व्हील चेयर निर्माण बिजनेस कैसे करें । Wheel Chair Manufacturing Business.

बिजनेस भी मनुष्य की आवश्यकताओं के आधार पर ही जन्म लेता है Wheel Chair की यदि हम बात करें तो इनका इस्तेमाल किसी दुर्घटनावश, बीमारी या किसी अन्य कारण चलने का सामर्थ्य खो चुके लोगों को एक स्थान से दुसरे स्थान में ले जाने के लिए किया जाता है । कहने का आशय यह है की व्हीलचेयर किसी अक्षम व्यक्ति की व्यक्तिगत गतिशीलता को बढाने और उसे सक्षम बनाने के लिए इस्तेमाल में लाये जाने वाला सहायक उपकरणों में से एक है।

इसलिए यह ऐसे व्यक्ति जिनमें गतिशीलता सम्बन्धी दोष हैं उन्हें उनके मानव अधिकारों का आनंद लेने एवं गरिमा पूर्ण ढंग से रहने में सहायता प्रदान करता है। Wheel Chair की मदद से गतिशीलता दोषों वाले व्यक्ति अपने समुदाय में एक उत्पादक सदस्य बनने के लिए प्रेरित होते हैं।

क्योंकि जिन लोगों को चलने में कठिनाई होती है अर्थात उनके पांव उनके शरीर का साथ किसी कारणवश नहीं दे पाते हैं, उनके लिए एक व्हीलचेयर उनकी शारीरिक जीवनशैली के अलावा पर्यावरणीय जरूरतों को पूरा करने में भी मददगार होती है। और एक Wheel Chair ऐसे लोगों को बेहतर स्वास्थ्य, सामाजिक एवं आर्थिक कल्याण का आनंद लेने में भी सक्षम बनाती है।

Wheel Chair Banane ka business

चूँकि Wheel Chair के इस्तेमाल के कारण चलने में अक्षम लोग भी चल फिर पाते हैं इसलिए वे अपने विभिन्न कार्यों जैसे अध्यन, ड्यूटी, सामाजिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों में आसानी से शामिल हो सकते हैं। देश दुनिया में बहुत सारे ऐसे लोग हैं जिनके लिए उनके हिसाब से डिजाईन की गई, उपयुक्त एवं फिट व्हीलचेयर ही उन्हें समाज में समावेश एवं भागीदारी करने में मददगार साबित होती है और वे इसी की बदौलत इस दिशा में पहला कदम उठाने में सक्षम हो पाते हैं।

Wheel Chair की बिक्री संभावना

हमारा देश भारत एक जनाधिक्य वाला देश है, इसलिए यहाँ लगभग हर तरह के उत्पादों के बिकने की पूर्ण संभावना व्याप्त है। जहाँ तक बात Wheel chair की है तो भारत जैसे जनाधिक्य वाले देश में हर रोज हजारों हज़ार लोग किसी न किसी वजह से जैसे दुर्घटना, बीमारी, बुढ़ापा इत्यादि के चलते चलने में अक्षम हो जाते हैं। और कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो जन्म से ही चलने में अक्षम होते हैं।

इन सभी लोगों के लिए इनकी व्यक्तिगत जरूरतों को पूरा करने का एकमात्र एवं सुरक्षित साधन व्हीलचेयर ही है। हालांकि एक व्हीलचेयर को सुरक्षित ढंग से कैसे संचालित किया जाता है इसका प्रशिक्षण भी स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों द्वारा चलने में अक्षम व्यक्तियों को दिया जाता है।

वर्तमान में उपयुक्त Wheel chair का इस्तेमाल कैसे किया जाय के बारे में लोगों की जागरूकता बढ़ रही है यही कारण है की इस दिशा में व्यक्तिगत मूल्यांकन, फिटिंग और प्रशिक्षण में भी लगातार वृद्धि हो रही है। दिव्यांग लोगों के मौलिक अधिकारों को सुरक्षित करने और उन्हें मौलिक स्वतंत्रता प्रदान करने के उद्देश्य से संयुक्त राष्ट्र संघ की विधानसभा द्वारा इसके वैकल्पिक प्रोटोकॉल को अपनाया गया था।

और क्योंकि विश्व भर में हर राष्ट्र अपने देश में उपलब्ध दिव्यागों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। इसलिए ऐसे कोई भी उत्पाद जो इन लोगों की किसी भी प्रकार से मदद करने में सक्षम हों, उनके निर्माण उत्पादन को केंद्र एवं राज्य सरकारें प्रोत्साहित करती हैं।  

व्हील चेयर निर्माण बिजनेस कैसे शुरू करें? (Wheel Chair Manufacturing Business)

Wheel Chair Manufacturing बिजनेस शुरू करने के लिए उद्यमी को बहुत सारे कदम उठाने की आवश्यकता हो सकती है । उद्यमी को बिजनेस प्लान और प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाने की आवश्यकता हो सकती है। और फिर बैंक या अन्य वित्तीय संस्थान से ऋण इत्यादि के माध्यम से वित्त का प्रबंध करने की भी आवश्यकता हो सकती है वित्त का प्रबंध करने में उद्यमी को एक महीने से भी अधिक कम समय लग सकता है।

इसके अलावा पॉवर कनेक्शन और मशीनरी उपकरणों इत्यादि की खरीदारी प्रक्रिया को पूर्ण करने में दो महीने तक का समय लग सकता है, कच्चे माल की खरीदारी में एक महीने का समय, मशीनरी के लिए इलेक्ट्रिफिकेशन इत्यादि करने में दो महीने का समय, ट्रायल और कमर्शियल प्रोडक्शन में भी एक महीने का समय लग सकता है। इस प्रकार से उद्यमी को Wheel Chair Manufacturing Project शुरू करने में 7-8 महीनों का समय लग सकता है। आगे हम इस लेख में जानते हैं की कैसे कोई इच्छुक व्यक्ति व्हील चेयर निर्माण बिजनेस शुरू कर सकता है ।

1. बिजनेस प्लान तैयार करें

Wheel Chair Manufacturing बिजनेस शुरू करने वाले उद्यमी को सर्वप्रथम अपनी व्यवसाय की योजना जिसे आम तौर पर बिजनेस प्लान कहा जाता है तैयार करना होगा। यह एक लिखित एवं बेहद महत्वपूर्ण दस्तावेज होता है जिसमें व्यवसाय से सम्बंधित सभी वर्तमान बातों का तो जिक्र होता ही है, साथ में भविष्य में आने वाली चुनौतियों एवं व्यवसाय के लक्ष्यों का भी जिक्र होता है।

और यहाँ तक की उन लक्ष्यों को कैसे प्राप्त किया जायेगा इसकी भी पूरी योजना की जानकारी इसमें होती है। शायद यही कारण है की व्यवसाय के इस दस्तावेज को इसका रोडमैप भी कहा जाता है। अपने प्रभावी बिजनेस प्लान के बलबूते कोई उद्यमी अपने व्यवसाय के लिए निवेशकों को आकर्षित कर सकता है और यहाँ तक की बैंक एवं वित्तीय संस्थाएं उसके बिजनेस प्लान को आधार मानकर उसे ऋण भी आसानी से मुहैया करा सकते हैं। धयान रहे उद्यमी की व्यवसायिक योजना काल्पनिक नहीं बल्कि व्यवहारिक होनी चाहिए, तभी वह कारगर साबित होगी।       

2. जमीन का प्रबंध करें

चूँकि Wheel Chair अपने आप में एक बड़ा उत्पाद है इसलिए इसके निर्माण एवं भण्डारण के लिए बड़ी सी जगह की आवश्यकता हो सकती है इस प्रकार से देखें तो छोटे स्तर पर भी इस व्यवसाय को शुरू करने के लिए उद्यमी को कम से कम 2000-3000 वर्गफीट जगह की आवश्यकता हो सकती है।

इस काम के लिए उद्यमी किसी भी गैर कृषि भूमि जहाँ बिजली, पानी, सड़क, श्रमिक इत्यादि की उचित व्यवस्था हो को किराये या लीज पर ले सकता है।यदि उद्यमी के पास स्वयं की कोई गैर कृषि योग्य भूमि है तो उद्यमी उसी भूमि पर अपनी इस व्यवसायिक इकाई को स्थापित कर सकता है।जमीन एवं बिल्डिंग का किराया शहर, लोकेशन इत्यादि के आधार पर अंतरित हो सकता है।     

3. वित्त का प्रबंध करें  

हालांकि किसी भी परियोजना की लागत परियोजना की उत्पादन क्षमता एवं उत्पादित उत्पाद के प्रकार पर निर्भर करती है । लेकिन Wheel Chair Manufacturing Project में इस्तेमाल में लायी जाने वाली मशीनरी, उपकरणों, कच्चे माल, जमीन एवं बिल्डिंग इत्यादि को देखते हुए कहा जा सकता है की यह एक ऐसा व्यवसाय है जिसमें करोड़ों रूपये की लागत आ सकती है।

इसलिए किसी भी उद्यमी के लिए अपनी व्यक्तिगत बचत से इतनी बड़ी रकम का प्रबंध कर पाना लगभग मुश्किल है। यही कारण है की इस तरह के व्यवसाय को शुरू करने के लिए उद्यमी को औपचारिक स्रोतों से वित्त का प्रबंध करने की आवश्यकता हो सकती है । उद्यमी चाहे तो किसी बैंक या अन्य वित्तीय संस्थान से ऋण लेने के लिए आवेदन कर सकता है ।  

4. लाइसेंस एवं पंजीकरण प्राप्त करें

Wheel Chair Manufacturing Business के लिए उद्यमी को अनेकों तरह के लाइसेंस एवं पंजीकरणों की आवश्यकता हो सकती है कुछ प्रमुख लाइसेंस की लिस्ट इस प्रकार से है।

  • अपने व्यवसाय को रजिस्ट्रार ऑफ़ कम्पनीज में रजिस्टर करने की आवश्यकता हो सकती है शुरू में उद्यमी चाहे तो प्रोप्राइटरशिप के तहत रजिस्टर कर सकता है। वैसे इस तरह के व्यवसाय के लिए प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी भी एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
  • जीएसटी रजिस्ट्रेशन भी आसानी से घर बैठे ऑनलाइन ही किया जा सकता है।
  • जिस एरिया में उद्यमी यह बिजनेस कर रहा हो वहां के स्थानीय प्राधिकरण जैसे नगर निगम, नगर पालिका इत्यादि से फैक्ट्री या ट्रेड लाइसेंस लेने की भी आवश्यकता हो सकती है।
  • व्यवसाय के नाम से पैन कार्ड के अलावा बैंक में चालू खाता खोलने की भी आवश्यकता हो सकती है।
  • पोल्यूशन एवं फायर डिपार्टमेंट से नों ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट की भी आवश्यकता हो सकती है ।
  • एमएसएमई के लिए समय समय पर सरकार द्वारा अनेकों योजनायें चलाई जाती हैं इनका फायदा लेने के लिए उद्यमी को उद्योग आधार रजिस्ट्रेशन एवं एमएसएमई डाटा बैंक रजिस्ट्रेशन की भी आवश्यकता हो सकती है।    

5. मशीनरी एवं कच्चे माल का प्रबंध करें :

मशीनरी एवं कच्चे माल की खरीदारी से पहले उद्यमी को एक ऐसे सप्लायर का चुनाव करना होगा जो उद्यमी के लिए न सिर्फ मूल्य की दरों को लेकर बल्कि सप्लाई की दृष्टी से भी बेहतर होगा। इसके लिए उद्यमी विभिन्न सप्लायर से कोटेशन मंगाकर उनका तुलनात्मक रूप से विश्लेषण करके किसी अच्छे सप्लायर का चुनाव कर सकता है ।  Wheel Chair Manufacturing में इस्तेमाल में लायी जाने वाली प्रमुख मशीनरी एवं उपकरणों की लिस्ट इस प्रकार से है।

  • सीएनसी बेन्डिंग मशीन
  • सीएनसी पाइप बेन्डिंग
  • सीओटू वेल्डिंग मशीन
  • टिग वेल्डिंग मशीन

कच्चे माल की लिस्ट

  • माइल्ड स्टील पाइप
  • व्हील
  • रेक्सीन शीट
  • फ़ास्टनर
  • वेल्डिंग रॉड
  • पैकेजिंग सामग्री 

मशीनरी एवं कच्चे माल के अलावा Wheel Chair Manufacturing Business शुरू करने के लिए उद्यमी को कुछ कर्मचारियों को भी नियुक्त करने की आवश्यकता होती है। शुरूआती दौर में उद्यमी को कम ही कर्मचारी नियुक्त करने चाहिए ताकि उसे ईएसआई एवं ईपीएफ रजिस्ट्रेशन कराने की बाध्यता नहीं हो। शुरुआत में उद्यमी 8-9 कर्मचारियों को नियुक्त करके काम चला सकता है।  

6. व्हील चेयर बनाने की प्रक्रिया शुरू करें

हालांकि Wheel Chair Manufacturing Process में कोई विशेष तकनीक नहीं अपनाई जाती है इसे आम तौर पर माइल्ड स्टील पाइप या शीट को काटकर और मोड़कर तैयार किया जाता है। सबसे पहले किसा प्रकार की व्हील चेयर बनानी है उसकी ड्राइंग की जाती है और फिर शीट और पाइप को ड्राइंग में उपलब्ध निर्देशों के मुताबिक ही हाइड्रोलिक प्रेस द्वारा काट लिया जाता है।

और उसके बाद माइल्ड स्टील पाइप या स्टेनलेस स्टील पाइप को आवश्यक आकार में विनिर्देशों के मुताबिक काट लिया जाता है। माइल्ड स्टील पाइप को कवर करने के लिए स्टेनलेस स्टील शीट का इस्तेमाल किया जाता है और फिर इन्हें L-N बोल्ट की मदद से पाइप से जोड़ दिया जाता है यही कारण है की पाइप में बोल्ड फिट करने के लिए छेद करने की आवश्यकता होती है उसके बाद टैपिंग प्रक्रिया को अंजाम दिया जाता है।

टैपिंग प्रक्रिया को वेल्डिंग प्रक्रिया के तहत पूर्ण किया जाता है जिसमें निरंतर वेल्डिंग इलेक्ट्रोड का इस्तेमाल किया जाता है।यह प्रक्रिया ग्राहकों की संतुष्टि और एप्लीकेशन के इस्तेमाल के अनुसार ही की जाती है।  

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