक वार्षिक ब्याज मिलता है | ब्याज की दरें निवेश की अवधि के आधार पर अंतरित हो सकती हैं | लम्बी अवधि के निवेश पर अच्छी ब्याज दरें लागू होती हैं जिससे अधिक रिटर्न मिलने की संभावना होती है |
  • टर्म पीरियड से आशय बैंक द्वारा निर्धारित की गई निवेश की अवधि से है | आम तौर पर इसे शोर्ट टर्म, मीडियम टर्म एवं लांग टर्म में विभाजित किया जा सकता है | बैंकों द्वारा निर्धारित टर्म पीरियड का चुनाव करने से Recurring Deposit पर उच्च रिटर्न की उम्मीद की जा सकती है | इसलिए RD Account open करने से पहले टर्म पीरियड अवश्य जानें |
  • ऐसे सभी बैंक जो RD account open करने की सुविधा प्रदान करते हैं समयपूर्व वापसी का विकल्प भी प्रदान करते हैं । देय ब्याज की गणना इस अवधि के आधार पर की जाएगी कि कार्यकाल कितना पूरा हो गया है । बैंक द्वारा समय-समय पर वापसी पर जुर्माना भी लगाया जाता है । इसलिए, Recurring Deposit Account में निवेश करते समय, ऐसे बैंक का चयन करें जो ब्याज की उच्च दर प्रदान करता है और समयपूर्व वापसी पर कम शुल्क लेता है ।

आवर्ती जमा खाता कैसे खोलें (How to open Recurring Deposit Account):

वर्तमान में लगभग सभी बैंकों द्वारा Recurring Deposit Account खोलने की सुविधा प्रदान की जा रही है | इसलिए निवेशक जिस भी बैंक के साथ RD Account Open करना चाहता हो वह उसकी शाखा में संपर्क कर सकता है | या फिर उस बैंक की वेबसाइट या एप्लीकेशन के माध्यम से भी RD Account Open करने के लिए अप्लाई कर सकता है |

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