Coconut Oil यानिकी नारियल तेल के गुणों से तो हम सब अच्छी तरह से अवगत हैं इस तेल को खोपरा तेल भी कहा जाता है । यह परिपक्व नारियल की गिरी से या फिर मांस से निकाला जाने वाला एक खाद्य तेल है, लेकिन इसका इस्तेमाल कॉस्मेटिक प्रसाधन के तौर पर भी बड़े पैमाने पर किया जाता है।
नारियल तेल जिसे कोकोनट बटर के तौर पर भी जाना जाता है, यह एक उष्णकटिबंधीय तेल है, और इसके एक नहीं बल्कि अनेकों अनुप्रयोग हैं। इसे कोपरा यानिकी सूखे नारियल से निकाला जाता है, कोपरा नामक यह शब्द मलयालम भाषा से जुड़ा हुआ है। जिसका अर्थ सूखा नारियल ही होता है। यही कारण है की Coconut Oil को कोपरा तेल भी कहा जाता है।
वैसे देखा जाय तो नारियल तेल में दोनों प्रकार की वसा संतृप्त और असंतृप्त थोड़ी थोड़ी मात्रा में मौजूद होती है। कोल्ड प्रेस्ड नारियल तेल की बात करें तो, यह उस तरह का खाना पकाने के लिए एक बेहतर तेल हो सकता है जिन्हें मध्यम तापमान पर बनाया जाता हो।
और ऐसे भोजन या उत्कृष्ट व्यंजन जिनमें नारियल की फ्लेवर की आवश्यकता हो, उन्हें भी नारियल तेल से बनाया जा सकता है। आम तौर पर बेकिंग एवं अन्य स्वादिष्ट व्यंजनों जिनमें लोग नारियल का फ्लेवर देना चाहते हैं उन्हें पकाने में Cold Pressed Coconut Oil का इस्तेमाल करते हैं। इसलिए आज हम हमारे इस लेख के माध्यम से नारियल का तेल बनाने के बिजनेस के बारे में जानकारी देने का प्रयत्न कर रहे हैं।
नारियल तेल की बिक्री संभावना
Coconut Oil यानिकी नारियल तेल की यदि हम बात करें तो, इसमें एक निश्चित प्रकार का वसा होता है। जिसे “मध्यम श्रृंखला ट्राइग्लिसराइड्स भी कहा जाता है। जो शरीर में उपलब्ध अन्य प्रकार के संतृप्त वसा की तुलना में अलग तरह से कार्यशील होता है।
इस तेल को त्वचा पर लगाने पर यह त्वचा को मॉइस्चराइजिंग प्रभाव प्रदान करता है। इसके अलावा नारियल तेल के कुछ और भी फायदे होते हैं, जिसके कारण इसके बिक्री की संभावना और बढ़ जाती है। इन फायदों की लिस्ट निम्नवत है।
- कोल्ड प्रेस पद्यति में शीर्ष गुणवत्तायुक्त नारियल का इस्तेमाल किया जाता है, और तेल का निष्कर्षण ताजे नारियल से प्राकृतिक पद्यति से किया जाता है।
- नारियल तेल का इस्तेमाल खाद्य तेल के तौर पर भी भोजन बनाने के लिए किया जा सकता है।
- इसे बच्चों के बाल, त्वचा की देखभाल के उद्देश्य से भी इस्तेमाल में लाया जा सकता है ।
- इसके सेवन से चयापचय को स्वस्थ होने में बढ़ावा मिलता है, और यह प्रतिरक्षा में भी सुधार करने में सहायक होता है।
- यह बालों से प्रोटीन को कम करता है, और उन्हें पोषण प्रदान करता है। इस प्रकार बालों का गिरना कम करना, डैड्रफ को नियंत्रित करने, और बालों को मजबूती प्रदान करने में भी नारियल तेल सहायक होता है।
- सिर में लागू करने पर यह मानसिक थकान को कम करता है।
- त्वचा पर लागू करने पर यह झुर्रियों को रोकता है, और त्वचा से सूखापन हटाता है।
- इसका सेवन न सिर्फ प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है, बल्कि हड्डियों की शक्ति और दन्त स्वास्थ्य बनाये रखने में भी मददगार साबित होता है।
- Coconut Oil के सेवन से ब्लड सुगर का स्तर नियंत्रित रहता है, और यह इन्सुलिन के स्राव को बढ़ाने में भी सहायक होता है।
मार्किट विश्लेषण
एक विश्वसनीय आंकड़े के मुताबिक वर्ष 2018 में कोल्ड प्रेस्ड आयल का बाजार का आकार लगभग 24.62 बिलियन अमेरिकी डॉलर आँका गया था। और इसमें यह भी संभावना जताई गई थी वर्ष 2026 तक इसका बाजार आकार 36.40 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुँच जाएगा। इस प्रकार देखा जाय तो इस मार्किट को 5.3% की CAGR दर से आगे बढ़ने की संभावना जताई गई थी।
वैश्विक स्तर पर लगभग 5.5 मिलियन टन नारियल का उत्पादन प्रति वर्ष किया जा रहा है और इसको बेचने के लिए एक व्यापक बाजार भी मौजूद है। वर्तमान में कई निर्माताओं ने नारियल तेल को पैक उत्पाद के तौर पर मार्किट में बेचना शुरू कर दिया है, और कई लोग Coconut Oil को खाना पकाने के इस्तेमाल में लाने लगे हैं।
यही कारण है की वर्तमान में कई ऐसे खाद्य पदार्थ जैसे मिठाई, शैंपू, कॉफी, स्मूदी इत्यादि में नारियल तेल की उपलब्धता होती है। इन्हीं सब बातों का विश्लेषण करते हुए कहा जा सकता है की शुद्ध नारियल तेल की मांग घरेलु एवं वैश्विक स्तर पर बहुत अधिक है। इसलिए किसी भी इच्छुक उद्यमी के लिए Coconut Oil Manufacturing Business शुरू करना लाभकारी हो सकता है।
नारियल तेल बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें? (How to Start Coconut Oil Manufacturing Business):
Coconut Oil Manufacturing Business एक लाभकारी व्यवसाय के तौर पर परिवर्तित हो सकता है, इसमें कोई दो राय नहीं हैं। लेकिन इस व्यवसाय को हर राज्य या क्षेत्र में नहीं किया जा सकता वह इसलिए क्योंकि नारियल का अधिकतर उत्पादन भारत के कुछ गिने चुने राज्यों में ही किया जाता है।
इन राज्यों में प्रमुख तौर पर तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, आन्ध्रप्रदेश इत्यादि हैं। इसलिए इच्छुक उद्यमी को सर्वप्रथम यही सुनिश्चित करना होगा की यदि वह नारियल के तेल बनाने का बिजनेस शुरू करता है, तो क्या उसे उसके द्वारा चयनित क्षेत्र में कच्चे माल की उपलब्धता उचित दामों पर हो पाएगी।
क्योंकि यदि उद्यमी को उचित दामों पर कच्चा माल उपलब्ध नहीं हो पायेगा तो उसका इस प्रतिस्पर्धात्मक मार्किट में टिक पाना असम्भव हो जायेगा। तो आइये जानते हैं की कैसे कोई इच्छुक व्यक्ति एक ऐसे क्षेत्र में जहाँ कच्चा माल आसानी से उचित दामों पर उपलब्ध हो स्वयं का Coconut Oil Manufacturing Business कैसे शुरू कर सकता है।
1. जगह का प्रबंध करें
जैसा की हम उपर्युक्त वाक्यों में पहले भी बता चुके हैं की उद्यमी को Coconut Oil Manufacturing बिजनेस शुरू करने के लिए किसी ऐसी लोकेशन या क्षेत्र का चयन करना होगा जहाँ पर उसे कच्चा माल आसानी से उचित दामों में उपलब्ध हो जाय। शुरुआती दौर में उद्यमी को इस कार्य को करने के लिए बहुत अधिक जगह की आवश्यकता नहीं होती है, उद्यमी चाहे तो किसी स्थानीय बाजार में कोई एक दुकान किराये पर लेकर भी नारियल तेल बनाने का व्यवसाय शुरू कर सकता है।
लेकिन यदि उद्यमी के पास स्वयं की गैर कृषि योग्य भूमि है, तो उद्यमी वहां पर भी अपनी यह इकाई स्थापित कर सकता है। या फिर जमीन लीज पर लेकर भी निर्माण कार्य शुरू कराकर अपना प्लांट स्थापित कर सकता है। लेकिन ध्यान रहे, लैंडलॉर्ड कितना ही करीबी क्यों न हो लीज एग्रीमेंट या रेंट एग्रीमेंट अवश्य बना लेना चाहिए। क्योंकि इनमें नियम एवं शर्तें तो उल्लेखित होती ही हैं, साथ में यह दस्तावेज पता प्रमाण के तौर पर भी इस्तेमाल में लाया जा सकता है।
2. नारियल तेल बिजनेस के लिए वित्त का प्रबंध करें
नारियल तेल बनाने का बिजनेस शुरू करने में कितना खर्चा आएगा वह इस बात पर निर्भर करेगा की उद्यमी की प्लांट उत्पादन क्षमता क्या होगी। क्योंकि अधिक उत्पादन करने के लिए बड़ी मशीन, बड़ी जगह, अधिक कर्मचारी इत्यादि की आवश्यकता होगी।
उद्यमी के पास वित्त का प्रबंध करने के लिए अनेकों स्रोत जैसे अपनी व्यक्तिगत बचत से निवेश करना, किसी सब्सिडी ऋण वाली सरकारी योजना के माध्यम से प्रबंध करना, वेंचर कैपिटलिस्ट से सम्पर्क करके वित्त का प्रबंध करना, एंजेल इन्वेस्टर के माध्यम से वित्त का प्रबंध करना इत्यादि शामिल हैं।
3. आवश्यक लाइसेंस एवं पंजीकरण
शुरूआती दौर में उद्यमी अपने व्यवसाय को प्रोप्राइटरशिप के तहत रजिस्टर करवा सकता है। और बिल या इनवॉइस जनरेट करने के लिए उद्यमी को जीएसटी रजिस्ट्रेशन की भी आवश्यकता हो सकता है। इसके अलावा बैंक में व्यवसाय के नाम से चालू खाता खोलने की भी आवश्यकता होगी। ताकि उद्यमी उसी अकाउंट के माध्यम से वित्तीय लेन-देन कर सके।
इसके अलावा नारियल तेल का इस्तेमाल खाद्य तेल और कॉस्मेटिक प्रसाधन के तौर पर भी किया जाता है, इसलिए हो सकता है की उद्यमी को फूड सिक्यूरिटी लाइसेंस और कॉस्मेटिक लाइसेंस दोनों की आवश्यकता हो उद्यमी इस बात का पता अपने नजदीकी जिला उद्योग केंद्र से भी कर सकता है।
वर्तमान में एमएसएमई सेक्टर को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ने अनेकों योजनायें शुरू की हैं। इसलिए यदि उद्यमी इन योजनाओं का फायदा लेना चाहता है, तो उसे उद्यम पोर्टल रजिस्ट्रेशन और एमएसएमई डाटा बैंक रजिस्ट्रेशन कराने की भी आवश्यकता होगी। इसके अलावा स्थानीय प्राधिकरण से ट्रेड लाइसेंस की भी आवश्यकता हो सकती है।
4. मशीनरी उपकरण एवं कच्चे माल की खरीदारी
अब उद्यमी का अगला कदम मशीनरी, उपकरणों और कच्चे माल की खरीदारी का होना चाहिए चूँकि इन्हें खरीदने में लाखों रूपये खर्च करने की आवश्यकता हो सकती है। इसलिए उद्यमी को चाहिए की वह विभिन्न सप्लायर से कोटेशन मंगाकर उनका तुलनात्मक विश्लेषण करे और उसके बाद ही किसी अच्छे सप्लायर का चुनाव करे। Coconut Oil Manufacturing यानिकी नारियल तेल बनाने के व्यवसाय में इस्तेमाल में लायी जाने वाली प्रमुख मशीनरी और उपकरणों की लिस्ट इस प्रकार से है।
- वुड प्रेस घानी मशीन
- 5 एचपी मोटर
- फ़िल्टर मशीन
- अन्य उपकरण जैसे स्टोरेज टैंक इत्यादि
जहाँ तक कच्चे माल की बात है, इसके लिए कोपरा या सूखा नारियल प्रमुख कच्चा माल है। सूखे नारियल से तेल निकल जाने के बाद अवशेष के तौर पर नारियल तेल का केक रह जाता है। जिसे उद्यमी पशु पालकों को बेच सकता है।
5. नारियल तेल का निर्माण शुरू करें
Coconut Oil का निर्माण करने के लिए सबसे पहले कच्चा माल खरीद लिया जाता है। और फिर आवश्यक कच्चा माल लेकर घानी मशीन के हॉपर में डाला जाता है। इसके बाद इस मशीन को शुरू किया जाता है, और मशीन कोपरा को कुचलने की प्रक्रिया शुरू कर देती है। ध्यान रहे इस प्रक्रिया को संचालित करने के लिए मशीन की आवश्यकता तो होती ही है, साथ में मैन्युअल मैनपावर की भी आवश्यकता होती है। ताकि कुचलने की प्रक्रिया अच्छी तरह संपन्न की जा सके।
कोल्ड प्रेस के माध्यम से इसे मैन्युअली प्रेस करने में समय लगता है। लेकिन जब कोपरा अच्छी तरह कुचल दिया जाता है, तो उससे नारियल तेल निकलना शुरू हो जाता है। इसके बाद मशीन से तेल को एकत्रित कर लिया जाता है, और इसे ठंडा करने के लिए खुल्ले में छोड़ दिया जाता है। जब यह ठंडा हो जाता है, तो इसे फ़िल्टर कर दिया जाता है। जब नारियल तेल यानिकी Coconut Oil फिल्टर हो जाता है, तो वह पैकिंग एवं बिक्री के लिए तैयार हो जाता है।
यह भी पढ़ें