Wedding Planning क्या है? और इसे कैसे शुरू करें |

Wedding Planning Business के बारे में ग्रामीण इलाकों में निवासित लोग शायद कम ही जानते होंगे इस बिज़नेस के माध्यम से अपनी कमाई करने वाले उद्यमियों की संख्या बढती जा रही है | इंडिया में Wedding Planning एक पूर्ण रूप से संरचित बिज़नेस के रूप में सामने आया है और दिनों दिन इसका दायरा बढ़ता जा रहा है |

अक्सर कहा जाता है की जोड़े स्वर्ग से बनकर आते हैं इस बात पर हम कहना चाहते हैं की माना जोड़े स्वर्ग से ही बनकर आते हों लेकिन इस धरती पर उन दो जोड़ो, प्रेमियों, दिलों को मिलाने का काम जिसके माध्यम से होता है उसी का नाम होता है शादी | यह सत्य है की भारतवर्ष विविध संस्कृति एवं परम्पराओं की भूमि है लेकिन इसके बावजूद भी यहाँ हर किसी के लिए विवाह का एक विशेष अर्थ है |

यही कारण है की इंडिया में जिस भी घर में शादी होनी होती है वह परिवार हमेशा इस चिंता में रहता है की कैसे यह समारोह अच्छे ढंग से व्यतीत हो | शादी समारोह में होने वाले विभिन्न आयोजनों की चिंता से निजात पाने के लिए लोग शादी के आयोजनों की सभी जिम्मेदारी Wedding Planning Business करने वाले उद्यमी को दे देते हैं जिसके बदले उद्यमी की कमाई होती है | वेडिंग प्लानर का कार्य शादी से जुड़े हुए कार्यों को आसान बनाना एवं शादी सम्बन्धी सभी टास्क को अपने हाथों में लेना होता है |

Wedding Planning Business plan in hindi

Wedding Planning क्या है  

Wedding planning का यदि हम शाब्दिक अर्थ निकालेंगे तो हम पाएंगे की इसका अर्थ विवाह की तैयारियाँ करना होता है | जैसा की हम उपर्युक्त वाक्य में भी बता चुके हैं की शादी का हर किसी के लिए एक विशेष महत्व होता है | इंडिया में अक्सर देखा गया है की जिस परिवार में शादी होती है उस परिवार के सदस्य शादी की तैयारियों में इतने व्यस्त होते हैं की वे इस समारोह का आनंद ही नहीं ले पाते | और कभी कभी वे इसी टेंशन में रहते हैं की शादी की सभी तैयारियाँ कैसे पूरी होंगी |

इन्हीं सब समस्याओं को देखते हुए अक्सर लोग Wedding Planner का सहारा लेते हैं जो पैसों के बदले यह सब जिम्मेदारियां अपने कन्धों पर लेते हैं | शादी की योजना बनाना एवं उसका प्रबंधन करना यह सुनिश्चित करता है की शादी समारोह संगठित एवं सुव्यवस्थित तरीके से सम्पन्न हो और उस परिवार के सदस्य भी शादी का वैसे ही आनंद ले सकें जैसे उनके द्वारा आमंत्रित मेहमान आनंद ले रहे हों |

Wedding Planning के अंतर्गत शादी से सम्बंधित हर वो कार्य जैसे इनविटेशन कार्ड का डिजाईन, शादी के वेन्यू का चुनाव, दूल्हा दुल्हन के मंच की सजावट के लिए डिजाईन, बैंड, गायक, कैटरिंग इत्यादि की व्यवस्था सम्मिलित है |

Wedding Planning Business कैसे शुरू करें?   

Wedding Planning Business शुरू कर रहे उद्यमी में क्रिएटिविटी का होना अनिवार्य है इसलिए यदि आप भी यह बिज़नेस करने की सोच रहे हैं तो सबसे पहले अपने अन्दर इस स्किल को अवश्य चेक करें | यदि आपको लगता है की आप क्रिएटिव माइंड के धनी हैं तो आप यह बिज़नेस शुरू कर सकते हैं, बिज़नेस शुरू करने समबन्धी प्रमुख बातों का उल्लेख हम निम्नवत करेंगे |

1. ऑफिस के लिए लोकेशन का चुनाव करें :

Wedding Planning Business शुरू करने के लिए उद्यमी का जो सबसे पहला कदम होना चाहिए वह होना चाहिए अपने कार्यालय के लिए लोकेशन का चुनाव करने का, हालांकि उद्यमी शुरूआती दौर में इस बिज़नेस को बिना किसी रजिस्ट्रेशन इत्यादि के अपने होम से भी शुरू कर सकता है | लेकिन जब किसी ग्राहक द्वारा बिल की मांग की जाएगी तो उद्यमी उसे बिल नहीं दे पायेगा | इसलिए इस स्थिति से निबटने के लिए उद्यमी को पहले से ही अपने कार्यालय के लिए लोकेशन का चुनाव करना होगा |

प्रारम्भिक दौर में उद्यमी को किसी ऐसी लोकेशन का चुनाव करना चाहिए जहाँ का किराया कम हो | क्योंकि अपनी सर्विस को उद्यमी इन्टरनेट के माध्यम से भी बेच सकता है, लेकिन विभिन्न कार्यों को अंजाम देने के लिए जैसे बिज़नेस रजिस्ट्रेशन, बैंक में खाता खोलने, कर पंजीकरण इत्यादि के लिए पता प्रमाण पत्र की आवश्यकता होती है इसलिए यदि उद्यमी किराये पर कोई जगह लेता है तो उसका एग्रीमेंट अवश्य तैयार कर ले ताकि उसे पता प्रमाण पत्र के तौर पर उपयोग में लाया जा सके |

2. पंजीकरण एवं लाइसेंस प्राप्त करें :

Wedding Planning Business के लिए इंडिया में किसी प्रकार के अलग से लाइसेंस लेने की आवश्यकता नहीं होती है | वैसे शुरूआती दौर में व्यक्ति चाहे तो अपने व्यापार को शॉप एंड एस्टाब्लिश्मेंट एक्ट के तहत रजिस्टर करा सकता है | और बाद में जब उद्यमी का बिज़नेस ग्रो करने लगे तो प्राइवेट लिमिटेड कंपनी या लिमिटेड लायबिलिटी पार्टनरशिप के तौर पर अपने बिज़नेस को रजिस्टर करा सकता है |

कहने का आशय यह है की यदि उद्यमी अपने Wedding Planning Business को एक कंपनी के तौर पर करना चाहता है तो उसे अपने बिज़नेस को कम्पनीज एक्ट के तहत रजिस्टर करना होगा जानिए इंडिया में अपनी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी कैसे खोलें | पार्टनरशिप फर्म खोलने के लिए पार्टनर शिप एक्ट के तहत पंजीकरण कराना होगा | और एस्टाब्लिश्मेंट को शॉप एंड एस्टाब्लिश्मेंट एक्ट के तहत पंजीकृत कराने का प्रावधान है |

पंजीकरण के अलावा उद्यमी को अपने बिज़नेस के नाम से पैन अप्लाई करने की आवश्यकता के साथ साथ बिज़नेस के नाम से बैंक खाता खोलने की भी आवश्यकता हो सकती हैं | हालांकि शुरुआत में जीएसटी पंजीकरण की आवश्यकता नहीं है लेकिन जब टर्नओवर बीस लाख से अधिक (कुछ राज्यों में दस लाख से अधिक) हो जाता है तो यह अनिवार्य हो जाता है |

3. सप्लायर का चुनाव करें :

Wedding Planning Business के लिए उद्यमी का अब अगला कदम सप्लायर का चुनाव करना होना चाहिए हालांकि इस व्यापार को शुरू करने के लिए उद्यमी को किसी प्रकार के माल इत्यादि की आवश्यकता नहीं होती | लेकिन यहाँ पर सप्लायर के चुनाव से हमारा आशय सर्विस देने वालों के चुनाव से है |

चूँकि Wedding Planning Business कर रहे उद्यमी द्वारा अपने क्लाइंट की शादी सम्बन्धी जिम्मेदारियों को अपने कन्धों पर लेना होता है इसलिए उसे बैंड बजाने वाले, कैटरिंग वाले, टेंट वाले, फूल बेचने वाले, गायक, डांसर, डीजे वाले इत्यादि का चुनाव करना होता है | इसलिए यह व्यापार शुरू कर रहे उद्यमी को शुरूआती दौर में इन सब सप्लायर से बात कर लेनी चाहिए ताकि बाद में उद्यमी के एक फ़ोन कॉल करने पर ही सभी सप्लायर अपनी सेवा देने में सक्षम हो सकें |

4. कर्मचारियों की नियुक्ति करें :

हालांकि प्रारम्भिक काल में उद्यमी चाहे तो अकेले भी Wedding Planning Business को चला सकता है | लेकिन अकेले होने पर उद्यमी को कई बार अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है | इसलिए उद्यमी को चाहिए की प्रारम्भिक काल में कम से कम एक कर्मचारी की नियुक्ति तो अवश्य करे जो उद्यमी के किसी क्लाइंट या सप्लायर के साथ व्यस्त होने की स्थिति में कार्यालय का, और उद्यमी की अनुपस्थिति में कार्यालय एवं बाहर दोनों का कार्य संभाल सके |

कार्यालय के कार्यों में क्लाइंट की डिटेल्स, शादी समारोह की तिथि एवं अन्य डिटेल्स, सप्लायर की डिटेल्स इत्यादि को प्रबंधित करना एवं बनाये रखना हो सकता है | जहाँ तक बाहर के कार्यों का सवाल है इनमे क्लाइंट से मिलना, आंशिक ग्राहकों एवं अन्य ग्राहकों को अपनी प्रेजेंटेशन दिखाना, सप्लायर या सर्विस प्रोवाइडर से मिलना इत्यादि कार्य सम्मिलित हैं |

5. व्यापार की वेबसाइट बनाएँ:

अपने Wedding Planning Business के लिए उद्यमी का अब अगला कदम अपने बिज़नेस को इन्टरनेट पर उपलब्ध कराने का होना चाहिए चूँकि वर्तमान में लोग अधिकतर सर्विस प्रोवाइडर को इन्टरनेट के माध्यम से ही ढूँढ़ते हैं इसलिए इन्टनेट प्रेजेंस के बिना Wedding Planning Business की सफलता का सपना देखना वर्तमान में थोड़ा कठिन हो सकता है | इन्टरनेट पर अपनी प्रेजेंस बनाने के लिए उद्यमी को अपने बिज़नेस के नाम से वेबसाइट बनानी होगी |

इसके लिए यह जरुरी नहीं है की उद्यमी किसी सॉफ्टवेर कंपनी की मदद ले या किसी वेब डेवलपर की, अपितु उद्यमी चाहे तो वर्डप्रेस के माध्यम से अपने बिज़नेस का वेबपेज खुद भी बना सकता है | इसके अलावा सोशल मीडिया जैसे फेसबुक, ट्विटर इत्यादि पर अपना बिज़नेस पेज बनाना भी भूलना नहीं चाहिए | इसके अलावा अपना youtube चैनल बनाकर भी और अपने द्वारा प्रबंधित शादी की विडियो को डालकर भी अपने Wedding Planning Business को प्रमोट कर सकते हैं | जानिये कैसे कोई वर्डप्रेस के माध्यम से अपनी वेबसाइट बना सकता है |

6. मार्केटिंग करें :

अब चूँकि Wedding Planning Business कर रहे उद्यमी के पास अपनी वेबसाइट भी हो गई होगी, इसलिए अब उद्यमी मार्केटिंग के सिर्फ कुछ पारंपरिक तरीके ही नहीं अपना पायेगा बल्कि ऑनलाइन मार्केटिंग के तरीके जैसे सोशल मीडिया मार्केटिंग, कंटेंट मार्केटिंग, पे पर क्लिक एडवरटाइजिंग इत्यादि के माध्यम से भी अपने बिज़नेस को प्रोत्साहित कर सकता है | मार्केटिंग के अन्य तरीकों को जानने के लिए यह पढ़ें |

7. नए विचारों का उपयोग :

Wedding Planning Business करने वाले उद्यमी को इस बात का बेहद अच्छे ढंग से ध्यान रखना होता है की यह व्यापार क्रिएटिविटी से जुड़ा हुआ व्यापार है इसलिए इसमें हमेशा कुछ नया करने की आवश्यकता हो सकती है |

रचनात्मकता इस व्यापार की अहम कड़ी है और वह तभी आ पायेगी जब उद्यमी नए नए आईडिया को दिमाग में लाकर उन्हें आजमाने की कोशिस करे | इन दिनों इंडिया में भी Wedding Planners द्वारा अपने बिज़नेस की प्रेजेंटेशन 3D में दी जा रही है जिससे क्लाइंट को पहले ही दिखाया जा रहा है की वेन्यू पर वे किस किस तरह से सजावट करेंगे और सजावट के बाद वो कैसा दिखेगा |

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