घर खरीदने के अलावा रियल एस्टेट में निवेश करने के 6 तरीके।

एक समय था जब रियल एस्टेट से कमाई करने के उद्देश्य से लोग घर खरीदना एवं जमीन खरीदकर बाद में उसे ऊँची दरों पर बेचना पसंद करते थे । यद्यपि अच्छी लोकेशन पर लोग आज भी ऐसा करते हैं यानिकी जब भी किसी आम व्यक्ति से आप रियल एस्टेट में निवेश करने की बात कहेंगे तो वह आम तौर पर आपके शब्दों का अर्थ इसी बात से लगाएगा की आप उसे जमीन या कोई घर खरीदने के लिए कह रहे हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं की इन दो विकल्पों के अलावा भी रियल एस्टेट में निवेश करने के कुछ और भी विकल्प होते हैं।

लेकिन ये ध्यान रहे की ये सभी निवेश विकल्प मार्किट नियमों एवं अन्य जोखिमों के अधीन होते हैं। इसलिए इन विकल्पों के माध्यम से रियल एस्टेट में निवेश करके व्यक्ति केवल कमाई ही कर पायेगा यह मुश्किल है। हो सकता है की इन माध्यमों से निवेश करके भी व्यक्ति को नुकसान हो जाय। लेकिन कमाई का उसूल होता है की कमाई करने के लिए जोखिम उठाना ही पड़ता है।

इसलिए दुनिया में जितने भी निवेश विकल्प मौजूद हैं उनमें कुछ सुरक्षित हैं जिनमें नुकसान की न के बराबर संभावना होती है। लेकिन इनमें रिटर्न भी बेहद कम मिलता है। इसके उलट असुरक्षित निवेश विकल्प जिनमें जोखिम अधिक होता है उनमें रिटर्न भी अधिक मिलने की संभावना होती है। इसलिए आज हम हमारे इस लेख के माध्यम से रियल एस्टेट में निवेश करने के कुछ तरीकों के बारे में जानने का प्रयत्न करेंगे।

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रियल एस्टेट में निवेश करने के विभिन्न तरीके:

जैसा की हम उपर्युक्त वाक्य में भी बता चुके हैं की यदि आप अपने किसी जानकार को रियल एस्टेट में निवेश करने की इच्छा प्रकट करते हैं। तो वह आपको कोई घर या जमीन खरीदने की सलाह दे देगा। लेकिन यदि आप बिना जमीन या घर खरीदे रियल एस्टेट में निवेश करके कमाई करना चाहते हैं। तो हम आपको यहाँ पर कुछ ऐसे ही तरीकों के बारे में बताने वाले हैं।

1. थीमैटिक म्युचुअल फंड:

थीमैटिक म्यूचुअल फण्ड से आशय ऐसे फण्ड से लगाया जाता है जिन्हें किसी विशेष क्षेत्र या उद्योग में निवेश किया जाता है। आपको ऐसे अनेकों थीमैटिक म्यूचुअल फण्ड मिल जायेंगे जो प्राथमिक रूप से रियल एस्टेट के क्षेत्र में इक्विटी, ऋण, बांड एवं अन्य वित्तीय साधनों में निवेश करते हैं। इसलिए इस तरह के ये म्यूच्यूअल फण्ड बिना घर खरीदे या जमीन खरीदे रियल एस्टेट में निवेश करने का एक शानदार तरीका है।

म्यूच्यूअल फण्ड की बात करें तो इसमें विभिन्न रियल एस्टेट कम्पनियों या फर्मों के स्टॉक, बांड एवं अन्य उपकरण होते हैं। इसलिए आपका निवेश मध्यम जोखिम पर रहता है यदि आप अच्छा निवेश चाहते हैं तो आप रियल एस्टेट म्यूच्यूअल फंडों में निवेश कर सकते हैं।      

2. रियल एस्टेट ईटीएफ:

ETF का फुल फॉर्म Exchange Traded Funds होता है और म्यूच्यूअल फण्ड के स्वरूप में इन्हें इनके लघु नाम ईटीएफ के नाम से ही जाना जाता है। हालांकि ये म्यूच्यूअल फण्ड से बहुत से बातों में भिन्न होते हैं। म्यूचुअल फंड में तो लोग एक बार निवेश करके फिर कीमतों के बढने का इंतजार करते हैं लेकिन ईटीएफ का इक्विटी जैसे स्टॉक एक्सचेंज में दैनिक तौर पर कारोबार होता है। इसलिए इनकी कीमतें स्टॉक मार्किट के चढ़ने एवं उतार के साथ प्रभावित हो सकती हैं।

रियल एस्टेट फर्म में ईटीएफ इक्विटी, डेब्ट एवं अन्य वित्तीय साधनों में निवेश करते हैं। इस तरह से घर खरीदे बिना ईटीएफ के माध्यम से रियल एस्टेट बाजार में निवेश करना कमाई की दृष्टि से लाभकारी हो सकता है। यद्यपि इस तरह के निवेश से कितना रिटर्न मिलेगा यह निवेशकर्ता के निवासित राष्ट्र पर भी निर्भर करता है।

इसके अलावा ईटीएफ के माध्यम से रियल एस्टेट में निवेश करने के फायदे यह भी है की इस तरह के निवेश में तरलता अधिक होती है। यानिकी निवेशकर्ता जब चाहें इन्हें खरीद या बेच सकता है और इसमें कोई लॉक इन पीरियड भी नहीं होता है।           

3. रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट:

बिना घर खरीदे या जमीन खरीदे रियल एस्टेट में निवेश करने का एक और विकल्प है जिसका नाम रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट (REIT) है। सरल शब्दों में यह एक फाइनेंसिंग कंपनी है जो लोगों का पैसा रियल एस्टेट प्रोजेक्ट में निवेश करती है। यह कंपनी निवेशकों से पैसे लेती है और उसे उन निर्माण परियोजनाओं में लगाती है जिन्हें अधिक लाभ कमाई करने के लिए जाना जाता है। यद्यपि इसे क्राउडसौर्सिंग एवं म्यूच्यूअल फण्ड के सम्मिश्रण के तौर पर भी जाना जाता है।

यदि निवेशक इसके माध्यम से मध्यम या लम्बी अवधि के लिए निवेश करता है तो माना यह जाता है की वह आम तौर पर अच्छा रिटर्न प्राप्त कर सकता है। इस कंपनी के बहुत सारे निवेश हैं जो निवेशक की आवश्यकता एवं निवेश करने की क्षमता के अनुरूप समाधान पेश करते हैं। चूंकि यह फाइनेंसिंग कंपनी सिर्फ एवं सिर्फ रियल एस्टेट वेंचर में ही निवेश करती है इसलिए इस निवेश से लाभ मिलने की संभावना अधिक होती है। यदि आप इस ट्रस्ट से परिचित हों तो आप इसमें निवेश करने की योजना बना सकते हैं।        

4. रियल एस्टेट कंपनी स्टॉक्स:

हर देश में ऐसी अनेक रियल एस्टेट निवेश कम्पनियाँ होती हैं जो नए, नवीन वाणज्यिक एवं आवास परियोजनाओं में सबसे आगे रहती हैं। चूँकि ऐसी कम्पनियों के पास एक मजबूत ब्रांड प्रतिष्ठा होती है यही कारण है की उनके स्टॉक इत्यादि तेजी से बिकते हैं। ऐसी कम्पनियों की अधिकतर परियोजनाएं सफल होती हैं और ऐसी बहुत सारी रियल एस्टेट कंपनियां स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध भी होती हैं।

इसलिए यदि आप शेयर बाजार से अच्छी तरह से परिचित हैं या फिर आपके पास कोई वित्तीय सलाहकार है तो आप रियल एस्टेट कंपनी के स्टॉक खरीदने पर विचार कर सकते हैं। रियल एस्टेट में बिना घर खरीदे निवेश करने का यह भी एक बेहतरीन तरीका है। निवेशकर्ता चाहे तो आईपीओ या फिर सेकेंडरी मार्केट के माध्यम से रियल एस्टेट कंपनियों के शेयर खरीद सकता है।      

5. बंधक नोट (mortagage Notes):

इस तरह के ये बंधक नोट बैंकों या फिर क्रेडिट यूनियनों द्वारा बेचे जाते हैं। बैंकों या फिर क्रेडिट यूनियनों द्वारा ये बंधक नोट तब बेचे जाते हैं जब कोई बैंक या क्रेडिट यूनियन उस बंधक के बारे में अनिश्चित होते हैं जो एक लेनदार द्वारा लिया जाता है। जब किसी लेनदार को धन की तीव्र आवश्यकता होती है तो वह ऋण देने वाले बैंकों या क्रेडिट यूनियनों को बंधक नोट भी देते हैं।

ये बेहद कम ब्याज दरों पर उपलब्ध होते हैं। बैंक एवं क्रेडिट यूनियन बंधक नोट बेचने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं लेकिन वे इस बारे में विज्ञापन नहीं करते हैं। यही कारण है की निवेशकर्ता को इसके बारे में विशेष रूप से ही पूछना होता है। या फिर निवेशकर्ता चाहे तो इन्हें प्रतिष्ठित ऑनलाइन कम्पनियों के माध्यम से भी खरीद सकता है।      

6. क्राउडफंडिंग परियोजना में पैसे लगाना:

रियल एस्टेट में निवेश करने का अगला तरीका क्राउडफंडिंग परियोजनाओं में निवेश करना है वर्तमान में बहुत सारी ऐसी क्राउडफंडिंग परियोजनाएं हैं और कई कम्पनियाँ इस तरह के प्रोजेक्ट में निवेश करने का मौका देती हैं। इन क्राउडफंडिंग परियोजनाओं के तहत कम्पनियाँ रियल एस्टेट परियोजनाओं के लिए आप जैसे लोगों से धन एकत्र करती हैं। चूंकि कंपनियों का खुद का पैसा भी इन परियोजनाओं में लगा होता है इसलिए निवेशकर्ता को विश्वास रहता है की वे निवेश किये गए पैसे को धन कमाने के उपक्रम में डाल देंगे।

इनके माध्यम से निवेशक को पूरी आज़ादी रहती है की वह किस रियल एस्टेट या सम्पति में निवेश करना चाहता है। और क्राउडफंडिंग के जरिये निवेशकर्ता चाहे तो एक से अधिक रियल एस्टेट प्रोजेक्ट में निवेश कर सकता है।

क्राउडफंडिंग कंपनी में आपके निवेश का रिजल्ट नियमित तौर पर नकदी प्रवाह में होता है रियल एस्टेट कंपनी या डेवलपर इस प्लेटफार्म को उस पैसे का भुगतान करती है जिससे उसने ब्याज अर्जित किया हो। यह पैसा सभी हितधारकों के बीच विभाजित होता है किसको कितना पैसा मिलेगा यह इस बात पर निर्भर करता है की किसने कितना निवेश किया था। रियल एस्टेट में निवेश करने का यह भी एक सुरक्षित तरीका है।

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