Food Inspector (खाद्य निरीक्षक) कैसे बनें? योग्यता, कौशल, सैलरी।

Food Inspector को अक्सर सरकारी नौकरी से ही जोड़कर देखा जाता है लेकिन सच्चाई तो यह है की तरह तरह की फूड कंपनियों में भी इनकी नियुक्तियाँ होती रहती हैं । कहने का अभिप्राय यह है की Food Inspector बनकर भी व्यक्ति न केवल सरकारी नौकरी पाकर कमाई कर सकता है अपितु प्राइवेट नौकरी करके भी अपनी कमाई कर सकता है। हालांकि हिंदी में इसे खाद्य निरीक्षक के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि एक फूड इंस्पेक्टर का कार्य फूड को सुरक्षा एवं स्वच्छता के अनेकों तय मानकों पर तौलकर निरिक्षण करना होता है।

सार्वजनिक क्षेत्र में जहाँ स्थानीय, राज्यीय या राष्ट्रीय प्रसाशन द्वारा खाद्य निरीक्षक को एक विशेष एरिया काम करने के लिए दिया जा सकता है। वही प्राइवेट क्षेत्र में कोई फूड कंपनी चाहे वह फूड के वितरण में शामिल हो, फूड के प्रसंस्करण में शामिल हो या फिर फूड के निर्माण में शामिल हो। स्वयं के उत्पादों को सुरक्षा एवं स्वच्छता के मानकों पर खरा उतारने हेतु फूड कंपनी द्वारा भी Food Inspector नियुक्त किये जाते हैं ताकि कंपनी के बिजनेस में कोई व्यवधान पैदा न हो।

इसलिए यदि आपके मन में भी फूड इंस्पेक्टर बनने की इच्छा जाग्रत हो रही हो या आप भी इस तरह की जॉब करके खुद की कमाई करना चाहते हों। तो आज हम हमारे इस लेख के माध्यम से food Inspector बनने के लिए आवश्यक सभी बातों की जानकारी देने वाले हैं । इसलिए इस विषय पर पूरी जानकारी के लिए आप हमारे द्वारा रचित इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें।

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शैक्षणिक योग्यता (Education Qualification to Become a Food Inspector):   

Food Inspector बनने के लिए शैक्षणिक योग्यता के तौर पर विद्यार्थी को किसी भी स्ट्रीम से ग्रेजुएशन पास होना अनिवार्य है। कहने का अभिप्राय यह है की फूड इंस्पेक्टर बनने के लिए राज्य या केंद्र सरकार द्वारा फूड इंस्पेक्टर परीक्षा का आयोजन किया जाता है और इस परीक्षा में सिर्फ वही लोग हिस्सा लेने के पात्र माने जाते हैं जिनके पास बैचलर डिग्री हो।

यद्यपि इसमें यह जरुरी तो नहीं है की उम्मीदवार साइंस स्ट्रीम से ही होना चाहिए लेकिन यदि उम्मीदवार ने बैचलर डिग्री फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी इत्यादि विषयों के साथ पास की हो तो उसे इस परीक्षा में इस बात का लाभ हो सकता है। इसलिए स्पष्ट तौर पर यह कहा जा सकता है की Food Inspector बनने के लिए उम्मीदवार के पास बैचलर डिग्री होना नितांत आवश्यक है।

आवश्यक कौशल (Skills Required to Become Food Inspector):

यद्यपि Food Inspector बनने के लिए जिन कौशल का जिक्र हम नीचे कर रहे हैं उनके न होने पर उम्मीदवार को परीक्षा देने से तो नहीं रोका जाता। लेकिन इस प्रकार का कौशल होने से उम्मीदवार की फूड इंस्पेक्टर बनने की राह आसान हो जाती है। तो आइये जानते हैं ऐसे कौन से कौशल हैं जो एक खाद्य निरीक्षक में होने चाहिए।

  • फूड इंस्पेक्टर बनने की चाह रखने वाले व्यक्ति को शारीरिक रूप से बिलकुल स्वस्थ होना बेहद जरुरी है। ताकि वह अपने कार्यों की अच्छी तरह अंजाम तक पहुँचा सके।
  • खाद्य निरीक्षक बनने की चाह रखने वाले व्यक्ति की नजरें भी तेज होनी चाहिए और सूंघने की शक्ति भी अभूतपूर्व होनी चाहिए ताकि वह फूड के रंग और उसकी गंध सूंघकर ही यह पता लगा सके की फूड की क्वालिटी कैसी है।
  • Food Inspector बनने की चाह रखने वाले व्यक्ति को मीट प्लांट जैसी खतरनाक एवं गन्दी जगह पर भी कार्य करने के लिए तैयार होना चाहिए।
  • फूड मनुष्य स्वास्थ्य के लिए ही नहीं अपितु हर एक जीवधारी के लिए आवश्यक है इसलिए खराब फूड किसी भी जीवधारी का स्वास्थ्य खराब करने के लिए काफी रहता है। इसलिए एक फूड इंस्पेक्टर को इन सब परिणामों की गंभीरता का पता होना नितांत आवश्यक है ।  

फूड इंस्पेक्टर कौन होते हैं और क्या काम करते हैं (Responsibility of food inspector):

जहाँ तक Food Inspector कौन होते हैं का सवाल है तो इसका सरल सा जवाब यह है की जिन्हें किसी संस्थान या खाद्य विभाग में खाद्य निरीक्षक के तौर पर नियुक्त किया जाता है उन्हें फूड इंस्पेक्टर कहा जाता है। जहाँ तक इनके कामों का सवाल है इनका काम होता तो फूड क्वालिटी का निरीक्षण करना है लेकिन अधिकारों के आधार पर एक सार्वजनिक क्षेत्र के Food Inspector एवं किसी प्राइवेट कंपनी में कार्यरत फूड इंस्पेक्टर में काफी अंतर होता है।

जहाँ सरकार के खाद्य विभाग में कार्यरत खाद्य निरीक्षक उस एरिया में स्थित फूड डिस्ट्रीब्यूटर, प्रोसेसर एवं निर्माणकर्ताओं के द्वारा उत्पादित उत्पादों की गुणवत्ता का परीक्षण करने एवं उन पर निगरानी बनाये रखने का कार्य करता है। और फूड को सुरक्षा एवं स्वच्छता के नियमों में खरा न पाने पर उनके खिलाफ उचित कार्यवाही भी करता है। वही किसी प्राइवेट कंपनी या संस्थान में कार्यरत Food Inspector केवल अपनी कंपनी द्वारा उत्पादित उत्पादों का निरीक्षण करने के लिए उत्तरदायी होता है ।

कहने का अभिप्राय यह है की एक खाद्य निरीक्षक का काम विभिन्न खाद्य पदार्थों को सुरक्षा एवं स्वच्छता के लिए निर्धारित गुणवत्ता मानकों पर तौलने का होता है । अर्थात उनका काम यह सुनिश्चित करने का होता है की लोगों के पास स्वच्छ एवं स्वास्थ्य की दृष्टी से लाभप्रद खाना पहुंचे। यदि किसी निर्माणकर्ता द्वारा खाद्य सुरक्षा एवं स्वच्छता मानकों का अनुपालन नहीं किया जाता है तो सरकारी खाद्य विभाग में कार्यरत इंस्पेक्टर उस निर्माणकर्ता के खिलाफ उचित कार्यवाही कर सकता है।

इन्ही सब झंझटों से बचने के लिए फूड कम्पनियाँ एवं कुछ एजेंसीयाँ निजी तौर पर भी Food Inspector की नियुक्ति करते हैं। ताकि उनके बिजनेस में किसी प्रकार का कोई व्यवधान उत्पन्न न हो और लोगों के पास सुरक्षा एवं स्वच्छता के अनुकूल खाद्य पदार्थ पहुँच सकें। भले ही सार्वजनिक क्षेत्र में एक फूड इंस्पेक्टर के अधिकार एवं कार्यक्षेत्र विस्तृत हो सकते हैं लेकिन काम जनता तक स्वच्छ एवं सुरक्षित खाद्य पदार्थों को पहुँचाना ही होता है। खाद्य निरीक्षक के कुछ प्रमुख कार्यों की लिस्ट निम्नवत है।

  • Food Inspector का प्रमुख कार्य उसके अधिकार क्षेत्र में आ रहे खाद्य प्रसंस्करण प्लांट पर नजर रखना एवं उसका निरीक्षण करने का होता है।
  • इसके अलावा उनका काम जहाँ पर खाद्य पदार्थ प्रसंस्कृत हो रहे हों, उस स्थान की स्वच्छता का निरीक्षण करने का भी होता है। और यह सुनिश्चित करने का भी होता है की खाद्य पदार्थों में किसी प्रकार की मिलावट न हो। और खाद्य स्वच्छता एवं सुरक्षा मानकों का अनुसरण करते हों।
  • पब्लिक सेक्टर में कार्यरत Food Inspector का काम अनाज को बेचने के लिए मार्किट में उतारने से पहले उसकी गुणवत्ता का निरीक्षण करने का होता है। इसके अलावा यदि कोई सरकारी एजेंसी अनाज खरीदती है तो खाद्य निरीक्षक का काम उसे निरीक्षण करने का होता है।
  • इनकी जिम्मेदारी कसाई खानों एवं पालतू पशुओं की निगरानी करने का भी हो सकता है क्योंकि इसके अलावा आयात किये जाने वाले मांस का निरीक्षण करने की भी जिम्मेदारी इनकी ही होती है।
  • फूड इंस्पेक्टर को यह सुनिश्चित करना होता है की मार्किट में बेचा जाने वाला खाद्य पदार्थ एवं अनाज मनुष्य के खाने के योग्य हो।
  • इसके अलावा खाद्य निरीक्षक बाहरी देशों से आने वाली फूड शिपमेंट को भी निरीक्षित करते हैं।            

फूड इंस्पेक्टर कैसे बनें? (How to become a food Inspector in Hindi):

यद्यपि Food Inspector बनने के लिए हम शैक्षणिक योग्यता का जिक्र तो उपर्युक्त वाक्यों में कर ही चुके हैं। लेकिन अब हम स्टेप बाई स्टेप यह जान लेते हैं की भारत में कैसे कोई फूड इंस्पेक्टर बन सकता है।

1. बैचलर डिग्री या ग्रेजुएशन प्राप्त करें:

ऐसे उम्मीदवार जो Food Inspector के तौर पर खुद का कैरियर स्थापित करना चाहते हैं उन्हें किसी भी स्ट्रीम में बैचलर डिग्री प्राप्त करनी होगी। यद्यपि साइंस स्ट्रीम में केमिस्ट्री विषय के साथ बैचलर डिग्री प्राप्त करना लाभकारी हो सकता है । इसके अलावा एग्रीकल्चर, पब्लिक हेल्थ, वेटरनरी हेल्थ, डेरी टेक्नोलॉजी, फार्मेसी, फूड टेक्नोलॉजी इत्यादि में से किसी एक में बैचलर डिग्री प्राप्त करना भी बेहतर हो सकता है। इसलिए फूड इंस्पेक्टर बनने की चाह रखने वाले व्यक्ति को सर्वप्रथम बैचलर डिग्री प्राप्त करनी होगी।   

2. फूड इंस्पेक्टर एग्जाम पास करें:

इस तरह का यह एग्जाम केंद्र सरकार की एजेंसी एवं राज्य सरकार की एजेंसीयों द्वारा समय समय पर आयोजित किया जाता है। इनमें UPSC (Union Public Service Commission) द्वारा भी Food Inspector Exam आयोजित कराये जाते हैं।

यह एक राष्ट्रीय स्तर का एग्जाम होता है लेकिन कुछ राज्य स्टेट लेवल का भी एग्जाम आयोजित कराते हैं। इस तरह की इन परीक्षाओं में टेक्निकल एवं एप्टीट्युड से सम्बंधित प्रश्न पूछे जाते हैं। राष्ट्रीय स्तर के एग्जाम को हर राज्य के प्रमुख जिलों में आयोजित कराया जाता है। फूड इंस्पेक्टर बनने के लिए उम्मीदवार को इस परीक्षा को पास करना अनिवार्य होता है।

कहने का अभिप्राय यह है की सार्वजनिक क्षेत्र में Food Inspector बनने के लिए उम्मीदवार को राज्य स्तरीय या राष्ट्रीय स्तरीय फूड इंस्पेक्टर एग्जाम पास करने की आवश्यकता होती है। तो वहीँ प्राइवेट क्षेत्र में फूड इंस्पेक्टर बनने के लिए उम्मीदवार को फूड से सम्बंधित कोई कोर्स करने की आवश्यकता हो सकती है और बाद में कंपनी द्वारा लिए जाने वाले इंटरव्यू में पास होने की आवश्यकता हो सकती है ।

जहाँ तक खाद्य निरीक्षक बनने के लिए उम्र का सवाल है यह राज्यों के आधार पर अलग अलग हो सकती है लेकिन यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन द्वारा आयोजित फूड इंस्पेक्टर एग्जाम के लिए उम्र की सीमा 18-25 वर्ष निर्धारित की गई है ।

फूड इंस्पेक्टर की कमाई:  

चाहे सार्वजनिक क्षेत्र हो या निजी, हर क्षेत्र में Food Inspector की कमाई का स्रोत वेतन अर्थात सैलरी ही होती है । जहाँ सार्वजनिक क्षेत्र में जॉब मिल जाने पर वेतन के अलावा अन्य भी बहुत सारी सुविधाएँ मिल जाती हैं । वही प्राइवेट सेक्टर में सैलरी एवं दी जाने वाली सुविधाएँ दोनों कम हो सकती हैं। इसलिए अधिकतर लोग पब्लिक सेक्टर में ही Food Inspector बनना पसंद करते हैं।

एक आंकड़े के मुताबिक पब्लिक सेक्टर में  शुरूआती दौर में एक खाद्य निरीक्षक की सैलरी 35-40 हजार रूपये प्रति माह हो सकती है। जबकि प्राइवेट सेक्टर में शुरूआती दौर में 20-25 हजार रूपये प्रति माह वेतन के तौर पर मिल सकते हैं।

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