ड्रापशिपिंग व्यापार कैसे शुरू करें? How to Start Drop Shipping Business in India.

यद्यपि वैसे देखा जाय तो Drop shipping नामक यह बिजनेस भारत में एक नया व्यापार है क्योंकि भारतवर्ष में ई कॉमर्स बिजनेस यानिकी ऑनलाइन खरीदारी अब धीरे धीरे अपने पैर पसार रही है । जहाँ पहले कुछ महानगरों में ही लोग ऑनलाइन खरीदारी किया करते थे वहीँ आज अधिकतर शहरों एवं नगरों से ऑनलाइन खरीदारी की जा सकती है । और अब बहुत सारी ई कॉमर्स कम्पनियां ग्रामीण भारत की ओर भी अपनी सेवा का विस्तार कर रहे हैं।

सच कहें तो जब से इन्टरनेट क्षेत्र में जिओ 4G ने दस्तक दी है तब से मोबाइल इन्टरनेट की दरों में भारी कमी आई है। और यही कारण है की आज भारत की अधिकांश जनसँख्या इन्टरनेट से जुड़ी हुई है। ऐसे में भारत में ई कॉमर्स बिजनेस भी बड़ी तेजी से प्रगति कर रहा है। क्योंकि बहुत सारे अधिकारिक आंकड़े इस बात की संभावना व्यक्त करते हुए देखे जा सकते हैं की आने वाले समय में भारत में ई कॉमर्स बिजनेस बड़ी तीव्र गति से आगे बढेगा।

इसलिए Drop Shipping Business शुरू करके उद्यमी भारत में इस ई कॉमर्स में आने वाले उछाल का लाभ ले सकता है। हालांकि जो लोग इस तरह का यह बिजनेस शुरू करना चाहते हैं उनके दिमाग में एक प्रश्न अवश्य आ रहा होगा की वे ड्रापशिपिंग का यह बिजनेस कैसे शुरू कर सकते हैं?। इसलिए हम यहाँ पर इस बिजनेस को शुरू करने की जिस प्रक्रिया की बात कर रहे हैं वह वर्तमान समय में तो लागू होती है। लेकिन ध्यान रहे भारत सरकार इस बिजनेस से जुड़े नियम, कानून को कभी भी संसोधित कर सकती है।

steps to start drop shipping business in hindi

ड्रापशिपिंग बिजनेस क्या है (What is Drop shipping Business)

Drop shipping Business की यदि हम बात करें तो इसे ई कॉमर्स का एक नया स्वरूप कहा जा सकता है। इसकी खास बात यह है की इसमें न तो उद्यमी को कोई उत्पाद खरीदने की आवश्यकता होती है, न कोई इन्वेंटरी की आवश्यकता होती है, न किसी वेयरहाउस की और न ही किसी वाहन और डिलीवरी बॉय की।

व्यापार की इस प्रणाली में उद्यमी किसी दूसरी कंपनी के उत्पाद अपनी वेबसाइट के माध्यम से बेच रहा होता है लेकिन ध्यान रहे इसमें ग्राहकों के आर्डर इत्यादि सब उद्यमी को ही ट्रैक करने होते हैं। क्योंकि यह एफिलिएट मार्केटिंग से बिलकुल अलग है। साधारण भाषा में ड्रापशिपिंग को हम एक ऑनलाइन रिटेल स्टोर भी कह सकते हैं जहाँ से ग्राहक सामान खरीद सकते हैं।

ड्रापशिपिंग बिजनेस की विशेषताएँ (Features of Drop shipping Business)

ड्राप शिपिंग नामक इस व्यापार की कुछ प्रमुख विशेषताओं का वर्णन निम्नलिखित है।

  • एक ड्रापशिपिंग बिजनेस हमेशा ऑनलाइन होता है इसलिए उद्यमी को इस तरह का बिजनेस करने के लिए अपनी वेबसाइट की आवश्यकता होती है।
  • यद्यपि उद्यमी चाहे तो फेसबुक, शोपिफाई, इट्सी इत्यादि में स्वयं का मार्केटप्लेस खोल सकता है। और उनकी टर्म एवं कंडीशन के अधीन अपने उत्पादों की पिक्चर, विवरण, कीमत के साथ विज्ञापन कर सकता है।
  • ड्रापशिपर के तौर पर उद्यमी जो भी उत्पाद बेच रहा हो उसे उस उत्पाद का स्टॉक करने एवं उत्पाद की इन्वेंटरी अपने पास रखने की आवश्यकता नहीं होती है। यही कारण है की उद्यमी चाहे तो इसे घर से भी शुरू कर सकता है।
  • जब Drop Shipping Business करने वाले उद्यमी को कोई आर्डर या पेमेंट मिल जाती है तो उसे यह आगे सप्लायर को प्रदान करनी होती हैं।
  • उद्यमी को सप्लायर से टाई अप करना होता है की वह उसे किस कीमत पर उत्पाद बेचेगा सप्लायर एवं उद्यमी के बीच लिखित अनुबंध होता है।
  • सप्लायर से जिस कीमत पर बात हुई हो उससे अधिक कीमत पर उद्यमी को उत्पाद अपनी वेबसाइट के माध्यम से बेचने पूरा अधिकार होता है।
  • जब उद्यमी द्वारा सप्लायर को पैसे एवं आर्डर दे दिए जाते हैं तो सप्लायर ही ग्राहकों तक आर्डर किया हुआ सामान पहुंचाता है।
  • किसी भी सप्लायर से टाई अप करने से पहले उद्यमी को उत्पाद के सैंपल की गुणवत्ता का परीक्षण करना बेहतर रहता है ।
  • कुछ विनिर्माणकर्ता, थोक विक्रेता, डिस्ट्रीब्यूटर इत्यादि उद्यमी को इस बात की इजाजत दे सकते हैं की वे उनके उत्पादों पर अपना ब्रांड इस्तेमाल कर सकते हैं।         

ड्रापशिपिंग बिजनेस कैसे शुरू करें (How to Start Drop Shipping Business )

जैसा की हम पहले भी स्पष्ट कर चुके है की Drop Shipping Business को उद्यमी चाहे तो आसानी से अपने घर से भी संचालित कर सकता है। वह इसलिए क्योंकि उद्यमी को इन्वेंटरी, उत्पाद, कर्मचारी इत्यादि कुछ भी रखने की आवश्यकता नहीं होती है।

क्योंकि आर्डर मिलने के बाद और भुगतान कर देने के बाद ग्राहक तक उत्पाद पहुँचाने की जिम्मेदारी सप्लायर की होती है। लेकिन इसका मतलब यह बिलकुल नहीं है की आप इसे बेहद आसानी से शुरू कर सकते हैं। बल्कि इस तरह के बिजनेस को शुरू करने सम्बन्धी भी कुछ प्रक्रिया है जिसका पूर्ण विवरण हम आगे इस लेख के माध्यम से देने जा रहे हैं।

1. बिजनेस एवं टैक्स रजिस्ट्रेशन करें

यदि उद्यमी चाहता है की उसे कोई विश्वसनीय एवं बड़ा सप्लायर मिले तो उसे अपना बिजनेस रजिस्ट्रेशन एवं टैक्स रजिस्ट्रेशन कराना होगा। जी हाँ अक्सर व्यापारिक इकाइयाँ जैसे विनिर्माणकर्ता, डिस्ट्रीब्यूटर, सप्लायर इत्यादि एक पंजीकृत इकाई के साथ ही व्यापार करना सही समझते हैं। इसके अलावा यदि विनिर्माणकर्ता उद्यमी को इस बात की अनुमति दे देता है की वह उनके उत्पाद को खुद की ब्रांड नाम के तहत बेच सकता है।

तो फिर बिजनेस रजिस्ट्रेशन अनिवार्य हो जाता है। इसलिए उद्यमी चाहे तो हमारे द्वारा लिखे अपनी कंपनी कैसे रजिस्टर करें? नामक यह लेख पढ़ सकता है। और सिर्फ हमारा ही नहीं बल्कि ऑनलाइन अन्य लेख पढ़कर भी इसके बारे में और अधिक से अधिक जानकारी ले सकता है। इसके अलावा Drop Shipping Business कर रहे उद्यमी को टैक्स रजिस्ट्रेशन के तौर पर GSTIN के लिए भी आवेदन करना चाहिए।

यह वर्तमान में कोई भी सामान खरीदने एवं बेचने के लिए महत्वपूर्ण हो गया है हालांकि इसे एक निर्धारित संख्या से अधिक टर्न ओवर वाले बिजनेस के लिए ही अनिवार्य किया गया है। इसलिए उद्यमी जिस राज्य में यह बिजनेस कर रहा हो वहाँ पर लागू छूट के लिए भी जानकारी प्राप्त कर सकता है।

2. चालू खाता खुलवाएं (Open Current Bank Account for Drop Shipping Business)

चूँकि Drop Shipping Business में उद्यमी को उत्पाद ऑनलाइन बेचना होता है इसलिए उसे अपने ग्राहकों को ऑनलाइन पेमेंट का भी विकल्प देना बेहद जरुरी होता है। और जैसा की हम सबको पता है की बचत खाते में ट्रांजेक्शन की दैनिक, साप्ताहिक एवं मासिक सीमा निर्धारित होती है। इसलिए उद्यमी को चाहिए की वह किसी विश्वप्रसिद्ध बैंक में अपना चालू खाता खुलवाए।

विश्वप्रसिद्ध इसलिए क्योंकि उद्यमी के उत्पाद को दुनिया में किसी भी कोने से किसी भी देश का ग्राहक खरीद सकता है इसलिए बैंक ऐसा होना चाहिए जो उद्यमी को इंस्टेंट भुगतान करने की फैसिलिटी मुहैया कराता हो। इसके अलावा बैंक को विभिन्न गेट वे जैसे CC Avenue, PayUmonrey, Razorpay इत्यादि के साथ कार्य करने में सक्षम होना चाहिए। इसके अलावा उद्यमी को बैंक का चुनाव करते समय फॉरेन ट्रांजेक्शन फीस के बारे में भी सोचना चाहिए। आम तौर पर बैंक विदेश पैसे भेजने के प्रति ट्रांजेक्शन 15-500 रूपये ले सकते हैं।

3. Paypal अकाउंट खोलें

पेपल अकाउंट खोलना इसलिए जरुरी हो जाता है क्योंकि बहुत सारे विदेशी सप्लायर ऐसे होंगे जो आपसे इंस्टेंट पेमेंट की अपेक्षा रखते होंगे। चूँकि बैंक से विदेश पैसे ट्रान्सफर करने में लम्बा समय लग सकता है जबकि Paypal के माध्यम से इंस्टेंट पेमेंट की जा सकती है । यही कारण है की कुछ सप्लायर द्वारा उद्यमी को विशेष तौर पर पेपल से पेमेंट के बारे में कहा जा सकता है। पेपल में अकाउंट खोलना किसी सोशल मीडिया या ईमेल बनाने के लिए sign up करने जितना ही आसान है।

इसमें अकाउंट ओपन करते समय आपको GSTIN Number एवं चालू खाते की डिटेल्स की आवश्यकता होती है। और उद्यमी की एप्लीकेशन स्वीकार करने से पहले Paypal उद्यमी द्वारा प्रदान की गई डिटेल्स एवं बैंक अकाउंट को वेरीफाई करता है। इसके लिए वह दिए गए खाते में कुछ पैसे जैसे 0.00041 जमा करवाता है।  और उद्यमी को अपना अकाउंट वेरीफाई करने के लिए उसके खाते में पेपल से आई ट्रांजेक्शन को पेपल अकाउंट में भरना होता है। ताकि पेपल इस बात की पुष्टि कर सके की दिया गया खाता उद्यमी का ही है।

4. आयात निर्यात नियमों को चेक करें

ध्यान रहे हर देश की अपनी अपनी आयात निर्यात पालिसी होती है जिसमें यह निर्धारित होता है की कौन कौन से उत्पादों को निर्यात नहीं किया जा सकता। और ऐसे कौन कौन से उत्पाद होते हैं जिन्हें विदेशों से आयात नहीं किया जा सकता। इसलिए ध्यान रहे Drop Shipping Business करने से पहले उद्यमी को आयात निर्यात सम्बन्धी नियम एवं कानूनों के बारे में अच्छी तरह पता होना चाहिए। उदाहरण के तौर पर एक निर्धारित फ्रीक्वेंसी से ऊपर रिमोट कण्ट्रोल से चलने वाले खिलौनों पर पूरी तरह से प्रतिबंध है।

ठीक उसी प्रकार फ़ूड आइटम्स के लिए फ़ूड लाइसेंस की आवश्यकता अनिवार्य है। इसके अलावा विदेशों से दवाई आयात करने के लिए भी कठोर नियम कानून उपलब्ध हैं । इनके अलावा कुछ ऐसे भी उत्पाद होते हैं जिन्हें भारत में इस्तेमाल मे लाने से पहले प्रायर सर्टिफिकेशन, क्लेअरेंस की आवश्यकता होती है ।

और इसमें यह भी निश्चित नहीं है की जो उत्पाद आज प्रतिबंधित है वह आगे भी प्रतिबंधित ही रहेगा या फिर जो आज प्रतिबंध मुक्त है उस पर आगे भी कोई प्रतिबंध नहीं लगेगा। निषिद्ध, प्रतिबंधित एवं अनुमति प्राप्त उत्पादों की लिस्ट समय एवं हालात के हिसाब से संसोधित होती रहती है। इसलिए उद्यमी को नियम कानूनों के अनुरूप ही उत्पादों का चयन करना चाहिए।

 5. उत्पादों का चयन कीजिये  (Select Products for Drop Shipping Business)

Drop Shipping Business शुरू करने से पहले उद्यमी को ऐसे उत्पादों की एक लिस्ट तैयार करनी होगी जिन्हें वह अपनी वेबसाइट के माध्यम से बेचना चाहता हो। चूँकि मनुष्य द्वारा इस्तेमाल में लाये जाने वाले सैकड़ों लाखों उत्पाद होते हैं इसलिए उद्यमी के लिए सब उत्पादों को अपना बिजनेस का हिस्सा बनान असंभव है। यही कारण है की उद्यमी को एक ऐसी लिस्ट तैयार करनी चाहिए जो उसे लगता हो की लोगों को इसकी सदाबहार आवश्यकता रहती है इसलिए वह इन उत्पादों को आसानी से बेच सकता है।

यद्यपि यह एक बेहद ही जटिल टास्क है क्योंकि उत्पाद का चयन करते समय उद्यमी को प्रतिस्पर्धा इत्यादि का भी ध्यान रखना होता है। आम तौर पर देखा गया है की फ़ोन एक्सेसरीज, ऑटोमोबाइल में सहायक उपकरण, मशीनरी इत्यादि में इस्तेमाल होने वाले स्पेयर पार्ट ड्रापशिपिंग बिजनेस की दृष्टी से उपयुक्त माने जाते हैं। लेकिन उद्यमी को चाहिए की वह अपनी रूचि, कौशल, योग्यता, विवेक, विश्लेषण के मुताबिक ही उत्पादों का चयन करें ।

6. सप्लायर ढूंढें और कीमत निर्धारित करें

अब उद्यमी का अगला कदम अपने Drop Shipping business के लिए सप्लायर ढूँढने का होना चाहिए। उद्यमी चाहे तो सप्लायर ढूँढने के लिए ऑनलाइन पोर्टल जैसे Ali Express, Indiamart, TradeIndia जैसी वेबसाइट की मदद ले सकता है। क्योंकि इन पोर्टल का काम आप जैसे रिटेलर को विनिर्माणकर्ताओं, डिस्ट्रीब्यूटर, सप्लायर से कनेक्ट करना है। इन वेबसाइट से संपर्क करने या इनके द्वारा खोजबीन करने का जो सबसे बड़ा फायदा है वह यह है की इनके पास उत्पादों की एक ऐसी लिस्ट होती है जो भारत सरकार से विनियमित नहीं हैं।

इसलिए इन उत्पादों को शिप करना आसान होता है कुछ सामान ऐसा भी होता है जिन पर सीमा शुल्क तक लागू नहीं होता है। यद्यपि उद्यमी को चाहिए की वह आयात शुल्क के बारे में अच्छी तरह पता कर ले । इसके अलावा इन वेबसाइट के साथ केवल वेरीफाईड सप्लायर ही जुड़े रहते हैं इसलिए हो सकता है की कोई सप्लायर अच्छे गुणवत्ता वाले उत्पाद बेहद कम दामों में ऑफर कर दे।

उद्यमी को चाहिए की वह एक से अधिक सप्लायर से चयनित उत्पादों की कोटेशन मंगवा ले। और फिर उनका तुलनात्मक अंतर करके सप्लायर का चयन करे इसके अलावा उद्यमी को सप्लायर से रिटर्न पालिसी के बारे में भी बात करनी होती है। और इसके बाद उद्यमी को उन उत्पादों की वह कीमत निर्धारित करनी होती है जिस कीमत पर वह उन उत्पादों को अपने ग्राहकों को बेचना चाह रहा हो।

7. अपनी ई कॉमर्स वेबसाइट या मार्केटप्लेस बनायें

यद्यपि Drop Shipping Business करने वाले उद्यमी को लगता है की वह कैसे बड़ी बड़ी कंपनी जैसे फ्लिप्कार्ट, अमेज़न, स्नेपडील इत्यादि का मुकाबला कर पायेगा। यहाँ पर हम यह बात स्पष्ट कर देना चाहते हैं की उद्यमी को हम इन बड़ी कम्पनियों से मुकाबला करने को नहीं कह रहे हैं। बल्कि हम तो उद्यमी को बिना उत्पाद स्टॉक किये हुए कमाई करने को कह रहे हैं। वैसे देखा जाय तो फेसबुक मार्केटप्लेस इत्यादि से अच्छा खुद की वेबसाइट के माध्यम से उत्पाद बेचना होता है।

क्योंकि ऐसा करके लोगों का उद्यमी पर विश्वास बढ़ता है। और वर्तमान में खुद का ई कॉमर्स पोर्टल बनाना किसी मार्केटप्लेस में खाता बनाने से भी अधिक सरल हो गया है। उद्यमी कम से कम 7-8 हज़ार रूपये खर्च करके खुद की वेबसाइट सेट अप कर सकता है।

हाँ लेकिन फिर भी यदि किसी को मार्केटप्लेस के माध्यम से ही यह काम करना हो तो उसे Shopify का चयन करना चाहिए क्योंकि भारत में यह बेहद प्रसिद्ध है। यद्यपि उद्यमी वर्डप्रेस वू कॉमर्स इत्यादि की बदौलत अपना ऑनलाइन स्टोर विकसित कर सकता है । लेकिन यदि उसे यह काम नहीं आता है तो किसी वेब डेवलपर की मदद से इस काम को अंजाम तक पहुँचाया जा सकता है।

8. पोर्टल में आकर्षक इमेज सर्विस एरिया इत्यादि एड करें

Drop Shipping Business करने वाला उद्यमी अब जो भी उत्पाद बेचना चाह रहा हो उनकी फोटो वह सप्लायर से मँगा सकता है। ध्यान रहे वेबसाइट में अपलोड की जाने वाली फोटो आकर्षक एवं बढ़िया होनी चाहिए ताकि वे सर्च इंजन एवं ग्राहक दोनों को रिझाने में कामयाब हो पायें। इसके अलावा जैसा की हम सब अच्छी तरह जानते हैं की भारतवर्ष एक विशाल देश है इसलिए उद्यमी ने जो सप्लायर चुना है उसके लिए भारत के हर क्षेत्र में डिलीवरी दे पाना बड़ा मुश्किल हो सकता है। इसलिए वेबसाइट में एरिया ऑफ़ ऑपरेशन सप्लायर के साथ विचार विमर्श के बाद ही अपडेट करें ।

9. विज्ञापन करें (Advertise of Drop Shipping Business)

अब चूँकि उद्यमी ने Drop Shipping Business शुरू कर दिया है इसलिए अब अगला कदम अपने बिजनेस को अधिक से अधिक प्रमोट करने का होना चाहिए इसके लिए उद्यमी को अपने बिजनेस के नाम से फेसबुक पेज, यूट्यूब चैनल, ट्विटर, इन्स्टाग्राम अकाउंट इत्यादि बनाने की आवश्यकता होती है।

इन फ्री प्लेटफॉर्म के अलावा उद्यमी सोशल मीडिया जैसे फेसबुक विज्ञापन इत्यादि पर अपने एड कैंपेन चलाकर भी अपने उत्पादों को बेच सकता है। इसके अलावा इस तरह के बिजनेस के लिए गूगल विज्ञापन के माध्यम से विज्ञापन चलाना बेहद लाभकारी एवं प्रभावी हो सकता है।

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