हाउसकीपिंग व्यापार कैसे शुरू करें? Steps to Start Housekeeping Service.

हालांकि साफ़ सफाई हमेशा से मानव जीवन का अहम हिस्सा रहा है लेकिन वर्तमान समय में इसका महत्व और अधिक होने के कारण Housekeeping Service की भी मांग बढती जा रही है । इसमें कोई दो राय नहीं की भारत में पिछले कुछ वर्षों में स्वच्छता के लिहाज से बहुत सारे अच्छे कार्य हुए हैं। भारत में स्वच्छता कराने के मद्देनजर वर्तमान सरकार ने स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की है। जिसके अंतर्गत ग्रामीण भारत में करोड़ों की संख्या में शौचालय, कूड़ाघर इत्यादि का निर्माण हो भी चूका है।

कहने का आशय यह है की सिर्फ बिजनेस इकाइयाँ या कम्पनियां इत्यादि अपने परिसरों में सफाई एवं स्वच्छता को लेकर जागरूक नहीं है बल्कि आज सरकार एवं आम आदमी भी स्वच्छता को लेकर काफी जागरूक है। यही कारण है की बहुत सारे लोग ऐसे हैं जो अपने घरों में स्वयं सफाई कर लेते हैं तो वही ऐसे भी लोग होते हैं जो साफ़ सफाई के लिए किसी घरेलू नौकर को काम पर रखना पसंद करते हैं।

इसके अलावा सभी सरकारी एवं निजी कार्यालयों, व्यवसायिक संस्थानों, होटल, हॉस्पिटल, स्कूल, कॉलेज इत्यादि में सफाईकर्मियों की आवश्यकता लगातार बनी रहती है। इसलिए भारत में Housekeeping Service का बिजनेस कमाई की दृष्टी से काफी लाभदायक हो सकता है।

Steps to start Housekeeping Service Business
Housekeeping Service Provider

हाउसकीपिंग सर्विस बिजनेस क्या है (What is Housekeeping Service Business):

जैसा की नाम से ही स्पष्ट है की Housekeeping Service का शाब्दिक अर्थ गृह आधारित मामलों का प्रबंधन से लगाया जा सकता है। लेकिन यहाँ पर इसका शाब्दिक अर्थ गृह आधारित हो रहा है, तो इसका मतलब यह बिलकुल भी नहीं है की इन्हें केवल घरों में ही गृह आधारित कार्यों को करने की जिम्मेदारी सौंपी जाती है। बल्कि सच्चाई यह है की वर्तमान में हाउसकीपिंग को विशेषकर स्वच्छता एवं साफ़ सफाई सर्विस के तौर पर देखा जाता है।

इसलिए Housekeeping Service की मांग सभी व्यवसायिक संस्थानों जैसे गवर्नमेंट एवं प्राइवेट कार्यालयों, होटल, हॉस्पिटल, स्कूल, कॉलेज इत्यादि में बड़े पैमाने पर होती है। हालांकि यहाँ पर यह स्पष्ट कर देना जरुरी है की हाउसकीपिंग का काम केवल सफाई करना ही नहीं होता है। बल्कि सफाई के अलावा कुछ भी ऐसा काम जिसमें शारीरिक परिश्रम की आवश्यकता हो नियोक्ता द्वारा इन्हें वही काम करने के लिए निर्देशित किया जा सकता है।

HouseKeeping Service बिजनेस में संभावनाएं

यद्यपि अब तक तो आप समझ ही गए होंगे की Housekeeping Service नामक इस व्यापार को शुरू करके उद्यमी को अपने ग्राहकों को हाउसकीपिंग मैनपावर प्रदान करनी होती है। चूँकि भारत में बेरोजगारी हमेशा चरम पर रहती है इसलिए इस तरह का बिजनेस करने वाले उद्यमी को मैनपावर आसानी से मिल सकती है। लेकिन ध्यान रहे जिस भी राज्य में उद्यमी यह बिजनेस कर रहा हो उसे अपने कर्मचारियों को वेतन कम से कम मिनिमम वेज के आधार पर देना अनिवार्य होता है।

आम तौर पर देखा गया है की बड़ी बड़ी कम्पनियां एवं संस्थान अपने यहाँ Housekeeping Service थर्ड पार्टी बेस पर ही रखना पसंद करते हैं। चूँकि ऐसा करके वह कंपनी निरंतर काम को जारी रखने की सुविधा प्रदान करती है तो वहीँ उनके कंप्लायंस की जिम्मेदारी भी थर्ड पार्टी वेंडर यानि हाउसकीपिंग की ही होती है। कहने का आशय यह है की हाउसकीपिंग सर्विस थर्ड पार्टी से हायर करके कंपनी कम पढ़े लिखे लोगों से डील करने से भी बच जाती है।

और यदि किसी हाउसकीपिंग कर्मचारी का आचरण काम के अनुकूल नहीं हुआ तो कंपनी हाउसकीपिंग कंपनी को उसे तुरंत बदलने के लिए कह सकती है। इसका एक फायदा यह भी होता है की भले ही हाउसकीपिंग कर्मचारियों को छुट्टी चाहिए लेकिन जिस कंपनी ने उसे कॉन्ट्रैक्ट दिया है वहां हमेशा उतने ही कर्मचारी कार्यरत होने चाहिए। यदि किसी कंपनी में कार्यरत हाउसकीपिंग कर्मचारी छुट्टी लेना चाहता हो तो वह छुट्टी के लिए हाउसकीपिंग कंपनी से संपर्क करता है। और हाउसकीपिंग कंपनी उस साईट पर उसकी जगह दूसरा कर्मचारी नियुक्त करती है।

इससे कंपनी के हाउसकीपिंग कार्यों में कभी भी व्यवधान या रुकावट पैदा नहीं होती है। यही कारण है की वर्तमान में लगभग हर छोटे बड़े संस्थान हाउसकीपिंग ऑफरोल ही रखती है। इसलिए कहा जा सकता है की Housekeeping Service बिजनेस शुरू करके उद्यमी अपनी क्षमता एवं योग्यता के अनुसार कितने भी संस्थानों को अपनी सर्विस प्रदान कर सकता है।

हाउस कीपिंग सर्विस कैसे शुरू करें? (How to Start Housekeeping Service)

यदि आप Housekeeping Service business शुरू करना चाहते हैं तो आप हमारे द्वारा बताई गई बातों का अनुसरण कर सकते हैं। यहाँ पर यह बात स्पष्ट कर देना चाहेंगे की इस बिजनेस के प्रमुख संसाधनों में हाउसकीपिंग मैनपावर है। इसलिए यदि आपको लगता है की आप हाउसकीपिंग में काम करने वाले लोगों को अपने साथ जोड़ पाने में कामयाब हो पाएंगे तभी आप इस तरह का यह बिजनेस शुरू कर सकते हैं। तो चलिए आगे हम स्टेप बाई स्टेप यह जानने का प्रयत्न करते हैं की कैसे कोई इच्छुक व्यक्ति हाउसकीपिंग का यह व्यापार शुरू कर सकता है।

1. लोकेशन का चुनाव करें

जैसा की हम सब अच्छी तरह से जानते हैं की किसी भी बिजनेस की सफलता या असफलता में बिजनेस लोकेशन का बेहद महत्वपूर्ण भूमिका होती है। हालांकि कुछ बिजनेस ऐसे भी होते हैं जिनमें लोकेशन कोई ज्यादा महत्व नहीं रखती लेकिन दुर्भाग्यवश Housekeeping Service Business उन व्यापारों में से नहीं है। इसलिए जो भी उद्यमी इस तरह का यह बिजनेस शुरू करना चाहता है उसे सर्वप्रथम एक अच्छी सी लोकेशन का चुनाव करना होगा इस बिजनेस के लिए अच्छी लोकेशन या शहर वह हो सकता है जहाँ उद्योग धंधों की भरमार हो।

जैसे गुरुग्राम, दिल्ली, नोएडा, बंगलौर, मुंबई इत्यादि। हालांकि वर्तमान में लोग घरों में भी हाउसकीपिंग मैनपावर एजेंसी के माध्यम से लेने लगे हैं इसका मुख्य कारण सुरक्षा है। लेकिन इसके बावजूद उद्यमी को अधिकतर ग्राहक कॉर्पोरेट सेक्टर से ही मिलने वाले हैं और इसका फायदा यह भी है की जो हाउसकीपिंग मैनपावर होती है।

वह घरों की तुलना में व्यवसायिक कार्यालयों में काम करना पसंद करती है। इसलिए यदि उद्यमी Housekeeping Service बिजनेस में सफल होना चाहता है तो उसे किसी ऐसे शहर या लोकेशन पर यह बिजनेस करना होगा जहाँ से उसे क्लाइंट आसानी से मिल भी जाएँ और वह क्लाइंट की जरूरतों के मुताबिक अपने बिजनेस को आसानी से संचालित भी कर सके।       

2. वित्त की व्यवस्था करें (Arrange finance for Housekeeping Service)

वैसे देखा जाय तो Housekeeping Service बिजनेस शुरू करने के लिए उद्यमी को भारी भरकम निवेश करने की आवश्यकता नहीं होती है । वह इसलिए की यदि बिजनेस शुरू करने वाले व्यक्ति के पास लैपटॉप, मोबाइल, इन्टरनेट जैसी फैसिलिटी पहले से मौजूद हो तो वह इस तरह का यह बिजनेस शुरूआती दौर में घर से ही दुसरे दिन से शुरू कर सकता है।

कहने का आशय यह है की वह तब तक सोशल मीडिया, फ्री क्लासिफाइड इत्यादि के माध्यम से अपनी हाउसकीपिंग एजेंसी का विज्ञापन दे सकता है और हाउसकीपिंग का काम करने के इच्छुक लोगों को उसके बिजनेस से जुड़ने का आग्रह कर सकता है। लेकिन क्लाइंट से काम पाने के लिए उसे अपने बिजनेस को कंपनी अधिनियम के मुताबिक रजिस्टर करने की आवश्यकता होती है।

एक आंकड़े के मुताबिक ऑफिस का किराया इत्यादि सब कुछ मिलाकर एक व्यक्ति इस तरह के बिजनेस को 5-7 लाख कैपिटल निवेश करके शुरू कर सकता है। यदि उद्यमी के पास अपनी व्यक्तिगत बचत है तो ठीक नहीं तो वह बैंक ऋण इत्यादि के लिए आवेदन करके भी वित्त की व्यवस्था कर सकता है ।     

3. HouseKeeping Service को रजिस्टर करें

वैसे Housekeeping Service Business की यदि हम बात करें तो यह एक B2B बिजनेस है इसलिए कम्पनियाँ एवं संस्थान ऐसी किसी भी एजेंसी को काम देने से कतराते हैं जो नियमों के अनुसार रजिस्टर न हो। इसलिए इस तरह का यह बिजनेस शुरू करने वाले उद्यमी को सर्वप्रथम अपने बिजनेस को कम्पनीज एक्ट के तहत मिनिस्ट्री ऑफ़ कॉर्पोरेट अफेयर्स में रजिस्टर कराना पड़ सकता है। उद्यमी चाहे तो पार्टनरशिप या प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में से किसी के तहत भी अपने व्यापार को रजिस्टर करा सकता है।

इसके अलावा उद्यमी को टैक्स रजिस्ट्रेशन जैसे जीएसटी रजिस्ट्रेशन, म्युनिसिपल कारपोरेशन से ट्रेड लाइसेंस इत्यादि की आवश्यकता हो सकती है । उद्यमी को चाहिए की वह ईपीएफ एवं ईएसआई रजिस्ट्रेशन भी करा ले क्योंकि उसकी कंपनी में दस से अधिक संख्या कर्मचारियों की कभी भी हो सकती है।

अर्थात यदि उद्यमी को किसी कार्यालय से एक आर्डर ऐसा मिल जाता है जहाँ हाउसकीपिंग के बीस कर्मचारी भेजने हों तो उस समय काम में कोई व्यवधान न हो इसके लिए उद्यमी को ईपीएफ एवं ईएसआई रजिस्ट्रेशन पहले ही करा लेना चाहिए। इन सब रजिस्ट्रेशन के अलावा उद्यमी को अपने कर्मचारियों के वेतन से टैक्स काटने के लिए टैक्स अकाउंट नंबर (TAN) की भी आवश्यकता हो सकती है। कंपनी के नाम से पैन नंबर, चालू खाता इत्यादि की भी नितान्त आवश्यकता हो सकती है।          

4. हाउसकीपिंग हेतु मैनपावर खोजें

अब यदि उद्यमी ने Housekeeping Service बिजनेस से सम्बंधित सभी रजिस्ट्रेशन पूरे कर दिए हों अब अगला कदम अपने बिजनेस के लिए मैनपावर ढूँढने का होना चाहिए। ध्यान रहे इस समय उद्यमी ने उन्हें नियुक्त नहीं करना है बल्कि उनकी डिटेल्स बायो डाटा इत्यादि रख लेना है। और उन्हें स्पष्ट कर देना है की जब किसी साईट पर काम शुरू होगा तो उन्हें हमारे ऑफिस से कॉल करके बुला लिया जायेगा और उसी दिन से उनका काम स्थायी तौर पर शुरू हो जायेगा।

हाउसकीपिंग के लिए मैनपावर खोजने के लिए व्हाट्सएप्प, फेसबुक इत्यादि का सहारा तो लिया जा सकता है लेकिन इसका प्रभावी तरीका किसी जनसँख्या बाहुल क्षेत्र में जगह जगह पोस्टर चिपकाकर उसमें नंबर फैसिलिटी इत्यादि का जिक्र करना हो सकता है। ध्यान रहे इस प्रक्रिया में उद्यमी को अधिक से अधिक इच्छुक लोगों से संपर्क करना चाहिए ताकि जब तक उद्यमी को कम्पनियों से काम मिलता है तब तक वह कम से कम 50% लोगों को बुलाने में तो कामयाब हो पाए।

हालांकि यदि उद्यमी कुछ हाउसकीपिंग लेबर का खर्चा वहन कर सकता है तो वह कम से कम पांच छह लोगों को पहले से भी काम पर रख सकता है ताकि काम मिलने पर उद्यमी को बुलाये जाने वाले हाउसकीपिंग लेबर का इंतजार न करना पड़े । इस बिजनेस में सफल होने के लिए उद्यमी को सस्ती लेबर का स्रोत पता होना अति आवश्यक है।     

5. मशीनरी एवं उपकरण खरीदें (Purchase Equipment for Housekeeping Service)

अब Housekeeping Service Business करने वाले उद्यमी का अगला कदम अपने व्यापार के लिए मशीनरी एवं उपकरण खरीदने का होना चाहिए। वैसे यदि हम हाउसकीपिंग सर्विस बिजनेस की बात करें तो इसमें बहुत अधिक मशीनरी एवं उपकरण खरीदने की आवश्यकता नहीं होती है। लेकिन उद्यमी 7-8 लाख के बजट में निम्नलिखित उपकरणों को खरीदकर यह बिजनेस शुरू कर सकता है।

  • वैक्यूम क्लीनर नामक यह मशीनरी कारपेट एरिया, सोफा, कुर्सी, वर्कस्टेशन, बिस्तर इत्यादि की सफाई करने के काम आता है। यह किसी वस्तु पर पड़ी धूल इत्यादि को अपने प्रेशर से खींच लेता है और उसे अपनी डिक्की में जमा करता जाता है। डिक्की भर जाने के बाद आसानी से खाली भी हो सकती है और इसका दुबारा से इस्तेमाल हो सकता है। कमर्शियल वैक्यूम क्लीनर की कीमत 50 हज़ार से एक लाख के बीच कुछ भी हो सकती है।
  • फर्श की सफाई के लिए स्क्रबिंग मशीन इसकी कीमत 70-80 हज़ार तक कुछ भी हो सकती है।
  • इसके अलावा विभिन्न सफाई करने में काम आने वाले अवयव जैसे सोप आयल, मॉप्स, स्कॉच पैड, बाल्टी, तेजाब, वाइपर, कारपेट शैम्पू इत्यादि।  यहाँ छोटा सामान है जो कुछ हज़ार रूपये खर्च करके आसानी से कहीं से भी ख़रीदा जा सकता है। लेकिन यदि कन्जम्पशन ज्यादा है तो कोई स्थायी वेंडर हायर करना उचित होगा।
  • एक सेकंड हैण्ड वाहन जो लगभग दस पंद्रह लोगों को एक स्थान से दुसरे स्थान ले जाने में सहायक हो। हालांकि शुरुआत में पब्लिक ट्रांसपोर्ट भी इस्तेमाल में लाया जा सकता है।

 6. कम्पनी संस्थानों से संपर्क करें

Housekeeping Service Business शुरू करने वाला व्यक्ति यदि यह सोच रहा है की क्लाइंट से पहली मीटिंग करते ही उसे काम मिल जायेगा। तो यह गलत है बल्कि सब कुछ कर लेने के बाद उद्यमी को लगभग तीन महीने की प्रोजेक्शन ऐसी करनी चाहिए जो बिना किसी एक क्लाइंट मिले भी क्रियाशील रहे। ध्यान रहे की सर्वप्रथम उद्यमी को अपने टारगेट क्लाइंट की लिस्ट तैयार करनी होगी वैसे हम यहाँ पर हम बता चुके हैं की बड़ी बड़ी मल्टी नेशनल कम्पनियां भी हाउसकीपिंग स्टाफ थर्ड पार्टी पे रोल पर ही रखते हैं।

इसलिए उद्यमी को या उसके किसी प्रतिनिधि को प्रत्येक दिन नए नए क्लाइंट से मिलना होगा और अपने बिजनेस के बारे में पूर्ण रूप से न सिर्फ बताना होगा बल्कि अपने बिजनेस का विजिटिंग कार्ड, ब्राऊचर इत्यादि भी ग्राहकों को देना होगा। इसमें कुछ लोग होंगे जो आपकी सर्विस में रूचि दिखायेंगे तो बहुत सारे लोग ऐसे भी होंगे जिन्हें आपकी सर्विस में कोई रूचि नहीं होगी।

उनके व्यवहार या आचरण से अपने आपको हतोत्साहित मत होने दीजिये निरंतर क्लाइंट से मिलते जाइए हो सकता है की एक ही क्लाइंट आपके पूरे बिजनेस की दशोदिशा बदल दे। इस सफ़र में आपको कुछ क्लाइंट ऐसे भी मिलंगे जो कहेंगे की लेबर तो उनके पास काम कर रही है आपको बस इन्हें अपने पेरोल पर करना है। लेकिन अधिकतर साईटो में उद्यमी को खुद ही मैनपावर की तैनाती करनी होगी।        

7. ऑफिस कार्य हेतु कर्मचारी नियुक्त करें

जब Housekeeping Service देने वाले उद्यमी की कुछ लेबर साईट पर काम करना शुरू कर देती है तो उद्यमी को चाहिए की वह अपने ऑफिस के कामों को निबटाने के लिए भी कर्मचरियों की नियुक्ति करे। उद्यमी को कम से कम एक कर्मचारी ऐसा चाहिए जो एचआर एवं अकाउंट दोनों के काम देख सके। एचआर के कामों में ईएसआई, ईपीएफ, अटेंडेंस इत्यादि शामिल हैं तो अकाउंट के कामों में सैलरी, खर्चे, कमाई इत्यादि का हिसाब किताब शामिल है।

शुरुआत में अगर कोई एक ही ऐसा कर्मचारी मिल जाय तो ठीक है अन्यथा उद्यमी को एक कर्मचारी एचआर, एक अकाउंट/एडमिन एवं एक फील्ड ऑफिसर जो साईट पर जाकर क्लाइंट एवं कर्मचारियों से कोआर्डिनेट कर सके। उद्यमी को खुद को क्लाइंट की समस्याओं एवं नए क्लाइंट बनाने की गतिविधि में हमेशा कार्यरत रखना चाहिए। 

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