कम पैसों में घर से ही हैंडीक्राफ्ट का बिजनेस कैसे शुरू करें ।

Handicraft best low investment business in Hindi : यदि आप भी अपने घर से ही खुद का कोई बिजनेस शुरू करने का विचार कर रहे हैं, तो आपके लिए हमारे द्वारा लिखा गया यह लेख काफी उपयोगी सिद्ध हो सकता है । भारतीय लोग भी रचनात्मकता में किसी से कम नहीं हैं, हस्तशिल्प कला यहाँ के लोगों को विरासत में मिली है। भारतीय संस्कृति विविधताओं से परिपूर्ण समृद्ध संस्कृति है। हालांकि भारत में रचनात्मकता के अनेकों उदाहरण देखने को मिलते हैं और हस्तशिल्प यानिकी हेंडीक्राफ्ट उनमें से ही एक है।

हैंडीक्राफ्ट व्यापार के तहत उद्यमी उन सभी कलाकृतियों, वस्तुओं को बेच रहा होता है, जिनका निर्माण हाथ से हुआ हो। जिसका स्पष्ट मतलब है की हाथों से निर्मित कलाकृतियाँ और वस्तुएं हस्तशिल्प श्रेणी के अंतर्गत आती हैं। इनमें चाहे वह मिटटी का बर्तन जिसे सुन्दर रंगों से सजाकर आकर्षक बना दिया गया हो, देवी देवताओं की मूर्तियाँ, उम्दा डिजाईन से बुने हुए पश्मीना शॉल, या फिर घरों में उपयोग में लायी जाने वाली नरम कालीन सभी हस्तशिल्प कला के ही नतीजे हैं।

आज के इस दौर में भारतीय हेंडीक्राफ्ट की माँग दुनिया भर के बाज़ारों में उपलब्ध है। हस्तशिल्प कला से उत्पादित कलाकृतियों या वस्तुओं की एक प्रमुख विशेषता इनका एक दुसरे से भिन्न होना है, और यही विशेषता इन्हें अद्वितीय बनाती है। हस्तशिल्प से निर्मित लगभग सभी उत्पादों के अलग अलग डिजाईन होते हैं, जिन्हें लोग काफी पसंद करते हैं । चूँकि इन उत्पादों की दुनिया के बाज़ारों में भी मांग है इसलिए उद्यमी चाहे तो इस कम निवेश वाले बिजनेस को निर्यात के उद्देश्य से भी शुरू कर सकता है।

handicraft business

आज जब बाजार का स्वरूप और खरीदारी के तरीके बदल रहे हैं, और दुनिया का एक बहुत बड़ा बाजार ऑनलाइन उपलब्ध है। तो ऐसे में हर छोटा बड़ा व्यापारी इस अवसर का लाभ उठाना चाहता है। हमें समझना होगा की आज की पीढ़ी खरीदारी के लिए बाज़ारों के धक्के खाना पसंद नहीं करती है।

वे अपने एक क्लिक में कुछ भी ऑनलाइन मँगाना पसंद कर रहे हैं। ऐसे में आप चाहें तो हस्तशिल्प उत्पादों को भी ऑनलाइन बेचने का विचार कर सकते हैं, और हैंडीक्राफ्ट का बिजनेस अपने घर से ही शुरू कर सकते हैं। या फिर चाहें तो खुद का स्टोर स्थापित करके ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह के ग्राहकों को अपने उत्पाद बेच सकते हैं।

हैंडीक्राफ्ट का बिजनेस कैसे शुरू करें

Handicraft Business Kaise Shuru Kare : भले ही इन्टरनेट ने दुनिया को बेहद छोटा बना दिया हो, लेकिन आज भी यदि हम अपना कोई प्रोडक्ट विदेशी बाज़ारों में बेचना चाहते हैं, तो वह कहने जितना आसान नहीं है। इसलिए इस व्यवसाय को शुरू करने से पहले भी उद्यमी को कई बातों का ध्यान रखना होता है। इसमें सबसे पहले इस बात का ध्यान रखना होता है, की जहाँ पर वह अपना हेंडीक्राफ्ट स्टोर शुरू करने जा रहा है। क्या वहाँ पर इन उत्पादों की माँग है?

कोई भी व्यक्ति जहाँ पर उसका निवेश, समय और उर्जा लग रही हो, उस निर्णय को उसे किसी विडियो देखकर या कोई आर्टिकल पढ़कर नहीं लेना चाहिए। बल्कि धरातल के पटल पर उतरकर सच्चाई जानकर और उचित मार्किट सर्वे के बाद ही कोई भी बिजनेस चाहे वो हैंडीक्राफ्ट से जुड़ा हो, या अन्य का निर्णय लेना चाहिए।

मार्किट सर्वे करें

कोई भी व्यवसाय शुरू करना तब लाभकारी हो सकता है, जब उसकी बाजार में पर्याप्त माँग उपलब्ध हो। जहाँ तक हस्तशिल्प उत्पादों की बात है, इसमें विभिन्न श्रेणियों में सैकड़ों प्रोडक्ट आते हैं। इसलिए शुरूआती दौर में सभी प्रोडक्ट को अपने बिजनेस का हिस्सा बनाना कहीं से भी समझदारी नहीं है।

यही कारण है की उद्यमी को चाहिए की वह एक ऐसा मार्किट सर्वे करे जिससे उसे यह पता लग सके की बाजार में किन किन हस्तशिल्प उत्पादों की अच्छी माँग है। ताकि शुरूआती दौर में वह उन्हीं उत्पादों को अपने बिजनेस का हिस्सा बनाकर जोखिम को कम कर सके।

हस्तशिल्प के उत्पादों में हाथ से निर्मित कपड़े, आभूषण, परिधान, कालीन,चमड़े, टोकरियाँ, पेंटिंग, फूलदान, फर्नीचर, कागज़ से निर्मित उत्पाद, जूट से निर्मित उत्पाद इत्यादि शामिल हैं। यही कारण है की किस श्रेणी के उत्पादों की माँग बाजार में अधिक है यह पता करना एक उद्यमी के लिए अत्यंत आवश्यक हो जाता है । 

ऑनलाइन या ऑनलाइन ऑफलाइन दोनों का निर्णय लें

यहाँ पर एक बात स्पष्ट कर देना चाहेंगे की यदि उद्यमी चाहता है की वह अपने घर से ही हैंडीक्राफ्ट का बिजनेस शुरू करे, तो उसे कुछ सिमित उत्पादों के साथ शुरू करके उन्हें ऑनलाइन विभिन्न ई कॉमर्स वेबसाइट की मदद से बेचने की कोशिश करनी चाहिए।

यानिकी इस स्थिति में उद्यमी को बहुत अधिक निवेश करने की आवश्यकता नहीं होती है, उसे ई कॉमर्स वेबसाइट में खुद को विक्रेता के तौर पर रजिस्टर करने के लिए जीएसटी रजिस्ट्रेशन की आवश्यकता हो सकती है। जिसे वह ऑनलाइन भी आसानी से अप्लाई कर सकता है।

लेकिन यदि उद्यमी ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से हस्तशिल्प उत्पाद बेचना चाहता है, तो उसे इस व्यवसाय को शुरू करने के लिए एक स्टोर या दुकान स्थापित करने की आवश्यकता होगी। जहाँ ग्राहक स्वयं आकर उसकी दुकान से खरीदारी कर सकें। स्थानीय ग्राहकों को लक्ष्य रखते हुए यदि यह दुकान किसी स्थानीय मार्किट में होती है, तो इसके चलने की संभावना अधिक होती है।      

हेंडीक्राफ्ट सप्लायर से संपर्क करें

यदि उद्यमी हस्तशिल्प उत्पादों को केवल ऑनलाइन बेच रहा हो तो उसे हेंडीक्राफ्ट सप्लायर की शायद ही कोई आवश्यकता होगी। क्योंकि इस स्थिति में उद्यमी को अपने घर में सिमित प्रोडक्ट रखने होते हैं, और जब तक वे न बिक जाएँ तब तक नए प्रोडक्ट खरीदने की आवश्यकता भी नहीं होती। इसलिए इस स्थिति में उद्यमी चाहे तो खुद ही हेंडीक्राफ्ट विनिर्माणकर्ताओं से खरीदकर इन्हें अपने घर पर लाकर बेच सकता है।

लेकिन यदि उद्यमी ने हैंडीक्राफ्ट का बिजनेस शुरू करने के लिए स्टोर स्थापित कर दिया हो, तो उसे उस एरिया में सप्लाई कर सकने वाला एक हेंडीक्राफ्ट सप्लायर ढूँढने की आवश्यकता होती है। क्योंकि इस स्थिति में उद्यमी को पहली स्थिति की तुलना में बहुत अधिक उत्पादों की आवश्यकता होती है। इनमें से कुछ उत्पादों को केवल डिस्प्ले के लिए रखना पड़ता है, ताकि स्टोर भरा भरा लगे। 

सप्लायर ढूँढने हेतु आप उस स्थानीय एरिया में पहले से मौजूद हेंडीक्राफ्ट स्टोर से पता कर सकते हैं। विभिन्न ऑनलाइन प्लेटफोर्म के माध्यम से हेंडीक्राफ्ट विनिर्माणकर्ताओं का पता कर सकते हैं, और उनसे अपने एरिया में सप्लाई करने वाले सप्लायर का कांटेक्ट डिटेल्स ले सकते हैं।     

कीमत की रणनीति बनाएँ

आज का युग प्रतिस्पर्धा का युग है, इसलिए यहाँ हर क्षेत्र चाहे वह जॉब सेक्टर हो, या बिजनेस सबमें कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिलती है। और इसमें कोई दो राय नहीं की इस बिजनेस में भी आपको कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ सकता है। इस प्रतिस्पर्धा के साथ टिके रहने के लिए शुरूआती दौर में आपको ऐसी कीमत रणनीति बनानी होगी, की ग्राहक आपके स्टोर की तरफ खुद चल पड़ें। अब इसका मतलब यह तो नहीं है की आप अपने प्रोडक्ट को नुकसान में बेचना शुरू कर दें।

बल्कि अपने प्रतिस्पर्धियों के बारे में पता करें की वह किसी एक उत्पाद पर कितना लाभ कमा रहे हैं। उसके बाद आपऐसी कीमत रणनीति बना सकते हैं, जिसमें आप अपने लाभ को उनसे कम कर सकते हैं। वर्तमान में ग्राहक को आकर्षित करने का सबसे बढ़िया तरीका प्रोडक्ट या सेवा की कीमत ही है।     

जरुरी लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन प्राप्त करें

घर से हैंडीक्राफ्ट का बिजनेस शुरू करने के लिए आपको दो या तीन चीजें करनी पड़ सकती हैं। इनमें सबसे पहला जीएसटी रजिस्ट्रेशन है, क्योंकि बिना जीएसटी नंबर के आप देश की लोकप्रिय ई कॉमर्स वेबसाइट जैसे अमेजन, फ्लिप्कार्ट, मीशो इत्यादि में अपना प्रोडक्ट नहीं बेच सकते हैं । इसलिए जीएसटी रजिस्ट्रेशन अनिवार्य हो जाता है। दूसरा बैंक में अपने या अपने व्यवसाय के नाम से चालू खाता जिसमें आप सभी वित्तीय लेन देन भी कर सकते हैं।

लेकिन यदि आप स्टोर स्थापित करके स व्यवसाय को शुरू करते हैं, तो आपको अपने प्रतिष्ठान के नाम को रजिस्टर करने की आवश्यकता हो सकती है, ताकि कोई अन्य उसी नाम से बिजनेस न कर सके। इसके अलावा स्थानीय नियमों का अनुसरण करने की आवश्यकता होती है । और आप चाहें तो अपने व्यवसाय को प्रोप्राइटरशिप के तहत रजिस्टर कर सकते हैं।    

ब्रांडिंग बनाएँ

जैसा की हम पहले भी बता चुके हैं की हस्तशिल्प उत्पाद हाथ से निर्मित उत्पाद होते हैं, तो स्वभाविक है की इनका निर्माण हस्तशिल्पियों द्वारा किया जाता है। जिनका अपना कोई ब्रांड या कंपनी नहीं होती है। इसलिए यह बिजनेस शुरू करने वाला उद्यमी चाहे तो उनके द्वारा निर्मित इन उत्पादों को वह स्वयं का ब्रांड नाम दे सकता है। क्योंकि यह बात सर्वविदित है की वर्तमान में लोग एक अच्छी ब्रांड छवि वाले उत्पादों पर ज्यादा पैसा खर्च करने को भी तैयार हैं।

यह ब्रांड कुछ भी हो सकता है यह कोई लोगो हो सकता है, कंपनी का नाम हो सकता है, कोई अन्य डिजिटल छवि हो सकती है, जिससे ग्राहक आपके ब्रांड को पहचान पाएँ। लेकिन इसके लिए उद्यमी को ट्रेडमार्क रजिस्ट्रेशन कराने की आवश्यकता हो सकती है, ताकि उस सिंबल/छवि को कोई अन्य उपयोग में नहीं ला सके।     

स्टोर का निर्माण करें

उद्यमी को यह बिजनेस शुरू करने के लिए किसी स्थानीय मार्किट में दुकान किराये पर ढूँढने की आवश्यकता होती है। यदि यह स्टोर प्रमुख सड़क के किनारे होगा, तो उद्यमी को अधिक ग्राहक मिलने की संभावना जताई जा सकती है। इसके अलावा यदि स्टोर के आस पास कोई पार्किंग या वहीँ पर गाड़ी इत्यादि पार्क करने की जगह होगी तो इसका भी लाभ बिजनेस को अवश्य मिलेगा। 

जब आप फिजिकल स्टोर खोल रहे होते हैं, तो उसमें सामान भरने से पहले उसका ढांचा यानिकी फर्नीचर इत्यादि का काम पूरा किया जाता है। हेंडीक्राफ्ट आइटम को भी ग्राहकों के सामने डिस्प्ले होने की आवश्यकता होती है, इसलिए उद्यमी को स्टोर की दीवारों पर भी इस तरह से काम कराना होगा, की वह इन उत्पादों को सजाकर आसानी से रख सके।

लेकिन यदि उद्यमी केवल ऑनलाइन मोड के माध्यम से हेंडीक्राफ्ट आइटम बेचना चाह रहा हो तो उसे फिजिकल स्टोर स्थापित करने की कोई आवश्यकता नहीं है। बल्कि संभव हो तो वह अपने व्यवसाय का ऑनलाइन स्टोर स्थापित कर सकता है।     

पेमेंट मेथड निर्धारित करें

पेमेंट मेथड निर्धारित करने की आवश्यकता तब होगी, जब उद्यमी इस बिजनेस को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों मोड के माध्यम से शुरू कर रहा हो। क्योंकि ऑनलाइन बिजनेस की स्थिति में शुरूआती दौर में उसे पहले लोक्रप्रिय ई कॉमर्स वेबसाइट के माध्यम से काम करना होता है, जिनमें पहले से ही पेमेंट मेथड मौजूद होते हैं। लेकिन यदि उद्यमी खुद का ऑनलाइन स्टोर या फिर ऑफलाइन स्टोर स्थापित कर रहा हो तो उसे पेमेंट मेथड निर्धारित करने की आवश्यकता होती है।

ऑनलाइन स्टोर में वह किसी पेमेंट गेटवे के साथ टाई अप कर सकता है, तो वहीँ ऑफलाइन स्टोर में कैश के अलावा पेटीएम, गूगल पे इत्यादि पेमेंट एप्लीकेशन के माध्यम से ग्राहकों को पेमेंट करने की आज़ादी दे सकता है।   

ई कॉमर्स वेबसाइट में विक्रेता के तौर पर रजिस्टर करें

इस तरह का यह कदम दोनों स्थितियों में चाहे उद्यमी इसे घर से शुरू कर रहा हो, चाहे वह फिजिकल स्टोर स्थापित करके इस व्यवसाय को शुरू कर रहा हो में अपनाने की आवश्यकता होती है।

वर्तमान में भारत में भी अमेजन, फ्लिप्कार्ट जैसी कई लोकप्रिय ई कॉमर्स वेबसाइट मौजूद हैं, इसके अलावा उद्यमी को किसी ऐसे ऑनलाइन प्लेटफोर्म के बारे में भी ढूंढना चाहिए, जो सिर्फ क्राफ्ट आइटम में डील करता हो। ऐसे ऑनलाइन प्लेटफोर्म पर विक्रेता के तौर पर रजिस्टर करने के लिए जीएसटी रजिस्ट्रेशन और चालू खाते की आवश्यकता हो सकती है।    

खुद का ऑनलाइन स्टोर बनाएँ

उद्यमी चाहे तो खुद का ऑनलाइन स्टोर भी स्थापित कर सकता है, जिसके माध्यम से वह अपने हेंडीक्राफ्ट उत्पादों को स्वयं के ऑनलाइन स्टोर के माध्यम से बेच सकता है। और सामान को ग्राहकों के पते तक पहुँचाने के लिए वह भारतीय रेलवे, भारतीय डाक या फिर किसी अन्य कूरियर कंपनी से टाई अप भी कर सकता है।

हैंडीक्राफ्ट के बिजनेस में ऑनलाइन बिक्री का अहम् योगदान रहने वाला है, चाहे वह बिक्री आपके द्वारा स्थापित ऑनलाइन स्टोर से हुई हो या फिर किसी ई कॉमर्स कंपनी की वेबसाइट के माध्यम से।  

सुनिश्चित करें की डिलीवरी समय से हो

Handicraft Business Plan in Hindi : यदि आप केवल ई कॉमर्स वेबसाइट के माध्यम से हस्तशिल्प उत्पाद बेचकर कमाई करना चाहते हैं, तो ग्राहकों तक डिलीवरी समय से हो, यह सुनिश्चित करने के लिए आपको बिक्री हुए उत्पाद की पैकिंग इत्यादि दिए गए टाइम शेड्यूल में करनी होगी। और ध्यान रहे कोई भी डिफेक्टिव प्रोडक्ट पैक करने से बचें।

आपका हैंडीक्राफ्ट का बिजनेस ऑनलाइन तभी अधिक बिक्री कर पाने में सक्षम होगा, जब उसकी इमेज ग्राहक की नज़र में अच्छी बनेगी। इसलिए प्रोडक्ट की गुणवत्ता के साथ साथ समय पर डिलीवरी होना भी नितांत आवश्यक है ।

हेंडीक्राफ्ट बिजनेस क्या है?

हस्तशिल्प उत्पादों का निर्माण करना, खरीदना, बेचना ही Handicraft Business है।

हेंडीक्राफ्ट को ऑनलाइन कैसे बेचें?

आप विभिन्न ई कॉमर्स वेबसाइट और क्राफ्ट स्पेसिफिक वेबसाइट जैसे Craftsy, Dawanda, eBay, eCrater, Etsy, Folksy के माध्यम से हस्तशिल्प उत्पादों को ऑनलाइन बेच सकते हैं।  

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