कम निवेश के साथ शुरू करें लिफाफा बनाने [Envelope Making] व्यवसाय।

Envelope Making यानिकी लिफाफा बनाने का बिज़नेस शुरू करना एक ऐसे व्यवसाय की लिस्ट में शामिल है जिसे बेहद कम निवेश के साथ एवं बड़ी आसानी से शुरू किया जा सकता है । जैसा की हम सबको विदित है की लिफाफा स्टेशनरी में एक प्रमुख आइटम है इसलिए इसका उपयोग स्टेशनरी आइटम के रूप में बड़े छोटे कार्यालयों एवं घरों में बहुतायत तौर पर किया जाता है। लेकिन जहाँ तक इसके इस्तेमाल होने का सवाल है यह इस्तेमाल के आधार पर अनेकों प्रकार के हो सकते हैं अर्थात कुछ फैंसी लिफाफे होते हैं तो कुछ सामान्य ।

सामान्य लिफाफों का अधिकांश इस्तेमाल पत्राचार के लिए किया जाता है अर्थात किसी दस्तावेज को कूरियर या पोस्ट ऑफिस इत्यादि के माध्यम से भेजने में इन लिफाफों का इस्तेमाल अधिकाधिक किया जाता है । इनके अलावा फैंसी लिफाफों का इस्तेमाल तरह तरह के ग्रीटिंग कार्ड जैसे क्रिसमस, नए साल, वैलेंटाइन, बर्थडे, एनिवर्सरी इत्यादि कार्डों की पैकिंग के लिए किया जाता है।

चूँकि Envelope Making Business शुरू करने के लिए बहुत अधिक निवेश करने की आवश्यकता नहीं होती है। इसलिए यह बिज़नेस एक ऐसा व्यवसाय है जिसे कोई भी इच्छुक व्यक्ति आसानी से शुरू कर सकता है। आज हम हमारे इस लेख के माध्यम से न सिर्फ Envelope Making Business शुरू करने के बारे में जानेंगे। बल्कि इसको शुरू करने के फायदों इत्यादि के बारे में भी जानने की कोशिश करेंगे।

Envelope making business in hindi

लिफाफा क्या होता है (What is envelope in Hindi):

आपका सामना कई बार पोस्ट मैन एवं कूरियर बांटने वाले व्यक्ति से हुआ होगा आपने देखा होगा की अक्सर वे लोगों को लिफाफे वितरित करते हुए देखे जाते हैं । जी हाँ लिफाफा आम तौर पर पैकेजिंग का ही एक आइटम है जिसे किसी पतले, सपाट सामग्री से बनाया जाता है । स्टेशनरी आइटम के तौर पर आम तौर पर पेपर से निर्मित लिफाफों का उपयोग होता है जिनकी अन्दुरुनी परत पर प्लास्टिक की एक हलकी सी परत इसलिए चढ़ा दी जाती है ताकि बारीश इत्यादि में भीगने के बावजूद उसके अन्दर रखे दस्तावेजों को ज्यादा हानि न हो।

Envelop Making के दौरान लिफाफे को इस तरह से बनाया जाता है की इसके अन्दर किसी सपाट सामग्री जैसे पेपर या कार्ड को आसानी से रखा जा सके। पेपर लिफाफे मूल रूप से स्टेशनरी की एक प्रमुख वस्तु है इसे देखें तो यह कागज का एक मुड़ा हुआ टुकड़ा होता है जिसमें दस्तावेज एवं कार्ड आसानी से रखे जा सकते हैं।

लिफाफे बनाने का बिज़नेस शुरू करने के फायदे (Benefits to start Envelop Making Business):

Envelope making Business शुरू करने से पहले बहुत सारे लोग यह जानने के लिए उत्सुक रहते हैं की उन्हें यह व्यवसाय क्यों करना चाहिए अर्थात इस तरह का यह बिज़नेस शुरू करने के कौन कौन से फायदे हो सकते हैं। इसलिए Envelope making Business शुरू करने से पहले उद्यमी को इस व्यवसाय के हर पहलू के बारे में अच्छी तरह से पता होना बेहद जरुरी है। तो आइये जानते हैं लिफाफे बनाने के बिज़नेस शुरू करने के फायदों के बारे में।

  • लिफाफा एक ऐसी स्टेशनरी की वस्तु है जिसकी माँग न सिर्फ कार्यालयों को होती है बल्कि घरेलू तौर पर भी इनका इस्तेमाल बहुतायत मात्रा में किया जाता है। इसलिए हर तरह के स्थानीय बाजार में इनकी माँग हमेशा विद्यमान रहती है। पत्र भेजने, ग्रीटिंग कार्ड भेजने एवं अन्य दस्तावेजों को भेजने में इनका इस्तेमाल किया जाता है। यही कारण है की इनकी हर समय माँग बनी रहती है ।
  • Envelope making Business शुरू करने का दूसरा सबसे बड़ा फायदा यह है की इसे व्यक्ति चाहे तो अपने घर से भी शुरू कर सकता है । क्योंकि इसके लिए बहुत बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर की आवश्यकता नहीं होती है।
  • इस बिज़नेस को बेहद कम निवेश के साथ शुरू किया जा सकता है । इंफ्रास्ट्रक्चर में आने वाले खर्चे को बचाया जा सकता है यही कारण है की इस तरह का व्यापार शुरू करने के लिए बहुत ज्यादा निवेश करने की आवश्यकता नहीं होती है।
  • इस बिज़नेस को शुरू करने का एक और फायदा यह है की इस बिज़नेस को शुरू करने के लिए किसी विशेष प्रकार के कौशल की आवश्यकता नहीं होती है। बस उद्यमी को सिर्फ इतना सीखना होता है की एक लाभकारी बिज़नेस कैसे चलाया जा सकता है।

लिफाफे बनाने [ Envelope Making] का बिज़नेस शुरू करने की प्रक्रिया:   

लिफाफे बनाने का बिज़नेस यानिकी Envelope Making  का काम शुरू करने के लिए उद्यमी को अनेक कदम उठाने की आवश्यकता हो सकती है। बिज़नेस चाहे कोई भी हो चाहे वह बड़े से निवेश के साथ शुरू किया जाने वाला व्यापार हो या बेहद कम निवेश के साथ शुरू किया जा सकने वाला बिज़नेस इसे शुरू करने के लिए अनेकों प्रक्रियाओं से होकर गुजरना पड़ता है।

यद्यपि वर्तमान में भारत में व्यापार करना पहले से बेहद आसान एवं सरल हो गया है क्योंकि राज्य एवं केंद्र सरकार दोनों का लक्ष्य बिज़नेस करने की प्रक्रिया को आसान बनाना रहा है। ताकि देश में अधिक से अधिक उद्यमी पैदा हो सकें। लेकिन Envelope Making नामक यह व्यवसाय न तो प्रदूषण पैदा करता है और न ही पर्यावरण को किसी प्रकार की हानि पहुँचाता है इसलिए इसे कुछ राज्यों में छोटे स्तर पर बिना लाइसेंस और कुछ राज्यों में कुछ स्थानीय लाइसेंस लेकर आसानी से शुरू किया जा सकता है।

1. मार्किट रिसर्च करें (Market Research is Necessary) :

उद्यमी जहाँ Envelope Making Business शुरू करने की सोच रहा हो उस एरिया विशेष में उसे इस बात की रिसर्च करनी होती है की वहाँ पर किस प्रकार के लिफाफे सबसे अधिक बिकते हैं। यदि उस एरिया विशेष में कार्यालयों की संख्या अधिक होगी तो वहाँ पर हर तरह के लिफाफों के बिकने की संभावना अधिक होगी। शुरूआती दौर में उद्यमी को स्थानीय मार्किट में व्यापत आवश्यकताओं के आधार पर ही अपने बिज़नेस को दिशा देने का प्रयास करना चाहिए।

अर्थात यदि स्थानीय मार्किट में फैंसी लिफाफों की अधिक माँग है तो उसे फैंसी लिफाफों का निर्माण और यदि सामान्य लिफाफों की अधिक माँग है तो सामान्य लिफाफों का निर्माण अधिक करने की आवश्यकता हो सकती है। बाद में उद्यमी चाहे तो अपने लिफाफों को ऑनलाइन बेचकर भी कमाई कर सकता है और उसके बाद स्थानीय बाजार पर उसकी निर्भरता खत्म हो जाएगी।

2. बिजनेस प्लान बनायें (Prepare Business Plan):

यदि उद्यमी अपने Envelope Making Business के लिए किसी वित्तीय संस्थान से ऋण लेने का इच्छुक है तो उसे अपने व्यापार के लिए एक प्रभावी बिज़नेस प्लान अवश्य बना लेना चाहिए। यह एक ऐसा दस्तावेज होता है जो उद्यमी को न सिर्फ वित्तीय संस्थानों से लोन लेने में मदद करता है बल्कि यह बिज़नेस की दशोदिशा भी निर्धारित करता है और समय समय पर उद्यमी चुनौतियों को कैसे पार करे उसकी राह भी दिखाता है।

यही वो दस्तावेज होता है जिसमें उद्यमी अपने बिज़नेस के लक्ष्यों को निर्धारित करके उन्हें किस तरह से हासिल किया जाय की योजना बना सकता है। इसमें पूरे प्रोजेक्ट पर आने वाली अनुमानित लागत एवं अनुमानित कमाई का ब्यौरा होता है।   

3. वित्त की व्यवस्था करें (Finance Arrangement):

हालांकि Envelope Making नामक यह बिज़नेस शुरू करने में बहुत अधिक निवेश की आवश्यकता नहीं होती है जब तक की उद्यमी कागज़ से निर्माण किये जाने वाले कुछ अन्य उत्पादों के निर्माण के बारे में न सोचे। लेकिन यदि उद्यमी के पास इकाई में लगने वाली मशीनरी एवं कच्चे माल इत्यादि खरीदने के लिए पैसे नहीं हैं तो वह यह बिज़नेस नहीं कर पायेगा।

ऐसे में उसे सबसे पहले अपने व्यापार के लिए वित्त की व्यवस्था करने की आवश्यकता होती है वर्तमान में वित्त की व्यवस्था के लिए बहुत सारे औपचारिक स्रोत जैसे बैंक, वित्तीय संस्थान एवं अन्य फाइनेंसिंग कंपनीयां हैं लेकिन इनसे ऋण प्राप्त करना आसान काम नहीं है इसलिए इन स्रोतों से सबको ऋण मिल जायेगा यह कहना थोड़ा मुश्किल है।

चूँकि Envelope Making Business  बेहद कम निवेश के साथ शुरू किये जाने वाले बिज़नेस की लिस्ट में शामिल है इसलिए इसके लिए उद्यमी चाहे तो अपने किसी पारिवारिक मित्र, दोस्त इत्यादि से ऋण लेकर भी इसे शुरू कर सकता है।   

4. इकाई की स्थापना के लिए जगह का चुनाव करें (Required Space):

हालांकि उद्यमी चाहे तो यह काम पहले भी कर सकता है लेकिन वित्त की व्यवस्था करने के बाद भी वह अपनी इकाई के लिए जगह का चुनाव कर सकता है। शुरू में Envelope Making Business  एक मशीन के साथ शुरू करने के लिए या मैन्युअली शुरू करने के लिए ज्यादा जगह की आवश्यकता नहीं होती है ।

यदि उद्यमी के घर का कोई कमरा खाली हो तो वह Envelope Making का काम शुरूआती दिनों में वहाँ से भी शुरू कर सकता है। लेकिन यदि ऐसा संभव नहीं है तो वह अन्यत्र कोई सस्ती सी जगह किराये पर लेकर वहाँ अपनी इकाई की स्थापना कर सकता है।     

5. इकाई के लिए मशीनरी एवं कच्चा माल खरीदें:

Envelope Making Business शुरू करने के लिए कच्चे माल के तौर पर कागज एवं बेहद पतली प्लास्टिक पन्नी की आवश्यकता हो सकती है जिसे लिफाफे के अन्दर से फिक्स किया जाता है ताकि लिफाफे के अन्दर पानी न जाए।

इसके अलावा गोंद या अन्य चिपकाने वाले पदार्थ की भी आवश्यकता हो सकती है। हालांकि लिफाफों को बिना मशीन की मदद लिए भी तैयार किया जा सकता है लेकिन इसमें काफी समय लग सकता है और उत्पादकता कास्ट बढ़ सकती है। इसलिए उद्यमी को शुरूआती दौर में कोई छोटी सी आटोमेटिक या सेमी आटोमेटिक मशीन खरीद लेनी चाहिए।      

6. लिफाफों की निर्माण प्रक्रिया के बारे में जानें:

Envelope Making Business शुरू कर रहे उद्यमी को बहुत ज्यादा कौशल की आवश्यकता इसलिए नहीं होती है क्योंकि वर्तमान में बाजार में जो भी Envelope Making Machines उपलब्ध हैं उनमें सिर्फ कच्चा माल जैसे कागज के रोल, पन्नी, गोंद इत्यादि डालने की आवश्यकता होती है उसके बाद लिफाफा खुद ही तैयार होकर बाहर आ जाता है। जहाँ तक मशीन ऑपरेटिंग के प्रशिक्षण का सवाल है इसका प्रशिक्षण मशीन निर्माणकर्ता देते हैं। इसके बावजूद हम लिफाफों की निर्माण प्रक्रिया को निम्नलिखित पांच स्टेप में विभाजित कर सकते हैं।

  • आवश्यक शेप और साइज़ के हिसाब से पेपर की कटिंग की जाती है।
  • डिजाईन के आधार पर लिफाफे के अन्दर या बाहर प्रिंटिंग की जाती है ।
  • लिफाफे की विंडो का निर्माण किया जाता है ।
  • लिफाफे के कोनों में गोंद लगाकर उन कोनों को चिपकाया जाता है ।
  • उसके बाद खाली हिस्से को आवश्यक शेप में मुड़ा दिया जाता है ।   

लिफाफे बेचकर कमाई करें:

लिफाफा एक ऐसी वस्तु है जिसका इस्तेमाल हर जगह चाहे वह घर हो या कार्यालय में होता ही होता है हालांकि घर की तुलना में कार्यालयों एवं शिक्षण संस्थानों में इनका इस्तेमाल अधिक हो सकता है। इसलिए Envelope Making Business कर रहे उद्यमी को इस बात की चिंता तो बिलकुल नहीं करनी चाहिए की इस उत्पाद की माँग बाजार में होगी या नहीं होगी ।

लिफाफों की माँग हर छोटे बड़े बाजार में हमेशा विद्यमान रहती है लेकिन यदि उद्यमी उस एरिया में स्थित स्टेशनरी दुकानों के मालिकों से संपर्क करे तो यह उसके बिज़नेस के लिए बेहतर हो सकता है। क्योंकि लोग अक्सर लिफाफे खरीदने स्टेशनरी की दुकानों में ही जाते हैं इसलिए यदि उस एरिया में स्थित स्टेशनरी दुकानें उद्यमी द्वारा उत्पादित लिफाफे बेचते हैं तो उसके द्वारा उत्पादित माल की बिक्री जल्दी जल्दी हो सकती है ।

इसके अलावा उद्यमी खुद की वेबसाइट बनाकर या पहले से चल रहे प्रसिद्ध ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से भी अपने लिफाफे बेचकर कमाई कर सकता है ।

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