मोबाइल रिपेयरिंग बिज़नेस कैसे शुरू करें? How to start Mobile repairing Business.

Mobile Repairing एक ऐसा काम है जिसकी आवश्यकता लगभग हर क्षेत्र में निवासित लोगों को है | क्योंकि वर्तमान में चाहे ग्रामीण क्षेत्र हो या शहरी हर क्षेत्र में रहने वाले लगभग हर एक वयस्क नागरिक के पास मोबाइल फोन उपलब्ध है | मोबाइल फोन की उपलब्धता ही Mobile Repairing Business के लिए नए द्वार खोलती है |

वह इसलिए क्योंकि जितनी अधिक संख्या में लोगों के पास मोबाइल फोन उपलब्ध होंगे उतनी ही अधिक संख्या में मोबाइल फोन खराब होने की संभावना होगी, और यह बिज़नेस खराब या खामियों से भरे मोबाइल फोनों की रिपेयरिंग से ही जुड़ा हुआ है | इसलिए आज के समय में इस प्रकार का यह व्यापार किसी के लिए भी कमाई का एक बेहद अच्छा एवं स्थायी स्रोत बन सकता है | तो आइये जानते हैं यह मोबाइल रिपेयरिंग बिज़नेस है क्या?

mobile repairing business plan hindi

मोबाइल रिपेयरिंग बिज़नेस क्या है (What is mobile repairing business in Hindi):

इस दुनिया में चाहे कोई भी मशीनरी या डिवाइस हों उनमें एक समय के पश्चात कमियाँ आना शुरू हो जाती हैं | इन कमियों को दूर करने का या ठीक करने का काम ही रिपेयरिंग या मरम्मत कहलाता है | ठीक इसी प्रकार चूँकि एक मोबाइल फोन को अनेक छोटे छोटे उपकरणों को समायोजित करके बनाया जाता है इसलिए एक निश्चित समय के पश्चात या मोबाइल फोन के गिरने, भीगने इत्यादि में इनका खराब होना स्वभाविक है |

ऐसे में मोबाइल फोन में आई इस खराबी को ठीक करने के लिए लोगों को ऐसी दुकान या व्यक्ति की आवश्यकता होती है जो उनके मोबाइल फोन की मरम्मत करके उसे ठीक कर सके | इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखकर जब किसी व्यक्ति द्वारा मोबाइल फोन ठीक करने का काम किया जाता है तो उसके द्वारा किया जाने वाला यह बिज़नेस Mobile Repairing Business कहलाता है |

मोबाइल रिपेयरिंग बिज़नेस कैसे शुरू करें? (How to Start Mobile Repairing Business in Hindi):

Mobile Repairing Business को शुरू करने के लिए एक विशेष प्रकार के कौशल की आवश्यकता होती है इसलिए इस प्रकार के व्यापार को शुरू करने के इच्छुक व्यक्ति को सर्वप्रथम मोबाइल मरम्मत करने का प्रशिक्षण लेना चाहिए | वर्तमान में बहुत सारे निजी एवं सरकारी संस्थान Mobile Repairing का प्रशिक्षण देते हैं | जहाँ निजी संस्थानों में व्यक्ति को ज्यादा फीस देनी पड़ सकती है वहीँ सरकारी संस्थानों में इस तरह का प्रशिक्षण बेहद कम पैसे खर्च करके भी लिया जा सकता है | तो आइये जानते हैं Mobile Repairing Business शुरू करने की स्टेप बाई स्टेप प्रक्रिया के बारे में |

1. मोबाइल रिपेयरिंग कोर्स करें?

वैसे देखा जाय तो Mobile Repairing Course बहुत सारे निजी प्रशिक्षण एवं शैक्षणिक संस्थानों द्वारा भी इच्छुक एवं प्रयत्नशील अभ्यर्थियों को ऑफर किये जाते रहे हैं | लेकिन इनमें इस तरह के कोर्स के करने में माता पिता के अधिक पैसे खर्च हो जाते हैं | जब बात कोई व्यवसायिक कोर्स करने की होती है तो माता पिता की पहली प्राथमिकता बच्चे को किसी सरकारी संस्थान में दाखिल कराने की ही होती है | क्योंकि इन संस्थानों में निजी संस्थानों की तुलना में खर्चा कम आता है |

जैसा की हम सबको ज्ञात है की मनुष्य को अपनी कमाई करने के लिए कुछ न कुछ काम धंधा अवश्य करना पड़ता है | और ऐसे में अगर व्यक्ति के पास किसी काम को करने का कौशल हो तो उसके लिए कमाई करना आसान हो जाता है | इसी बात के मद्देनज़र सरकारी एजेंसी राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम (NSIC) ने अपने ट्रेनिंग एवं टेक्निकल सेंटरों में Mobile Repairing Course की शुरुआत की है | इस कोर्स के कुछ मुख्य बिंदु इस प्रकार से हैं |

  • शैक्षणिक योग्यता दसवीं पास तय की गई है यानिकी कम से कम दसवीं पास ही व्यक्ति यह कोर्स कर सकता है |
  • इस कोर्स की शुरुआत NSIC के टेक्निकल सेंटरों में हर महीने होती है |
  • इस Mobile Repairing Course की अवधि 80 घंटे निर्धारित की गई है |
  • इस कोर्स के लिए 7000 रूपये शुल्क निर्धारित किया गया है |

इस कोर्स की अधिक जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें.

यद्यपि यहाँ पर हमने सरकारी एजेंसी राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम (NSIC) द्वारा दिए जा रहे Mobile repairing प्रशिक्षण का उल्लेख किया है लेकिन व्यक्ति चाहे तो किसी और सरकारी या  निजी संस्थान से भी इस तरह का कोर्स करके Mobile Repairing का काम सीख सकता है | वैसे तो व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति को नियुक्त करके भी इस तरह का व्यापार शुरू कर सकता है लेकिन शुरूआती दौर में ऐसा कर पाना ठीक नहीं होगा |

इसलिए यदि उद्यमी चाहता है की वह बिना किसी को नियुक्त करके इस तरह का बिज़नेस करे तो उसे इस तरह का व्यापार शुरू करने से पहले Mobile Repairing का काम सीखना अनिवार्य है |

2. प्रशिक्षण के बाद काम का अनुभव प्राप्त करने की कोशिश करें :

यदि Mobile repairing Business शुरू करने के इच्छुक उद्यमी ने किसी सरकारी या निजी संस्थान से Mobile Repairing Course या प्रशिक्षण पूर्ण कर लिया हो तो अब उद्यमी का अगला कदम इस तरह के काम का अनुभव प्राप्त करने का होना चाहिए ताकि वह इस व्यापार की कठिनाइयों इत्यादि को समझकर उनका हल निकालने में कामयाब हो | इसके लिए व्यक्ति को किसी Mobile Repairing Shop या Mobile Service center में काम कर लेना चाहिए ताकि इस व्यापार के बारे में वह व्यवहारिक/वास्तविक ज्ञान प्राप्त कर सके |

ध्यान रहे एक अनुभवी एवं वरिष्ठ तकनीशियन के अधीन काम करने पर उद्यमी यह सीखने में सक्षम हो पायेगा की कैसे इस बिज़नेस में चीजों को प्रबंधित किया जाता है | चूँकि अनुभव एवं वास्तविक ज्ञान के अभाव में कोई भी बिज़नेस असफल हो सकता है इसलिए Mobile repairing Business शुरू करने से पहले उद्यमी को किसी दुकान या सर्विस सेण्टर में काम अवश्य करना चाहिए इससे वह अनुभव प्राप्त करने के साथ साथ ऐसे सप्लायर के बारे में भी जान पायेगा जो उचित दामों में मोबाइल उपकरण बेचते हों |

3. खर्चे का अनुमान लगायें (Estimate the Expenditure for mobile repairing business):

यद्यपि छोटे स्तर पर इस तरह का बिज़नेस शुरू करने में बहुत ज्यादा लागत आती नहीं है क्योंकि Mobile Repairing का काम स्वयं उद्यमी को आता है तो उसे इस बिज़नेस को स्टार्ट करने के लिए कुछ मोबाइल उपकरणों एवं टूल्स की आवश्यकता होती है | कहने का अभिप्राय यह है की शुरूआती दौर में उद्यमी मोबाइल के कुछ स्पेयर पार्ट खरीदकर भी यह बिज़नेस शुरू कर सकता है और जैसे जैसे ग्राहक एवं उनकी मांग बढ़ने लग जाय वैसे वैसे धीरे धीरे Mobile Repairing Business को विस्तृत कर सकता है |

इस बिज़नेस में आने वाला खर्चा इस बात पर निर्भर करता है की उद्यमी मोबाइल रिपेयरिंग के अलावा अपने ग्राहकों को और कौन कौन सी सुविधाएँ मुहैया करा रहा है | जैसे उद्यमी चाहे तो मोबाइल रिपेयरिंग के साथ, नए मोबाइल बेचने, पुराने मोबाइल बेचने, रिचार्ज सुविधाएँ, डाउनलोडिंग सुविधाएँ इत्यादि अपने ग्राहकों को दे सकता है | Mobile repairing Business के लिए उद्यमी को यह सुनिश्चित करना होगा की उसके पास मोबाइल फोन ठीक करने के लिए सभी जरुरी उपकरण एवं टूल्स के साथ हार्डवेयर एवं सॉफ्टवेर भी होने चाहिए |

4. एक आदर्श लोकेशन का चयन करें?

Mobile repairing Business की सफलता एवं असफलता में भी इसकी लोकेशन का बेहद अहम योगदान है | क्योंकि इस व्यापार के लिए ऐसी लोकेशन चाहिए होती है जहाँ उद्यमी के पास हर रोज नए नए ग्राहक आते रहें | इसलिए उद्यमी का रिपेयरिंग सेण्टर किसी ऐसे जगह पर स्थित होना चाहिए जहाँ सभी प्रकार के लोग आसानी से पहुँच सके | किसी प्रचलित एवं प्रसिद्ध मार्केट में इस तरह का सेण्टर होना लाभकारी सिद्ध हो सकता है क्योंकि ऐसी जगह पर उद्यमी समय आने पर अपने व्यापार को आसानी से विस्तृत भी कर सकता है |

लेकिन उद्यमी चाहे तो किसी आवसीय कॉलोनी में भी अपना Mobile Repairing center खोल सकता है क्योंकि इस तरह की कॉलोनी में यदि उद्यमी का काम लोगों को पसंद आ जाता है तो वे अपने परिवार एवं दोस्तों में आपके बिज़नेस की मार्केटिंग खुद कर देते हैं जिससे आपके पास अधिक से अधिक ग्राहक आने की संभावना रहती है | बिज़नेस के लिए आदर्श लोकेशन का चुनाव कैसे करें के लिए पढ़ें |

5. आवश्यक लाइसेंस लें (Get Necessary License and Permission):

हालांकि आम तौर पर Mobile repairing Business शुरू करने के लिए किसी प्रकार का लाइसेंस एवं पंजीकरण अनिवार्य नहीं है | लेकिन यदि उद्यमी का टर्नओवर जीएसटी में छूट प्राप्त सीमा से ऊपर होता है तो उद्यमी को जीएसटी पंजीकरण कराना होता है | इसके अलावा शहर एवं राज्य के आधार पर स्थानीय नियम अलग अलग हो सकते हैं इसलिए उद्यमी जिस शहर या राज्य में यह व्यापार शुरू करने की योजना बना रहा हो |

उस शहर या राज्य के स्थानीय नियमों के बारे में अवश्य पता करना चाहिए और नियमों के मुताबिक लाइसेंस एवं परमिशन लेने चाहिए | क्योंकि अक्सर भारतवर्ष में देखा गया है की इस तरह का अर्थात Mobile Repairing business करने के लिए तहसील, ग्राम पंचायत, नगर पालिका/परिषद् स्तर पर अलग अलग नियम निर्धारित होते हैं | इसलिए वैध एवं कानूनी तरीके से व्यापार करने के लिए इन नियमों के मुताबिक लाइसेंस एवं परमिशन अवश्य प्राप्त करें |

6. किसी एक्सपर्ट तकनीशियन की नियुक्ति करें

हालांकि यह बात हम पहले भी स्पष्ट कर चुके हैं की शुरूआती दौर में Mobile repairing Business तभी फायदेमंद हो सकता है जब व्यक्ति इसे अकेले शुरू करे | कहने का आशय यह है की इस तरह का यह बिज़नेस शुरुआत में उद्यमी को अकेला ही शुरू करना चाहिए |

और तब तक किसी तकनीशियन को नियुक्त नहीं करना चाहिए जब तक उद्यमी स्वयं अच्छी तरह काम संभाल पाने में सक्षम हो, हाँ जब उद्यमी के पास काम बढ़ जाए और उसे उस काम को अकेले सँभालने में दिक्कत आने लगे तो उद्यमी को तुरंत किसी अनुभवी तकनीशियन को काम पर रख लेना चाहिए | इससे उद्यमी के बिज़नेस पर ग्राहकों का विश्वास एवं व्यापार की प्रोडक्टिविटी दोनों बढेंगी |

7. व्यापार की प्रमोटिंग एवं मार्केटिंग करें:

ध्यान रहे चाहे उद्यमी कितनी भी फ़ास्ट एवं उचित सेवाएँ देने में सक्षम हो लेकिन यदि उसके पास ग्राहक ही नहीं है तो उसकी सेवाओं का कोई मतलब नहीं है | कहने का अभिप्राय यह है की किसी भी बिज़नेस के लिए उसके ग्राहकों का होना नितांत आवश्यक है | हालांकि यदि उद्यमी की Mobile Repairing Shop किसी प्रचलित मार्केट में है तो बिना प्रमोटिंग एवं मार्केटिंग के भी उद्यमी को ग्राहक मिलने की संभावना होती है |

लेकिन फिर भी अधिक से अधिक ग्राहकों तक अपने बिज़नेस की पहुँच बढ़ाने के लिए उद्यमी को चाहिए की वह अपने व्यापार की प्रमोटिंग एवं मार्केटिंग करे | वर्तमान में ऑनलाइन एवं ऑफलाइन मार्केटिंग के विभिन्न तरीके प्रचलित हैं जिनका इस्तेमाल करके उद्यमी अपने Mobile Repairing Business की मार्केटिंग कर सकता है |

आइये जानते हैं मार्केटिंग करने के कुछ प्रमुख तरीकों के बारे में |

8. बिज़नेस रिकॉर्ड का मूल्यांकन करें और बदलाव लायें:

उद्यमी के लिए Mobile Repairing Business शुरू कर लेना ही काफी नहीं है बल्कि बीतते समय के साथ इसका रिकॉर्ड रखना एवं उस रिकॉर्ड का हर दृष्टीकोण से मूल्यांकन करना भी बेहद जरुरी है |

उद्यमी को अपने व्यापार की सकरात्मक एवं नकरात्मक पहलुओं की पहचान करके उनका विश्लेषण करना होगा | उद्यमी को यह भी पता करना होगा की उसके व्यापार का कौन सा हिस्सा उसकी कमाई करने में समर्थ है और कौन सा हिस्सा ऐसा है जिससे उद्यमी कमाई नहीं कर पा रहा है | ताकि उद्यमी अपने Mobile Repairing Business में समय समय पर बदलाव कर पाने में सक्षम हो सके |

यह भी पढ़ें:

Leave a Comment