Business Strategy क्या है? इसका महत्व स्तर एवं प्रमुख घटक।

Business Strategy का शाब्दिक अर्थ व्यापारिक रणनीति से लगाया जा सकता है और जैसा की हम सब जानते हैं की विभिन्न व्यापारों के अलग अलग लक्ष्य होते हैं । और इसमें भी कोई दो राय नहीं की यदि लक्ष्य अलग होते हैं तो इन तक पहुँचने के मार्ग अर्थात रस्ते भी अलग अलग होते हैं । इन मार्गों तक पहुँचने की जो योजना बनाई जाती है उसी से ही व्यापारिक रणनीतियों का गठन किया जाता है।

इसलिए व्यापरिक रणनिति को समझना तो आसान है लेकिन लक्ष्यों तक पहुँचने एवं रणनीति को अच्छी तरह निष्पादित करने में उद्यमी को काफी कठिनाई आ सकती है। यही कारण है की उद्यमियों के मन में इस विषय को लेकर काफी शंकाएं होती हैं । इसलिए आज हम हमारे इस लेख के माध्यम से उद्यमियों के अंतर्मन में इस विषय को लेकर उठने वाले लगभग हर प्रश्न का उत्तर जानने का भरपूर प्रयत्न करेंगे। और साथ में उद्यमी की हर शंका का समाधान करने के लिए Business Strategy के बारे में विस्तार से जानने की भी कोशिश करेंगे।

business strategy importance level and components hindi

बिजनेस स्ट्रेटेजी क्या है (What is Business Strategy)

Business Strategy का शाब्दिक अर्थ व्यापारिक रणनीति से लगाया जा सकता है। किसी व्यापारिक इकाई द्वारा अपने व्यवसायिक लक्ष्यों को पूर्ण करने एवं इस प्रतिस्पर्धी बाजार में अपने बिजनेस को सुरक्षित एवं आगे रखने के लिए जो भी निर्णय या फिर कार्य किये जाते हैं साधारण भाषा में इसी को व्यापारिक रणनीति या बिजनेस स्ट्रेटेजी कहा जा सकता है। ध्यान रहे किसी भी बिजनेस की रणनीति उसकी रीढ़ होती है क्योंकि यह एक ऐसा रोडमैप प्रदान करती है। जो बिजनेस को वांछित लक्ष्यों की ओर ले जाता है।

यदि इसमें कुछ भी गलती होती है तो इस प्रतिद्वंदी बाजार में उद्यमी का बिजनेस समाप्त हो सकता है। दूसरे शब्दों में हम इसे प्रतिस्पर्धी क़दमों एवं कार्यों का एक समूह भी कह सकते हैं जिन्हें कोई बिजनेस इकाई अपने ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए इस्तेमाल में लाती है। और अपने उत्पाद एवं सेवा से जुड़ी प्रतिस्पर्धा को देखते हुए भी सफलतापूर्वक बिजनेस करती है।    

बिजनेस स्ट्रेटेजी का महत्व:

ध्यान रहे जैसा की हम उपर्युक्त वाक्य में भी Business Strategy को बिजनेस की रीढ़ बता चुके हैं जो की बिलकुल सत्य भी है क्योंकि इसके बिना उद्यमी अपने व्यवसायिक लक्ष्यों तक नहीं पहुँच सकता है। कहने का आशय यह है की बिना व्यापारिक रणनीति के व्यापार के लक्ष्यों तक पहुँचना केवल एक सपना ही है। क्योंकि यदि उद्यमी बिना किसी रणनीति के बाजार में प्रवेश करता है तो इसमें जुए खेलने के बराबर ही जोखिम भरा है इसलिए बिना रणनीति के बाजार में उतरना किसी जुए से कम नहीं है।

ज्यों ज्यों बाजार में प्रतिस्पर्धा में वृद्धि हो रही है वैसे वैसे बिजनेस स्ट्रेटेजी का भी महत्व स्पष्ट होता जा रहा है। यही कारण है की अलग अलग बिजनेस इकाइयों द्वारा अपने बिजनेस के अनुकूल अनेकों प्रकार की व्यापारिक रणनीतियां अपनाई जा रही हैं जिसके कारण इनके प्रकार में भी वृद्धि होती जा रही है। किसी व्यवसाय के लिए Business Strategy क्यों महत्वपूर्ण है इसके कुछ प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं।

  • वैसे देखा जाय तो बिजनेस रणनीति एक व्यवसायिक योजना का हिस्सा है । व्यवसायिक योजना की बात करें तो यह व्यवसाय के लक्ष्यों एवं उद्देश्यों को निर्धारित करती है ।  जबकि व्यवसायिक रणनीति उन लक्ष्यों तक पहुँचने का मार्ग प्रशस्त करती है ।  कहने का आशय यह है की यह योजना में निर्धारित लक्ष्यों तक पहुँचने के रास्ते उपलब्ध कराती है।
  • जब कोई बिजनेस इकाई Business Strategy बना रही होती है तब उसे अपने बिजनेस की ताकत एवं कमजोरियों का भी पता चलता है। जिससे उद्यमी चाहे तो समय रहते अपनी उन कमजोरियों को ठीक कर सकता है।
  • जब बिजनेस से जुड़े हर कदम की योजना बनाई जाती है तो उस इकाई के हर संसाधन को आवंटित करना जरुरी होता है। और इस कारण बिजनेस इकाई से जुड़े हर व्यक्ति को पता रहता है की उन्हें क्या करना है। इन्हीं कारणों से बिजनेस से जुड़ी गतिविधियाँ स्वचालित एवं अधिक कुशलता के साथ प्रभाव में आ जाती हैं।
  • बिजनेस स्ट्रेटेजी के माध्यम से व्यवसाय की मजबूतियों को भूनाने का काम भी किया जाता है। और प्रतिस्पर्धा भरे इस बाजार में इसे एक अनोखे ब्रांड के माध्यम से प्रतिस्पर्धा लाभ प्राप्त करने की भी कोशिश की जाती है । यह उस व्यवसाय को एक पहचान देने में मददगार होता है और पसंद आने पर  ग्राहक भी इसे विशिष्ट नज़रों से तलाशते हैं।   
  • Business Strategy  अनुसरण किये जाने वाले रस्ते और बिजनेस के अंतरिम लक्ष्यों को भी तय करती है।  इससे बिजनेस से जुड़ी गतिविधियों पर नियंत्रण करना आसान हो जाता है। 

व्यापारिक रणनीति के विभिन्न स्तर (Various Level of Business Strategy)

ध्यान रहे किसी भी बिजनेस इकाई अपने व्यवसायिक लक्ष्यों को एक नहीं बल्कि अनेकों व्यवसायिक रणनीतियों का प्रभावी रूप से निष्पादन करने के पश्चात प्राप्त करती हैं। लेकिन कंपनी के कर्मचारी, साझेदार, हितधारक एवं विभाग केवल एक व्यवसायिक उद्देश्य को पूरा करने पर अपना पूरा ध्यान केन्द्रित करते हैं। उनकी व्यवसायिक गतिविधियाँ को संगठन में उनके स्तर के अनुसार विभिन्न व्यवसायिक रणनीतियों के माध्यम से परिभाषित किया जा सकता है। यद्यपि Business Strategy को प्रमुख तौर पर तीन श्रेणियों में विभाजित किया जा सकता है।

1. कॉर्पोरेट लेवल

यह लेवल Business Strategy का सबसे उच्चतम और व्यापक लेवल है। यह बिजनेस की एक ऐसी योजना है जिसमें बिजनेस के लक्ष्यों अर्थात क्या प्राप्त करना है? और इन्हें कैसे प्राप्त करना है? के लिए दिशानिर्देश निर्धारित करना है। इस स्तर पर यह सभी के लिए मिशन, विजन और कॉर्पोरेट लक्ष्यों को निर्धारित करता है। 

2. बिजनेस यूनिट लेवल

देखा जाय तो यह एक इकाई विशिष्ट रणनीति होती है अर्थात अलग अलग बिजनेस इकाई की अपने बिजनेस को सफल बनाने के लिए अलग अलग रणनीति होती है। एक बिजनेस इकाई से अभिप्राय अलग अलग उत्पादों का निर्माण करने वाली कम्पनी या अलग अलग बिजनेस चैनलों से लगाया जा सकता है। ये इकाइयाँ खुद के प्रतिस्पर्धियों से अपने आपको अलग बनाने की रणनीति बनाते हैं। इसके लिए इनके द्वारा प्रतिस्पर्धी रणनीतियों का उपयोग पूरे बिजनेस के लक्ष्यों को संरेखित करते हुए कॉर्पोरेट लेवल स्ट्रेटेजी में परिभाषित लक्ष्यों को हासिल करना होता है।

3. फंक्शनल लेवल

Business Strategy का यह एक ऐसा स्तर है जहाँ पर रणनीतियां बिजनेस इकाई के विभिन्न विभागों द्वारा निर्धारित की जाती हैं। ध्यान रहे इसमें लगभग सभी विभाग जैसे मार्केटिंग, सेल्स, ऑपरेशन, फाइनेंस, सीआरएम  आदि तो शामिल हैं ही ।

लेकिन यह सिर्फ इतने तक ही सिमित नहीं है। इस तरह की यह फंक्शनल लेवल स्ट्रेटेजी दैनिक कार्यवाहियों एवं निर्णयों तक सिमित हैं जो इकाई स्तर एवं कॉर्पोरेट स्तर की रणनीतियों को अमली जामा पहनाने के उद्देश्य से वितरित करने के लिए आवश्यक हैं। इस स्तर पर विभिन्न विभागों के बीच समन्वय स्थापित करते हुए कार्यात्मक लक्ष्यों की पूर्ति होती है।

बिजनेस स्ट्रेटेजी के प्रमुख घटक (Components of Business Strategy)

जब किसी बिजनेस योजना में किसी उद्देश्य को स्पष्ट रूप से कर दिया गया हो। तो उसके बाद Business Strategy उस उद्देश्य को पूरा करने की सभी शंकाओं क्या, क्यों, कौन, कहाँ, कब, कैसे इत्यादि का जवाब देती है। यहाँ पर एक व्यापारिक रणनीति के कुछ प्रमुख घटक इस प्रकार से हैं।

  • एक बिजनेस रणनीति का मुख्य इरादा व्यापारिक उद्देश्यों को पूरा करने का होता है। यह उन उद्देश्यों की पूर्ति के लिए स्पष्ट निर्देश के साथ बिजनेस को विजन एवं दिशा दोनों प्रदान करता है। यह यह भी तय करता है की लक्ष्यों को पाने के लिए क्या किया जाना चाहिए? कैसे किया जाना चाहिए? और किसके द्वारा किया जाना चाहिए?।
  • चूँकि इसके माध्यम से क्या जरुर किया जाना चाहिए? और क्या जरुरी नहीं है इत्यादि शंकाओं का भी स्पष्टीकरण होता है। इसलिए यह शीर्ष स्तर, इकाइयों एवं विभागों को स्पष्ट दिशा प्रदान करता है।
  • चूँकि Business Strategy बनाने के लिए SWOT Analysis किया जाता है जिसमें कंपनी की ताकत, कमजोरी, अवसर एवं जोखिम इत्यादि का बारीकी से विश्लेषण किया जाता है। इसलिए यह व्यापारिक रणनीति का एक बेहद महत्वपूर्ण घटक है । क्योंकि यह कंपनी की वर्तमान ताकतों एवं अवसरों का प्रतिनिधित्व तो करता ही है साथ कमजोरियों एवं खतरों को भी बताता है।
  • चूँकि यूनिट एवं फंक्शनल बिजनेस रणनीति में ऑपरेशनल डिटेल्स को गहराई से समझाया गया होता है। की कार्य को कुशल एवं प्रभावी बनाने के लिए कैसे काम किया जा सकता है। इसलिए इससे काफी मेहनत एवं समय की बचत होती है क्योंकि हर कोई जानता है की उसे उसका काम कैसे करना है।
  • एक प्रभावी Business Strategy के माध्यम से उद्यमी यह भी जान पाता है की वह आवश्यक संसाधनों की खरीदारी कहाँ और कैसे करेगा। और इन संसाधनों को किस तरह से आवंटित किया जायेगा एवं इन्हें सँभालने के लिए कौन जिम्मेदार रहेगा।
  • जब तक की बिजनेस को नियंत्रित करने के लिए कोई उपाय नहीं अपनाये जायेंगे तब तक बिजनेस स्ट्रेटेजी की व्यवहार्यता का सही से मूल्यांकन कर पाना कठिन है। एक अच्छी व्यापारिक रणनीति में कंपनी का आउटपुट और निर्धारित लक्ष्यों को पाने के लिए परफॉरमेंस को ट्रैक करना शामिल है।                  

बिजनेस स्ट्रेटेजी कैसे बनायें

यद्यपि बिजनेस के आकार प्रकार के आधार पर एक प्रभावी Business Strategy बनाने के लिए अनेकों बातों का ध्यान रखा जाना बेहद आवश्यक है । लेकिन हम यहाँ पर संक्षेप में एक ऐसी लिस्ट दे रहे हैं जो व्यापारिक रणनीति बनाने में सहायक सिद्ध हो सकती है ।

  1. एक प्रभावी व्यापारिक रणनीति बनाने के लिए उद्यमी को सर्वप्रथम अपने बिजनेस की आकांक्षाओं को पहचानने की आवश्यकता होती है। अर्थात उसे यह तय करना होता है की इस बिजनेस के माध्यम से वह क्या प्राप्त करना चाहता है। और जब उद्यमी को इस बात का पता चल जाता है तो फिर उसे उस आकांक्षा को प्राप्त करने की दिशा में अपनी उन्नति को मापने के लिए लक्ष्य निर्धारित करने की आवश्यकता होती है।
  2. जैसा की आपको विदित है की आपके उत्पाद या सेवा बाजार के सभी ग्राहकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकती। इसलिए Business Strategy बनाते वक्त उद्यमी को बाजार के सेगमेंट को इंगित करना महत्वपूर्ण होगा। इसमें वह उन लोगों या ग्राहकों को रखेगा जो उसके उत्पाद या सेवा से सबसे अधिक लाभान्वित हो सकते हैं ।
  3. वर्तमान में आप चाहे किसी औद्योगिक क्षेत्र में बिजनेस कर रहे हों लेकिन प्रतिस्पर्धा आपको हर क्षेत्र में देखने को मिलगी। इसलिए एक प्रभावी व्यापारिक रणनीति बनाने के लिए उद्यमी को यह भी निर्धारित करना होता है की वह अपने प्रतिद्वंदियों से मुकाबला कैसे करेगा। और कैसे उन्हें हरा पाने में सक्षम होगा।
  4. हालांकि हम बार बार सुनते हैं की यदि बिजनेस में सफल होना है तो जूनून होना चाहिए। जी हाँ बिलकुल होना चाहिए लेकिन केवल जूनून किसी बिजनेस को सफल बनाने के लिए पर्याप्त नहीं है। बल्कि उद्यमी को बिजनेस की सफलता के लिए कुशल एवं दक्ष श्रमिकों, कर्मचारियों, अधिकारीयों इत्यादि की भी आवश्यकता होती है। इसलिए Business Strategy बनाते समय उद्यमी को यह भी ध्यान रखना होगा की उसे अपने प्रतियोगियों को हराने एवं बिजनेस को सफल बनाने के लिए कौन कौन सी दक्षताओं की जरुरत है।
  5. जब उद्यमी को इस बात का पता लग जाता है की उसे कौन सी दक्षताओं की आवश्यकता होगी। तो उसके बाद उसे इस बात का भी पता होना चाहिए की मौजूदा दक्षताओं में क्या क्या फेरबदल किये जा सकते हैं। या उन दक्षताओं को सुधारने या प्राप्त करने के लिए प्रबंधन की कौन सी प्रणाली की आवश्यकता होगी।

यह भी पढ़ें

Leave a Comment