मिठाई के डिब्बे बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें। Sweet Box Manufacturing Business.

मिठाई के डिब्बे बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें Sweet Box Manufacturing Business in Hindi. (Mithai ke dibbe banana ka business Kaise Kare) :

मिठाई के डिब्बे यानिकी Sweet Box से तो आप अच्छी तरह से अवगत होंगे । जी हाँ आपके घर कोई मेहमान आया होगा, या फिर आप भी कहीं जाते होंगे तो मिठाई का डिब्बा अवश्य लेकर जाते होंगे। अक्सर लोग किसी व्यक्ति के हाथ में मिठाई के डिब्बे को देखकर इस बात का अंदाजा आसानी से लगा लेते हैं की या तो वे कहीं मेहमाननवाजी में जा रहे हैं या तो फिर किसी शुभ समाचार मिलने की ख़ुशी में मिठाई बांटने की सोच रहे हैं।

मनुष्य जीवन में मीठे का वह भी खास तौर पर मिठाई का बड़ा महत्व हैं। इसलिए किसी त्यौहार या उत्सव के मौके पर लोग विभिन्न प्रकार की मिठाई खरीदना बिलकुल नहीं भूलते। आम तौर पर मिठाई की बड़ी दुकानों में कस्टमाइज्ड मिठाई के डिब्बे यानिकी अलग अलग मिठाई के लिए अलग अलग चित्र लगे डिब्बों जैसे लड्डू पैक करने के लिए लड्डू के चित्र वाले तो काजू कतली पैक करने के लिए काजू कतली चित्र वाले मिठाई के डिब्बों का इस्तेमाल किया जाता है।

कहने का आशय यह है की मनुष्य जीवन में मिठाई का इस्तेमाल इतना अधिक बढ़ गया है की हर छोटे बड़े नगर, महानगर, गली, मोहल्लों में स्थित मिठाई की दुकान में भीड़ ही भीड़ दिखाई देती है। और यहाँ पर ध्यान देने वाली बात यह है की प्रत्येक मिठाई की दुकान मिठाई पैक करने के लिए अपने नाम से कस्टमाईज डिब्बों का इस्तेमाल करते हैं। और आपको एक भी स्वीट शॉप ऐसी नहीं मिलेगी, जहाँ मिठाई के डिब्बों का इस्तेमाल न होता हो।

इसलिए यदि आप कोई ऐसा बिजनेस शुरू करने की सोच रहे हैं, जिसके चलने की संभावना अधिक है। और उसके टारगेट ग्राहक हर भौगौलिक क्षेत्र में मौजूद हैं तो यह Mithai Ke Dibbe Banane Ka Business आपके लिए उपयुक्त हो सकता है। क्योंकि आपने भी ध्यान दिया होगा की आप कहीं भी गए होंगे वहाँ आपको मिठाई की दुकानें अवश्य दिखाई दी होंगी। और यही मिठाई की दुकान ही आपकी इस बिजनेस में संभावित ग्राहक होती हैं।

Sweet boxes
Mithai ke Dibbe Banane Ka Business

मिठाई के डिब्बों की बिकने की संभावना

हालांकि इस बारे में हमें शायद ही कुछ कहने की आवश्यकता है। क्योंकि यह तो आप भी जानते हैं की जब भी आप किसी भी छोटी या बड़ी मिठाई की दुकान में मिठाई खरीदने जाते हैं तो वह आपको मिठाई के डिब्बों में पैक करके ही मिठाई देते हैं। इसका सीधा सा मतलब यह हुआ की हर छोटी बड़ी मिठाई की दुकान वाले को मिठाई के डिब्बे यानिकी Sweet Box की आवश्यकता होती ही होती है। इसलिए कहा जा सकता है की इस उत्पाद की मार्किट में माँग पहले से ही मौजूद है।

यही कारण है की Sweet Box Manufacturing Business कर रहे उद्यमी को अपना उत्पाद बेचने के लिए बहुत अधिक मार्केटिंग करने की आवश्यकता तो नहीं होती । लेकिन चूँकि शुरूआती दौर में यह बिजनेस स्थानीय स्तर पर उपलब्ध माँग को देखकर ही शुरू किया जाना चाहिए इसलिए पहले से मौजूद प्रतिस्पर्धा का आकलन और उससे निबटने की योजना का होना भी आवश्यक हो जाता है।

मिठाई के डिब्बे बनाने के लिए कच्चा माल एवं कीमत

विनिर्माण बिजनेस में किसी भी उत्पाद का उत्पादन या निर्माण करने के लिए कच्चे माल की आवश्यकता होती है। जहाँ तक मिठाई के डिब्बों की बात है इनका निर्माण करने के लिए गत्ता, क्राफ्ट पेपर, स्टेपलर पिन, धागा, गोंद, प्रिंटेड पेपर, कैंची इत्यादि की आवश्यकता हो सकती है। इसमें कोई भी ऐसा कच्चा माल नहीं है जो घरेलु मार्किट में उपलब्ध न हो। बल्कि इस तरह का यह कच्चा माल लगभग सभी स्थानीय बाज़ारों में आसानी से उपलब्ध है।

जहाँ तक कच्चे माल की कीमत का सवाल है इसकी कीमत समय समय पर बदलती रहती है। इसके अलावा यदि आप एक साथ बड़ी मात्रा में कच्चा माल खरीदते हैं तो विक्रेता कीमत कुछ और कम कर सकते हैं। आम तौर पर प्रिंटेड क्राफ्ट पेपर जो इस बिजनेस  में कच्चे माल के तौर पर इस्तेमाल में लाया जाता है उसकी कीमत 35-45 रूपये प्रति किलो कुछ भी हो सकती है।

इसके अलावा जैसा की हमने बताया की कच्चे माल के तौर पर इस्तेमाल में होने वाली सामग्री हर छोटे बड़े स्थानीय बाज़ार में आसानी से उपलब्ध होने योग्य है। लेकिन आप चाहें तो इंडियामार्ट, ट्रेडइंडिया, अलीबाबा इत्यादि वेबसाइट के माध्यम से भी विक्रेता या सप्लायर का चुनाव कर सकते हैं ।

मिठाई के डिब्बे बनाने के लिए जगह की आवश्यकता

मिठाई के डिब्बों का निर्माण मैन्युअल और मशीन दोनों के माध्यम से किया जा सकता है। लेकिन अच्छी बात यह है की यदि आप शुरूआती दौर में एक आटोमेटिक प्लांट स्थापित नहीं कर रहे हैं तो इस बिजनेस में इस्तेमाल में होने वाली सेमी आटोमेटिक मशीन आपकी अधिक जगह नहीं लेने वाली हैं। कुल मिलाकर देखा जाय तो इस तरह का यह व्यवसाय शुरू करने के लिए उद्यमी को 250 से 350 वर्ग फीट जगह की आवश्यकता हो सकती है।  

देश भर में ऐसे कई उदाहरण हैं जिन्होंने शुरूआती दौर में अपने घर के ही एक कमरे से Mithai Ke dibbe Banane Ka business शुरू किया था, और आज उनके बिजनेस का लाखों रूपये का टर्नओवर है।वैसे देखा जाय तो इस बिजनेस को शुरू करने के लिए आपको बहुत अधिक जगह की आवश्यकता नहीं पड़ने वाली है, जब तक की आप अपने बिजनेस के आकार को बढ़ा न करें।      

आवश्यक मशीनरी और उपकरण

जैसा की आप भी अच्छी तरह जानते हैं की जिस मिठाई की दुकान के लिए आप मिठाई के डिब्बे बनाएँगे उसमें आपको उस मिठाई की दुकान का नाम पता और मिठाई की तस्वीर भी छापनी पड़ सकती है। यह पूरी तरह से उस मिठाई की दुकान के मालिक पर निर्भर करता है की वह अपने दुकान के लिए किस तरह के मिठाई के डिब्बे छपवाकर बनवाना चाहता है। प्रिंटिंग के काम को आप चाहें तो शुरूआती दौर में आउटसोर्स भी करवा सकते हैं।

लेकिन यदि आपके पास जगह और बजट पर्याप्त है तो यह काम इनहाउस करवाना आपके लिए बड़ा फायदेमंद हो सकता है। और इसके लिए आपको एक अतिरिक्त मशीन प्रिंटिंग मशीन की भी आवश्यकता हो सकती है । आम तौर पर देखा जाय तो यह व्यवसाय  करने के लिए उद्यमियों द्वारा दो तरह की मशीन सेमी आटोमेटिक और फुल आटोमेटिक मशीन का इस्तेमाल किया जाता है।

सेमी आटोमेटिक मशीन ( Semi Automatic Machine)    

शुरूआती दौर में ऐसे उद्यमी जिनका बजट कम है और वे कम निवेश के साथ अपना मिठाई के डिब्बे बनाने का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं, वे इस तरह की मशीन को इस्तेमाल में ला सकते हैं। इसमें कुछ टास्क ऐसे होते हैं जिन्हें मशीन द्वारा नहीं बल्कि मनुष्य द्वारा किया जाता है। यानिकी सेमी आटोमेटिक मशीन से मिठाई के डिब्बे बनाने के लिए आपको मशीन के अलावा कर्मचारियों को भी काम पर रखने की आवश्यकता होती है, ताकि ये उन टास्क को पूरा कर सकें जो सेमी आटोमेटिक मशीन नहीं कर सकी।

कहने का आशय यह है की सेमी आटोमेटिक मशीन में मनुष्य का हस्तक्षेप आटोमेटिक मशीन की तुलना में अधिक हो सकता है। इसमें कभी पेपर लोड करने की आवश्यकता हो सकती है तो कभी फिनिश्ड प्रोडक्ट को मशीन से बाहर निकालने में सहयोग की आवश्यकता हो सकती है। आटोमेटिक मशीन की तुलना में इसका प्रति घंटा उत्पादन क्षमता भी कम हो सकती है। आम तौर पर इस तरह की मशीन की कीमत 2.5 से 3.5 लाख होती है, जो समय और हालात के आधार पर परिवर्तित होती रहती है।

आटोमेटिक मशीन (Automatic Machine)  

जैसा की नाम से ही स्पष्ट है की यह स्वत: चलने वाली मशीन है इसमें एक बार कच्चा माल लोड कर देने के बाद मनुष्य के हस्तक्षेप की आवश्यकता कम होती है। और मिठाई के डिब्बे बनाने सम्बन्धी सारे काम मशीन अपने आप पूर्ण कर लेती है। इस मशीन की उत्पादन क्षमता और कीमत दोनों सेमी आटोमेटिक मशीन की तुलना में अधिक होते हैं।

इसलिए इस मशीन का इस्तेमाल पहले से मौजूद उद्यम और ऐसे उद्यमी जिनके पास बजट और जगह की कमी न हो उन्हें करना चाहिए। बाज़ार में इस तरह के मशीन की कीमत 5.5 लाख से 7.5 लाख तक है।

मिठाई के डिब्बे बनाने के लिए लाइसेंस एवं पंजीकरण

भारत में बिजनेस करने के लिए हर किसी को अपने बिजनेस को रजिस्ट्रार ऑफ़ कंपनीज में रजिस्टर कराना होता है। यदि आप Mithai Ke Dibbe Banane Ke Business  को व्यक्तिगत स्वामित्व के तौर पर शुरू करना चाहते हैं तो आप अपने बिजनेस को प्रोप्राइटरशिप के तौर पर रजिस्टर कर सकते हैं। लेकिन इसमें व्यक्तिगत लायबिलिटी अधिक होती है और कंपनी के किसी भी प्रकार के लेन देन के लिए उसका स्वामी यानिकी आप व्यक्तिगत तौर पर जिम्मेदार होता है।

यदि आप अपनी व्यक्तिगत लायबिलिटी को कम करना चाहते हैं तो आप वन पर्सन कंपनी के तौर पर अपने मिठाई के डिब्बे बनाने वाले बिजनेस को रजिस्टर कर सकते हैं । इसके अलावा आपको टैक्स रजिस्ट्रेशन के तौर पर जीएसटी रजिस्ट्रेशन भी कराना होता है, और आप चाहें तो अपने बिजनेस का उद्यम आधार रजिस्ट्रेशन भी करा सकते हैं। इससे आपका बिजनेस अनेकों सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए पात्र हो सकता है।               

मिठाई के डिब्बों का बिजनेस शुरू करने में लागत (Cost)

मिठाई के डिब्बे  बनाने का बिजनेस शुरू करने में आने वाला खर्चा इस बात पर निर्भर करता है की आप इस बिजनेस को किस स्तर पर किस तरह से शुरू करना चाहते हैं। मिठाई के डिब्बों का निर्माण मैन्युअल तरीके से जिनमें कुछ नाम मात्र की मशीन एवं छोटे छोटे उपकरणों का इस्तेमाल होता है किया जाता है। इनमें आपको अपने अड़ोस पड़ोस की महिलाओं को काम पर रखने की आवश्यकता होती है। इस तरीके से इस बिजनेस को सबसे कम शुरुआती लागत के साथ शुरू किया जा सकता है।

जबकि सेमी आटोमेटिक मशीन और आटोमेटिक मशीन के माध्यम से इस बिजनेस को शुरू करने की लागत बढ़ जाती है। लेकिन इस तरीके से गुणवत्तायुक्त एवं कम कीमत पर मिठाई के डिब्बों का निर्माण होता है, जिससे उद्यमी इस प्रतिस्पर्धी मार्किट में लम्बे समय तक टिका रहता है। इस तरह के बिजनेस को कम से कम 3 लाख जिसमें मशीन का इस्तेमाल नहीं बल्कि छोटे छोटे उपकरणों का इस्तेमाल होता है और अधिक से अधिक कितने भी पैसों का निवेश करके शुरू किया जा सकता है।

मिठाई के डिब्बे बनाने की प्रक्रिया (Manufacturing Process)  

मिठाई के डिब्बे बनाने की प्रक्रिया बेहद ही आसान होती है, वह भी खास तौर पर तब जब आप इनका निर्माण सेमी आटोमेटिक या फिर आटोमेटिक मशीनों की मदद से कर रहे हों। जिस विक्रेता से आप ये मशीन खरीद रहे होते हैं उससे इन मशीनों से मिठाई के डिब्बों का निर्माण कैसे करना है का प्रशिक्षण भी प्राप्त कर सकते हैं। सेमी आटोमेटिक मशीन में जहाँ कटिंग, स्टिचिंग और प्रिंटिंग मशीन अलग अलग होती है और इन प्रक्रियाओं को पूर्ण करने के लिए बार बार मनुष्य के हस्तक्षेप की आवश्यकता होती है।

वही आटोमेटिक मशीन में एक बार कच्चा माल लोड कर देने के बाद और मशीन को संचालित कर देने के बाद सभी प्रक्रियाएं स्वत: ही आरम्भ हो जाती हैं । इसलिए उद्यमी को मिठाई के डिब्बों का निर्माण किस तरह से किया जाता है इस बारे में ज्यादा चिंतित होने की आवश्यकता नहीं होती है।

मिठाई के डिब्बों को कहाँ बेचें ? (Where to sell)

यदि आप मिठाई के डिब्बे बनाने का बिजनेस शुरू कर रहे हैं तो आपको एक बात का ध्यान रखना होगा, वह यह की आपको कस्टमर के आर्डर से पहले इनका निर्माण नहीं करना चाहिए। वह इसलिए क्योंकि आम तौर पर देखा गया है की अलग अलग मिठाई की दुकानों के नाम अलग अलग होते हैं, उनकी कांटेक्ट डिटेल्स और पता अलग अलग होते हैं। और वर्तमान में अधिकतर दुकानदार मिठाई के डिब्बों यानिकी Sweet Boxes पर अपनी दुकान का नाम पता इत्यादि प्रिंट करवाना पसंद करते हैं।

इसके अलावा कुछ ऐसे डिब्बे होते हैं जिनका निर्माण आप बिना आर्डर के भी कर सकते हैं, इनमें आम तौर पर छोटे डिब्बे जिनका इस्तेमाल लोग मिठाई बांटने, या अन्य कोई खाद्य वस्तु को पैक करने के लिए करते हैं वे शामिल हैं। इसलिए सबसे पहले आपको जिस एरिया में आपने अपना Mithai Ke Dibbe Banane Ka business शुरू किया है वहाँ पर मौजूद मिठाई की दुकानों से संपर्क करना होगा, और उन्हें अपने बिजनेस और रेट के बारे में बताना होगा।

ताकि वे अपने मिठाई के डिब्बों का अगला आर्डर आपको दे सकें । मिठाई की दुकानों के अलावा बेकरी शॉप, फ़ास्ट फ़ूड शॉप इत्यादि से संपर्क करके भी डिब्बों सम्बन्धी माँग का जायजा लिया जा सकता है।       

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